जयपुर, 31 जुलाई । राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आरोप लगाया है कि केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह दिनरात चुनी राज्य सरकारों को गिरानेे के बारे में सोचते रहते हैं।
श्री गहलोत ने आज यहां पत्रकारों से कहा कि सत्ता पलटने के खेल में सत्ता में बैठे भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेताओं में अमित शाह अग्रिम मोर्च पर आते हैं, चाहे वह कर्नाटक, मध्यप्रदेश, गोवा, मणिपुर हो या अरुणाचल प्रदेश, सब जगह वही नजर आते हैं।
उन्होंने कहा कि अमित शाह का क्या हो गया है कि वह रात-दिन, सोते जागते हर वक्त राज्य सरकारें गिराने की सोचते रहते हैं।
श्री गहलाेत ने कहा कि चुनी हुई सरकारें यदि इस तरह से गिरने लगेंगी, तो देश में लोकतंत्र कहां बचेगा। हम देश में लोकतंत्र बचाने का अभियान हम चला रहे हैं। दल तो आते जाते रहते हैं, सरकारें बनेंगी-जाएंगी, व्यक्ति आएंगे जाएंगे, लेकिन लोकतंत्र नहीं रहेगा तो क्या होगा देश का।
उन्होंने कहा कि 70 साल तक कांग्रेस ने इंदिरा गांधी, राजीव गांधी, बेअंतसिंह जी की कुर्बानियां देकर लोकतंत्र को मजबूत रखा, देश एक रहा, अखंड रहा। पाकिस्तान की तरह बार-बार यहां पर सैनिकों का शासन नहीं हुआ। उस मुल्क में आज लोकतंत्र की हत्या हो रही है, उसकी चिंता हम सबको है।
उन्होंने कहा कि सारा देश राजस्थान के घटनाक्रम से वाकिफ है। दुर्भाग्य से भाजपा नेताओं ने जिस रूप में इस खेल को खेला है, हमारे साथियों को जिस प्रकार से षड्यंत्र करके मानेसर में गुड़गांव में होटलों में रिसॉर्ट में रखा गया है, यह सारा घटनाक्रम सबको मालुम है।
श्री गहलाेत ने कहा कि राज्यपाल महोदय ने 14 अगस्त को विधानसभा सत्र आहूत करने का आदेश दिया है, जबकि हमारे विधायक 15 से ज्यादा दिनों से वहां बैठे हुए हैं, इस बारे में लोकतांत्रिक स्थिति स्पष्ट होनी चाहिए।
श्री गहलोत ने कहा कि हम पिछले तीन-चार-पांच महीनों से पूरी क्षमता से कोरोना की जंग लड़ रहे हैं। लोग बहुत खुश हुए कि सरकार जो कर सकती है उससे अधिक कर रही है, चाहे नकदी बांटने की बात हो, चाहे गेहूं, दाल बांटने की बात हो, या खाने के पैकेट, दानदाताओं ने भामाशाहों ने खूब मदद की। विधायक कोष से, चाहे बीजेपी के हों चाहे कांग्रेस के हों चाहे कोई हों, कोई कमी नहीं रखी, सबने मिलकर इस जंग को लड़ने का प्रयास किया, पूरे मुल्क में राजस्थान की वाहवाही हुई। यहां सब पक्ष-विपक्ष, सब पार्टियों वाले, सब धर्मगुरु, दानदाता सब आगे आ रहे हैं और इलाज में हमने कमी नहीं रखी। नए-नए प्रयोग किये गये इसीलिए पूरे विश्व के अंदर उसकी तारीफ हुई।
उन्होंने कहा कि हमने 40 हजार जांचें प्रतिदिन करने की क्षमता हासिल कर ली है, उसी रूप में यहां पर इलाज हो रहे हैं, मृत्युदर सबसे कम है। अब तो एक प्रतिशत से भी कम मृत्युदर रह गई है जो देश में सबसे कम है। स्वस्थ होने की दर सबसे अच्छी है। यहां सब अच्छा हो रहा है।
भाजपा का चाल-चरित्र-चेहरा कहां गया-गहलोत
इससे पहले मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) तेलगू देशम पार्टी (टीडीपी) के चार राज्यसभा सांसदों को अपनी पार्टी में शामिल करना सही और कांग्रेस में इस तरह करना गलत मान रही हैं तो भाजपा का चाल-चरित्र-चेहरा कहां गया।
श्री गहलोत ने आज सोशल मीडिया के जरिए यह बात कही। उन्होंने कहा कि भाजपा ने टीडीपी के चार सांसदों को राज्यसभा के अंदर रातों रात मर्जर करवा दिया, वो मर्जर तो सही है और राजस्थान में बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के छह विधायक कांग्रेस में मर्जर कर गए, यह मर्जर गलत है, तो फिर भाजपा का चाल-चरित्र-चेहरा कहां गया।
उन्होंने कहा “मैं पूछना चाहता हूं, राज्यसभा में मर्जर हो वो सही है और यहां मर्जर हो वो गलत है।” उन्होंने बसपा अध्यक्ष मायावती का नाम लिए बिना कहा कि बहनजी को भाजपा ने आगे कर रखा है और उन्हीं के इशारे पर वो बयानबाजी कर रही हैं। भाजपा जिस प्रकार से सीबीआई, ईडी एवं इनकम टैक्स का दुरुपयोग कर रही है, सबको ही डरा रही है, धमका रही है, राजस्थान में क्या हो रहा है, सबको मालूम है, ऐसा तमाशा कभी देखा नहीं। वह उनसे डर रही हैं और मजबूरी में बयान दे रही हैं।
उल्लेखनीय है कि राज्यसभा के टीडीपी सांसद वाईएस चौधरी, सीएम रमेश, टीजी वेंकटेश और जीएम राव पिछले दिनों भाजपा में शामिल हो गये। इससे पहले गत वर्ष राजस्थान में बसपा के छह विधायक राजेंद्र गुढा , वाजिब अली , जोगिंदर अवाना, संदीप यादव, दीपचंद खेरिया एवं लाखन सिंह कांग्रेस में शामिल हो गये थे।
राजस्थान में खरीद-फरोख्त का ‘दाम’ बढ़ा: गहलोत
इससे पहले कल मुख्यमंत्री गहलोत ने बृहस्पतिवार को दावा किया कि विधानसभा सत्र बुलाने की तारीख तय होने के बाद राज्य में विधायकों की खरीद-फरोख्त का ‘दाम’ बढ़ गया है।
उन्होंने कहा कि उनकी सरकार पांच साल का कार्यकाल पूरा करेगी और सरकार गिराने का षड्यंत्र करने वाली भाजपा को जनता माफ नहीं करेगी।
गहलोत ने कहा कि बसपा के छह विधायकों के कांग्रेस में शामिल होने को लेकर बसपा प्रमुख मायावती डर और मजबूरी में बयान दे रही हैं।
उन्होंने कहा कि आगामी विधानसभा सत्र में शक्ति परीक्षण होगा।
गहलोत ने यहां उस होटल के बाहर संवाददाताओं से बातचीत की, जहां कांग्रेस और उसके समर्थक विधायक रुके हुए हैं।
गहलोत ने कहा, ‘‘कल रात, जब से विधानसभा सत्र बुलाने की तारीख की घोषणा हुई है, राजस्थान में खरीद-फरोख्त (विधायकों की) का ‘दाम’ बढ़ गया है। इससे पहले पहली किस्त 10 (करोड़ रुपये) और दूसरी किस्त 15 (करोड़ रुपये) की थी। अब पूछा जा रहा है कि आप बताओ, क्या चाहिए आपको?’’
उन्होंने कहा, ‘‘खरीद-फरोख्त का दाम बढ़ चुका है। राजस्थान में मुंहमांगा दाम है।’’
उल्लेखनीय है कि राज्यपाल कलराज मिश्र ने सरकार की ओर से चौथी बार भेजे गए प्रस्ताव को स्वीकार करते हुए विधानसभा का पांचवां सत्र 14 अगस्त से बुलाने को मंजूरी दे दी। इससे सत्र बुलाने को लेकर सरकार और राजभवन के बीच कई दिनों से जारी गतिरोध समाप्त हो गया।
गहलोत ने कहा, ‘‘मुझे खुशी है कि राज्यपाल ने कल मेरी बात को माना।’’
उन्होंने दावा कि सब लोग यह जानते हैं कि भाजपा ने उनकी पार्टी के विधायकों की खरीद-फरोख्त की।
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘मैं आज फिर कहना चाहूंगा कि कर्नाटक और मध्यप्रदेश के बाद राजस्थान पर हमला किया गया है। राजस्थान में उन्हें मुंह की खानी पड़ेगी और यहां हमारी एकजुटता है। हमारी सरकार पूरे पांच साल चलेगी। उनके तमाम षड्यंत्र विफल होंगे।’’
गहलोत के नेतृत्व के खिलाफ बगावत कर 18 विधायक सचिन पायलट के साथ चले गए हैं, उनका जिक्र करते हुए गहलोत ने कहा कि उन विधायकों को कांग्रेस विधायक दल की बैठकों में आना चाहिए, लेकिन वे भाजपा की गोद में बैठे हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘दुर्भाग्य से हमारे जो साथी गुड़गांव में बैठे हैं, वे आते नहीं है, जबकि सबको मालूम है कि राजस्थान में किस प्रकार का राजनीतिक माहौल बना हुआ है।’’
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘जिन्होंने कांग्रेस के चिह्न पर चुनाव जीता है, अगर उन्हें कोई नाराजगी है, तो वे अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी में जाकर बात करते, प्रदेश कांग्रेस कमेटी में जाकर बात करते, परन्तु वे लोग इतने दिनों से अलग होकर बैठे हुए हैं। मैं चाहूंगा कि उन्हें बैठकों में आना चाहिए। अगर उन्होंने कांग्रेस के चुनाव चिह्न पर चुनाव जीता है, तो उनका पहला कर्तव्य है कि वे सरकार के साथ खड़े हों।’’
गहलोत ने कहा, ‘‘जो लोग गये हैं… मुझे पता नहीं, उनमें से किन-किन लोगों ने पहली किस्त ली है। हो सकता है कि कई लोगों ने किस्त नहीं ली हो। मैं चाहूंगा कि उन्हें वापस आना चाहिए।’’
उन्होंने आरोप लगाया कि यह पूरा खेल भाजपा का है और भाजपा को जनता माफ नहीं करेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘जनता ने नरेंद्र मोदी को लगातार दूसरी बार प्रधानमंत्री चुना है, लेकिन उन्होंने देश में लोकतंत्र की धज्जियां उड़ाई हैं।’’
गहलोत ने कहा, ‘‘भाजपा और अमित शाह को सरकार गिराने का इरादा छोड़ देना चाहिए। इससे देश में लोकतंत्र कमजोर ही होगा।’’
मुख्यमंत्री ने राज्य में बसपा के छह विधायकों के कांग्रेस में शामिल होने को लेकर कहा, ‘‘मेरा मानना है कि मायावती जो बयानबाजी कर रही हैं, वह भाजपा के इशारे पर कर रही हैं। भाजपा सीबीआई, ईडी का दुरुपयोग कर रही है और सबको डरा-धमका रही है। मायावती भी डर रही हैं और वह मजबूरी में बयान दे रही हैं।
कांग्रेस के चिन्ह पर जीतने वाले विधायक सरकार के साथ खड़े हों- गहलोत
उधर मुख्यमंत्री गहलाेत ने बागी विधायकों से कहा है कि वे कांग्रेस के चुनाव चिन्ह पर जीते हैं, लिहाजा उन्हें राज्य सरकार के साथ खड़े होना चाहिए।
श्री गहलोत ने कल यहां जारी बयान में कहा कि विधायकदल की बैठक तो लगातार होती रहती है, दुर्भाग्यवश हमारे जो साथी गुड़गांव के मानेसर में बैठे हैं उन्हें सरकार का साथ देना चाहिए। सबको पता है कि राज्य में किस प्रकार का राजनीतिक माहौल बना हुआ है। ऐसे वक्त में जो कांग्रेस के चुनाव चिन्ह पर जीतकर आए हैं, वे लोग अलग जाकर बैठ जाएं, यह उचित नहीं है।
उन्होंने कहा कि अगर कोई नाराजगी है तो वे अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी, 24 अकबर रोड में आकर बात करते, पर इतने दिनों से वे वहां बैठे हुए हैं, उन्हें बैठकों में आना चाहिए। उन्होंने कहा कि विधानसभा का सत्र बुला लिया गया है, लिहाजा उनका कर्तव्य है कि वे भाजपा की गोद में न खेलकर जनता को सरकार के साथ में खड़े दिखें। उन्हाेंने कहा कि यह पूरी तरह बीजेपी की तैयारियां हैं, बीजेपी ने वहां पर इंतजाम किए हुए हैं, उन्हीं की पुलिस है, उन्हीं के घेरे में वे बंद हैं, वहां कोई आना चाहे तो नहीं आ सकता है। श्री गहलोत ने कहा कि यह पूरा खेल भाजपा का है। क्योंकि वहां एसओजी जाती है तो वहां उन्हें प्रवेश नहीं करने दिया जाता। भाजपा को जनता कभी माफ नहीं करेगी।
उन्होंने कहा कि भाजपा को चाहिए कि सरकार गिराने के इरादा छोड़े क्योंकि इससे लोकतंत्र कमजोर होगा। जनता के जीवन को बचाना है, उसके लिए सबको लगना चाहिए। जनता का जीवन कैसे बचे। विश्व स्वास्थ्य संगठरन की रिपोर्ट आ रही है जो बहुत ही गंभीर है। आने वाले वक्त में कोरोना बहुत ज्यादा फैल सकता है, हमें उसकी चिंता है, इसलिए मैं रोज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग करता हूं। अभी परसों ही 350 करोड़ रुपए गरीबों के खातों में डाले हैं, तमाम तरह की दवाइयां महंगी हैं, मैंने कहा- गरीब से गरीब आदमी का इलाज भी पूरा होना चाहिए और दूसरी तरफ हमारी सरकार को गिराने के लिए ही षड्यंत्र हो रहे हैं।
श्री गहलोत ने कहा कि उन्होंने खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी काे टेलीफोन किया करके उन्हें राजस्थान की स्थिति से अगवत कराया। उन्होंने कहा कि उन्हें खुशी है कि राज्यपाल ने उनकी बात को मानते हुए सत्र बुलाया है। अगर 21 दिन देंगे तो खरीद फरोख्त बढ़ेगी, यह पूरा खेल देरी करने का इसलिए होता है, क्योंकि भाजपा ने खरीद फरोख्त करने का ठेका ले रखा है। हमारी खुद की पार्टी के कुछ नेताओं ने ठेका ले रखा था, उनके जरिए खरीद फरोख्त हुई जो सबको मालूम है। इरादे क्या हैं सबको मालूम है, कई लोग कहते हैं हम बीजेपी में नहीं जाएंगे, बीजेपी में नहीं जाओगे तो थर्ड मोर्चा बनाओ। स्पष्ट है कि आप कांग्रेस छोड़ रहे हो।
श्री गहलोत ने कहा कि कानून उसके लिए क्या कहता है। उच्चतम न्यायालय का फैसला क्या है सबको मालूम है कि कोई व्यक्ति अगर पार्टी छोड़ना चाहता है तो उसके लिए क्या प्रावधान हैं। फिर भी कानून की लड़ाई लड़कर आप विलम्ब करवा रहे हो, तो मैं समझता हूं के ये तमाम चीजों से जनता भलीभांति अवगत है। उन्होंने कहा कि कर्नाटक, मध्यप्रदेश के बाद जिस रूप में राजस्थान में हमला किया गया है, राजस्थान में उनको मुंह की खानी पड़ेगी और यहां हमारी एकजुटता है, लिहाजा हमारी सरकार पूरे पांच साल तक चलेगी।