कोलकाता 6 अप्रैल।पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले में बीडीओ कार्यालय अचानक ही रणभूमि में तब्दील हो गया। बीडीओ कार्यालय परिसर में बमबारी की गई। इस बमबारी का आरोप तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं पर लगा है।
आरोप के मुताबिक विपक्षी नेताओं को पंचायत चुनाव मे नामांकन दायर करने से रोकने के इरादे से यह बमबारी की गई है।
इस बमबारी में सीपीआई (एम) के पूर्व सासंद राम चंद्र गभीर रूप से जख्मी हो गए। कई सीपीआई(एम) समर्थकों और पुलिस वालों को भी गंभीर चोटें आई हैं।
यह बमबारी नलहाटी स्थि बीडीओ कार्यालय में की गई है। सीपीआई सांसद डॉ. राम चंद्र पंचायत चुनाव में अपना नामांकन दायर करने के लिए एक बड़ी रैली लेकर निकले थे।
सीपीआई समर्थकों के हाथों में तीर और तलवार जैसे परंपरागत हथियार थे। बीडीओ कार्यालय में नामांकन दाखिल करते वक्त टीएमसी कार्यकर्ताओं ने वहां बमबारी शुरू कर दी।
भीड़ को तितर-बितर करने के लिए वहां पुलिस ने पहले लाठी चार्ज किया लेकिन स्थिति काबू ना होता देख पुलिस को यहां फायरिंग करनी पड़ी ।
सीपीआई(एम) के एक कार्यकर्ता को गंभीर हालत में जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जबकि जख्मी पूर्व सासंद और कुछ पुलिस वालों को नालहटो ब्लॉक के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है।पूर्व सांसद रामचंद्र को सिर में कई टांके लगे हैं।
इस बमबारी के बाद सीपीआई(एम) नेता रामचंद्र ने कहा कि वो यहां शांति पूर्वक अपना नामांकन दाखिल करने आए थे। लेकिन बीरभूम के सभी बीडीओ कार्यालय में धारा 144 लागू होने के बावजूद टीएमसी कार्यकर्ताओं ने कार्यालय के अंदर घुसकर बमबारी की।attacknews.in