वाराणसी में 25 और 26 अप्रैल को नामांकन से पहले होगा नरेन्द्र मोदी का रोड़ शो, लाखों की संख्या में समर्थकों के शामिल होने की संभावना attacknews.in

वाराणसी, 10 अप्रैल । लोकसभा चुनाव के मद्देनजर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी में 25 या 26 अप्रैल के प्रस्तावित ‘रोड शो’ में करीब पांच लाख लोगों शामिल होने की संभावना व्यक्त की जा रही है।

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के काशी क्षेत्र के मीडिया प्रभारी नवरत्न राठी ने बुधवार को यहां बताया कि फिलहाल श्री मोदी के कार्यक्रम तय नहीं हुए हैं लेकिन 25 या 26 अप्रैल को उनके ‘रोड शो’ एवं नामांकन करने की तैयारियों को लेकर विचार-विमर्श किया गया है। इन्हीं संभावित तारीखों को ध्यान में रखते हुए तैयारियां जोरशोर से की जा रही हैं।

उन्होंने बताया इस बार ‘रोड शो’ एवं नामांकन अलग-अलग दिनों पर करने पर विचार किया गया है क्योंकि वर्ष 2014 के चुनाव में एक ही दिन दोनों कार्यक्रम होने से असहज स्थिति उत्पन्न होने लगी थी। श्री मोदी नामांकन के करीब 20 मिनट पहले संबंधित अधिकारी के समक्ष पहुंच पाये थे। इससे सीख लेते हुए पार्टी इस बार उनके एक दिन रोड शो और दूसरे दिन नामजदगी के पर्चे दाखिल करने की प्रक्रिया पूरी करने पर विचार कर रही है।

श्री राठी ने बताया कि श्री मोदी वाराणसी संसदीय क्षेत्र से दूसरी बार जबकि प्रधानमंत्री के पद पर रहते हुए पहली बार लोकसभा चुनाव के लिए नामंकन पत्र दाखिल करेंगे। गत करीब पांच वर्षों के विकास एवं अनेक जनकल्याण कार्यों के कारण उनके प्रति आम जनता में एक सकारात्मक रुख देखने को मिल रहा है। ऐसे में उनके ‘रोड शो’ में पिछले सारे रिकॉर्ड टूटने की संभावना है। उन्होंने दावा किया के गत लोकसभा चुनाव से पहले श्री मोदी के रोड शो में चार लाख से अधिक लोग शामिल हुए थे और इस बार पांच लाख का आंकड़ा पार करने की उम्मीद है।

भाजपा नेता ने बताया कि श्री मोदी के रोड शो रास्तों को लेकर कोई अंतिम फैसला नहीं हुआ है लेकिन लंका में महामना पंडित मदन मोहन मालवीय की प्रतिमा से लेकर दशाश्वमेध घाट के अलावा रवींद्रपुरी, भेलूपुर, गोदौलिया, चौक, मैदागिन, मलदहिया समेत शहरी क्षेत्र के अधिकांश आबादी वाले क्षेत्रों तक रोड शोक को पहुंचाने के लक्ष्य को ध्यान में रखा गया है और सुरक्षा एजेंसियों की सहमित के बाद अंतिम कार्यक्रम तय किया जाएगा।

भाजपा नेता ने बताया कि फिलहाल विभिन्न क्षेत्रों में छोटे-छोटे कार्यक्रमों के माध्यम से लोगों को मतदान के प्रति जागरुक करने के साथ ही श्री मोदी के संभावित रोड शो के बारे में जानकारी दी जा रही है। पार्षद एवं लोकसभा क्षेत्र के संयोजक लक्ष्मण आचार्य एवं काशी क्षेत्र के अध्यक्ष महेश चंद्र श्रीवास्तव समेत अनेक नेता विभिन्न बस्तियों एवं गांवों में लोगों के बीच जाकर कार्यक्रम की जानकारी देने के साथ ही उन्हें आमंत्रित कर रहे हैं।

वाराणसी संसदीय क्षेत्र के चुनाव के अंतिम एवं सातवें चरण में उत्तर प्रदेश के 13 संसदीय क्षेत्रों के साथ 19 मई को होंगे और चुनाव परिणाम 23 मई को घोषित किये जाएंगे। चुनाव के लिए 22 अप्रैल को अधिसूचना जारी की जाएगी। नामांकन के पर्चे दाखिल करने की अंतिम तारीख 27 अप्रैल है जबकि उनकी जांच की जाएगी। नामांकन पत्रों की जांच 29 अप्रैल को होगी और 30 अप्रैल तक नाम वापस लिये जा सकेंगें।

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नरेन्द्र मोदी का जादू बरकरार: गुजरात,हिमाचल में भाजपा सरकार; गुजरात के 5 मंत्री हारे चुनाव Attack News 

नयी दिल्ली/ अहमदाबाद/ शिमला 18 दिसंबर । भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को गुजरात में मिली लगातार छठी जीत और हिमाचल प्रदेश में उसके कांग्रेस से सत्ता छीनने से एक बार फिर साबिज हो गया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जादू अभी भी बरकरार है और उनके नेतृत्व में पार्टी लगातार ऊंचाईयों की ओर बढ़ रही है।

गुजरात में कांग्रेस की आेर से मिली कड़ी टक्कर के बावजूद भाजपा ने 182 सदस्यीय विधानसभा में स्पष्ट बहुमत हासिल कर लगातार छठी जीत का रिकार्ड कायम किया वहीं उसने हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस को सत्ता से बेदखल कर इस पर्वतीय राज्य में एक बार फिर भगवा परचम लहरा दिया है।

पिछले आम चुनाव से भाजपा की जीत का जो सिलसिला शुरु हुआ था वह गुजरात और हिमाचल प्रदेश में भी जारी रहा।

गुजरात में लगातार तीन दशक की जीत असाधारण, अभूतपूर्व – नरेन्द्र मोदी

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुजरात विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की जीत को ‘असाधारण’ एवं ‘अभूतपूर्व’ बताते हुए आज कहा कि वर्ष 1989 से लगातार 12 चुनाव में विकास के मुद्दे पर भाजपा की जीत एक ऐतिहासिक सच्चाई है और गुजरात की जनता ने इस पर मुहर लगायी है।

श्री मोदी ने गुजरात एवं हिमाचल प्रदेश के विधानसभा चुनावों के परिणाम आने के बाद यहां भाजपा मुख्यालय में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि गुजरात का चुनाव भाजपा के इतिहास में अभूतपूर्व है।

आज के वातावरण में कोई सरकार पांच साल बाद दोबारा चुनी जाये तो उसे बहुत बड़ी घटना के रूप में देखा जाता है और बड़े-बड़े संपादकीय अखबारों में लिखे जाते हैं।

गुजरात में 5 मंत्री हारे चुनाव

गुजरात की भाजपा सरकार के पांच मंत्रियों को विधानसभा चुनाव में हार का सामना करना पड़ा है । उन्हें कांग्रेस उम्मीदवारों ने मात दी है ।

हालांकि, भाजपा को गुजरात में साधारण बहुमत प्राप्त हुआ है ।

हारने वाले पांच मंत्रियों में आत्माराम परमार और चिमनभाई सपरिया कैबिनेट मंत्री हैं ।

प्रदेश भाजपा के बड़े दलित चेहरे परमार को बोटाड जिले की गधाड़ा (एससी) सीट पर कांग्रेस के प्रवीणभाई मारू ने करीब 9,500 वोटों से हराया ।

सपरिया को जमजोधपुर सीट पर कांग्रेस के चिरागभाई कलारिया ने हराया ।

कलारिया को 64,212 जबकि सपरिया को 61,694 वोट मिले ।

गुजरात सरकार में राज्य मंत्री शंकर चौधरी, केशाजी चौहान और शब्द शरण तडवी भी अपनी-अपनी सीटों पर जीतने में नाकाम रहे ।

चौधरी को कांग्रेस उम्मीदवार जेनीबेन ठाकोर ने हराया । चौधरी को 95,673 जबकि ठाकोर को 1,02,328 वोट मिले।

देवदार सीट से भाजपा उम्मीदवार चौहान महज 972 वोटों से हारे । उन्हें कांग्रेस के शिवाभाई भूरिया ने हराया । भूरिया को 80,432 जबकि चौहान को 79,460 वोट मिले ।

तडवी को नांदोड (एससी) सीट पर कांग्रेस के प्रेमसिंह वसावा ने मात दी । वसावा को 81,849 जबकि तडवी को 75,520 वोट मिले ।

भाजपा ने हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस से छीनी कमान

भाजपा ने आज हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस से सत्ता की कमान छीन ली। उसने 68 सदस्यीय विधानसभा की 44 सीटें जीत लीं जो बहुमत से नौ ज्यादा हैं ।

निवर्तमान मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के नेतृत्व में चुनाव लड़ने वाली कांग्रेस को 21 सीटें मिलीं ।

भाजपा की शानदार जीत के बावजूद मुख्यमंत्री पद के उसके उम्मीदवार प्रेम कुमार धूमल को सुजानपुर सीट से कांग्रेस प्रतिद्वंद्वी राजिंदर सिंह राणा के हाथों करीब 3,500 वोटों के अंतर से हार का सामना करना पड़ा।

दोनों दलों ने सभी 68 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे। पर्वतीय राज्य में रिकार्ड 75.28 प्रतिशत मतदान हुआ था।

मौजूदा विधानसभा में कांग्रेस और भाजपा के पास क्रमश: 36 एवं 26 सीटें थीं।

राज्य के मतदाता परंपरागत तरीके से हर बार बारी बारी से कांग्रेस और भाजपा को सत्ता की कमान सौंपते रहे हैं।

1990 में भाजपा ने कांग्रेस को सत्ता से बाहर किया था और 1993 में कांग्रेस ने उस हार का बदला लिया। 1998 में भाजपा ने हिमाचल विकास कांग्रेस की मदद से सरकार बनायी और 2003 में कांग्रेस ने सत्ता में वापसी की। इसके बाद 2007 के चुनाव में भाजपा सत्ता में लौटी लेकिन 2012 में उसे हार का सामना करना पड़ा।

जीत का विश्लेषण

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के गृह राज्य गुजरात में भाजपा ने लगातार छठी जीत हासिल की तो हिमाचल प्रदेश में उसने कांग्रेस को सत्ता से बेदखल कर दिया है।

अगले लोकसभा चुनाव से 18 महीने पहले आए ये नतीजे भाजपा के लिए हौसले बुलंद करने वाले हैं।

कांग्रेस की ओर से कड़ी चुनौती मिलने के बारे में पूछे जाने पर केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा, ‘‘जो जीता वही सिकंदर।’’ भाजपा ने जीत को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विकास कार्यों का परिणाम करार दिया है। दूसरी तरफ कांग्रेस इससे थोड़ी राहत महसूस कर रही है कि गुजरात में उसकी सीटों की संख्या में इजाफा हुआ है।

गुजरात में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जमकर चुनाव प्रचार किया तो दूसरी तरफ कांग्रेस की ओर से अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी पूरी ताकत झोंकी थी।

केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘यह विकास और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए विकास को वोट है।’’ भाजपा उपाध्यक्ष श्याम जाजू ने कहा, ‘‘हमने लगातार विधानसभा चुनाव जीतकर भाजपा के इतिहास में एक रिकॉर्ड बनाया है।….सत्ता विरोधी लहर वहां काम नहीं कर रही है। प्रधानमंत्री की लोकप्रियता बरकरार है। अमित शाह की रणनीति ने काम किया। ’’

जीत को लेकर स्थिति स्पष्ट होने के साथ भाजपा कार्यकर्ताओं ने मिठाइयां बांटकर और पटाखे जलाकर जश्न मनाया।

शुरुआती रुझानों से पता चला था कि गुजरात में भाजपा और कांग्रेस के बीच कड़ी टक्कर चल रही है, बाद में भाजपा ने निर्णायक बढ़त हासिल कर ली।

साल 2012 के विधानसभा चुनाव में भाजपा को 115 और कांग्रेस को 61 सीटें मिली थीं।

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमल नाथ ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘कांग्रेस की सीटों की संख्या बढ़ी है, जबकि भाजपा की सीटें कम हुई हैं। यह राहुल गांधी की राजनीतिक जीत है।’’

गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी शुरुआत में राजकोट-पश्चिम सीट पर पीछे चल रहे थे, लेकिन बाद में उन्होंने कांग्रेस उम्मीदवार इंद्रनील राज्यगुरू को पराजित किया।

गुजरात में भाजपा को 49.1 फीसदी और कांग्रेस को 41.5 फीसदी वोट मिले। 2012 में कांग्रेस को 38.93 फीसदी वोट मिले थे।

गुजरात में नौ और 14 दिसंबर तथा हिमाचल प्रदेश में नौ नवंबर को मतदान हुआ था।attacknews.in

नरेन्द्र मोदी ने कहा-“जीता विकास, जीता गुजरात;जय जय गरवी गुजरात ” Attack News 

नयी दिल्ली, 18 दिसंबर । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात और हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनावों में भाजपा को मिली जीत के लिए दोनों राज्यों के लोगों का आभार जताते हुए आज कहा कि उनके राज्यों में विकास यात्रा को आगे बढ़ाने में कोई भी कसर नहीं छोड़ी जाएगी।

मोदी ने दोनों राज्यों में भाजपा को बढ़त मिलने के चुनावी रुझानों के बाद ट्वीट किया ‘‘हिमाचल प्रदेश एवं गुजरात में भाजपा पर स्नेह एवं विश्वास जताने के लिए मैं लोगों को नमन करता हूं। मैं उन्हें आश्वस्त करता हूं कि हम इन राज्यों की विकास यात्रा को आगे बढ़ाने तथा लोगों की अथक सेवा में कोई भी कसर बाकी नहीं रखेंगे।’’

उन्होंने कहा ‘‘गुजरात एवं हिमाचल प्रदेश के नतीजे सुशासन एवं विकास की राजनीति के प्रति मजबूत समर्थन का संकेत करते हैं। मैं इन राज्यों में भाजपा कार्यकर्ताओं के कड़े परिश्रम को सलाम करता हूं जिनके कारण यह प्रभावी जीत दर्ज की गई है।’’

मोदी ने एक अन्य ट्वीट में कहा ‘‘हिमाचल प्रदेश में लहराया कमल, विकास की हुई भव्य जीत।’’

अपने गृह राज्य में भाजपा को मिली बढ़त पर प्रधानमंत्री ने कहा ‘‘जीता विकास, जीता गुजरात। जय जय गरवी गुजरात!’’

इससे पहले प्रधानमंत्री आज शीतकालीन सत्र में हिस्सा लेने के लिए जब संसद भवन पहुंचे तो उन्होंने अपनी अंगुलियों से ‘‘वी’’ का विजय चिह्न बनाया।attacknews.in

ये रहे गुजरात और हिमाचल प्रदेश में चुनाव के आंकड़े और भाजपा व कांग्रेस द्वारा जीती गई सीटें Attack News 

नईदिल्ली 17 दिसम्बर। लंबे समय से सुर्खियों में बने गुजरात और हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव के परिणाम कल यानी सोमवार को आ जाएंगे।

चुनाव परिणाम आने के बाद महीनों से लगाई जा रही अटकलों पर भी विराम लग जाएगा कि कहां-किस पार्टी की सरकार बनेगी।

दोनों प्रदेशों के विधानसभा चुनाव ने लंबे समय से सियासी गलियारे के पारा बढ़ाया हुआ है।

खासकर गुजरात चुनाव परिणाम पर प्रदेश ही नहीं, देश भर के लोग निगाह जमाए हुए हैं। यहां जीत दर्ज कर भाजपा सूबे में अपना रसूख बनाए रखना चाहती है, तो कांग्रेस चुनाव जीतकर राहुल गांधी की ताजपोशी का जश्‍न मनाना चाहती है।

खैर, चुनाव परिणाम क्‍या होंगे, यह तो 18 दिसंबर को पता चल ही जाएगा।

आइये आपको बताते हैं कि पिछले विधानसभा चुनाव परिणाम में क्‍या थे आंकड़े।

गुजरात विधानसभा चुनाव 2012

गुजरात में 2012 का विधानसभा चुनाव भी दिसंबर महीने में और दो चरणों में ही हुआ था। 182 सीटों के लिए पहले चरण का मतदान 13 दिसंबर और दूसरे चरण का मतदान 17 दिसंबर को हुआ था। 1980 के बाद गुजरात विधानसभा का यह पहला चुनाव था, जब इतना अधिक मतदान हुआ था। इस चुनाव में 71.32 प्रतिशत वोटिंग हुई थी। वहीं, 20 दिसंबर को चुनाव परिणाम घोषित हुआ था। इस चुनाव में दोनों प्रमुख पार्टियों की बात करें, तो भाजपा को 115 सीटों पर जीत मिली थी, वहीं कांग्रेस को मात्र 61 सीटों से ही संतोष करना पड़ा था। प्रदेश में भाजपा की सरकार बनी और नरेंद्र मोदी गुजरात के मुख्‍यमंत्री बने थे।

हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव 2012

हिमाचल प्रदेश का विधानसभा चुनाव पिछली बार भी नवंबर में हुआ था। यहां की कुल 68 सीटों के लिए 4 नवंबर को मतदान हुआ था। चुनाव परिणाम 20 दिसंबर को घोषित हुआ था। 68 सीटों में से 36 सीटों पर कांग्रेस ने जीत दर्ज की थी, जबकि भाजपा को 26 सीटें मिली थीं। कांग्रेस के वीरभद्र सिंह प्रदेश के मुख्‍यमंत्री बने। यहां सत्‍ता परिवर्तन हुआ था, क्‍योंकि 2007 के विधानसभा चुनाव के बाद भाजपा की सरकार बनी थी।

चुनाव प्रचार में दोनों पार्टियों ने झोंकी है ताकत

इस बार के विधानसभा चुनाव और 2012 के विधानसभा चुनाव में कई समानताएं हैं। 2012 में भी हिमाचल प्रदेश का चुनाव नवंबर में और गुजरात का चुनाव दिसंबर में हुआ था। इस बार भी ऐसा ही है। वहीं, 2012 में भी दोनों प्रदेशों के चुनाव परिणाम साथ में आए थे और इस बार भी ऐसा ही होगा। इस बार गुजरात व हिमाचल प्रदेश में चुनाव प्रचार के दौरान कांग्रेस और भाजपा, दोनों ही पार्टियों ने पूरी ताकत झोंकी है। दोनों पार्टियों के दिग्‍गज चुनावी प्रचार के मैदान में रहे। अब 18 दिसंबर को यह साफ हो जाएगा कि किस पार्टी की मेहनत रंग लाई।attacknews.in

गुजरात-हिमाचल में खिला कमल, एग्जिट पोल में भारी बहुमत से भाजपा की विजय:शेयर बाजार खिला  Attack News 

गांधीनगर/नयी दिल्ली, 14 दिसंबर । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और राहुल गांधी के लिए प्रतिष्ठा की लड़ाई के साथ ही सत्तारूढ भाजपा और मुख्य विपक्षी कांग्रेस के लिए ‘करो या मरो की जंग’ और 2019 के लोकसभा चुनाव का ‘सेमीफाइनल’ तक करार दिये जा रहे गुजरात विधानसभा चुनाव के दूसरे और अंतिम चरण में आज राज्य के उत्तर और मध्यवर्ती क्षेत्र के 14 जिलों की 93 सीटों पर कड़ी सुरक्षा के बीच सुबह आठ बजे से शुरू हुआ मतदान शाम पांच बजे समाप्त हो गया और चुनाव आयोग के प्रारंभिक अनुमान के अनुसार इस दौरान 68.70 प्रतिशत मतदान हुआ।

चुनाव उपायुक्त उमेश सिन्हा ने नयी दिल्ली में संवाददाता सम्मेलन में बताया कि छिटपुट घटनाओं को छोड़ मतदान शांतिपूर्ण रहा।

शुरूआती अनुमान के अनुसार 68.70 प्रतिशत मतदान हुआ है।

गुजरात, हिमाचल प्रदेश में भाजपा के भारी बहुमत से सत्ता में आने का अनुमान

मतदान पश्चात सर्वेक्षणाें (एग्जिट पोल) में हिमाचल प्रदेश और गुजरात में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सत्ता में भारी बहुमत से आने का अनुमान व्यक्त किया गया है।

हिमाचल प्रदेश में सत्ता बचाने और गुजरात में सत्तारूढ़ भाजपा को पटखनी देने के कांग्रेस के जी-तोड़ प्रयासों को जनता का अपेक्षित समर्थन मिलता नहीं दिखाई दे रहा है।

गुजरात विधानसभा चुनाव के दूसरे एवं अंतिम चरण का मतदान निपटने के बाद विभिन्न मीडिया संगठनों ने दोनों राज्यों के अपने अपने मतदान पश्चात सर्वेक्षण पेश किए जिनमें कमोबेश एक ही प्रकार के रुझान दर्शाए गये हैं।

चुनाव बाद सर्वेक्षणों (एग्जिट पोल्स) में आज कहा गया कि गुजरात में सत्तारूढ़ भाजपा फिर स्पष्ट बहुमत प्राप्त करेगी।

राज्य में आज दूसरे और अंतिम दौर का मतदान संपन्न होने के तुरंत बाद अलग-अलग एग्जिट पोल आए।

एक एग्जिट पोल में कहा गया है कि गुजरात की 182 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा को 115 और कांग्रेस को 65 सीटें मिलेंगी।

वहीं, एक अन्य एग्जिट पोल में कहा गया कि सत्तारूढ़ गठबंधन को 108 सीट मिलेंगी तथा विपक्षी कांग्रेस की झोली में 74 सीट आ सकती हैं।

अन्य एग्जिट पोल में भी भाजपा की स्पष्ट जीत का अनुमान व्यक्त किया गया है। टाइम्स नाउ-वीएमआर के एग्जिट पोल में कहा गया कि राज्य में भाजपा को 115, कांग्रेस को 64 तथा शेष सीट अन्य दलों को मिल सकती हैं।

रिपब्लिक-सी वोटर के एग्जिट पोल के अनुसार भाजपा को 108 और कांग्रेस को 74 सीट मिलने का अनुमान है।

एबीपी-सीएसडीएस के चुनाव बाद सर्वेक्षण के अनुसार भाजपा को 117 और कांग्रेस को 64 सीट मिल सकती हैं।

वहीं, एनडीटीवी पर आए एक एग्जिट पोल में कहा गया कि भाजपा को 112 तथा कांग्रेस को 70 सीट मिल सकती हैं।

इंडिया टुडे के ‘आज तक’ के चुनाव बाद सर्वेक्षण के अनुसार भी भाजपा सत्ता पर फिर से कब्जा हासिल करेगी।

इसने कहा कि भाजपा को 99 से 113 सीट मिल सकती हैं, जबकि कांग्रेस के खाते में 68 से 82 सीट जाने का अनुमान है। गुजरात में सरकार बनाने के लिए किसी भी दल को 92 सीट जीतने की आवश्यकता है।

वर्ष 2012 के विधानसभा चुनाव में भाजपा को 115, कांग्रेस को 61 तथा अन्य को छह सीट मिली थीं।

शेेेेयर बाजार खिलाा

गुजरात चुनाव का एक्जिट पोल आने से पहले बाजार में आशा का संचार देखा गया और शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स आज 117 अंक चढ़ गया। निफ्टी भी 10,200 अक के पार रहा।

बंबई शेयर बाजार का 30 कंपनियों के शेयरों पर आधारित सेंसेक्स 116.70 अंक यानी 0.35% बढ़कर 33,169.74 अंक पर खुला है। पिछले दो सत्र के कारोबार में इसमें 402.75 अंक की गिरावट देखी गई।

इसी प्रकार नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का 50 कंपनियों के शेयरों पर आधारित निफ्टी 37.70 अंक यानी 0.36% सुधरकर 10,230.65 अंक पर खुला है।

ब्रोकरों के अनुसार गुजरात चुनावों का आज अंतिम दिन होने पर एक्जिट पोल से पहले बाजार में सकारात्मक रुख देखा गया।

फेडरल रिजर्व की अध्यक्षा के तौर पर आखिरी काम करते हुए जेनेट येलेन ने नीतिगत ब्याज दरों को 1.25% से बढ़ाकर 1.5% कर दिया। इससे भी घरेलू शेयर बाजार को समर्थन मिला है।

राहुल गांधी को इंटरव्यू देने पर नोटिस,टीवी चैनलों के खिलाफ FIR,आरोप-प्रत्यारोप शुरू Attack News 

नयी दिल्ली, 13 दिसम्बर । चुनाव आयोग ने गुजरात में दूसरे चरण के मतदान से एक दिन पूर्व कांग्रेस के नवनिर्वाचित अध्यक्ष राहुल गांधी का साक्षात्कार प्रसारित करने वाले टेलीविजन चैनलों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने का निर्देश दिया है।

आयोग ने गुजरात के मुख्य चुनाव अधिकारी को यह निर्देश देने के साथ ही टेलीविजन चैनलों से इस तरह का प्रसारण तत्काल रोकने को कहा है।

आयोग ने मुख्य चुनाव अधिकारी को कहा है कि वह ऐसे टेलीविजन चैनलों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करके आवश्यक कार्रवाई करें, जिन्होंने साक्षात्कार प्रसारित करके जन प्रतिनिधित्व कानून (आरपीए), 1951 की धारा 126(एक)(बी) का उल्लंघन किया है।

राहुल गांधी को चुनाव आयोग का नोटिस

चुनाव आयोग ने कांग्रेस के नवनिर्वाचित अध्यक्ष राहुल गांधी को गुजरात में दूसरे चरण के मतदान से पूर्व टीवी चैनलों पर प्रसारित उनके साक्षात्कार को प्रथम दृष्ट्या चुनावी आचार संहिता का उल्लंघन मानते हुए उन्हें नोटिस जारी किया है।

आयोग ने श्री गांधी से 18 दिसंबर शाम 5 बजे तक इस संबंध में स्पष्टीकरण देने को कहा है।

उसने कहा है कि कुछ समाचार चैनलों ने उनका साक्षात्कार गुजरात में दूसरे चरण का मतदान पूरा होने से 48 घंटे की अवधि के भीतर प्रसारित किया है जबकि ऐसा करना जन प्रतिनिधित्व कानून 1951 के प्रावधानों के खिलाफ है।

मोदी और शाह के खिलाफ भी कार्रवाई करे चुनाव आयोग : कांग्रेस

कांग्रेस ने पार्टी के नवनिर्वाचित अध्यक्ष राहुल गांधी के गुजरात में आज प्रसारित साक्षात्कार को लेकर कुछ चैनलों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने के चुनाव आयोग के निर्देश का विरोध करते हुए आज मांग की यदि चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन का यही मापदंड है तो सबसे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तथा भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज होनी चाहिए।

कांग्रेस ने इस संबंध में आज देर रात चुनाव आयोग को एक ज्ञापन सौंपा।

ज्ञापन सौंपने के बाद पार्टी के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा तथा प्रवक्ता रणदीपसिंह सुरजेवाला ने संवाददाताओं से कहा कि उन्होंने आयोग को सारे साक्ष्य दिखाए हैं और उनसे आग्रह किया है कि वह चुनाव आचार संहिता के मामले में दोहरा मापदंड नहीं अपनाये और तथ्यों के आधार पर श्री मोदी तथा श्री शाह के साथ ही वित्त मंत्री अरुण जेटली तथा रेल मंत्री पीयूष गोयल के खिलाफ भी कार्रवाई करे।

गुजरात का विकास अवरुद्ध करने में ज़ोर लगा दिया था राहुल ने-भाजपा

गुजरात विधानसभा चुनाव के दूसरे एवं अंतिम चरण के मतदान की पूर्वसंध्या पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कांग्रेस के भावी अध्यक्ष राहुल गांधी पर आज आरोप लगाया कि उन्होंने केन्द्र में संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) की सरकार के कार्यकाल में गुजरात का विकास अवरुद्ध करने में पूरा ज़ोर लगा दिया था और वह नहीं चाहते थे कि राज्य में कोई कारखाना लगे एवं लोगों को राेज़गार मिले।

भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं केन्द्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में तत्कालीन वन एवं पर्यावरण मंत्री जयंती नटराजन के ईमेलों का हवाला देते हुए दावा किया कि संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) की सरकार ‘संविधानेत्तर ताकतें’ चलातीं थीं और मंत्री उन ताकतों से तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निर्देशों पर क्या करना है, यह निर्देश भी लेते थे।

श्री गोयल ने कहा कि श्री गांधी, श्री कनिष्क सिंह का पर्यावरण मंत्रालय के मामलों में जिस प्रकार का हस्तक्षेप रहा है उससे लगता है कि जिसे हम ‘जयंती टैक्स’ कहते थे, वह दरअसल ‘राहुल टैक्स’ था।attacknews.in

पाकिस्तान ने गुजरात चुनाव को लेकर फिर दिया बयान,रविशंकर प्रसाद ने दिया करारा जवाब Attack News 

नयी दिल्ली, 11 दिसंबर । गुजरात विधानसभा चुनाव पर पाकिस्तान की ‘अवांछित’ टिप्पणी की आज विधि एवं न्याय मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने निंदा की और कहा कि यह कांग्रेस पार्टी को राहत देने के लिए की गई टिप्पणी ज्यादा लगती है।

प्रसाद ने कहा कि भारतीय अपने देश के लोकतंत्र को स्वयं चलाने में पूरी तरह सक्षम है। उनका यह बयान पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मोहम्मद फैसल के ट्वीट के बाद आया है।

फैसल ने ट्वीट किया था, ‘‘भारत को अपनी चुनावी बहस में पाकिस्तान को घसीटना बंद करना चाहिए और षड्यंत्र रचने के बजाय अपनी खुद की शक्ति के आधार पर चुनाव जीतने चाहिए।’’ फैसल का यह ट्वीट भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उस वक्तव्य के बाद आया है जो उन्होंने गुजरात के पालनपुर में अपनी एक रैली के दौरान भाषण में कहा था।

फैसल के इस बयान पर प्रसाद ने यहां पत्रकारों से कहा, ‘‘ आज पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने एक बहुत ही रोचक बयान जारी किया है जिसमें पाकिस्तान ने उसे भारतीय चुनावों में घसीटने की निंदा की है और सलाह दी है कि भारतीयों को अपने आप से चुनाव लड़ना चाहिए।’’ प्रसाद ने कहा, ‘‘मैं पाकिस्तान से कहना चाहता हूं कि भारतीय भारत के लोकतंत्र को स्वयं चलाने में समर्थ हैं जैसा कि वह करते आए हैं। भारत के प्रधानमंत्री एक चुनकर आए लोकप्रिय प्रधानमंत्री हैं और भाजपा भी लोकप्रिय है। भारत के चुनावी मामलों में बाहर के किसी भी हस्तक्षेप का पूरी तरह से नापसंद किया जाता है।’’

उन्होंने कहा कि भारत में आतंकवाद को बढ़ावा देने में पाकिस्तान के हाथ की बात जगजाहिर है। इसलिए वह हमें ज्ञान देना बंद करे और हमें भारत के लोकतंत्र पर गर्व है।

गौरतलब है कि मोदी ने अपने भाषण में दावा किया था कि कांग्रेस से निलंबित नेता मणिशंकर अय्यर के उन्हें ‘नीच’ बुलाए जाने से एक दिन पहले उनके आवास पर एक गुपचुप बैठक हुई। इसमें पाकिस्तान के उच्चायुक्त, पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री, भारत के पूर्व उप राष्ट्रपति और देश के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह भी शामिल हुए थे।attacknews.in

कांग्रेस ने जारी कर दिया फर्जी सर्वे, खुद ने खुद को गुजरात में जितवा दिया;चुनाव आयोग ने जारी किया नोटिस Attack News 

नई दिल्ली 11 दिसम्बर । गुजरात विधानसभा चुनावों के आखिरी चरण का मतदान 14 दिसंबर को होना है। इससे पहले एक कांग्रेसी नेता ने सर्वे चाणक्य इंडिया का सर्वे जारी कर जीत का दावा किया है।

आपको बता दें कि फेमस सर्वे एजेंसी टुडेज चाणक्य कई चुनावों में लगभग सटीक भविष्यवाणी कर चुकी है। असल में दोनों के नाम में चाणक्य होने के चलते यह भ्रम पैदा हुआ था और सोशल मीडिया पर टुडेज चाणक्य के नाम पर ही लोग इस सर्वे को शेयर कर रहे थे।

कांग्रेस की गुजरात आईटी सेल के चेयरमैन रोहन गुप्ता ने ट्विटर पर एक फोटो जारी किया है। जिसमें कांग्रेस पहले चरण में चुनाव जीत रही है। इस ट्वीट के बाद गुजरात में भ्रम की स्थिति पैदा हो गई है।

रोहन गुप्ता के ट्वीट पर चाणक्य ने ट्विटर पर आपत्ति दर्ज करवाई है। टुडेज चाणक्य ने ट्विटर पर लिखा कि, इस सर्वे से उनका कोई संबंध नहीं है। मैंने अभी तक कोई सर्वे जारी नहीं किया है।

एक दूसरा ट्वीट कर कहा कि हमने गुजरात और हिमाचल को लेकर कोई भी सर्वे जारी नहीं किया है। मेरे एग्जिट पोल 14 दिसंबर के बाद चुनाव खत्म होने बाद आएंगे।

वहीं इस मामले पर बीजेपी समर्थकों का कहना है कि कांग्रेस टुडेज चाणक्य के नाम पर वोटरों को भ्रमित करने की कोशिश में थी।

इसके बाद रोहन गुप्ता ने एजेंसी को ट्विटर पर सफाई देते हुए लिखा, ‘गुजरात कांग्रेस आईटी सेल ने पोर्ट चाणक्य इंडिया डॉट इन के साथ ऑनलाइन पोल किया है। इसका टुडेज चाणक्य से कोई लेना-देना नहीं है।’

भाजपा ने कांग्रेस के इस सर्वे पर आपत्ति दर्ज करवाई है। भाजपा गुजरात के ट्विटर अकाउंट से किए गए एक पोस्ट में कहा गया है कि कांग्रेस मतदाताओं को भ्रमित कर रही है।

इसके अलावा भ्रम की एक वजह यह भी थी कि कांग्रेस नेता की ओर से शेयर किए गए इस सर्वे में दावा किया गया था कि सबसे विश्वसनीय सर्वे है। जिसके बाद सत्ताधारी दल भाजपा ने इसका कड़ा विरोध किया।

भाजपा के गुजरात में प्रवक्ता ने सुरेश नखुआ ने इस सर्वे को लेकर कई ट्वीट किए हैं। इसकी शिकायत चुनाव आयोग से की गई है। चुनाव आयोग ने इसे लेकर एक नोटिस भी जारी किया है। आयोग ने इस पर जबाव मांगा है।attacknews.in

गुजरात के पाटीदार युवा हार्दिक पटेल के नाम पर बंट गए,शहरी और ग्रामीण क्षेत्र में गहरा प्रभाव सामने आया Attack News 

अमरेली, 10 दिसंबर । नौकरियों में आरक्षण की मांग को लेकर पिछले कुछ वर्षो में गुजरात की राजनीति को हिला देने वाले पाटीदार युवाओं के बीच उनके नेता हार्दिक पटेल के नाम पर इस विधानसभा चुनाव में मत-विभाजन देखने को मिल रहा है। जहां ग्रामीण इलाकों में हार्दिक को युृवाओं का जोरदार समर्थन मिल रहा है, वहीं शहरी क्षेत्र के युवा उनको लेकर उतने उत्साही नहीं हैं।

मेहसाना, अमरेली, वडोदरा और सूरत जैसे पाटीदार बहुल इलाकों में 24 वर्षीय पाटीदार नेता हार्दिक पटेल को लेकर समुदाय में मिलीजुली प्रतिक्रिया मिली।

ग्रामीण इलाकों के युवा जहां हार्दिक के प्रबल समर्थक हैं, वहीं शहरी क्षेत्र के युवा भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और हार्दिक की अगुआई में राज्य में समृद्ध व जमींदार रहे पटेलों के लिए आरक्षण की मांग करने वाली पाटीदार अनामत आंदोलन समिति (पीएएएस) के बीच बंटे हुए हैं।

पाटीदार समुदाय और भाजपा, दोनों के गढ़ रहे मेहसाना में मेडिकल की दुकान चलाने वाले दीपक पटेल का कहना है कि समुदाय के गरीब परिवारों को आरक्षण की जरूरत है। यह बताने पर कि आरक्षण के लिए संविधान में ऊपरी सीमा 50 फीसदी तय है, ऐसे में कोई सरकार कैसे पाटीदारों को आरक्षण दे सकती है? इस सवाल पर वह कहते हैं कि कुछ न कुछ रास्ता तो निकलेगा। अगर वे कुछ रास्ता नहीं निकालेंगे तो आगे आने वाले चुनावों में वे इसका परिणाम भुगतेंगे।

मेहसाना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का गृह जिला है और गुजरात के उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल विधानसभा में इस क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं। नितिन को इस बार यहां कांग्रेस उम्मीदवार और पूर्व सांसद जीवा भाई पटेल से कड़ी चुनौती मिल रही है।

सूरत में पाटीदार समुदाय के युवक अमित पटेल ने कहा, अनामत मिले ना मिले, भाई तो भाई का ही फेवर करेगा।

हालांकि परवेज पटेल और चिराग पटेल जैसे युवा भी हैं, जिनको आरक्षण की कोई परवाह नहीं है।

वडोदरा के चार्टर्ड अकाउंटेंट परवेज पटेल ने कहा, यहां पाटीदार लोग समृद्ध हैं। समुदाय के अधिकांश लोगों का अपना व्यवसाय है और वे शिक्षा को तवज्जो नहीं देते हैं। वे व्यवसाय को प्राथमिकता देते हैं। ऐसे में उनके लिए आरक्षण का सवाल कहां है?

सूरत के व्यवसायी चिराग पटेल ने कहा, हम सुरक्षा चाहते हैं और भाजपा हमें सुरक्षा दे रही है। जीएसटी को लेकर हमें काफी मुसीबतों का सामना करना पड़ा, लेकिन उसमें भी संशोधन के उपाय किए जा रहे हैं। इससे हमें और देश को भी लंबी अवधि में फायदा होगा।

भाजपा को लेकर रोष व नाराजगी के बावजूद परवेज और चिराग जैसे बहुत सारे लोग हैं, जिन्हें खौफ है कि हाथ से सत्ता फिसलने पर बौखलाहट में यह पार्टी खून-खराबे पर न उतर आए। उन्होंने कांग्रेस को सत्ता से दूर रखने के लिए भाजपा को वोट देने का संकल्प लिया है, क्योंकि उनको लगता है कि भाजपा के हारने पर वे खुद को असुरक्षित महसूस करेंगे।

मेहसाना, सूरत और अमरेली के कई विधानसभा क्षेत्रों में भाजपा और पाटीदारों के बीच जबरदस्त मुकाबला देखा जा रहा है।

पाटीदारों में विभिन्न उपजातियां भी हैं, जिनमें लेउवा और कदवा का वर्चस्व है। ये दोनों खुद को भगवान राम के पुत्र लव और कुश के वंशज मानते हैं।

चूंकि हार्दिक पटेल कदवा पटेल हैं, इसलिए वह उनको संगठित करने में कामयाब रहे हैं। उन्होंने कई गांवों में पाटीदार युवाओं की कमेटियां बनाई हैं।

सौराष्ट्र में उत्तर से दक्षिण तक कई सीटों पर पाटीदारों का प्रभाव है और पिछले चुनाव में यहां भाजपा को जबरदस्त बहुमत मिला था, लेकिन इस बार समुदाय के कई प्रमुख लोग हार्दिक के साथ खड़े हैं, जिसका फायदा कांग्रेस को मिल सकता है।

सौराष्ट्र स्थित अमरेली इलाके के सरदार सर्कल पर एक चाय की दुकान पर बातचीत के दौरान बी.कॉम का छात्र पारीक सोहालिया ने दावे के साथ कहा कि कांग्रेस उम्मीदवार परेश धनानी की जीत सुनिश्चित है, क्योंकि उनको पाटीदारों का समर्थन प्राप्त है।

उन्होंने कहा, परेश भाई ने कई विकासपरक कार्य किए हैं। उन्होंने भाजपा के पुरुषोत्तम रूपाला और दिलीप भाई संघानी जैसे मंत्रियों को हराया है। इस बार यहां भाजपा के उम्मीदवार की जमानत जब्त होगी।

लेकिन पाटीदार समुदाय के ही बालजी भाई ने उनके दावे का प्रतिकार किया। उन्होंने कहा, मेरे साथ आइए। मैं आपको अमरेली का विकास दिखता हूं। भूमिगत नाले की परियोजना अभी तक पूरी नहीं हो पाई है। सड़कों पर खड्ढे भरे-पड़े हैं, जिसके चलते इलाके के लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

हार्दिक पटेल फैक्टर के बारे में पूछने पर बालजी ने कहा कि वह कौड़ी भर भी नहीं है। कांग्रेस ने गांधीजी के तीन बंदर की तरह हार्दिक, अल्पेश और जिग्नेश को अपने साथ लिया है।
भाजपा ने पाटीदार व पूर्व कांग्रेस नेता भावकू भाई उन्धव को चुनाव मैदान में उतारा है, जिन्होंने 2014 के लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा का दामन थामा था। लाथी विधानसभा से निवर्तमान विधायक हैं। साथ ही, पूर्व कृषिमंत्री संघानी धारी विधानसभा क्षेत्र में चुनाव लड़ रहे हैं। रूपाला नरेंद्र मोदी सरकार में मंत्री हैं।

दूसरे चरण का मतदान 14 दिसंबर को है। नतीजे 18 दिसंबर को आएंगे। गुजरात चुनाव के कारण ही हिमाचल प्रदेश में मतगणना एक माह से रुकी हुई है, जो इसी दिन होगी।attacknews.in

अमित शाह ने खुलकर बोला: जिग्नेश मेवाणी के आतंकवादियों से सांठगांठ की बात राहुल गाँधी जानते थे Attack News 

गांधीनगर 10 दिसम्बर । गुजरात में चरम पर पहुंच चुकी चुनावी गहमागहमी के बीच भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने आज आरोप लगाया कि कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी पार्टी के समर्थन से निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर विधानसभा चुनाव लड़ रहे दलित कार्यकर्ता जिग्नेश मेवाणी के देश विरोधी और आतंकी तत्वों से साठगांठ के बारे में पहले से जानते थे।

शाह ने आज गांधीनगर के निकट पार्टी के प्रदेश मुख्यालय श्रीकमलम में पत्रकारों से कहा कि हाल में मेवाणी को आईएसआईएस जैसे आतंकी संगठनों से संबंध रखने वाले पीएफआई से जुड़े संगठन से धन मिलने की खबरें और इसकी तस्वीरे सामने आयी थीं। गांधी से भी गुजरात चुनाव से पहले मुलाकात हुई थी। वह उनके इस संबंध के बारे में जानते थे इसीलिए उन्हें कांग्रेस के प्रत्याशी के बजाय पार्टी समर्थित निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में उत्तर गुजरात की वडगाम सीट से टिकट दिया गया।

उन्होंने कहा कि गुजरात चुनाव की शुरूआत जातिवादी राजनीति से कर रही कांग्रेस फिर से तुष्टिकरण और सांप्रदायिक आधार पर मतों को जोडऩे की नीति पर लौट आयी है। राहुल जी ने मंदिरों के चक्कर लगाये पर पहले चरण के चुनाव से दो तीन दिन पहले वह अपनी स्पष्ट हार देख कर वापस अपनी तुष्टिकरण की नीति पर लौट आये हैं।

मुंबई कांग्रेस के उपाध्यक्ष चरण सिंह ने प्रधानमंत्री मोदी को गुजरात के 2002 दंगों के लिए जामा मस्जिद में जाकर माफी मांगने की बात एक टेलीविजन कार्यक्रम में की है। कांग्रेस समर्थित एनजीओ के फर्जी आरोपों के बावजूद सुप्रीम कोर्ट ने मोदी को इसमें संलिप्त नहीं माना पर सिर्फ वोटबैंक के लिए फिर से पार्टी अब यह मुद्दा उठा रही है।

उन्होंने कांग्रेस से निलंबन से पहले मणिशंकर अय्यर के घर पर पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह, पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी और पाकिस्तानी उच्चायुक्त की मौजूदगी में हुई गुप्त बैठक पर भी सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि इसमें विदेशी राजनयिक के होने के बावजूद विदेश विभाग को भी इसकी कोई जानकारी नहीं दी गयी थी।attacknews.in

शंकर सिंह वाघेला की घोषणा: गुजरात चुनाव में भाजपा जीतेगी 110 से ज्यादा सीटें Attack News 

अहमदाबाद 10 दिसम्बर। गुजरात में दो मुख्य राजनैतिक दलों का नेतृत्व कर चुके पूर्व मुख्यमंत्री शंकर सिंह वाघेला ने कहा कि कांग्रेस जानबूझकर भाजपा से हार रही है।

उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा को राज्य विधानसभा चुनावों में बहुमत मिलेगी। इस साल कांग्रेस छोड़ने वाले वाघेला का मानना है कि मुख्य विपक्षी पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व ने विधानसभा चुनाव हारने के लिए भाजपा से सुपारी ली है और घोषणा की कि सत्तारूढ़ भाजपा राज्य विधानसभा चुनावों में स्पष्ट बहुमत हासिल करेगी।

छह बार के सांसद वाघेला ने चुनाव से कुछ महीने पहले कांग्रेस छोड़ कर अपना संगठन जन विकल्प मोर्चा बनाया था।

उन्होंने यह भी दावा किया कि पाटीदार नेता हार्दिक पटेल इस चुनाव के बाद इतिहास बन जाएंगे।

वाघेला अलग-अलग समय में राज्य में कांग्रेस और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष रह चुके हैं।

उन्होंने कहा, ‘हार्दिक जैसे लोग सिर्फ अपने हितों की पूर्ति करते हैं। आप देखेंगे कि एक बार चुनाव समाप्त हो जाने के बाद वह इतिहास बन जाएंगे।’

तीन दशक से अधिक समय से प्रदेश की राजनीति में सक्रिय भूमिका निभाने वाले 77 वर्षीय वाघेला ने कहा कि अगर कांग्रेस ने पहले से इसकी तैयारी शुरू कर दी होती तो वह चुनाव जीत सकती थी।

उन्होंने कहा, ‘भाजपा का गुजरात में मजबूत संगठन है और पार्टी कार्यकर्ताओं का बड़ा आधार है। अगर आपको उन्हें चुनौती देनी है तो आपको चुनाव से कम से कम छह महीने पहले जमीनी काम शुरू करने की आवश्यकता है।’

भाजपा जीतेगी 110 से ज्यादा सीटें’

वाघेला ने कहा कि उन्होंने कांग्रेस नेता राहुल गांधी से कहा था कि पार्टी 90 से अधिक सीटें जीत सकती है और सरकार बनाने में सक्षम हो सकती है।

वाघेला 1996 से 1997 के बीच राज्य के मुख्यमंत्री रहे। वाघेला ने कहा, ‘कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व में नेताओं ने गुजरात में चुनाव हारने के लिए भाजपा से सुपारी ली है। वे चुनाव जीत सकते थे। उन्होंने दावा किया कि भाजपा 110 से अधिक सीटें हासिल करेगी और राज्य में सरकार बनाएगी।’

उन्होंने कहा कि यह कांग्रेस के लिए चुनाव जीतने का सर्वश्रेष्ठ अवसर हो सकता था क्योंकि लोग मौके की तलाश कर रहे थे।

वाघेला ने कहा, ‘भाजपा राजनैतिक प्रबंधन में बेहद शातिर है और कांग्रेस ने जमीनी कार्य नहीं करके उस तथ्य की अनदेखी की।’

वाघेला ने कहा कि वह चुनाव नहीं लड़ेंगे। वह राजनीति और सार्वजनिक जीवन में बने रहेंगे।attacknews.in

राहुल गांधी ने चुनावी रैली में कहा: कांग्रेस ने गुजरात में मोदी और भाजपा को घेर लिया है Attack News 

दियोदर/डाकोर (गुजरात), 10 दिसंबर । कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने आज दावा किया कि उनकी पार्टी और गुजरात की जनता ने पिछले तीन चार महीने में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भाजपा को इस तरह घेर लिया है कि वे उसमें से निकल नहीं सकते।

उन्होंने कांग्रेस कार्यकर्ताओं से बूथों पर जाने की अपील करते हुए यह भी दावा किया कि राज्य से उद्योगपतियों (भाजपा) की सरकार जाने वाली है और जनता (कांग्रेस) की सरकार आने वाली है।

श्री गांधी ने दियोदर में एक चुनावी रैली में श्री मोदी पर और कड़े प्रहार करते हुए यह भी कहा कि वह भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के बेटे के कंपनी के बारे में कही इसलिए तो कुछ नहीं बोलते क्योकि वह गुजरात सरकार को रिमोट कंट्रोल से चलाने वाले श्री शाह से डरते हैं।attacknews.in