GST काउंसिल ने कोरोना से जुड़ी राहत सामग्री पर मंत्री समूह की सिफारिशों को मंजूरी दी,उत्पादों की 4 श्रेणियों- दवाएं, ऑक्सीजन, ऑक्सीजन-उत्पादन उपकरण, टेस्टिंग किट की दरें तय की गई attacknews.in

नईदिल्ली 12 जून ।जीएसटी काउंसिल ने शनिवार को कोरोना से जुड़ी राहत सामग्री पर मंत्री समूह की सिफारिशों को मंजूरी दे दी।

काउंसिल ने रेमडेसिविर पर टैक्स की दर 12 से घटाकर पांच प्रतिशत कर दी है, वहीं ब्लैक फंगस की दवा को टैक्स फ्री करने को मंजूरी दी है यानि टोसिलिमैब, एम्फोटेरिसिन पर कोई टैक्स नहीं लगेगा। एम्बुलेंस पर जीएसटी की दर को 28 प्रतिशत से घटाकर 12 प्रतिशत किया गया है।

ऑक्सीमीटर, मेडिकल ग्रेड की ऑक्सीजन और वेंटिलेटर पर भी जीएसटी की दर 12% से घटाकर 5% कर दी गई है।

वहीं, कोरोना से जुड़ी कई अन्य चीजों पर भी टैक्स की दर को कम कर दिया है।

बैठक के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में निर्मला सीतारमण ने कहा कि जीएसटी काउंसिल ने कोरोना वैक्सीन पर 5% जीएसटी को बरकरार रखा है। केंद्र 75% वैक्सीन खरीदेगा और इसके जीएसटी का भी भुगतान करेगा , लेकिन जब इसे सरकारी अस्पतालों के माध्यम से आम जनता को मुफ्त में दिया जाएगा तो इसका जनता पर कोई असर नहीं होगा। जीएसटी से होने वाली आय का 70% राज्यों के साथ साझा किया जाएगा।

उन्होंने बताया कि जीएसटी काउंसिल ने कोरोना से जुड़ी अन्य राहत सामग्रियों पर भी कर की दर कम की है।मेडिकल ग्रेड ऑक्सीजन, ऑक्सीजन कंसंट्रेटर, वेंटिलेटर, बाइपैक मशीन, हाई फ्लो नेसल कैनुला (एचएफएनसी) और कोविड टेस्टिंग किट अब सस्ती हो जाएंगी। इन पर टैक्स की दर 12% से घटाकर 5% कर दी गई हैं।

जीएसटी व्यवस्था में वाहन और अन्य लक्जरी आइटम पर 28% की दर से टैक्स लगता है. लेकिन कोरोना के हालात को देखते हुए जीएसटी काउंसिल ने एंबुलेंस को इस श्रेणी से बाहर कर दिया। एंबुलेंस पर अब 28% की जगह 12% जीएसटी लगेगी।

काउंसिल ने कोरोना से जुड़ी राहत सामग्रियों, ब्लैक फंगस की दवा और एंबुलेंस इत्यादि पर कर की दर को सितंबर तक के लिए ही कम किया है।

वित्त मंत्री ने कहा कि उत्पादों की 4 श्रेणियों के लिए जीएसटी दरें तय की गई हैं- दवाएं, ऑक्सीजन, ऑक्सीजन-उत्पादन उपकरण, टेस्टिंग किट। अन्य मशीनें कोविंड 19 संबंधित राहत सामग्री दरें जल्द घोषित की जाएंगी।

इससे पहले 28 मई को जीएसटी काउंसिल की पिछली बैठक में टीके, दवाओं, टेस्ट किट और वेंटिलेटर सहित कोविड -19 आवश्यक वस्तुओं पर जीएसटी में छूट देने के लिए में ग्रुप ऑफ मिनिस्टर (जीओएम) के गठन का निर्णय लिया गया था। जीओएम ने अपनी रिपोर्ट 7 जून को सौंप दी जिस पह काउंसिल में चर्चा हुई।

गुजरात में पाटीदारों ने विधानसभा चुनाव की तैयारी को लेकर खोला मोर्चा,नरेंद्र मोदी के गृह राज्य में अगले साल होने वाले चुनाव की राजनीतिक धमधमाहट हुई शुरू attacknews.in

अहमदाबाद/गांधीनगर/राजकोट, 12 जून । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गृह राज्य गुजरात में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनज़र अब राजनीतिक धमधमाहट अब तेज़ होती दिख रही है।

इसी कड़ी में राज्य में जातिगत आधार पर एक बड़ी लामबंदी समझे जाना वाला पाटीदार समुदाय की दो उप जातियों कड़वा और लेवुआ के सामाजिक-धार्मिक अग्रणियों की आज राजकोट के निकट खोडलधाम में बैठक हुई।

इसमें शामिल लेवुआ समाज के प्रमुख अग्रणी नरेश पटेल ने कहा कि बैठक में राजनीतिक चर्चा भी हुई। उन्होंने कहा कि समाज चाहता है कि अगला मुख्यमंत्री इसी समुदाय का हो। उन्होंने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की अगुवाई वाली आप पार्टी की तारीफ़ कर नयी अटकलों को हवा दे दी।

गुजरात में पाटीदार आरक्षण आंदोलन के बाद एक बार फिर से पाटीदार मैदान में आ गए हैं। इस बार पाटीदार ने रणनीति के लिए खोडलधाम यानी पाटीदार की देवी के मंदिर से राजनीति की शुरुआत की है। शनिवार को पाटीदार के दोनों ही गुट यानी लेउवा पटेल और कडवा पटेल दोनों एक साथ एक मंच पर खोडलधाम में मिले।

लेवुआ समाज के प्रमुख अग्रणी नरेश पटेल ने कहा कि बैठक में राजनीतिक चर्चा भी हुई। उन्होंने कहा कि समाज चाहता है कि अगला मुख्यमंत्री इसी समुदाय का हो। उन्होंने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की अगुवाई वाली आप पार्टी की तारीफ़ कर नयी अटकलों को हवा दे दी।

ज्ञातव्य है कि पाटीदार समाज को आम तौर पर सत्तारूढ़ भाजपा का समर्थक माना जाता है और इस बैठक तथा इससे पहले आप पार्टी, जिसने गत स्थानीय चुनाव में गुजरात में अपनी उपस्थिति दर्ज करायी थी, की तारीफ़ को लेकर नए समीकरणों की अटकलें तेज़ हो गयी हैं।इस बीच केजरीवाल के अगले दो-तीन दिनों में गुजरात का दौरा करने की भी सम्भावना है। वह अहमदाबाद में पार्टी कार्यालय का उद्घाटन करेंगे।

उधर, गुजरात में भाजपा के प्रभारी तथा राष्ट्रीय महासचिव भूपेन्द्र यादव भी अब राज्य के तीन दिवसीय दौरे पर हैं। समझा जाता है कि अगले साल होने वाले चुनावों के मद्देनज़र वह पार्टी नेताओं, विधायकों आदि से कई बैठके कर रहे हैं।

दिग्विजय सिंह ने इस प्रश्न पर “कश्मीर का तांडव” रच दिया जब पाकिस्तानी पत्रकार शाहजेब जिल्लानी ने धारा-370 से जुड़ा प्रश्न पूछा कि,”जब मौजूदा सरकार जाती है और भारत को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बाद दूसरा पीएम मिल जाए तो कश्मीर पर आगे का रास्ता क्या होगा?” attacknews.in

नईदिल्ली/भोपाल/श्रीनगर 12 जून । कांग्रेस के दिग्गज नेता और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह के कथित सोशल मीडिया पर क्लब हाउस चैट के एक ऑडियो, जिसमें दिग्विजय सिंह जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल-370 हटाने के फैसले पर टिप्पणी कर रहे हैं, पर अब जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने कहा है, “मैं दिग्विजय सिंह का बहुत आभारी हूं। उन्होंने जम्मू-कश्मीर के लोगों की भावनाओं को महसूस किया है। मैं इसका तहे दिल से स्वागत करता हूं और उम्मीद करता हूं कि सरकार इस पर दोबारा गौर करेगी।“

वहीं, भाजपा आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने क्लब हाउस चैट का एक हिस्सा ट्विटर पर शेयर करते हुए दिग्विजय सिंह पर हमला बोला है।

उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा है, ”क्लब हाउस चैट में, राहुल गांधी के शीर्ष सहयोगी दिग्विजय सिंह एक पाकिस्तानी पत्रकार से कहते हैं कि अगर कांग्रेस सत्ता में आती है तो वे अनुच्छेद 370 को निरस्त करने के फैसले पर पुनर्विचार करेंगे। वास्तव में? यही तो पाकिस्तान चाहता है…।”

गिरिराज सिंह ने भी दिग्विजय सिंह के क्लब हाउस चैट मामले पर घेरा है। उन्होंने कहा है, ”कांग्रेस का पहला प्यार पाकिस्तान है। दिग्विजय सिंह ने राहुल गांधी का संदेश पाकिस्तान तक पहुंचाया है। कांग्रेस कश्मीर को हथियाने में पाकिस्तान की मदद करेगी।”

दिग्विजय सिंह के कथित आडियो में दावा किया गया है कि अगर कांग्रेस सरकार सत्ता में आई तो इस फैसले को लेकर फिर से विचार किया जाएगा और धारा-370 लागू करेंगे। इस आडियो के लीक होने के बाद भाजपा के कई वरिष्ठ नेताओं ने दिग्विजय सिंह को निशाने पर लिया है।

दरअसल, दिग्विजय सिंह देश-विदेश के कुछ पत्रकारों से वर्चुअली बात कर रहे थे। इस बीच शाहजेब जिल्लानी ने धारा-370 से जुड़ा का प्रश्न पुछा। दावा है कि वह शाहजेब जिल्लानी एक पाकिस्तानी पत्रकार है। जिसने सवाल किया कि जब मौजूदा सरकार जाती है और भारत को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बाद दूसरा पीएम मिल जाए तो कश्मीर पर आगे का रास्ता क्या होगा?

पत्रकार के सवालों के जवाब में दिग्विजय सिंह कहते सुनाई दे रहे हैं कि जब उन्होंने कश्मीर में धारा-370 हटाया तो वहां लोकतंत्र नहीं था। वहां इंसानियत भी नहीं थी, क्योंकि सभी को जेल में बंद कर दिया गया था। कश्मीरियत वहां के सेल्युलरिज्म का हिस्सा है, क्योंकि मुस्लिम बहुल राज्य का राजा हिंदू था और दोनों के साथ मिलकर काम किया करता था। यहां तक कि कश्मीर में कश्मीरी पंडितों को सरकारी नौकरी में आरक्षण दिया गया था। ऐसे में अनुच्छेद-370 को हटाने का फैसला बेहद दुखद था और कांग्रेस जब सत्ता में आएगी तो 370 हटाने के फैसले पर फिर से विचार करेगी।

दिग्विजय के कश्मीर के मुद्दे पर बयान के बाद शिवराज ने बोला हमला

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह के जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने संबंधी कथित बयान के सामने आने के बाद मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस पर बड़ा हमला बोलते हुए आज आरोप लगाया कि उसके नेता पाकिस्तान की भाषा बोल रहे हैं।

श्री चौहान ने यहां ट्वीट के जरिए अपना वीडिया संदेश पोस्ट किया है। उन्होंने कहा कि राज्यसभा सांसद श्री सिंह ने अनुच्छेद 370 हटाने की बात कही है। इसके मद्देनजर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को अपनी पार्टी का रुख साफ करना चाहिए कि वे श्री दिग्विजय सिंह के बयान से सहमत हैं या नहीं। कांग्रेस को यह भी साफ करना चाहिए कि अनुच्छेद 370 के मसले पर उसका रुख क्या है।

मुख्यमंत्री ने ट्वीट में लिखा है ‘दिग्विजय सिंह जी, हम जानते हैं कि आपके मन में धारा 370 हटने का दर्द है, लेकिन हमारे प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी हैं, उनके पीछे पूरा देश खड़ा है। क्या दिग्विजय सिंह जी यह चाहते हैं कि जम्मू-कश्मीर का विकास और प्रगति न हो? क्या दिग्विजय सिंह जी यह चाहते हैं कि जम्मू-कश्मीर में अलगाववाद को बढ़ावा मिले? क्या दिग्विजय सिंह जी यह नहीं चाहते हैं कि जम्मू-कश्मीर में अमन और चैन कायम रहे?’

श्री चौहान ने लिखा है ‘अक्सर देखा गया है कि दिग्विजय सिंह जी और पाकिस्तान के नेताओं के वक्तव्य एक समान होते हैं। देशविरोधी ताकतों का समर्थन करना उनकी बहुत पुरानी आदत है। दिग्विजय सिंह जी ने सदैव तुष्टिकरण की राजनीति की है। खबरों में बने रहने के लिए वे किसी भी हद को पार कर सकते हैं।’

श्री चौहान ने सिलसिलेवार ट्वीट में कहा है ‘मैं श्रीमती सोनिया गांधी जी से पूछना चाहता हूँ कि क्या वे दिग्विजय सिंह जी के बयान से सहमत हैं? क्या वास्तव में कांग्रेस पार्टी यदि सत्ता में आई तो धारा 370 पर पुनर्विचार करेगी? क्या कांग्रेस पार्टी भारत से जम्मू-कश्मीर को अलग-थलग रखने के पक्ष में है? मैडम सोनिया गांधी जी को देश के सामने जम्मू-कश्मीर और धारा 370 के मामले में कांग्रेस पार्टी का स्टैंड क्लियर करना होगा। वो जवाब दें और अगर वो जवाब नहीं देती हैं, तो यह मान लिया जाएगा कि वे दिग्विजय सिंह जी के विचारों से पूर्णतः सहमत हैं।’

श्री चौहान ने कहा ‘दिग्विजय सिंह जी, आप कितनी भी कोशिश कर लें, आपके मंसूबे कभी कामयाब नहीं होंगे। कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी और गुजरात से लेकर अरुणाचल प्रदेश तक यह देश एक है, और आगे भी एक रहेगा।’

इस बीच प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा ने ट्वीट के जरिए स्क्रीनशॉट और 45 सैकंड का एक ऑडियो जारी किया है, जिसमें एक व्यक्ति कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने के संबंध में चर्चा कर रहा है। श्री शर्मा ने ट्वीट में लिखा है एनआईए को श्री दिग्विजय सिंह की गतिविधियों की जांच करनी चाहिए। कांग्रेस की क्लब हाॅउस चैट में पाकिस्तानी पत्रकार का होना और दिग्विजय सिंह द्वारा सत्ता में आने पर धारा 370 को वापस लाने की बात करना देश विरोधी षड़यंत्र है। श्री शर्मा ने जानना चाहा है कि क्या कांग्रेस नेतृत्व दिग्विजय सिंह के बयान से सहमत है।

हरियाणा में पानीपत जिला बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष वेदपाल कादियान और उनके पुत्र की वाहनों की जांच कर रही पुलिस टीम ने एएसपी की मौजूदगी में कर दी पिटाई attacknews.in

पानीपत, 12 जून । हरियाणा में पानीपत के गांव सिवाह के पास पानीपत जिला बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष वेदपाल कादियान और उनके पुत्र के साथ वाहनों की जांच कर रही पुलिस टीम ने सहायक पुलिस अधीक्षक (एएसपी) की मौजूदगी में मारपीट की। घटना के बाद से प्रदेश भर के वकीलों में भारी रोष है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार गांव सिवाह निवासी पानीपत जिला बार के पूर्व अध्यक्ष वेदपाल कादियान अपने बेटे गौरव के साथ शुक्रवार रात को ट्यूबवैल की मोटर ठीक कराने के लिए खेत में गए थे। रात करीब 12 बजे गौरव अपनी कार और वेदपाल अपनी स्कूटी से अंडरपास पहुंचे।

अंडरपास के नीचे पुलिस नाका लगा कर वाहनों की जांच कर रही थी। बताया पुलिस ने गौरव के वाहन के कागजातों की जांच की।

जांच के दौरान मास्क लगाने को लेकर पहले बहस हुई और इसके बाद मारपीट हुई। मारपीट के दौरान वेदपाल भी पीछे से आ गए। बेटे के साथ मारपीट होते देख वेदपाल बीच बचाव करने लगे तो पुलिस टीम ने कथित रूप से उनके साथ भी मारपीट कर दी।

मारपीट करने वाली पुलिस टीम को जब पता चला कि वेदपाल कादियान पानीपत बार के पूर्व अध्यक्ष है और वरिष्ठ वकील है तो उनके हाथपांव फूल गए।

देर रात को मारपीट करने वाली पुलिस टीम ने अपने बचाव में वेदपाल कादियान और उनके बेटे गौरव के खिलाफ पुलिस की जांच को बाधित करने, मारपीट करने, हत्या की धमकी देने, वर्दी फाडने आदि के आरोप में उपनिरीक्षक जोगिंद्र सिंह ने मामला दर्ज करवा दिया और वेदपाल और उनके बेटे गौरव को गिरफ्तार कर लिया। मारपीट के दौरान एएसपी पूजा वशिष्ठ भी मौके पर ही मौजूद थी।

पंजाब में शिरोमणि अकाली दल और बसपा ने विधानसभा के लिए गठबंधन चुनाव लड़ने का किया ऐलान; 117 सीटों में से बसपा को मिली 30 सीटें attacknews.in

पंजाब में 2022 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस का सफाया तय : गठबंधन

चंडीगढ़ ,12जून । शिरोमणि अकाली दल (शिअद) तथा बहुजन समाज पार्टी (बसपा)ने भ्रष्टाचार तथा घोटालों से मुक्त कराने के लिए 2022 का विधानसभा चुनाव मिलकर लड़ने के लिए आज चुनावी गठबंधन का ऐलान किया।

शिअद के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल और बसपा के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्र ने संयुक्त रूप से गठबंधन के बारे में घोषणा की। बसपा नेता ने खुलासा किया कि पार्टी अध्यक्ष मायावती ने गठबंधन को मंजूरी दी है तथा दोनों पार्टियां श्री सुखबीर सिंह बादल के नेतृत्व में चुनाव लड़ेंगी।

केंद्र के तीन कृषि कानूनों के विरोध में भाजपा से तीन दशक पुराना गठजोड़ तोड़ शिरोमणि अकाली दल(शिअद) ने 2022 के चुनाव से विधानसभा की राह आसान करने के लिए बहुजन समाज पार्टी(बसपा)से गठजोड़ कर लिया है।

शनिवार को यहां शिअद अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल की मौजूदगी में बसपा के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा ने पंजाब में बसपा के शिअद से गठबंधन की घोषणा की।

इस मौके सुखबीर बादल ने कहा कि शिअद और बसपा का गठबंधन पंजाब में अमरिदंर की कांग्रेस का तख्ता पलट करेगा।

उन्होंने कहा कि शिअद और बसपा के एक साथ होने से इस गठबंधन की टक्कर में कोई भी दल नहीं है। बसपा महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा ने कहा कि शिअद के साथ गठजोड़ से बसपा को पंजाब में अपना सियासी आधार मजबूत करने में मदद मिलेगी।

सितंबर 2020 में भाजपा से 30 साल से अधिक पुरान गठजोड़ तोड़ने वाली शिअद को एक ऐसे सियासी दल की तलाश थी जो पंजाब के 33 फीसदी दलित मतदाताओं में सेंध लगा कांग्रेस के इस वोट बैंक की जड़ें हिला सके। बसपा से गठबंधन के बाद शिअद व बसपा कांग्रेस की टक्कर में आ गए हैं।

राज्य में बड़ी संख्या में दलित मतदाताओं के होने की वजह से यह गठबंधन काफी अहम माना जा रहा है। शिअद के एक वरिष्ठ नेता के अनुसार दोनों दलों के बीच सीटों का बंटवारा भी हो गया है और जल्द ही इसकी घोषणा भी हो जाएगी।

इस नेता अनुसार शिअद व बसपा गठबंधन 2022 के विधानसभा चुनाव से 6 महीने पहले ही अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर पंजाब के सत्ता परिवर्तन के लिए जनता के बीच जाएगा।

सूत्रों मुताबिक विधानसभा की 117 सीटों में से शिअद बसपा को पहले 20 सीटों पर चुनाव लड़वाना चाहता पर गठबंधन को सिरे चढ़ाने के लिए शिअद,बसपा को करीब 30 सीटें देने पर राजी हो गया है। जबकि बसपा 37-40 सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती थी, लेकिन उस पर सहमति नहीं बन पाई।

बसपा के पंजाब प्रभारी रणधीर सिंह बेनीवाल के मुताबिक पार्टी 25 से ज्यादा सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारेगी और उसके ज्यादातर उम्मीदवार दोआबा क्षेत्र में होंगे।

इधर शिअद सूत्रों के अनुसार बसपा को 23 सीटें मिल सकती हैं। शिअद अपनी गठजोड़ पार्टी भाजपा को 23 सीटें दिया करती थी। अब बसपा को 23 सीटें मिल सकती हैं। यह भी संभावना है कि जहां से भाजपा के उम्मीदवार चुनाव लड़ते थे, वहीं से अब बसपा के प्रत्याशी चुनाव लड़कर भाजपा की कमी पूरी करेंगे।

पंजाब में करीब 33% दलित वोट हैं। बीएसपी के सहारे शिअद दलित वोट हासिल कर एक बार फिर सत्ता में आने की तैयारी में है। अकाली दल ने दलित वोट बैंक लुभाने के लिए ऐलान कर रखा है कि 2022 में अकाली दल की सरकार बनने पर उप-मुख्यमंत्री दलित वर्ग से बनाया जाएगा।

बहुजन समाज पार्टी 25 साल से पंजाब में विधानसभा और लोकसभा चुनाव लड़ रही है लेकिन कभी भी बड़ी जीत हासिल नहीं कर पाई। चुनाव में बसपा के उम्मीदवार वोट काटकर दूसरी पार्टियों के प्रत्याशियों की हार-जीत का कारण बनते रहे हैं। सात महीने बाद पंजाब के विधानसभा चुनाव में शिअद की तकड़ी और बसपा का हाथी मिलकर कितने मतदाताओं पर अपने पक्ष में तौल पाता है यह अभी कहना संभव नहीं है।

पंजाब में 1997 का इतिहास दोहराएगी बसपा-भोला

पंजाब में भारतीय जनता पार्टी की पूर्व सहयोगी पार्टी शिरोमणि अकाली दल (शिअद) का बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के साथ गठबंधन हो जाने से बहुजन समाज पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं के जोश में बढ़ने लगा है। बसपा कार्यकर्ताओं ने लड्डू बांट कर गठबंधन की घोषणा का स्वागत किया है।

बसपा के जिला अध्यक्ष तरसेम सिंह भोला ने शनिवार को कहा कि पंजाब को भ्रष्टाचार तथा घोटालों से मुक्त कराने के लिए 2022 का विधानसभा चुनाव मिलकर लड़ने के लिए आज शिअद और बसपा के चुनावी गठबंधन का एलान किया। बसपा नेता ने कहा कि पार्टी अध्यक्ष मायावती ने गठबंधन को मंजूरी दी है तथा दोनों पार्टियां श्री सुखबीर सिंह बादल के नेतृत्व में चुनाव लड़ेंगी। उन्होंने कहा कि 2022 के विधानसभा चुनावों में बसपा 1997 का इतिहास दोहराएगी। 1997 में बसपा बाबू कांशी राम के नेतृत्व में 25 सीटों पर चुनाव लड़ी थी।

लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादियों ने सोपोर के मुख्य चौक पर पुलिस की नाका पार्टी पर दिनदिहाड़े किया हमला,2 जवान शहीद,3 नागरिकों की मौत attacknews.in

बारामूला, 12 जून। उत्तरी कश्मीर के सोपोर में शनिवार को जम्मू-कश्मीर पुलिस पर आतंकवादी हमले में दो कांस्टेबल और तीन नागरिक मारे गए और एक अधिकारी सहित दो अन्य पुलिसकर्मी घायल हो गए। यह हमला लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादियों ने सोपोर के मुख्य चौक पर एक नाका पार्टी पर दिनदिहाड़े किया।

आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी। वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने कहा कि हमले में शामिल लश्कर के आतंकवादियों की पहचान कर ली गई है और जल्द ही उन्हें मार गिराया जाएगा।

उन्होंने कहा कि श्री मुकेश कुमार के नेतृत्व में सोपोर पुलिस थाने की एक टीम ने आज बारामूला जिले के सोपाेर में कोविड-19 प्रतिबंध को सख्ती से लागू करने के लिए एक नाका स्थापित किया था।

उन्होंने कहा कि हमले में जम्मू-कश्मीर पुलिस के चार कर्मी और तीन नागरिक घायल हो गए। सुरक्षा बलों ने भी जवाबी कार्रवाई की लेकिन आतंकवादी फरार हो गए।

घायलों को तुरंत सोपोर उप जिला अस्पताल (एसडीएच) ले जाया गया, जहां दो पुलिसकर्मियों और दो नागरिकों को मृत घोषित कर दिया गया।

उन्होंने बताया कि मृत पुलिसकर्मियों की पहचान श्रीनगर के नरबल निवासी कांस्टेबल शौकत अहमद और बड़गाम के चदूरा निवासी वसीम अहमद के रूप में हुई है। घायलों में उपनिरीक्षक मुकेश कुमार और विशेष पुलिस अधिकारी हैं।

उन्होंने कहा कि हमले के जिम्मेदार लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादियों की तलाश के लिए बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान शुरू किया गया है।

इस बीच, उप राज्यपाल मनोज सिन्हा, पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला, महबूबा मुफ्ती और अपनी पार्टी के अध्यक्ष सईद मोहम्मद अल्ताफ बुखारी और पीपुल्स कांफ्रेंस के प्रमुख सज्जाद गनी लोन ने हमले की कड़ी निंदा की है। ।

आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि आतंकवादियों ने सोपोर के मुख्य चौराहे पर पुलिस के गश्ती दल पर अंधाधुंध गोलीबारी की। रोड ओपनिंग पार्टी और गश्ती दल के जवानों की जवाबी कार्रवाई से पहले ही हमलावर वहां से भाग निकले। हमले में पुलिस के चार जवान और तीन नागरिक घायल हो गये। सभी घायलों को तत्काल अस्पताल ले जाया गया , जहां डॉक्टरों ने दो जवान और दो नागरिकों को मृत घोषित कर दिया। अन्य घायल जवान तथा नागरिकों की हालत गंभीर बनी हुई है।

कोरोना वैश्विक आपदा के इस कठिन समय में भी जून के पहले सप्ताह में भारत देश के निर्यात में 52 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गइ है जो अर्थव्यवस्था के लिए अच्छा संकेत attacknews.in

चंडीगढ़, 12 जून । केंद्रीय वित्त एवं कॉर्पोरेट मामलों में के राज्यमंत्री अनुराग सिंह ठाकुर कहा है कि कोरोना वैश्विक आपदा के इस कठिन समय में भी केंद्र सरकार की कुशल नीतियों चलते जून के पहले सप्ताह में देश के निर्यात में 52 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गइ है जो अर्थव्यवस्था के लिए एक अच्छा संकेत है।

श्री ठाकुर ने आज यहां जारी एक बयान में कहा कि मोदी सरकार की कुशल नीतियों के चलते देश की अर्थव्यवस्था मजबूत बनी हुई है।

आंकड़ों के अनुसार रत्न-आभूषण, इंजीनियरिंग और पेट्रोलियम उत्पादों सहित विभिन्न क्षेत्रों में मांग के चलते देश का निर्यात जून के प्रथम सप्ताह के दौरान 52.39 प्रतिशत बढ़कर 7.71 अरब डॉलर हो गया।

इंजीनियरिंग का निर्यात 59.7 प्रतिशत बढ़कर 74.11 करोड़ डॉलर, रत्न और आभूषण का निर्यात 96.38 प्रतिशत बढ़कर 29.78 करोड़ डॉलर और पेट्रोलियम उत्पादों का निर्यात 69.53 प्रतिशत बढ़कर 53.06 करोड़ डॉलर हो गया।

गत तीन माह से भारतीय वस्तुओं के निर्यात का आंकड़ा उत्साहवर्द्धक रहा है। मार्च, अप्रैल और मई में क्रमशः 34, 30 और 32 अरब डॉलर मूल्य का निर्यात हुआ है जो गत वर्ष के इन तीन महीनों के मुकाबले बड़ी छलांग हैं और ये आंकड़े विपक्षी दलों द्वारा फैलाई गई नकारात्मकता और उनके दावों को खारिज करते हैं।

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि देश का कृषि और संबद्ध उत्पादों का निर्यात वर्ष 2020-21 में 17.34 प्रतिशत बढ़कर 41.25 अरब डॉलर पर पहुंच गया तथा चालू वित्तवर्ष में भी वृद्धि की यह गति बने रहने की उम्मीद है। देश की अर्थव्यस्था में रिकवरी की रफ्तार जोर पकड़ती जा रही है।

कोरोना संकट के कारण औद्योगिक गतिविधियां मंद जरूर हुई लेकिन पूरी तरह से रूकी नहीं। आठ बुनियादी उद्योगों का उत्पादन इस साल अप्रैल में गत वर्ष की समान अवधि के मुकाबले 56.1 प्रतिशत बढ़ा है। अप्रैल में प्राकृतिक गैस, रिफाइनरी उत्पादों, इस्पात, सीमेंट और बिजली के उत्पादन में वृद्धि हुई। अप्रैल 2021 में प्राकृतिक गैस का उत्पादन 25 प्रतिशत, रिफाइनरी उत्पादों का उत्पादन 30.9 प्रतिशत, इस्पात का उत्पादन 400 प्रतिशत, सीमेंट का उत्पादन 548.8 प्रतिशत और बिजली का उत्पादन 38.7 प्रतिशत बढ़ा है।

मध्यप्रदेश में सक्रिय हुआ मानसून,कई स्थानों हुई बारिश, कई जिलों में अतिवर्षा के आसार:कई जिले में अति वर्षा का ‘ओरेंज अलर्ट’ जारी किया गया attacknews.in

भोपाल, 12 जून । मानसून सक्रिय होने से मध्यप्रदेश में आज प्रदेश में तेज हवाओं के बीच अनेक स्थानों पर वर्षा दर्ज की गई।

बंगाल की खाड़ी में बने कम दबाव के क्षेत्र के चलते मध्यप्रदेश में मध्यप्रदेश में दो दिन पूर्व पहुंचा दक्षिण पश्चिम मानसून सक्रिय हो गया, जिसके चलते कई जिले में अति वर्षा का ‘ओरेंज अलर्ट’ जारी किया गया।

मौसम विज्ञान केन्द्र भोपाल के वैज्ञानिक डॉ पी के साहा ने बताया कि बंगाल की खाडी में कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है।

इसके चलते प्रदेश में दो दिन पूर्व पहुंचा दक्षिण पश्चिम मानसून सक्रिय हो गया है और अब यह तेजी से प्रदेश के अन्य स्थानों को भी ‘कवर’ कर लेगा।

इसी के चलते आगामी चौबीस घंटों के दौरान जबलपुर, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, सिवनी, मंडला और बालाघाट जिलों में अतिवर्षा की चेतावनी जारी की गयी है।

डाॅ साहा ने बताया कि इसके अलावा विदिशा, रायसेन, सीहोर, होशंगाबाद, बैतूल, सागर, रीवा और सतना जिलों में भारी बारिश का ऐलो अलर्ट जारी किया गया है।

उन्होंने बताया कि प्रदेश के छह संभागों में अब तक मानसून पहुंच चुका और जल्द ही इसके पूरे प्रदेश को कवर कर लेने के आसार है।

मौसम विभाग के बुलेटिन के अनुसार राज्य के महाकौशल अंचल में आने वाले छिंदवाड़ा जिले में दूसरे स्थानों की तुलना में सबसे अधिक वर्षा दर्ज की गई।

छिंदवाड़ा जिले में 43 मिमि वर्षा दर्ज की गई।

वहीं पचमढ़ी में 31 मिमि, होशंगाबाद जिले में 14 मिमि, भोपाल में 3़ 2 मिमि, भोपाल शहर में 1़ 5 एवं सागर जिले में 2़ 0 मिमि दर्ज की गई।

इसके अलावा बाकी अन्य कई स्थानों पर बारिश होने की खबर है।

प्रदेश के अनेक स्थानों पर आसमान में बादल छाये रहे।

राजधानी भोपाल में भोपाल टाकीज के समीप तेज हवाओं के कारण एक पेड़ धराशाही होकर एक मकान पर गिरने से उसमें कई दब गये।

इसी तरह बुरहानपुर जिले में तेज हवाओं के बीच पेड़ गिरने से उसके चपट में आने से एक किशोर की मौत हो गयी।

बीते चौबीस घंटों के दौरान राजधानी भोपाल सहित प्रदेश के अन्य स्थानों पर झमाझम बारिश हुयी।

इस बीच भोपाल में 48़ 2 मिलीमीटर (मिमी), पर्यटन नगरी पचमढ़ी में सबसे अधिक 70़ 4 मिमी, छतरपुर के नाैगांव में 42़ 8 मिमी, होशंगाबाद में 38़ 6 मिमी, दमोह में 29 मिमी, बैतूल में 28़ 4 मिमी, सागर में 13़ 8 मिमी, खजुराहो में 15 मिमी के बारिश हुयी है।

राजधानी भोपाल में कल रात हुयी बारिश के बाद आज सुबह से आसमान में आंशिक बादल छाए रहे।

शाम के समय तेज हवाये चली और करीब आधा बीस मिनट तक तेज बारिश हुई।

भोपाल के आसपास कई स्थानों पर भी हल्की वर्षा दर्ज की गई।

यहां आगामी चौबीस घंटों के दौरान वर्षा की संभावना जतायी गयी है।

शिक्षा मंत्री ने निजी शिक्षा संस्थानों/विद्यालयों को फीस का भुगतान न करने पर छात्रों की ऑनलाइन कक्षाएं रोकने के खिलाफ चेतावनी दी attacknews.in

बेंगलुरु, 12 जून । कर्नाटक के प्राथमिक एवं माध्यमिक शिक्षा मंत्री एस. सुरेश कुमार ने शनिवार को राज्य भर के निजी संस्थानों को फीस का भुगतान न करने पर छात्रों की ऑनलाइन कक्षाएं रोकने के खिलाफ चेतावनी दी।

श्री कुमार ने यहां एक बयान में कहा कि इस संबंध में उच्चतम न्यायालय का आदेश बिल्कुल स्पष्ट है। अगर छात्रों की ऑनलाइन कक्षाएं रोकने की कोई शिकायत मिलती है तो सरकार कानूनी कार्रवाई करेगी।अभिभावक उनके पास या संबंधित बीईओ के समक्ष शिकायत दर्ज करा सकते हैं। ऑनलाइन कक्षा बंद करने वाले ऐसे संस्थानों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि प्री-यूनिवर्सिटी शिक्षा विभाग ने प्री-यूनिवर्सिटी के पहले वर्ष में सभी छात्रों को परीक्षा रद्द कर दी है और यह स्पष्ट कर दिया है कि आने वाले वर्षों में वह इसका आकलन करने के लिए औपचारिक प्रक्रिया की तलाश करेंगे कि छात्र निरंतर सीखने का प्रयास कर रहे हैं या नहीं ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि वे विभिन्न विभागों से उपलब्ध छात्रवृत्ति और आगे की कक्षाओं में नामांकन सहित विभिन्न लाभों का लाभ उठाने के साथ ही पढ़ाई पर भी ध्यान केंद्रित करें।

उन्होंने कहा कि विभाग के परिपत्र के मुताबिक पीयू के प्रथम वर्ष के छात्रों को परीक्षा देने के लिए कॉलेज में शारीरिक रूप से उपस्थित होना आवश्यक नहीं है। छात्र को व्हाट्सऐप, ईमेल और मेल के जरिये असाइनमेंट दिया जा सकता है। नमूना प्रश्न पत्र विभाग की वेबसाइट पर भी उपलब्ध है। प्रश्न पत्र के लिंक विभाग के डेटाबेस में नामांकित छात्रों के मोबाइल नंबर पर भी भेजे गये हैं।

घर पर असाइनमेंट के उत्तर तैयार करने के बाद, छात्र डाक, व्हाट्सऐप, ईमेल आदि किसी भी तरीके से उसे भेज सकते हैं। व्याख्याताओं को न्यूनतम अंक देने और उत्तर पत्र जमा करने वाले छात्रों को उचित मूल्यांकन प्रदान करने का निर्देश दिया गया है, जो बच्चों के भविष्य के लिए आवश्यक है।

पुड्डुचेरी के उपराज्यपाल के दो सलाहकारों ने दो महीने में कर दिए लाखों रुपये खर्चा की जानकारी बाहर आने के बाद ताबड़तोड़ दिए जांच के आदेश attacknews.in

पुड्डुचेरी, 12 जून । केन्द्र शासित प्रदेश पुड्डुचेरी की उपराज्यपाल डॉ. तमिलिसाई सुंदरराजन ने अपने दो सलाहकारों पर पिछले दो महीनों में हुए भारी खर्च की जांच करने के निर्देश दिये हैं।

राज निवास द्वारा शनिवार को यहां जारी विज्ञप्ति में कहा गया है कि सुश्री सुंदरराजन ने शुक्रवार रात मुख्य सचिव अश्विनी कुमार को पत्र लिखकर इस संबंध में विस्तृत रिपोर्ट देने के लिए कहा है।

उल्लेखनीय है कि राजीव गांधी मानवाधिकार मंच के श्री रघुपति को सूचना का अधिकार (आरटीआई) के जरिये जानकारी मिली है कि पिछले दो महीनों के दौरान उपराज्यपाल के दो सलाहकारों डॉ. सी चंद्रमौली और डॉ. एपी माहेश्वरी के वेतन, वाहन तथा फर्नीचर की मरम्मत और खरीद के लिए 24.05 लाख रुपये खर्च किये गये।

सोशल मीडिया में इस खबर के प्रसारित होने पर डॉ. सुंदरराजन ने मुख्य सचिव को जांच कर विस्तृत रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए।

झारखंड में पुलिस और प्रतिबंधित नक्सली संगठन भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) के नक्सलियों के बीच मुठभेड़ में एक नक्सली मारा गया attacknews.in

लातेहार, 12 जून । झारखंड में लातेहार जिले के गारू थाना क्षेत्र में शनिवार को पुलिस और प्रतिबंधित नक्सली संगठन भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) के नक्सलियों के बीच मुठभेड़ में एक नक्सली मारा गया।

पलामू प्रक्षेत्र के पुलिस उप महानिरीक्षक (डीआईजी) राजकुमार लकड़ा ने यहां बताया कि मुठभेड़ में एक नक्सली के मारे जाने की सूचना मिली है। घटनास्थल के लिए मुख्यालय से अतिरिक्त फोर्स भेजी गई है।

इसबीच, पुलिस सूत्रों ने यहां बताया कि बताया कि नक्सलियों के विरूद्ध इलाके में छापेमारी के लिए 203 कोबरा बटालियन, 214 बटालियन केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) और झारखंड जगुआर के द्वारा अभियान चलाया जा रहा था। इसी दौरान कुकू-पिरी जंगल में सुरक्षाबल के जवान आगे बढ़ रहे थे, तभी छोटू खरवार के दस्ता के सदस्यों ने गोलीबारी शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में सुरक्षाबल के जवानों ने गोलीबारी शुरू की। करीब एक घंटे तक रूक-रूक कर चली गोलीबारी के बाद एक नक्सली मारा गया जबकि अन्य जंगलों का लाभ उठाकर भाग गई। मौके से सुरक्षाबल के जवानों ने चार हथियार समेत कई सामान बरामद किया है।

इटावा में पति के बाहर नौकरी करने वाली पत्नी से रात में मिलने आएं युवक को परिवार वालों ने पीट-पीटकर मार डाला,जलाने ही वाले थे कि रहस्य उजागर हो गया attacknews.in

इटावा 12 जून । उत्तर प्रदेश के इटावा जिले के चैबिया इलाके मे गोपालपुर अगूपुर गांव मे महिला से मिलने आये युवक को घर वालो ने बंधक बना कर पीट पीट मौत के घाट उतार दिया ।

पुलिस अधीक्षक ग्रामीण ओमवीर सिंह ने आज यहां कहा कि युवक के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है ।

हत्या को लेकर कई तरह की बाते कही जा रही है ।

महिला के घर वाले तो हत्या के शिकार हुए युवक को जलाने जा रहे थे लेकिन गांववालो के जग जाने के कारण ऐसा करने के बजाय शव छोड कर फरार हो गये ।

इस वारदात से इलाके मे सनसनी फैल गई है ।

हत्या की वारदात की जानकारी मिलने के बाद मौके ए वारदात पर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण ओमवीर सिंह और सैफई के पुलिस उपाधीक्षक साधुराम पहुंच गये है जो पूरे मामले की जांव करने मे जुटे हुए है ।

मरने वाले की पहचान अनिल कुमार यादव के रूप में हुई है ।

अनिल कुमार यादव, लता नाम की महिला से मिलने के लिए आया हुआ था ।

महिला का पति नरेंद्र यादव सूरत मे किसी कारखाने मे काम करता है ।

महिला का जेठ अशोक भी भिवाडी मे काम करता है लेकिन देर रात महिला के अन्य परिजनो ने अनिल को लता के घर पर देख कर उसको पकड कर पीटना शुरू कर दिया ।

पुलिस ने लता और उसके ससुर किशन गोपाल यादव को हिरासत मे ले लिया है जिनसे पूछताछ की जा रही है ।

पुलिस हिरासत मे ली गई महिला लता अनिल के साथ किसी भी तरह से अनैतिक संबधो से फिलहाल साफ इंकार कर रही है ।

रात 11 बजे के आसपास की घटना बताई जा रही है।

मौत के घाट उतारे जाने के बाद सबूत नष्ट करने के इरादे से शव को जलाने की थी तैयारी लेकिन आरोपी शव का जला नही पाये ।

वारदात को अंजाम दे आरोपी घर को बंद कर फरार हो गये है ।

राजस्थान में करोडों रूपये की नशीली दवाओं के अवैध कारोबार का मास्टरमाइंड चढ़ा पुलिस के हत्थे, गिरोह के तीन सदस्य पहले ही जेल में बंद हैं attacknews.in

अजमेर 12 जून । राजस्थान के अजमेर के रामगंज थाना क्षेत्र में करोड़ों के नशीली दवाओं के कारोबार मामले में मुख्य आरोपी श्याम सुंदर मूंदड़ा को पुलिस ने नागौर के मेड़ता से गिरफ्तार कर लिया हैं।

अजमेर दक्षिण के पुलिस उपाधीक्षक मुकेश सोनी ने आज मीडिया को बताया कि मामला उजागर होने के बाद श्याम सुंदर छद्दम नामों से विभिन्न स्थानों पर फरारी काट रहा था लेकिन अजमेर जिला पुलिस की स्पेशल टीम के सहयोग से शुक्रवार रात उसे गिरफ्तार कर लिया गया।

श्री शर्मा ने बताया कि इस सफलता पर स्पेशल टीम के सदस्यों को पुरस्कृत किए जाने की घोषणा की गई है।

रामगंज थाना प्रभारी सत्यनारायण नेगी के अनुसार आज उसे कड़ी सुरक्षा के बीच अदालत में पेश किया गया जहां उसे पांच दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया।

नशे से संबंधित दवाओं का करोड़ों रुपए का अवैध रूप से व्यापार करने के मामले में दर्ज तीन मुकदमों के मुख्य आरोपी श्याम सुंदर मूंदड़ा (43) निवासी बी.के. कॉल नगर क्रिश्चियनगंज थाना क्षेत्र है जिसकी क्लाक टावर थाना क्षेत्र में विनायक मेडिकल स्टोर के नाम से दुकान है।

पुलिस ने तीन अलग अलग मामलों में गत 24 मई को रामगंज थाना क्षेत्र से साढ़े पांच करोड़ रुपये, एक जून रामगंज थाना क्षेत्र 2.5 करोड़ रुपये तथा इसी दिन अलवर गेट थाना क्षेत्र से तीन करोड़ रुपये सहित कुल 11 करोड़ रुपये की नशीली दवाओं को जब्त कर मामले का खुलासा किया गया था।

उल्लेखनीय है कि इस मामले में मोमिन शाह, कालूराम जाट, शेख साजिद, मुकेश टांक एवं कमल को गिरफ्तार कर जेल जा चुका है।

यह सभी श्याम सुंदर के लिए काम करते थे।

मध्यप्रदेश में शुक्रवार को कोरोना के 397 नए मामले आए सामने,35 लोगों की मौत, अबतक संक्रमितों की संख्या 7,87,572 और मृतकों की संख्या 8,510 हुई attacknews.in

भोपाल, 11 जून । मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमण के 397 नये मामले सामाने आये है, वहीं इस महामारी से 35 लोगों की जान चली गयी।

राज्य के स्वास्थ्य संचालनालय की ओर से देर शाम जारी बुलेटिन के अनुसार आज 79,261 सैंपल की जांच में 397 लोगों में कोरोना संक्रमण के लक्षण मिले है। और वहीं 7,8864 लोगों की रिपोर्ट निगेटिव पाये गये। वहीं 172 सैंपल को रिजेक्ट कर दिया गया। आज संक्रमण दर 0़ 5 प्रतिशत रही। इस तरह राज्य में अब तक 7,87,572 लोग संक्रमित हो चुके हैं, हालाकि इनमें से अब तक 7,73,615 लोग ठीक हो चुके हैं।

मध्यप्रदेश में शुक्रवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 397 नए मामले सामने आए और इसके साथ ही प्रदेश में इस वायरस से अब तक संक्रमित पाए गए लोगों की कुल संख्या 7,87,572 तक पहुंच गयी।

स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने इसकी जानकारी दी । अधिकारी ने बताया कि प्रदेश में तीन महीने से अधिक समय बाद 400 से कम कोरोना वायरस संक्रमण के मामले आये हैं।

राज्य में पिछले 24 घंटों में इस बीमारी से प्रदेश में 35 और व्यक्तियों की मौत हुई है। प्रदेश में अब तक इस बीमारी से मरने वालों की संख्या 8,510 हो गयी है।

उन्होंने कहा कि प्रदेश के 52 जिलों में से तीन जिलों भिण्ड, टीकमगढ़ एवं शाजापुर में पिछले 24 घंटों में एक भी नया कोरोना संक्रमित व्यक्ति नहीं पाया गया। उन्होंने कहा कि प्रदेश में शुक्रवार को कोविड-19 के 117 नये मामले इंदौर में आये, जबकि भोपाल में 97 एवं जबलपुर में 34 नये मामले आये।

अधिकारी ने बताया कि प्रदेश में कुल 7,87,572 संक्रमितों में से अब तक 7,73,516 मरीज स्वस्थ हो गये हैं और 5,447 मरीजों का इलाज चल रहा है।

उन्होंने कहा कि शुक्रवार को कोविड-19 के 1,240 रोगी स्वस्थ हुए हैं।

पहले तृणमूली बाद में भाजपायी और अब फिर बने तृणमूली मुकुल राय ने ममता बनर्जी के सामने तृणमूल कांग्रेस पार्टी का दामन थाम लिया है attacknews.in

कोलकाता, 11 जून। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उपाध्यक्ष मुकुल राय ने पार्टी को अलविदा कहते हुए शुक्रवार को तृणमूल कांग्रेस का फिर दामन थाम लिया।

श्री राय तृणमूल कांग्रेस के संस्थापक सदस्यों में शामिल रहे हैं। उन्होंने 2017 में तृणमूल कांग्रेस से कुछ मसलों को लेकर नाराजगी के बाद भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली थी। पश्चिम बंगाल में भाजपा को मजबूती प्रदान करने में उनकी अहम भूमिका रही है।

पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनावों के बाद से ही वह नाराज चल रहे थे और आज तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी की मौजूदगी में अपनी पुरानी पार्टी में लौट आये। श्री राय के साथ ही उनके पुत्र एवं विधायक शुभ्रांशु राय भी तृणमूल में लौट आये।
सुश्री बनर्जी ने श्री राय की पार्टी में वापसी पर कहा, “ घर का लड़का, घर लौट आया।”

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उपाध्यक्ष मुकुल राय शुक्रवार को एक नाटकीय घटनाक्रम में अपने पुत्र शुभ्रांशु राय के साथ पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस में लौट आये।

श्री राय ने तिलजला स्थित तृणमूल कांग्रेस मुख्यालय पर पार्टी सुप्रीमो ममता बनर्जी और सांसद एवं सुश्री बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी की मौजूदगी में तृणमूल में वापसी की।

सुश्री बनर्जी ने इस मौके पर कहा कि उनके श्री राय के साथ कभी मतभेद नहीं रहे। उन्होंने भाजपा की सदस्यता दमनात्मक परिस्थितियों में ग्रहण की थी।

उन्होंने कहा कि श्री राय तृणमूल में वही जिम्मेदारियों का निर्वहन करेंगे जो दायित्व वह पार्टी छोड़ने से पहले निभा रहे थे।

उन्होंने कहा कि कई अन्य लोग भी पार्टी में आयेंगे। श्री राय ने इस मौके पर कहा कि अब भाजपा में काम करना असंभव हो गया है।

अनुभवी राजनेता श्री राय ने सुश्री बनर्जी के दिशा-निर्देश में 2000 में तृणमूल कांग्रेस की स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी थी। उन्होंने 2017 में सुश्री बनर्जी के साथ कुछ मतभेदों के कारण पार्टी छोड़ दी थी। वह भाजपा में राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाये गये थे। उन्होंने भाजपा के टिकट पर पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव लड़ा था और 2021 में कृष्णानगर उत्तर सीट से जीत हासिल की है।

कोलकाता के ईस्टर्न मेट्रोपॉलिटन बाईपास स्थित तृणमूल भवन में इस मौके पर सुश्री बनर्जी के अलावा उनके भतीजे एवं सांसद अभिषेक बनर्जी, राज्य के कई मंत्री और पार्टी के नेता मौजूद थे।

श्री राय कई दिनों से भाजपा से अपने काे दूर रख रहे थे। भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष होने के बावजूद आठ जून को चुनाव के बाद की रणनीति बनाने संबंधी भाजपा उच्च कमान की ओर से बुलाई गयी पार्टी की बैठक में वह शामिल नहीं हुए थे।