भोपाल, 01 नवंबर । मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की सेवानिवृत्ति की आयु घटाने को लेकर आज कहा कि राज्य सरकार ने ऐसा कोई भी आदेश पारित नहीं किया है। यह पूर्णत: असत्य है कि हमने चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की सेवानिवृत्ति की आयु घटाई है। वह आज भी 62 वर्ष ही है।
श्री चौहान ने अपने ट्वीट के माध्यम से पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ पर आरोप लगाया कि पूर्व मुख्यमंत्री होते हुए भी ट्वीट करने से पहले उन्होंने ये जानना भी उचित नहीं समझा की जो अधिसूचना सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा जारी की गई है, वह मंत्रीगण की निजी स्थापना में मंत्रीगण द्वारा अपने कार्यकाल तक के लिए रखे जाने वाले अस्थाई चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियो से संबंधित है। मुख्यमंत्री ने कहा कि दरअसल, सरकार ने उनकी भी कार्य करने की आयु सीमा 40 वर्ष से बढ़ाकर 60 वर्ष की है।
श्री चौहान ने कहा कि इस अधिसूचना का चतुर्थ श्रेणी के स्थायी कर्मचारियों से कोई संबंध नहीं है। उनकी सेवानिवृत्ति की आयु यथावत 62 वर्ष ही है। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार हमेशा से ही कर्मचारी हितैषी सरकार रही है, आज भी है और आगे भी रहेगी।
उन्होंने तत्कालीन कांग्रेस सरकार पर हमला करते हुए कहा कि उनकी तरह तबादला उद्योग चला कर्मचारियों को परेशान करने वाली सरकार नहीं है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हम सब एक टीम की तरह कंधे से कंधा मिलाकर काम करते है एवं मध्यप्रदेश के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है।
उन्होंने कहा कि श्री कमलनाथ रोज सुबह आयने में अपने आप को कैसे देख पाते होंगे। उन्होंने कहा कि श्री कमलनाथ कांग्रेस की हार को सामने देखकर बौखलाए हुए है। इसलिए वे इस तरह की राजनीति कर झूठी अफवाहें फैला रहे हैं। उन्होंने कहा कि अब वक्त आ गया है की जनता उनके (श्री कमलनाथ) जैसी असत्य की राजनीति करने वालों को पहचाने और हमेशा के लिए कांग्रेस से मुक्ति पा ले।