काेलकाता 28 मार्च । पूर्व माओवादी एवं वर्तमान में पश्चिम बंगाल सत्तारूढ तृणमूल कांग्रेस प्रदेश समिति के नेता छत्रधर महतो को रविवार तड़के राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की एक टीम ने गिरफ्तार कर लिया। जिन पर एक मार्क्सवादी कम्युनिस्ट नेता (माकपा) नेता की हत्या करने और एक एक्सप्रेस यात्री ट्रेन में विस्फोट में मास्टरमाइंड होने का आरोप लगा है।
आधिकारिक सूत्रों ने आज यह जानकारी दी है। श्री महतो (55) पर हाल ही में दाँत दर्द के कारण एनआईए के कई समन नजरअंदाज करने का आरोप है। उन्हें अपने लालगढ़ गाँव के इलाके में देखा गया और 11 साल में पहली बार उन्हें घेर कर आज केंद्रीय एजेंसी एजेंसी ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
पिछले साल जेल से अपनी रिहाई के बाद श्री महतो तृणमूल की पुलिस के एक पूर्व संयोजक संत्राश विरोधी जनसाधारण समिति ( पुलिस के कथित अत्याचार के खिलाफ पीपुल्स कमेटी) में शामिल हुए और सत्तारूढ़ दल की कोर कमेटी के सदस्य बने।
वह नवंबर 2008 में राजधानी एक्सप्रेस में माओवादियों के सालबोनी विस्फोट के बाद खबरों के बाद सुर्खियों में आये और वर्ष 2009 में उन पर माकपा नेता ही हत्या का अारोप लगा था।
आधिकारिक सूत्रों में बताया कि गिरफ्तार नेता को कोलकाता लाया जा रहा था और बाद में आज रिमाण्ड पर लेने के लिए उन्हें बैंकशाल अदालत में पेश किया गया।
उन्होंने कहा कि एनआईए ने 16, 18 और 22 मार्च तथा 26 मार्च को श्री महतो को तलब किया था।लेकिन उसने सभी समन को नजरअंदाज किया था।उन्होंने दांत में दर्द की मेडिकल रिपोर्ट भी दिखाई दी थी लेकिन एनआईए उनसे संतुष्ट नहीं थी।
हाई कोर्ट ने दिया था छत्रधर महतो की गिरफ्तारी का आदेश
इसके बाद नेशनल इन्वेस्टीगेशन एजेंसी (NIA) ने हाई कोर्ट का रूख किया।तब कोर्ट ने आदेश दिया कि अगर छत्रधर महतो एजेंसी के सामने पेश नहीं होते हैं तो उन्हें गिरफ्तार किया जा सकता है।
ममता बनर्जी के करीबी छत्रधर महतो
गौरतलब है कि हाल ही में टीएमसी नेता छत्रधर महतो को झाड़ग्राम में हुई सीएम ममता बनर्जी की रैली में स्टेज पर उनके साथ देखा गया था।माना जाता है कि छत्रधर महतो मुख्यमंत्री के काफी करीबी हैं।लोक सभा चुनाव 2019 में पार्टी के खराब प्रदर्शन के बाद इस बार विधान सभा चुनाव 2021 में छत्रधर महतो पर टीएमसी के पक्ष में वोट डलवाने की बड़ी जिम्मेदारी थी।
बता दें कि शनिवार को जैसे ही झाड़ग्राम में विधान सभा चुनाव की वोटिंग पूरी हुई वैसे ही एनआईए की 40 लोगों की टीम लालगढ़ में छत्रधर महतो के घर पहुंची और उन्हें गिरफ्तार कर लिया।आज रविवार को एनआईए कोर्ट के सामने छत्रधर महतो को पेश किया जाएगा।
इससे पहले छत्रधर महतो साल 2008 में सालबोनी में किए गए माओवादियों के एक ब्लास्ट में शामिल होने के कारण 10 साल की जेल की सजा काट चुके हैं. यह विस्फोट तत्कालीन मुख्यमंत्री बुद्धदेव भट्टाचार्य और पूर्व केंदीय मंत्री रामविलाम पासवान के काफिले को निशाना बनाकर किया गया था।