नयी दिल्ली, 31 जनवरी : राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने स्वतंत्र भारत में पहली बार बजट सत्र को समय से पहले आहूत करने और उसके साथ ही रेल बजट को विलय करने का उल्लेख करते हुए आज कहा कि लोकतंत्र के इस उत्सव के मूल्य एवं संस्कृति देश के लंबे इतिहास के हर दौर में फलते फूलते रहे हैं। उनके संबोधन की शुरूआत और समापन ‘सबका साथ, सबका विकास’ उक्ति से हुई।
बजट सत्र के पहले दिन संसद के दोनों सदनों के संयुक्त सत्र में अपने अभिभाषण की शुरूआत में राष्ट्रपति ने कहा, ‘‘यह एक ऐतिहासिक संयुक्त सत्र है जिसमें स्वतंत्र भारत में पहली बार बजट सत्र के निर्धारित समय को इस वर्ष आगे किया गया और आम बजट के साथ रेल बजट का विलय किया जा रहा है ।’’ मुखर्जी ने कहा, ‘‘हम एक ऐसे लोकतंत्र के उत्सव के लिए पुन: एकत्र हुए हैं जिसके मूल्य और संस्कृति इस देश के लंबे इतिहास के हर दौर में फलते फूलते रहे हैं। वास्तव में इसी संस्कृति ने मेरी सरकार को ‘सबका साथ, सबका विकास’ की ओर प्रेरित किया।’’ राष्ट्रपति ने अपने अभिभाषण के अंत में कहा कि आज हम यहां एकत्रित हुए हैं कि हम अपने देशवासियों, विशेषकर गरीब नागरिकों द्वारा संसद जैसी पवित्र संस्था के प्रति दर्शाये गए विश्वास को बनाए रख सकें।
उन्होंने कहा, ‘‘ हमारा हर कदम लोकतंत्र के इस मंदिर में देश के निर्माण के लिए किये गए असंख्य बलिदानों की वेदी में आहूति होगी। हम सब मिलकर ‘सबका साथ, सबका विकास’ की भावना से ओत प्रोत होकर ऐसे भविष्य का निर्माण करें जिससे सभी को संविधान में प्रदत्त समानता और गरिमा प्राप्त हो सके। ’’
मुखर्जी ने कहा कि हम एक ऐसे लोकतंत्र के उत्सव के लिए दोबारा एकत्र हुए हैं जिसके मूल्य और संस्कृति इस देश के लंबे इतिहास के हर दौर में फलते फूलते रहे हैं. वास्तव में इसी संस्कृति ने मेरी सरकार को ‘सबका साथ, सबका विकास’ की ओर प्रेरित किया. राष्ट्रपति ने अपने अभिभाषण के अंत में कहा कि आज हम यहां एकत्रित हुए हैं कि हम अपने देशवासियों, विशेषकर गरीब नागरिकों द्वारा संसद जैसी पवित्र संस्था के प्रति दर्शाए गए विश्वास को बनाए रख सकें.
क्या-क्या कहा राष्ट्रपति ने पढ़ें :
- -सरकार ने नोटबंदी पर बड़ा फैसला लिया
- -कालेधन पर नकेल कसने के लिए नोटबंदी
- -बेनामी संपत्ति के लिए कड़े कानून
- -सबसे पहले हमने एसआईटी बनाई
- -कालेधन के मॉरिशस-सिंगापुर रूट बंद
- -आतंक के खिलाफ सर्जिकल स्ट्राइक किया
- -अपनी सेना के शौर्य पर हमें गर्व है
- -एलओसी के पार सेना ने सर्जिकल स्ट्राइक किया
- -4 दशकों से लंबित पड़ी ओआरओपी योजना लागू की
- -सरकार गरीबों के लिए काम कर रही है
- -देश में स्वच्छ भारत मिशन एक जनांदोलन बन गया.
- -हमने बैंकिंग सिस्टम को गरीबों से जोड़ा.
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- -हमने जीवन की गुणवत्ता की दिशा में काम किया.
- -मेरी सरकार का लक्ष्य सबका साथ सबका विकास है.
- -1.2 करोड़ लोगों ने सरकार के प्रयास का साथ देते हुए गैस सब्सिडी छोड़ी.
- -26 करोड़ से अधिक बैंक अकाउंट खोले गए.
- -पीएम फसल योजना से गरीबों को फायदा
- -अच्छे मानसून से किसान योजनाओं को फायदा
- -गरीबों के लिए पीएम आवास योजना चलाई
- -कृषि सिंचाई योजना का विस्तार हुआ
- -किसानों को क्रेडिट कार्ड दिए गए
- -13 करोड़ लोग सामाजिक सुरक्षा योजना से जुड़े
- -सबका साथ-सबका विकास हमारा लक्ष्य
- -11 हजार गांवों में बिजली पहुंचाई गई
- -किसानों को बीज और कीटनाशक की व्यवस्था
- -सरकार की योजनाओं से दाल की कीमतें घटीं
- -मुद्रा योजनाओं के जरिए लोगों को लोन मिले
- -नारी शक्ति हमारी सरकार का लक्ष्य
- -मातृत्व अवकाश 12 से बढ़ाकर 26 सप्ताह किया गया
- -पहली बारी वायुसेना में महिला फाइटर पायलट
- -सेना में महिलाओं को बराबरी का मौका
- -बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ के बेहतर नतीजे
- -24 लाख युवाओं को रोजगार के लिए ट्रेनिंग
- -बिजली बचाने के लिए 3 करोड़ एलईडी बल्ब
- -बैंकिंग सिस्टम को गरीबों से जोड़ा
- -सबको घर के लिए काम कर रहे हैं
- -1.5 करोड़ लोगों को फ्री गैस कनेक्शन
- -कौशल विकास के लिए कई योजनाएं जारी
- -नोटबंदी पर लोगों का साथ मिला
- -55 लाख नौकरीपेशा लोगों के लिए UAN
- -रोजगार देने के लिए 6000 करोड़ का बजट
- -पूर्वी भारत के विकास पर जोर
- -नॉर्थ ईस्ट के राज्य अष्ट लक्ष्मी
- -नॉर्थ ईस्ट राज्यों में रेल-सड़क नेटवर्क पर जोर
- -नॉर्थ ईस्ट में पर्यटन पर जोर दिया जा रहा है
- -अगरतला-त्रिपुरा रेल नेटवर्क जुड़े
- -अरुणाचल-मेघालय रेल लाइन से जुड़ेंगे
- -6 लाख दिव्यांगों को रोजगार देने का लक्ष्य
- -2022 तक सबको घर देने का लक्ष्य
- -लोगों का स्वास्थ्य लोगों की प्राथमिकता
- -सरकार ने ऊर्जा गंगा योजना शुरू की
- -हल्दिया गैस पाइप लाइन को हरी झंडी
- -ग्रामीण इलाकों में 73 हजार किमीं. सड़क बनी
- -रेल योजनाओं के लिए 1.2 लाख करोड़ का बजट
- -डिजिटल पेमेंट से देश में नई क्रांति आई
- -भीम एप डॉ. भीमराव अंबेडकर को समर्पित
- -आतंकवाद दुनिया के लिए सबसे बड़ा खतरा
- -जम्मू-कश्मीर प्रायोजित आतंकवाद का शिकार
- -सरकार ने आतंकवाद का मुंहतोड़ जवाब दिया
- -सरकार लोकसभा-विधानसभा चुनाव एक साथ कराने पर बहस को तैयार
- -विदेशी निवेश में रिकॉर्ड बढ़ोतरी