संसद के दोनों सदनों का नजारा बदला :कोविड काल में लोकसभा हुई डिजीटाइज़्ड, मोबाइल ऐप से सांसद लगाएंगे हाजिरी,सदन में केवल 257 सदस्य ही बैठेंगे attacknews.in

नयी दिल्ली ,10 सितंबर । आगामी सोमवार से शुरू हो रहे संसद के मानसून सत्र में दाेनों सदनों का नजारा बदला हुआ होगा। लोकसभा का कामकाज शत प्रतिशत डिजीटाइज़्ड हो जाएगा। सदस्य संसद में अपनी हाजिरी एक मोबाइल ऐप्लीकेशन के माध्यम से लगाएंगे।

कार्यवाही के लिए सरकार द्वारा स्वीकृत स्वास्थ्य प्रोटोकॉल के अनुसार सदस्यों के बैठने की व्यवस्था में आमूलचूल परिवर्तन किया गया है। लोकसभा में सदन में केवल 257 सदस्यों को बैठने दिया जाएगा। लोकसभा की दर्शक दीर्घा में 172, राज्यसभा की दर्शक दीर्घा में 51 जबकि राज्यसभा के सदन में 60 सदस्यों के बैठने का स्थान होगा।

लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने यहां संसद भवन परिसर में संवाददाताओं से कहा कि सभी राजनीतिक दलों को लोकसभा में उनकी संख्या के अनुपात के आधार पर अलग अलग जगहों पर सीटें आवंटित करके उन दलों के नेताओं को जानकारी दे दी गई है। अब किस सांसद को कहां बैठाना है, यह निर्णय दल का नेता करेगा। दलों के नेताओं को यह सलाह भी दी गयी है कि 60 से अधिक आयु वाले सदस्यों को मुख्य सदन में भी बिठाया जाय।

श्री बिरला ने कहा कि सभी सदस्यों का आरटी-पीसीआर से कोरोना का टेस्ट कराया जाएगा और निगेटिव रिपोर्ट होने पर ही वे सदन की कार्यवाही में भाग लेंगे। इसी प्रकार से संसद कवर करने वाले पत्रकारों एवं यहां काम करने वाले कर्मचारियों का भी टेस्ट अनिवार्य होगा।

उन्होंने कहा कि सदन की कार्यवाही बदली बदली होगी। लोकसभा में सदस्यों की सीटों के बीच एवं आगे पीछे फाइबर की सीट लगायी गयी है और सदस्यों को सीट पर ही बैठे बैठे अपनी बात कहनी होगी। दर्शकदीर्घा में बैठने वाले सदस्यों के बोलने के लिए कुछ दूरी पर पोडियम लगाये गये हैं। राज्यसभा में बैठने वाले सदस्यों को कैमरे के माध्यम से लोकसभा अध्यक्ष से मुखातिब होंगे।

उन्होंने कहा कि सांसदों को उपस्थिति दर्ज कराने के लिए अब रजिस्टर में हस्ताक्षर करने की जरूरत नहीं होगी। उनके लिए एक मोबाइल एप्लीकेशन बनाया गया है। यह ऐप संसद भवन परिसर में आने पर ही सक्रिय होगा और मोबाइल के कैमरे से तस्वीर खींच कर सांसदों की उपस्थित दर्ज की जाएगी। सांसदों के माेबाइल फोन में ये ऐप डाउनलोड कराया जा रहा है।

उन्होंने यह भी बताया कि इस बार सदन के काम को शत प्रतिशत डिजीटाइज्ड कर दिया जाएगा। पिछले सत्र में 62 प्रतिशत कामकाज डिजीटाइज्ड हो गया था। एक सवाल पर उन्होंने कहा कि वह संसद की बैठक को वर्चुअल प्लेटफॉर्म पर आयोजित करने को उपयोगी नहीं मानते हैं। संसद की कार्यवाही तो प्रत्यक्ष होनी चाहिए।

लोकसभा सचिवालय ने सुरक्षा एवं स्वास्थ्य प्रोटाेकॉल के अनुपालन के व्यापक बंदोबस्त किये हैं और बहुत सीमित संख्या में कर्मचारियों एवं पत्रकारों को पास दिये हैं। लोकसभा में अध्यक्ष के आसन के बाँयी ओर का स्क्रीन और ऊपर की तरफ लगा दाँयी ओर का स्क्रीन राज्यसभा का दृश्य दिखाएगा। गैलरी में सैनेटाइजर डिस्पेंसिंग मशीन भी लगीं हैं। सदस्यों के बैठने वाले स्थानों काे रोज़ाना सैनेटाइज़ किया जाएगा। लोकसभा सचिवालय के कर्मचारी व्यवस्थाओं को अंतिम रूप देने में लगे हैं।

उन्होंने कहा कि सदन में केवल 257 सदस्यों के बैठने की व्यवस्था है। लोकसभा की दर्शक दीर्घा में 172, राज्यसभा की दर्शक दीर्घा में 51 जबकि राज्यसभा के सदन में 60 सदस्यों के बैठने का स्थान होगा। प्रधानमंत्री एवं सभी मंत्री लोकसभा में बैठेंगे।

श्री बिरला के अनुसार लोकसभा में इस बार प्रश्नकाल भले ही नहीं होगा लेकिन सदस्यों को अतारांकित प्रश्न पूछने का अवसर मिलेगा और उनके उत्तर सदन के पटल पर रखे जाएंगे। शून्यकाल आधे घंटे का होगा।

उन्होंने कहा कि 14 सितंबर को सदन की कार्यवाही पहले दिन सुबह नौ बजे से एक बजे तक चलेगी जिसमें सदन की कार्यवाही के संशोधित प्रारूप पर सदस्यों की स्वीकृति हासिल की जाएगी। इसके बाद अगले दिन से एक अक्टूबर तक अपराह्न तीन बजे सेे शाम सात बजे तक कार्यवाही चलेगी। सदन की स्वीकृति होने पर कार्यवाही के समय को बढ़ाया भी जा सकता है। रविवार एवं शनिवार को कोई अवकाश नहीं होगा।

लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि 17वीं लोकसभा ने उत्पादकता को लेकर कीर्तिमान रच दिया है। सदन की अभी तक की कुल उत्पादकता 110 प्रतिशत रही है जो एक रिकार्ड है। पहले सत्र में 37 बैठकें हुईं जिनमें प्रश्नकाल पूरे पूरे चले। दूसरे सत्र में उत्पादकता 115 प्रतिशत और तीसरे सत्र में 90 प्रतिशत रही। 17वीं लोकसभा में तारांकित प्रश्नों को लिये जाने के मामले में भी सुधार हुआ है। पहले प्रतिदिन औसतन 3.35 प्रश्न आते थे पर अब ये आंकड़ा 6.68 प्रश्न हो गया है। इसी प्रकार से नियम 377 के तहत उठाये गये शत प्रतिशत मामलों में मंत्रियों ने सदस्यों को व्यक्तिगत रूप से उत्तर दिये हैं। सदस्यों ने अपने क्षेत्र की भावनाओं एवं समस्याओं को सदन में रखा और सरकार ने उसका जवाब दिया। इससे जमीनी लोकतंत्र मजबूत हुआ है। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में भी संसद की 27 समितियों 91 बैठकें हुईं हैं।

एक सवाल के जवाब में श्री बिरला ने स्पष्ट किया कि इस बार वह सर्वदलीय बैठक नहीं बुला रहे हैं। कोरोना काल की विपरीत परिस्थितियों में संवैधानिक दायित्व को पूरा करने के लिए आयोजित संसद के मानसून सत्र के पहले 13 सितंबर को कार्यमंत्रणा समिति की बैठक होगी जिसमें तकरीबन सभी दलों के सदस्य रहेंगे। उन्होंने कहा कि सभी दलों को साथ लेकर संसद की कार्यवाही चलेगी। पहले भी सबका साथ सबका सहयोग मिला है। इस बार भी राष्ट्रहित में हम सबके समक्ष इस चुनौती का समाधान मिल कर निकाला जाएगा।

लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि उनकी जिम्मेदारी है कि वह लोकसभा को अधिक से अधिक जनता के प्रति जवाबदेह बनायें। लोकसभा अध्यक्ष के रूप में वह हर किसी को अपनी बात नियमानुसार कहने का अवसर दें। सभी लोकतांत्रिक संस्थाओं को मजबूत करें।

संसदीय समितियों में न्यायालय में विचाराधीन मामले उठाये जाने एवं समितियों में उठे विवाद के बारे में पूछे जाने पर श्री बिरला ने कहा कि उन्होंने सभी समितियों के सभापतियों को पत्र लिख कर सलाह दी है कि न्यायालय के विचाराधीन मामलों को संसद के किसी भी मंच पर उठाये जाने की परंपरा नहीं है। लेकिन यह प्रतिबंधित भी नहीं है। यदि चर्चा से अदालत की प्रक्रिया पर असर नहीं पड़ता है तो चर्चा की जा सकती है।

उन्होंने यह भी बताया कि पत्र में उन्होंने किसी विषय के न्यायालय के विचाराधीन होने को परिभाषित भी किया है। केवल याचिका दाखिल होने से ही कोई मामला न्यायालय की परिधि में नहीं माना जा सकता है। उस याचिका का स्वीकार होना एवं सुनवाई के लिए सूचीबद्ध होना भी जरूरी है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि समितियों के सभापति एवं सदस्य इसका ध्यान रखेंगे।

भारत की सैन्य शक्ति ओर भी ताकतवर हुई: पांच रफाल लड़ाकू विमान विधिवत रूप से वायु सेना में शामिल; रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने भारत की ओर आंख उठाने वालों को दिया कड़ा संदेश attacknews.in

नईदिल्ली 10 सितम्बर ।चीन के साथ लंबे समय से सीमा पर चल रही तनातनी के बीच रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आज कहा कि रफाल लड़ाकू विमान से वायु सेना की ताकत और क्षमता कई गुना बढ गयी है और यह भारत की ओर आंख उठाने वालों के लिए बड़ा और कड़ा संदेश है।

फ्रांस से खरीदे गये 36 रफाल लड़ाकू विमानों की पहली खेप के पांच विमान यहां वायु सेना स्टेशन पर एक समारोह में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और फ्रांसीसी रक्षा मंत्री फ्लोरेंस पार्ले की मौजूदगी में वायु सेना के गोल्डन एरो स्क्वाड्रन में विधिवत रूप से शामिल किये गये। ये पांचों विमान गत 27 जुलाई को भारत लाये गये थे।

रफाल को शामिल किये जाने से पहले वायु सेना स्टेशन पर सर्व धर्म पूजा की गयी जिसमें सभी धर्मों के प्रतिनिधियों ने अपनी ओर से पूजा अर्चना की। इस मौके पर राफाल विमानों ने भारत के स्वदेशी लड़ाकू विमान तेजस के साथ साथ सुखाई विमानों के साथ तालमेल बैठाते हुए शक्ति तथा तालमेल और जौहर का प्रदर्शन किया।

श्री सिंह ने बाद में वायु सैनिकों तथा अधिकारियों को संबोधित करते हुए रफाल विमानों की ताकत का उल्लेख करते हुए चीन और पाकिस्तान को परोक्ष रूप से कड़ा संदेश दिया।

उन्होंने कहा , “ आज इनका शामिल होना, पूरी दुनिया, ख़ासकर हमारी संप्रभुता की ओर उठी निगाहों के लिए एक “बड़ा और कड़ा” संदेश है। हमारी सीमाओं पर जिस तरह का माहौल हाल के दिनों में बना है, या मैं सीधा कहूँ कि बनाया गया है, उनके लिहाज़ से इन विमानों का शामिल होना बहुत अहम है। ”

फ्रांसीसी रक्षा मंत्री ने इस मौके पर कहा , “ आज का दिन हमारे देशों के लिए एक उपलब्धि है। हम मिलकर भारत- फ्रांस रक्षा संबंधों का एक नया अध्याय लिख रहे हैं। ”

उन्होंने कहा कि रफाल एक शक्तिशाली विमान है जो वायु सेना को नयी ताकत देगा। फ्रांसीसी रक्षा मंत्री ने कहा कि उनका देश संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत की स्थायी सदस्यता का समर्थन करता है।

इस मौके पर रक्षा सचिव डा अजय कुमार, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत, वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल आर के एस भदौरिया और कई अन्य गणमान्य व्यक्ति भी मौजूद थे।

अभिनेत्री रिया चक्रवर्ती ने जबर्दस्ती अपराध कबूल करवाने का NCB पर लगाया आरोप,रिया की जमानत याचिका पर फैसला अब शुक्रवार को attacknews.in

मुंबई 10 सितम्बर ।नारकोटिक्स ड्रग्स साइकोट्रापिक सब्सटन्स (एनडीपीसी) की विशेष अदालत ने बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत से जुड़े ड्रग (नशीली दवा) मामले में रिया चक्रवर्ती की जमानत याचिका पर फैसला शुक्रवार तक के लिए टाल दिया।

विशेष न्यायाधीश जी एन गौरव ने रिया की ओर से पेश 16 पृष्ठों वाले इकबालिया बयान का अध्ययन किया। अदालत ने नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो(एनसीबी) द्वारा रिया के साथ अब तक की पूछताछ से संबंधित दस्तावेजों का भी अध्ययन किया।

रिया ने याचिका में कहा: दोष स्वीकार करने वाले बयान देने पर मजबूर किया गया

सुशांत सिंह राजपूत की मौत से जुड़े मादक पदार्थों के मामले में गिरफ्तार रिया चक्रवर्ती ने मुंबई की अदालत में दायर अपनी जमानत याचिका में आरोप लगाया है कि स्वापक नियंत्रण ब्यूरो (एनसीबी) द्वारा पूछताछ के दौरान उन्हें ‘‘दोष स्वीकारोक्ति वाले बयान’’ देने को मजबूर किया गया।

बुधवार को सत्र अदालत में दायर याचिका में रिया ने यह दावा भी किया कि उन्होंने कोई अपराध नहीं किया है और उन्हें इस मामले में फंसाया जा रहा है।

रिया की जमानत याचिका पर बृहस्पतिवार को सुनवाई हुई ।

एनसीबी ने तीन दिन तक पूछताछ करने के बाद रिया को मंगलवार को गिरफ्तार किया था। मजिस्ट्रेट अदालत उनकी जमानत याचिका पहले ही खारिज कर चुकी है।

रिया की ओर से वकील सतीश मानशिंदे ने जो जमानत याचिका दी है, उसमें कहा गया है, ‘‘ हिरासत (एनसीबी की) के दौरान याचिकाकर्ता (रिया) को दोष स्वीकारोक्ति वाले बयान देने पर मजबूर किया गया। अभिनेत्री ऐसे सभी कबूलनामे औपचारिक तौर पर वापस लेती हैं।’’

याचिका में रिया ने यह भी कहा कि उनकी गिरफ्तारी ‘‘गैरजरूरी है तथा बिना किसी कारण के की गई है’’।

इसमें कहा गया, ‘‘अभिनेत्री की आजादी पर मनमाने ढंग से रोक लगाई गई।’’

याचिका में यह भी कहा गया कि रिया से पूछताछ के दौरान वहां कोई महिला अधिकारी मौजूद नहीं थी।

रिया फिलहाल न्यायिक हिरासत में है।

रिया के अलावा उनके भाई शौविक तथा मामले में अन्य आरोपी जिन्हें एनसीबी ने पिछले हफ्ते गिरफ्तार किया था, उनकी जमानत याचिका पर भी बृहस्पतिवार को सुनवाई हुई ।

विशेष न्यायाधीश जी एन गौरव ने रिया की ओर से पेश 16 पृष्ठों वाले उस इकबालिया बयान का अध्ययन किया, जिसे बाद में वापस ले लिया गया था।

अदालत ने नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) द्वारा रिया के साथ अब तक की पूछताछ से संबंधित दस्तावेजों का भी अध्ययन किया।

सुनवाई के दौरान रिया के वकील समीश मानशिंदे ने अदालत से अपनी अपील में कहा कि उनके मुवक्किल को पिछले महीने से हत्या की धमकियां मिल रही है और जेल में उनकी जान को खतरा है। उन्होंने यह भी तर्क दिया कि रिया की गिरफ्तारी के समय उनके पास को कोई ड्रग्स अथवा इससे संबंधित वस्तु नहीं पायी गयी है।

सरकारी वकील अतुल सरपंडे ने याचिका का यह कहते हुए विरोध किया कि रिया की जमानत पर रिहाई से जांच में बाधा आ सकती है क्योंकि अभी कुछ और लोगों को गिरफ्तार किया जाना शेष है।

रिया को एनसीबी ने आठ सितम्बर को गिरफ्तार किया था और इसी दिन मुंबई की एक स्थानीय अदालत ने मंगलवार को रिया की जमानत याचिका खारिज करते हुए उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया था। रिया ने अदालत के इस आदेश काे चुनौती दी है। वह अभी भायखला महिला जेल में बंद है।।

अभिनेत्री कंगना रनौत ने उद्धव ठाकरे को वंशवाद का नमूना बताया,कहा:श्री बालासाहेब ठाकरे की शिवसेना सत्ता के लिए विचारधारा बेचकर सोनिया सेना बन गई attacknews.in

कंगना ने उद्धव पर फिर साधा निशाना

मुंबई,10 सितंबर । अभिनेत्री कंगना रनौत ने पाली हिल्स स्थित कार्यालय तोड़े जाने के बाद मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे पर हमले तेज कर दिये हैं और गुरुवार को उनका नाम लिए बिना निशाना साधते हुए कहा कि वह (श्री ठाकरे) कुछ नहीं, सिर्फ़ वंशवाद का एक नमूना भर हैं।

अभिनेत्री ने आज कई ट्वीट किये। उन्होंने किसी के नाम का उल्लेख किये बिना लिखा,”तुम्हारे पिताजी के अच्छे कर्म तुम्हें दौलत तो दे सकते हैं मगर सम्मान तुम्हें खुद कमाना पड़ता है, मेरा मुँह बंद करोगे मगर मेरी आवाज़ मेरे बाद सौ फिर लाखों में गूंजेगी, कितने मुँह बंद करोगे? कितनी आवाज़ें दबाओगे? कब तक सच्चाई से भागोगे तुम कुछ नहीं हों सिर्फ़ वंशवाद का एक नमूना हो।”

कंगना ने आगे कहा,” मैं इस बात को विशेष रूप से स्पष्ट करना चाहती हूँ कि महाराष्ट्र के लोग सरकार द्वारा की गयी गुंडागर्दी की निंदा करते हैं, मेरे मराठी शुभचिंतकों के बहुत फ़ोन आ रहे हैं, दुनिया या हिमाचल में लोगों के दिल में जो दुःख हुआ है, वे यह कतई ना सोचें कि मुझे यहाँ प्रेम और सम्मान नहीं मिलता। महाराष्ट्र सरकार की इस काली करतूत से दुनिया में मराठी संस्कृति और गौरव को ठेस नहीं पहुँचानी चाहिए. जय महाराष्ट्र।”

उन्होंने लिखा,” जिस विचारधारा पर श्री बाला साहेब ठाकरे ने शिव सेना का निर्माण किया था आज वो सत्ता के लिए उसी विचारधारा को बेच कर शिव सेना से सोनिया सेना बन चुके हैं, जिन गुंडों ने मेरे पीछे से मेरा घर तोड़ा उनको सिविक बॉडी मत बोलो, संविधान का इतना बड़ा अपमान मत करो।”

कंगना हिमाचल प्रदेश की रहने वाली है और अभिनेत्री के कार्यालय पर तोडफ़ोड़ पर नाराजगी जताते हुए मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने ट्वीट किया,” हम हिमाचल की बेटी का अपमान सहन नहीं कर सकते। महाराष्ट्र सरकार ने हिमाचल की बेटी कंगना रनौत के साथ जो राजनीतिक प्रतिशोध की भावना से अत्याचार किया है, वह अत्यंत चिंताजनक एवं निंदनीय है। हमारी सरकार व देश की जनता इस घटनाक्रम में हिमाचल की बेटी कंगना के साथ खड़ी है।”

आओ अब मेरा घर भी तोड़ दो : कंगना

इससे पहले कल रात एकबार फिर से बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत ने उनके कार्यालय के एक हिस्से को कथित रूप से अवैध बताकर बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) के तोड़फोड़ की कार्रवाई को लेकर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और फिल्मकार करण जौहर पर निशाना साधते हुये कहा कि “आओ अब मेरा घर भी तोड़ दो”

कंगना बुधवार को हिमाचल प्रदेश के अपने गृहनगर मनाली से मुंबई लौट आयी है। कंगना के मुंबई की तुलना पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) से करने के बाद शिव सेना नेता एवं सांसद संजय राउत ने उन्हें वापस मुंबई लौट कर आने की चुनौती दी थी। कंगना रनौत के मुंबई लौटने से पूर्व उनके मुंबई स्थित ‘मणिकर्णिका फिल्म्ज’ कार्यालय को बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) ने कथित तौर पर अवैध निर्माण बताते हुए तोड़ दिया है।

कंगना ने ट्विटर पर लिखा, “मेरा दफ़्तर 24 घंटों में ही अवैध घोषित कर दिया गया। उन्होंने सब कुछ नेस्तनाबूद कर दिया है। यहां तक की फर्नीचर और लाइट्स भी। अब मुझे धमकियां मिल रही हैं कि वो मेरा घर भी तोड़ देंगे। मुझे खुशी है कि मूवी माफिया के पसंदीदा सीएम को लेकर मेरा फैसला सही था। ”

कंगना ने एक अन्य ट्टीट में उद्धव ठाकरे और करण जौहर को ललकारते हुए लिखा, “आओ उद्धव ठाकरे और करण जौहर गैंग, तुमने मेरा वर्क प्लेस तोड़ दिया। अब मेरा घर तोड़ दो। फिर मेरा चेहरा और शरीर भी तोड़ दो। मैं चाहती हूं कि दुनिया देखे कि पर्दे के पीछे तुम लोग क्या करते हो। मैं मरूं या ज़िंदा रहूं, मैं तुम्हें बेपर्दा पर दूंगी। ”

कंगना ने लिखा, “आज उन्होंने मेरा घर गिराया है। कल आपका होगा। सरकारें आती हैं और चली जाती हैं। जब आप एक आवाज़ को हिंसक तरीके से दबाते देखने के आदी हो जाओगे, यह सामान्य बनता जाएगा। आज एक आदमी को चिता पर जलाया जा रहा है, कल हज़ारों का जौहर होगा। जागो। ”

कंगना ने लिखा, “मैं अपनी मुंबई में हूँ, अपने घर में हूँ मुझपे वार भी हुआ तो पीठ पीछे जब मैं फ़्लाइट में थी, सामने नोटिस देने की या वार करने की हिम्मत नहीं है मेरे दुश्मनों में ये जानकर अच्छा लगा, बहुत लोग मुझे पहुंचाई हुई हानि से दुखी और चिंतित हैं मैं उनके आशीर्वाद और स्नेह की आभारी हूँ ।”

कंगना और शिवसेना में तेज हुई जुबानी जंग

बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत की बुधवार को हिमाचल प्रदेश के अपने गृहनगर मनाली से मुंबई लौटने के बीच शिवसेना और उनके दरम्यां तेज जुबानी जंग हुई।

मुम्बई की तुलना पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर से करने को लेकर कंगना महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ शिवसेना और उसके गठबंधन सहयोगियों के निशाने पर है।

कंगना का उद्धव पर हमला,’आज मेरा घर टूटा है कल तेरा घमंड टूटेगा’

बॉनीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत ने बुधवार को अपने पाली हिल स्थित कार्यलय पर बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) के बुलडोजर चलाये जाने के बाद इस मुद्दे सीधे महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे पर निशाना साधते हुए कहा है कि आज मेरा घर टूटा है कल तेरा घमंड टूटेगा।

अभिनेत्री कंगना का अभी तक वाकयुद्ध शिवसेना के प्रमुख प्रवक्ता संजय राउत से चल रहा था और दोनों एक-दूसरे पर शब्दों के बाणों से हमला कर रहे थे। अब कंगना ने सीधे शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे पर निशाना साधा है।

मुंबई पहुंचते ही अभिनेत्री ने वीडियो जारी कर कहा,’उद्धव ठाकरे तुझे क्या लगता है? कि तूने फिल्म माफिया के साथ मिलकर, मेरा घर तोड़कर मुझसे बहुत बड़ा बदला लिया है? आज मेरा घर टूटा है, कल तेरा घमंड टूटेगा। ये वक्त का पहिया है, याद रखना, हमेशा एक जैसा नहीं रहता।’

सुशांत सिंह राजपूत की संदिग्ध मौत के बाद से कंगना निरंतर अपने बयानों को लेकर से चर्चा में हैं।

कंगना गत सप्ताह कहा था कि वर्तमान की महाराष्ट्र सरकार के वक्त में उन्हें डर लगता है और मुंबई की तुलना पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर से कर दी थी, जिसके बाद संजय राउत ने कहा था कि अगर कंगना को डर लगता है तो वह मुंबई नहीं आएं।

संजय राउत के इस बयान के बाद अभिनेत्री ने ट्वीट कर कहा था,’महाराष्ट्र किसी के बाप का नहीं है, महाराष्ट्र उसी का है जिसने मराठी गौरव को प्रतिष्ठित किया है. और मैं डंके की चोट पे कहती हूं. हां मैं मराठा हूं ,उखाड़ो मेरा क्या उखाड़ोगे?’

कंगना ने अपने साथ बढ़ते विवाद को देखते हुए सुरक्षा की मांग थी, जिसके बाद केंद्र की तरफ से उन्हें वाई श्रेणी की सुरक्षा दी गई है।

बाम्बे उच्च न्यायालय ने आज कंगना रनौत के कार्यालय के तोड़फोड़ पर रोक लगा दी और बीएमसी से जवाब मांगा है। इस मामले पर गुरुवार को सुनवाई होगी।

न्यायमूर्ति एसजे काथावाला कंगना रनौत की तरफ से दायर याचिका पर सुनवाई की । याचिका में अभिनेत्री के कार्यालय में अवैध निर्माण के लिए बीएमसी की ओर से जारी नोटिस को चुनौती दी गई थी।

न्यायालय ने बीएमसी से यह भी जानना चाहा कि उसने कैसे परिसर में प्रवेश किया। न्यायालय ने निर्देश दिया कि बीएमसी याचिका के जवाब में हलफनामा दायर करे। अदालत ने मामले को सुनवाई के लिए गुरुवार को सूचीबद्ध कर दिया है। गुरुवार को इस मामले में दोपहर तीन बजे सुनवाई होगी।

कंगना के कार्यालय में ‘अवैध निर्माण’ तोड़ने पर रोक

इस बीच बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत के मुंबई स्थित ‘मणिकर्णिका फिल्म्ज’ कार्यालय को बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) ने कथित तौर पर अवैध निर्माण बताते हुए तोड़ दिया । बॉम्बे उच्च न्यायालय ने कंगना रनौत के पक्ष में फैसला सुनाते हुए बीएमसी की कार्रवाई पर रोक लगा दी ।

न्यायालय की ओर से यह रोक गुरुवार दोपहर तीन बजे तक लगाई गई हालांकि बीएमसी ने पहले ही अपनी कार्रवाई पूरी ली थी। न्यायालय ने इस मामले में गुरुवार को फिर सुनवाई की। न्यायालय ने कंगना रनौत के कार्यालय में अवैध निर्माण को गिराने में इतनी जल्दबाजी करने के लिए बीएमसी से जवाब मांगा था ।

गौरतलब है कि कोरोना वायरस महामारी देखते हुए बॉम्बे उच्च न्यायालय ने गत 26 मार्च को एक आदेश जारी करते हुए कहा था कि राज्य सरकार बीएमसी और सभी संबंधित विभाग किसी के खिलाफ कोई विरोधात्मक कार्रवाई जल्दबाज़ी में ना करें।

गौरतलब है कि कंगना एवं शिव सेना नेताओं के बीच जारी वाक् युद्ध के बीच बीएमसी ने यह कार्रवाई की ।

बुधवार को कंगना पहले पहुंची चंडीगढ़, दोपहर बाद मुम्बई पहुंची:

चंडीगढ़,से खबर है कि ,अभिनेता सुशांत राजपूत हत्याकांड और बॉलीवुड में ड्रग्ज़ चलन को लेकर आवाज बुलंद कर शिव सेना सांसद संजय राउत, महाराष्ट्र सरकार और मुम्बई पुलिस के साथ टकराव के बीच बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत बुधवार सुबह मनाली से मुम्बई के लिये रवाना हुई।

कंगना सड़क रास्ते से कार से सुबह यहां चंडीगढ़ एयरपोर्ट पहुंची जहां से वह दोपहर बाद विमान से मुम्बई के लिये रवाना हुई। कगंना एयरपोर्ट पहुंचने पर सुरक्षा घेरे में चैक इन काउंटर पर पहुंची। कंगना को केंद्र सरकार ने वाई प्लस सुरक्षा प्रदान की है। कंगना को यह सुरक्षा तब मिली जब उन्होंने मुंबई पहुंचने पर उन पर हमला होने तथा जान को खतरा होने की केंद्र सरकार के समक्ष आशंका व्यक्त की थी।

हिमाचल के मंडी में कंगना का पैतृक घर है। कंगना के साथ बहन रंगोली चंदेल, निजी सहायक और सुरक्षाकर्मी उनके साथ हैं।

इससे पहले वाई श्रेणी की सुरक्षा मिलने के बाद सीआरपीएफ दस्ते ने मंगलवार देर रात मनाली पहुंचकर उनकी सुरक्षा का जिम्मा संभाल लिया था।

शिव सेना सांसद संजय राउट के साथ तीखे शब्दवाणों के आदान प्रदान के बीच बृहन मुम्बई निगम (बीएमसी) ने कंगना के मुम्बई के पाली हिल क्षेत्र स्थित कार्यालय में कथित तौर पर हुये अवैध निर्माण को लेकर नोटिस जारी कर दिया था जो अभिनेत्री की गैर मौजूदगी में उनके कार्यालय के गेट पर गत मंगलवार को चस्पा कर दिया गया था।

वहीं बताया जाता है कि कंगना ने इस नोटिस के जबाव के लिये सात दिन का समय मांगा था। लेकिन बीएमसी ने कथित अवैध निर्माण को लेकर कंगना की ओर से 24 घंटे के भीतर कोई जबाव नहीं मिलने पर कार्यालय में आज तोड़फोड़ की कार्रवाई शुरू कर दी ।

वहीं कंगना ने अपने कार्यालय में की जा रही तोड़फोड़ की कार्रवाई को लेकर एक के बाद एक ट्वीट कर कहा “उनकी मणिकर्णिका फ़िल्म्ज़ में पहली फ़िल्म अयोध्या की घोषणा हुई है। उनका कार्यालय एक इमारत नहीं राम मंदिर ही है, आज वहाँ बाबर आया है, आज इतिहास फिर खुद को दोहराएगा राम मंदिर फिर टूटेगा मगर याद रख बाबर यह मंदिर फिर बनेगा यह मंदिर फिर बनेगा। जय श्री राम जय श्री राम“।

उन्होंने एक अन्य ट्वीट में इस कार्रवाई को “पाकिस्तान का जिक्र करते डेथ ऑफ डेमोक्रेसी कहा। मैं कभी गलत नहीं थी। मेरे दुश्मनों एक बार फिर साबित कर दिया है कि क्यों मुंबई पाक के कब्जे वाला कश्मीर (पीओके) है। रानी लक्ष्मीबाई के साहस, शौर्य और बलिदान को मैंने फ़िल्म के जरिए जिया है। दुख की बात यह है मुझे मेरे ही महाराष्ट्र में आने से रोका जा रहा है मैं रानी लक्ष्मीबाई के पद चिन्हों पर चलूँगी न डरूंगी, न झुकूँगी। गलत के ख़िलाफ़ मुख़र होकर आवाज़ उठाती रहूंगी, जय महाराष्ट्र, जय शिवाजी“।

इस बीच कंगना के वकील ने बीएमसी की कार्रवाई के खिलाफ महाराष्ट्र उच्च न्यायालय में याचिका दाखिल की है जिस पर सुनवाई शुरू हुई । वहीं बीएमसी कर्मी भी कंगना के कार्यालय में सांकेतिक कार्रवाई कर वहां से निकल चुके हैं।

कंगना का बंगला ढहाने को लेकर बीएमसी की आलोचना :

बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत के बांद्रा स्थित बंगले का कुछ हिस्सा ढहाए जाने को लेकर शिवसेना के नेतृत्व वाली बृहन्मुंबई महानगर पालिका (बीएमसी) को बुधवार को आलोचनाओं का शिकार होना पड़ा।

कुछ आलोचकों का कहना है कि कंगना को निशाना बनाया गया, जबकि अन्य दोषियों को छोड़ दिया गया।

कंगना (33) ने आरोप लगाया है कि महाराष्ट्र सरकार शिवसेना के साथ उनकी लड़ाई के कारण उन्हें निशाना बना रही है।

भाजपा विधायक आशीष शेलार ने आरोप लगाया कि महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे नीत सरकार बदले की राजनीति कर रही है।

कंगना ने कहा कि नगर निकाय को उनके बंगले को निशाना बनाने के बजाए बदहाल सड़कों पर ध्यान देना चाहिए।

कंगना ने ट्वीट किया, ‘‘बीएमसी, ये मुंबई की सड़कें हैं और आपको माफिया की कलई खोलने वाली एक अभिनेत्री के घर को ढहाए जाने की चिंता है।’’

उन्होंने मुंबई की एक सड़क की फोटो भी पोस्ट की है, जिसमें कई गड्ढे दिख रहे हैं।

भाजपा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने ट्वीट किया, ‘‘कंगना से भरोसा रखने के लिए कहिए। उनके संघर्ष में हम उनके साथ हैं।’’

वरिष्ठ पत्रकार नौजर भरूचा ने कहा, ‘‘अगर बांद्रा-खार इलाके की अधिकांश नई इमारतों की फॉरेंसिक जांच की जाए, तो बड़े पैमाने पर एफएसआई हेरफेर, अवैध मंजिलों, अनधिकृत छज्जों और अवैध निर्माण का खुलासा होगा।’’

यहां एक मुख्य अंग्रेजी समाचार पत्र में दो दशक से अधिक समय से रियल एस्टेट कवर कर रहे पत्रकार भरूचा ने कहा, ‘‘पाली हिल पर कंगना रनौत के बंगले का अनधिकृत हिस्सा ढहाया जाना ऐसे समय में राज्य सरकार की ताकत का केवल प्रदर्शन है, जब इससे बड़े निर्माण अपराध माफ किए जा रहे हैं।’’

उन्होंने कहा, ‘‘कुछ साल पहले, जब हास्य कलाकार कपिल शर्मा ने बीएमसी अधिकारियों पर उनसे पांच लाख रुपए की रिश्वत मांगने का सार्वजनिक रूप से आरोप लगाया था, तब नगर निकाय प्रशासन ने उनके गोरेगांव अपार्टमेंट को गिराने का नोटिस जारी किया था।’’

कंगना-बीएमसी विवाद के बीच पवार,उद्धव की बैठक, यह बात कही शरद पवार ने:

बुधवार को अभिनेत्री कंगना रनौत के पाली हिल स्थित कार्यालय पर बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) के बुलडोजर चलाये जाने के बाद महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एवं शिव सेना प्रमुख उद्धव ठाकरे तथा राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) अध्यक्ष शरद पवार के बीच बैठक हुई जिसमें कोरोना वायरस (कोविड-19) संकट समेत विभिन्न मुद्दों पर चर्चा हुई ।

इस बैठक का महत्व इसलिए भी बढ़ गया था क्योंकि बुधवार को ही बीएमसी अधिकारियों ने कंगना के कार्यालय के ‘अवैध निर्माण’ को ध्वस्त किया और इसी दिन ही वह मुम्बई पहुंची । वह इससे पहले अपने गृह राज्य हिमाचल प्रदेश में थीं।

श्री पवार ने कहा,“ बीएससी ने नियमों के मुता‍बिक ही काम किया लेकिन डिमॉलिशन ड्राइव की टाइमिंग के कारण लोगों तक गलत संदेश पहुंचा। मुंबई में अवैध निर्माण करना कोई नई चीज नहीं है, लेकिन इस पर चल रहे विवाद के बीच में ही एक्शन लेने से सवाल पैदा हो रहे हैं, लेकिन बीएमसी के पास अपने कारण हैं, अपने नियम हैं और उन्होंने उसके हिसाब से कार्रवाई की है।’

श्री पवार ने यहां नरीमन प्वाइंट स्थित वाई बी चव्हाण सेंटर में एक किताब के विमोचन के बाद संवाददाताओं से कहा,“हम ऐसे बयान देने वालों को अनुचित महत्व दे रहे हैं। हमें देखना होगा कि लोगों पर इस तरह के बयानों का क्या प्रभाव पड़ता है। मेरी राय में, लोग (ऐसे बयानों को) गंभीरता से नहीं लेते हैं।”

मुंबई पुलिस का समर्थन करते हुए श्री पवार ने कहा,“ महाराष्ट्र और मुंबई के लोगों को राज्य और नगर की पुलिस के काम के संबंध में ‘वर्षों का अनुभव’ है। वे (लोग) पुलिस के काम को जानते हैं, इसलिए हमें इस पर ध्यान देने की जरूरत नहीं है कि कोई क्या कहता है।”

गौरतलब है कि बाॅम्बे उच्च न्यायालय ने आज कंगना रनौत के कार्यालय के तोड़ने पर रोक लगा दी और बीएमसी से जवाब मांगा है। इस मामले पर गुरुवार को सुनवाई हुई ।

न्यायमूर्ति एस जे काथावाला ने कंगना रनौत की तरफ से दायर याचिका पर सुनवाई की। याचिका में अभिनेत्री के कार्यालय में अवैध निर्माण के लिए बीएमसी की ओर से जारी नोटिस को चुनौती दी गई थी।

न्यायालय ने बीएमसी से यह भी जानना चाहा कि उसने कैसे परिसर में प्रवेश किया। न्यायालय ने निर्देश दिया कि बीएमसी याचिका के जवाब में हलफनामा दायर करे।

साधु-संत के साथ पूरा देश कंगना रनौत के साथ: गिरी

प्रयागराजसे खबर है कि, अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत को देश की बहादुर बेटी बताते हुए कहा कि उसकी इस लड़ाई में साधु-संत के साथ पूरा देश उनके साथ है।

परिषद के अध्यक्ष महंत नरेन्द्र गिरी ने गुरूवार को यहां कहा कि कंगना रनौत बहादुर और हिम्मत वाली बेटी हैं, जिसने बड़ी निर्भीकता के साथ बॉलीवुड के माफियाओं और ड्रग माफियाओं के रैकेट का भंडाफोड़ किया है। उन्होंने निडर होकर बॉलीवुड में एक विशेष समुदाय के वर्चस्व के खिलाफ खुलकर आवाज उठाई है। इससे न/न केवल बॉलीवुड के माफिया डर गए हैं, बल्कि महाराष्ट्र सरकार के भी कदम उखड़ रहे हैं। उन्होंने हिमाचल प्रदेश सरकार को कंगना को सुरक्षा देने के लिए धन्यवाद भी दिया है।

मध्यप्रदेश में कोरोना संकटकाल में महाराष्ट्र ने पैदा किया ऑक्सीजन संकट, उद्धव ठाकरे ने सिलेंडरों की सप्लाई में हाथ ऊंचे किए, शिवराज सिंह चौहान ने की चर्चा attacknews.in

भोपाल, 10 सितंबर । मध्यप्रदेश में कोरोना वायरस कोविड 19 के मरीजों की बढ़ती संख्या और इनके इलाज के लिए ऑक्सीजन की कमी के बीच राज्य के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से चर्चा कर ऑक्सीजन की सप्लाई सुनिश्चित किए जाने का अनुरोध किया।

श्री चौहान ने यहां राज्य में कोरोना की स्थिति की समीक्षा के बाद मीडिया से चर्चा में कहा कि राज्य में कोविड 19 मरीजों के लिए ऑक्सीजन की कमी का विषय महत्वपूर्ण है, जो चिंतित कर रहा है। उन्होंने इस संबंध में आज श्री ठाकरे से फोन पर बात की और आग्रह किया कि कोविड संकट के समय महाराष्ट्र से मध्यप्रदेश के लिए ऑक्सीजन की सप्लाई नहीं रोकना चाहिए।

श्री चौहान के अनुसार श्री ठाकरे ने कहा कि कोविड के कारण दिक्कतें उन्हें भी हैं, फिर भी वे (श्री ठाकरे) यथासंभव प्रयास करेंगे कि मध्यप्रदेश में अस्पतालों के लिए ऑक्सीजन की आपूर्ति सुनिश्चित की जा सके।

श्री चौहान ने बताया कि इसके अलावा राज्य सरकार ने वैकल्पिक व्यस्थाएं की हैं। पहले मध्यप्रदेश में ऑक्सीजन की उपलब्धता 50 टन थी, जो अब 120 टन कर दी गयी है। हम 30 सितंबर तक इसे 150 टन करेंगे।

उन्होंने बताया कि महाराष्ट्र की आइनोक्स कंपनी नागपुर के प्लांट से मध्यप्रदेश को 20 टन ऑक्सीजन सप्लाई करती थी। अब यही कंपनी गुजरात और उत्तरप्रदेश से मध्यप्रदेश को 20 टन ऑक्सीजन मुहैया कराएगी।

श्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश के भी छोटे छोटे संयंत्रों (प्लांट) से पूर्ण क्षमता के साथ ऑक्सीजन उत्पादन करने के लिए कहा गया है, ताकि राज्य में ऑक्सीजन की अधिक से अधिक आपूर्ति की जा सके। अभी तक ये क्षमता का 50 या 60 प्रतिशत तक उत्पादन कर रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने आश्वस्त किया है कि प्रदेश में कोविड 19 के मरीजों को ऑक्सीजन की उपलब्धता सुनिश्चित की जाएगी।

श्री चौहान ने कहा कि इसके अलावा सरकार ने निर्णय लिया है कि आईनोक्स कंपनी होशंगाबाद जिले के बाबई के पास मुहासा में अपना संयंत्र स्थापित करेगी। यह प्लांट छह माह के अंदर बनकर तैयार हो जाएगा और इससे 200 टन ऑक्सीजन का उत्पादन किया जा सकेगा।

श्री चौहान ने कहा कि मौजूदा हालातों के बीच कहा नहीं जा सकता है कि कोविड का असर कब तक रहेगा, इसलिए इससे बचाव ही सर्वोत्तम उपाय है। अर्थव्यवस्था को भी पटरी पर रखना है इसलिए लॉकडाउन नहीं किया जा सकता है। इसलिए लोग मॉस्क लगाएं और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए कोरोना से बचें।

श्री चौहान ने बताया कि इसके अलावा राज्य में सभी 52 जिलों के कलेक्टरों से कहा गया है कि वे फीवर क्लिनिक की व्यवस्थाओं को और बेहतर करें, ताकि वे और बेहतर ढंग से कार्य कर सकें। प्रत्येक जिले में कोविड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर सक्रिय करने का निर्णय लिया गया है और तीन दिनों में यह कार्य भी पूरा हो जाएगा। इन सेंटर में पर्याप्त संख्या में एंबूलेंस भी रखने के लिए कहा गया है, ताकि होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों की स्थिति पर निगरानी की जा सके।

श्री चौहान ने बताया कि राज्य के अस्पतालों में पर्याप्त बिस्तर (बेड) उपलब्ध कराने के भी प्रयास किए जा रहे हैं। लेकिन ग्वालियर और जबलपुर में इस क्षेत्र में स्थिति चुनौतीपूर्ण है। चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग और संबंधित अधिकारी शीघ्र ही इन दोनों स्थानों पर जाकर अगले कदमों के बारे में निर्णय लेंगे।

उन्होंने कहा कि सभी जिलों में निजी और सरकारी अस्पतालों को चिंहित कर उन्हें कोविड केयर सेंटर में बदलने का प्रयास किया जा रहा है। जिलों में अस्पतालों की क्षमता भी बढ़ायी जा रही हैं।

श्री चौहान ने कहा कि राज्य में कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ रही है, लेकिन चिंता की जरुरत नहीं है। सरकार सब व्यवस्थाएं करेगी।

राज्य में 20 मार्च को कोरोना संक्रमण का पहला मामला जबलपुर जिले में 20 मार्च को आया था। तब से अब तक साढ़े पांच माह में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़कर 80 हजार के पास पहुंच गयी है और अब प्रतिदिन 1900 के लगभग नए मरीज मिल रहे हैं। इनमें से 1640 जान भी गंवा चुके हैं। सक्रिय मामलों की संख्या 18000 के पास पहुंच गयी है। पिछले दो माह के दौरान कोरोना संक्रमितों की संख्या लगातार बढ़ रही है।

कंगना रनौत का खुला चैलेंज: “उद्धव ठाकरे तुझे क्या लगता है कि तूने फिल्म माफिया के साथ मिलकर मेरा घर तोड़कर मुझसे बहुत बड़ा बदला लिया है,आज मेरा घर टूटा है कल तेरा घमंड टूटेगा attacknews.in

मुंबई, 09 सितंबर । बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत ने उनके ऑफिस के एक हिस्से को कथित रूप से अवैध बताकर बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) के तोड़फोड़ की कार्रवाई पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे पर पलटवार करते हुये कहा, “आज मेरा घर टूटा है, कल तेरा घमंड टूटेगा।”

कंगना रनौत, सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले में काफी मुखर बोल रही है। वह महाराष्ट्र सरकार की लगातार आलोचना कर रही है।शिवसेना और कंगना रनौत के बीच विवाद चल रहा है। इस बीच कंगना के हमले पर जवाबी कार्रवाई करते हुए शिवसेना ने उनके मुंबई स्थित ऑफिस को निशाना बनाया है। कंगना रनौत के मुंबई स्थित ‘मणिकर्णिका फिल्म्ज’ कार्यालय को बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) ने कथित तौर पर अवैध निर्माण बताते हुए तोड़ दिया है।

कंगना रनौत ने दफ्तर तोड़े जाने के बाद उद्धव ठाकरे पर पलटवार किया है। कंगना ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो जारी कर उद्धव ठाकरे को ऐसा करने के लिए धन्यवाद भी कहा है। साथ ही उन्होंने इस बात की भी घोषणा की कि वह कश्मीर पर भी एक फिल्म बनाएंगी।

वीडियो में कंगना रनौत ने कहा, “उद्धव ठाकरे तुझे क्या लगता है कि तूने फिल्म माफिया के साथ मिलकर मेरा घर तोड़कर मुझसे बहुत बड़ा बदला लिया है। आज मेरा घर टूटा है कल तेरा घमंड टूटेगा। यह वक्त का पहिया है, याद रखना हमेशा एक जैसा नहीं रहता और मुझे लगता है कि तुमने मुझ पर एक बहुत बड़ा एहसान किया है क्योंकि मुझे पता तो था कि कश्मीरी पंडितों पर क्या बीती होगी। आज मैंने महसूस किया है और आज मैं इस देश को वचन देती हूं कि मैं सिर्फ अयोध्या पर ही नहीं कश्मीर पर भी एक फिल्म बनाऊंगी और अपने देशवासियों को जगाऊंगी क्योंकि मुझे पता था कि ऐसा कुछ मेरे साथ होगा। इसका कोई मतलब है, इसके कोई मायने है और उद्धव ठाकरे यह जो क्रूरता और आतंक है, अच्छा हुआ यह मेरे साथ हुआ क्योंकि इसके कुछ मायने हैं। जय हिंद, जय महाराष्ट्र।”

ना डरूंगी, ना झुकूंगी, रानी लक्ष्मीबाई के पद चिन्हों पर चलूंगी : कंगना

बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत का कहना है कि वह गलत के खि‍लाफ आवाज उठाती रहेंगी और रानी लक्ष्मीबाई के पद चिन्हों पर चलते हुये किसी से नहीं डरेंगी।

कंगना रनौत इंडस्ट्री में फैले नेपोटिजम-गैंगिजम और ड्रग लिंक पर खुलकर बोल रही हैं। कुछ दिन पहले सुशांत सिंह राजपूत मामले में ड्रग एंगल सामने आने के बाद कंगना ने कई बड़े खुलासे किए थे। साथ ही कहा था कि वह इस मामले में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) की मदद करने के लिए तैयार हैं लेकिन उन्हें सुरक्षा चाहिए। कंगना रनौत ने मुंबई वापस नहीं आने के लिए मिल रही धमकी के बीच कहा था कि वह नौ सितंबर को मुंबई आ रही है और यदि किसी में हिम्मत हो तो उन्हें रोक ले।

कंगना के इसी बयान पर शिवसेना नेता संजय राउत ने उनसे कहा था कि वो मुंबई वापस न आएं। संजय राउत ने कहा था, ‘‘मुंबई में रहते हुए मुंबई पुलिस की आलोचना करना और कंगना का ऐसा कहना शर्मनाक है। हम उनसे आग्रह करते हैं कि वह मुंबई न आएं। यह मुंबई पुलिस की बेइज्जती है। गृह मंत्रालय को इस पर एक्शन लेना चाहिए।”

कंगना आज अपने होम टाउन मनाली से मुंबई के लिए रवाना हुई। मुंबई में कंगना की एंट्री केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा दी गई ‘वाई’ श्रेणी सुरक्षा के बीच हुई। कंगना पूरी सुरक्षा के बीच मुंबई पहुंची ।

मुंबई रवाना होने से पहले कंगना रनौत ने ट्वीट किया। इस ट्वीट के जरिए कंगना ने अपने साहस की बात को मुखर किया है। कंगना ने ट्टीट किया, “मैं बारह साल की उम्र में हिमांचल छोड़ चंडीगढ़ हॉस्टल गयी फिर दिल्ली में रही और सोलह साल की थी जब मुंबई आयी, कुछ दोस्तों ने कहा मुंबई में वही रहता है जिसे मुम्बादेवी चाहती है, हम सब मुम्बादेवी देवी के दर्शन करने गए। सब दोस्त वापिस चले गए और मुम्बादेवी ने मुझे अपने पास ही रख लिया।”

कंगना रनौत ने एक अन्य ट्वीट में लिखा, “रानी लक्ष्मीबाई के साहस, शौर्य और बलिदान को मैंने फि‍ल्म के जरिए जिया है। दुख की बात यह है मुझे मेरे ही महाराष्ट्र में आने से रोका जा रहा है। मैं रानी लक्ष्मीबाई के पद चिन्हों पर चलूंगी। ना डरूंगी, ना झुकूंगी। गलत के खि‍लाफ मुखर होकर आवाज उठाती रहूंगी। जय महाराष्ट्र, जय शिवाजी।”

इसी के बाद कंगना ने एक और ट्वीट कर महाराष्ट्रा के प्रति अपनी भावनाओं को व्यक्त किया। उन्होंने अपने इस ट्वीट में लिखा, “ये मुंबई में मेरा घर है। मैं मानती हूं महाराष्ट्रा ने मुझे सब कुछ दिया है लेकिन मैंने भी महाराष्ट्र को अपनी भक्ति और प्रेम से एक ऐसी बेटी की भेंट दी है जो महाराष्ट्र शिवाजी महाराज की जन्मभूमि में स्त्री सम्मान और अस्मिता के लिए अपना ख़ून भी दे सकती है, जय महाराष्ट्रा…।”

शिवसेना और कंगना रनौत के बीच विवाद चल रहा है। कंगना ने मुंबई को पाक अधिकृत पाकिस्तान (पीओके) बताया था, जिसके बाद से शिवसेना और कंगना में जुबानी तीर जारी है। कंगना के हमले पर जवाबी कार्रवाई करते हुए शिवसेना ने उनके मुंबई स्थित ऑफिस को निशाना बनाया अंर बीएमसी मुंबई ने कंगना रनौत के ऑफिस पर बुलडोजर चला दिया।

बीएमसी की इस कार्रवाई पर कंगना रनौत का रिएक्शन भी आया । कंगना ने ट्वीट कर लिखा, “मैं कभी गलत नहीं हूं। ये मेरे दुश्मनों ने बार-बार साबित किया है. इसलिए मेरी मुंबई अब पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर बन गई है।डेथऑफडेमोक्रेसी। इस ट्वीट के साथ कंगना रनौत ने अपने ऑफिस के अंदर की तस्वीरें भी शेयर की हैं, फोटो में बीएमसी के कर्मचारी उनके ऑफिस में तोड़फोड़ करते नजर आ रहे हैं।

कंगना ने दूसरे एक ट्वीट में लिखा, पाकिस्तान, डेथऑफडेमोक्रेसी। कंगना ने बीएमसी के अधिकारियों को बाबर और उसकी आर्मी बताया है। कंगना ने एक ट्वीट में अपने ऑफिस की तुलना राम मंदिर से की है।

कंगना ने ऑफिस की तस्वीरें शेयर कर लिखा, “मणिकर्णिका फिल्म में अयोध्या की घोषणा हुई, यह मेरे लिए एक इमारत नहीं राम मंदिर ही है। आज वहां बाबर आया है, आज इतिहास फिर खुद को दोहराएगा राम मंदिर फिर टूटेगा मगर याद रख यह मंदिर फिर बनेगा यह मंदिर फिर बनेगा, जय श्री राम , जय श्री राम , जय श्री राम।

भारत में मंगलवार देर रात कोरोना संक्रमितों की संख्या 44 लाख के करीब पहुंची,मृतकों की संख्या 74 हजार के करीब, 33.90 लाख से अधिक स्वस्थ हुए attacknews.in

नयी दिल्ली 08 सितंबर । देश में मंगलवार देर रात तक कोरोना वायरस (कोविड-19) संक्रमण के 85 हजार से अधिक नये मामले सामने आने से संक्रमितों का आंकड़ा 43.63 लाख के पार पहुंच गया लेकिन राहत की बात यह रही कि कोरोना मरीजों के स्वस्थ होने की दर 78 फीसदी के करीब पहुंच गयी है।

विभिन्न राज्यों से प्राप्त रिपोर्ट के मुताबिक आज 85,814 नये मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की संख्या बढकर 43,63,398 हो गयी है। राहत की बात यह है कि इस दौरान स्वस्थ लोगों की संख्या में भी इजाफा हुआ। देश में 69,344 कोरोना मरीजों के स्वस्थ होने से संक्रमण मुक्त लोगों की संख्या बढकर 33,90,764 हो गयी है। इसी अवधि में 1,066 कोरोना मरीजों की मौत से मृतकाें की संख्या 73,882 हो गयी है।

संक्रमण के मामले में अब भारत कोरोना से सबसे गंभीर रूप से प्रभावित अमेरिका के बाद दूसरे स्थान पर आ गया है। वैश्विक महाशक्ति माने जाने वाले अमेरिका में कोरोना से संक्रमित होने वालों की संख्या 63 लाख को पार कर 63.04 लाख के पार पहुंच गयी है और अब तक 1,89,236 लोगों की इससे जान जा चुकी है।

कोरोना वायरस से प्रभावित देशों में अब तीसरे नंबर पर स्थित ब्राजील में अब तक 41.48 लाख लोग इससे संक्रमित हो चुके हैं जबकि 1.26 लाख के लोगों की मौत हो चुकी है। मौत के मामले में ब्राजील अब भी दूसरे स्थान पर है।

महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश और कर्नाटक समेत विभिन्न राज्यों से मिली जानकारी के अनुसार चिंता की बात यह है कि स्वस्थ होने वाले मरीजों की तुलना में नये संक्रमितों में वृद्धि होने के कारण सक्रिय मामलों में भी बढ़ोतरी दर्ज की गयी है। आज 9,453 मरीजों की बढोतरी होने से सक्रिय मामलों की संख्या 8,93,150 हो गयी।

देश में सक्रिय मामले 20.49 प्रतिशत और रोगमुक्त होने वालों की दर 77.79 प्रतिशत है जबकि मृतकों की दर 1.70 फीसदी है। स्वस्थ होने वाले मरीजों की दर गत दिवस के 77.59 प्रतिशत से बढकर आज 77.79 फीसदी पर पहुंच गयी।

महामारी से सबसे गंभीर रूप से प्रभावित महाराष्ट्र में पिछले 24 घंटों के दौरान संक्रमण के रिकॉर्ड 20,131 नये मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की संख्या आज रात बढ़कर 9,43,772 पहुंच गयी। राज्य में इस दौरान नये मामलों की तुलना में स्वस्थ हुए लोगों की संख्या में भी गिरावट दर्ज की गयी तथा इस दौरान 13,234 और मरीजों के स्वस्थ होने से संक्रमण से मुक्ति पाने वालों की संख्या 6,72,556 हो गयी है। इस दौरान 380 और मरीजों की मौत होने से मृतकों की संख्या बढ़कर 27,407 हो गयी है।

राज्य में मरीजों के स्वस्थ होने की दर आज घटकर 71.26 प्रतिशत पर आ गयी जो सोमवार को 71.38 फीसदी थी जबकि मरीजों की मृत्यु दर 2.90 फीसदी रह गयी।

राज्य में आज 6,512 मरीजों की बढ़ोतरी दर्ज किये जाने के बाद चिंता बढ़ गयी है। राज्य में कोरोना के सक्रिय मामलों की संख्या आज 2,43,446 पहुंच गयी जो सोमवार को 2,36,934 रही थी।

कर्नाटक में कोरोना के 7866 नये मामले, 7803 स्वस्थ

वैश्विक महामारी कोरोना वायरस (कोविड-19) से गंभीर रूप से जूझ रहे कर्नाटक में पिछले 24 घंटों के दौरान 7,866 नये मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की संख्या मंगलवार रात बढ़कर 4.12 लाख के पार पहुंच गयी लेकिन राहत की बात यह है कि इस दौरान 7,803 और मरीज स्वस्थ हुए जिससे संक्रमण मुक्त लोगों की संख्या बढ़कर 3.08 लाख से अधिक हो गयी है।

आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक राज्य में संक्रमितों की कुल संख्या 4,12,190 हो गयी है। इस दौरान संक्रमण से मुक्ति पाने वालों की संख्या बढ़कर 3,08,573 हो गयी है। इसी अवधि में 146 और मरीजों की मौत हो चुकी है।

महाराष्ट्र में कोरोना सक्रिय मामले 2.44 लाख के करीब

देश में कोरोना वायरस (कोविड-19) महामारी से सबसे गंभीर रूप से प्रभावित महाराष्ट्र में पिछले 24 घंटों के दौरान संक्रमण के रिकॉर्ड 20,131 नये मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की संख्या मंगलवार की देर रात बढ़कर 9.44 लाख के करीब पहुंच गयी लेकिन चिंता की बात यह है कि इसके साथ ही सक्रिय मामलों में भी 6,500 से अधिक की वृद्धि दर्ज की गयी है।

राज्य में साेमवार को 16,429 नये मामले सामने आये थे लेकिन इससे पहले लगातार दूसरे दिन रविवार को 23,350 कोरोना के नये मामले सामने आये थे जो अब तक के सर्वाधिक मामले हैं। शनिवार को भी 20,800 नये मामले आये थे।

गहलोत के एक महीने तक मुलाकात के सभी कार्यक्रम स्थगित

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राज्य में कोरोना के बढ़ते संक्रमण के मद्देनजर एक महीने तक मुलाकात के सभी कार्यक्रम स्थगित कर दिये हैं।
श्री गहलोत ने आज कहा कि कोविड-19 के बढ़ते संक्रमण से बचाव के लिए सोशल डिस्टेंसिंग और हैल्थ प्रोटोकॉल की पालना ही मुख्य उपाय है। खुद का बचाव खुद करके ही इस संक्रमण को नियंत्रित किया जा सकता है। इसी उद्देश्य से चिकित्सकों की सलाह के अनुसार उन्होंने एक महीने तक आमजन सहित सभी लोगों से मुलाकात नहीं करने का निर्णय लिया है।

दिल्ली में कोरोना के 3609 नये मामले, 1756 स्वस्थ

राजधानी में पिछले 24 घंटों के दौरान कोरोना वायरस (कोविड-19) संक्रमण के रिकॉर्ड 3,609 नये मामले सामने आने के साथ ही कुल संक्रमितों की संख्या मंगलवार की रात 1.98 लाख के करीब पहुंच गयी तथा चिंता की बात यह है कि मरीजों के स्वस्थ होने की दर निरंतर घटती ही जा रही है।

इससे पहले दिल्ली में रविवार को 62 दिनाें के बाद कोरोना वायरस के रिकाॅर्ड 3256 नये मामले सामने आये थे। शनिवार को 2973 मामले आये थे जबकि शुक्रवार को 68 दिनों के बाद सर्वाधिक 2914 नये मामले आए थे। राजधानी में दो माह के अंतराल के बाद दो सितंबर को वायरस के मामले ढाई हजार से अधिक आए थे और पिछले पांच दिनों से इनमें बड़ा उछाल जारी है।

रिया चक्रवर्ती को एनसीबी की गिरफ्तारी के बाद कोर्ट में जमानत याचिका खारिज,21 सितंबर तक के लिए न्यायिक हिरासत में भेजी गईं,बाईकुला महिला जेल नया ठिकाना attacknews.in

मुंबई 08 सितम्बर ।नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) ने अभिनेत्री रिया चक्रवर्ती को उनके ‘लिव इन पार्टनर’ सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले में मादक पदार्थों से जुड़े आरोपों के सिलसिले में तीन दिनों तक पूछताछ करने के बाद मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया।

एनसीबी के उप निदेशक के. पी. एस. मल्होत्रा ने बताया, ‘‘रिया को गिरफ्तार कर लिया गया है और उनके परिवार को इस बारे में सूचना देने की प्रक्रिया पूरी कर ली गई है।’’

उन्हें गिरफ्तार करने के शीघ्र बाद मेडिकल जांच और कोविड-19 की जांच के लिये यहां एक सरकारी अस्पताल ले जाया गया।

रिया ने एनसीबी अधिकारियों के साथ वाहन में प्रवेश करने से पहले मादक पदार्थ रोधी एजेंसी के दक्षिण मुंबई स्थिति कार्यालय के बाहर खड़े मीडियाकर्मियों की ओर अपने हाथ लहराये।

काले लिबास में रिया बलार्ड एस्टेट स्थित एनसीबी के कार्यालय में मंगलवार सुबह करीब साढ़े 10 बजे पहुंची और कार्यालय में प्रवेश करते समय उनके पास एक थैला भी था।

रिया (28) ने हाल ही में टीवी चैनलों को दिये साक्षात्कार में इस बात से इनकार कर किया था उन्होंने मादक पदार्थों का सेवन किया था।

अदाकारा से सीबीआई की जांच टीम ने हाल ही में पूछताछ की थी, जो मुंबई के पश्चिमी उपनगर सांताक्रूज स्थित डीआरडीओ अतिथि गृह में डेरा डाले हुए है। उनसे धन शोधन के एक मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने भी पूछताछ की थी।

एनसीबी ने मादक पदार्थों की आपूर्ति करने के आरोप में हाल ही में उनके भाई शौविक चक्रवर्ती और सुशांत के मैनेजर सैमुअल मिरांडा को गिरफ्तार किया था।

सुशांत के पिता ने पटना में रिया के खिलाफ एक प्राथमिकी दर्ज कराई थी जिसमें उन्होंने अदाकारा पर उनके बेटे को आत्महत्या के लिये उकसाने और उसके धन का गबन करने का आरोप लगाया था।

रिया ने कई मौकों पर इन आरोपों से इनकार किया है।

एनसीबी ने रिया से आज तीसरे दिन पूछताछ की। यह पूछताछ पांच घंटे चली। इसे पहले रविवार को छह और सोमवार को आठ घंटे तक उससे पूछताछ की गयी थी। उसे अब मेडिकल जांच के लिए अस्पताल ले जाया जायेगा।

रिया से पूछताछ के दौरान एनसीबी कार्यालय के बाहर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किये गये थे।

रिया चक्रवर्ती 21 सितंबर तक के लिए न्यायिक हिरासत में भेजी गईं:

बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत मामले में ड्रग्स कनेक्शन को लेकर गिरफ्तार अभिनेत्री रिया चक्रवर्ती को मुंबई की एक स्थानीय अदालत ने 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। उन्हें 21 सितंबर तक जेल में रहना होगा। रिया ने ड्रग्स मामले में कथित भूमिका के लिए अदालत में जमानत याचिका डाली थी।

अदालत ने जमानत याचिका को खारिज करते हुए एनसीबी की ओर से पेश की गई दलील पर सहमति जताई जिसमें कहा गया कि मामले की जांच जारी है और ऐसे में रिया की जमानत पर रिहाई जांच में बाधा डाल सकती है।

रिया के वकील सतीशमन शिंदे ने जमानत की मांग करते हुए अदालत में कहा कि वर्तमान मामले में उनके मुवक्किल को अभियोजन की आवश्यकता नहीं है, जबकि एक ही मामले में गिरफ्तार दोनों अभियुक्तों को अदालत ने जमानत दी थी। ऐसे में उन्हें भी सशर्त जमानत पर रिहा करने की अनुमति दी जाए।

गौरतलब है कि बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत से जुड़े ड्रग (नशीली दवा) मामले में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) ने अभिनेत्री रिया चक्रवर्ती को मंगलवार को गिरफ्तार किया था।

एनसीबी ने रिया से आज तीसरे दिन पूछताछ की। यह पूछताछ पांच घंटे चली। इसे पहले रविवार को छह और सोमवार को आठ घंटे तक उससे पूछताछ की गयी थी। रिया की जमानत याचिका खारिज होने के बाद अब उन्हें रात दक्षिण मुंबई में एनसीबी लॉकअप में रात बितानी होगी। उन्हें कल सुबह बाइकुला महिला जेल में स्थानांतरित कर दिया जाएगा।

रिया चक्रवर्ती लगातार तीसरे दिन एनसीबी के समक्ष पेश हुईं

इससे पहले आज अभिनेत्री रिया चक्रवर्ती लगातार तीसरे दिन मंगलवार को अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत से जुड़े मादक पदार्थ के मामले में पूछताछ के लिए स्वापक नियंत्रण ब्यूरो (एनसीबी) के समक्ष पेश हुईं।

रिया करीब साढ़े 10 बजे कार से दक्षिण मुंबई के बलार्ड एस्टेट स्थित एनसीबी के कार्यालय पहुंची। इस दौरान मुंबई पुलिस का वाहन उनकी सुरक्षा के लिए कार के साथ-साथ चल रहा था।

उल्लेखनीय है कि एनसीबी ने रिया से रविवार को छह घंटे और सोमवार को आठ घंटे तक पूछताछ की थी।

इससे पहले एजेंसी ने कहा कि अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत से जुड़े मादक पदार्थ के मामले में ‘रिया का सहयोग’ मिल रहा है। बता दें कि 14 जून को 34 वर्षीय राजपूत मुंबई के उपनगर बांद्रा के अपने फ्लैट में मृत पाए गए थे।

रिया से सोमवार को पूछताछ करने के बाद एनसीबी के उप महानिदेशक (दक्षिण-पश्चिम क्षेत्र) मुथा अशोक जैन ने पत्रकारों से कहा था कि एजेंसी ‘पेशेवर और व्यवस्थागत तरीके से अपना काम कर रही है’ और इस मामले में सामने आए तथ्यों की विस्तृत जानकारी अदालत को देगी।

एजेंसी ने कहा कि वह 28 वर्षीय रिया से पूछताछ करने के साथ उसके भाई शौविक चक्रवर्ती (24), राजपूत के घर के प्रबंधक सैमुअल मिरांडा (33), घर में काम करने वाले दीपक सांवत से सामना कराकर मादक पादर्थ गिरोह में उसकी भूमिका का पता लगाना चाहती है।

एनसीबी ने बताया कि उसने मोबाइल फोन चैट रिकॉर्ड और अन्य इलेक्ट्रॉनिक डाटा प्राप्त किए हैं जिससे संकेत मिलता है कि इन लोगों ने कथित तौर पर कुछ प्रतिबंधित औषधि की खरीद की।

एनसीबी ने इस मामले में पिछले हफ्ते तीन लोगों को गिरफ्तार किया था।

इससे पहले प्रवर्तन निदेशालय (ईडी)और केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने भी रिया से पूछताछ की थी जो राजपूत मौत मामले की विभिन्न पहलुओं से जांच कर रहे हैं।

सोमवार को रिया चक्रवर्ती से दूसरे दौर की पूछताछ की थी

बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत से जुड़े ड्रग (नशीली दवा) मामले में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो(एनसीबी) ने अभिनेत्री रिया चक्रवर्ती से सोमवार को दूसरे दौर की पूछताछ शुरू की थी।

इससे पहले एनसीबी ने रविवार को रिया से करीब छह घंटे तक पूछताछ की थी , हालांकि इस मामले में आधिकारिक रूप से अभी तक कोई जानकारी सामने नहीं आई है।

एनसीबी ने रिया चक्रवर्ती से रविवार को भी की थी छह घंटे तक पूछता

बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत से जुड़े ड्रग (नशीली दवा) मामले की जांच कर रही नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) ने प्रमुख संदिग्ध रिया चक्रवर्ती से रविवार को करीब छह घंटे तक पूछताछ की। एनसीबी ने रिया से सोमवार को भी पूछताछ की।

सूत्रों के मुताबिक इस मामले में आधिकारिक रूप से अभी तक कोई जानकारी सामने नहीं आई है, लेकिन रिया ने स्वीकार किया है कि वह मादक पदार्थों का सेवन खुद नहीं करती थीं बल्कि सुशांत के लिए रखती थीं।
इसके साथ ही केन्द्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की एक टीम भी रविवार को कूपर अस्पताल पहुंची और वहां सुशांत का पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टरों से पूछताछ की।

गौरतलब है कि सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले की सीबीआई, एनसीबी और प्रवर्तन निदेशालय जांच कर रहे हैं।

इससे पहले रविवार को शनिवार को गिरफ्तार किए गए अभिनेता के घर काम करने वाले उनके सहायक दीपेश सावंत को नौ सितंबर तक एनसीबी हिरासत में भेज दिया गया है।

सावंत को दिन भर हुई पूछताछ के बाद शनिवार को गिरफ्तार किया गया था। उसे रविवार सुबह एनसीबी अदालत में पेश किया गया जहां उसे नौ सितंबर तक एनसीबी हिरासत में भेजने का निदेश दिया गया।

इसके साथ ही इस मामले में एनसीबी अब तक आठ लोगों काे गिरफ्तार कर चुकी है। इस मामले में सबसे प्रमुख संदिग्ध रिया चक्रवर्ती के भाई शौविक तथा सुशांत के घर प्रबंधक सैमुअल मिरांडा को गुरुवार को गिरफ्तार किया गया था।

रिया के वकील ने इस मामले को ‘अंधेरे में तीर चलाने वाला’ बताते हुए कहा था कि वह (रिया) निर्दाेष हैं और यही वजह है कि उसने अब तक अपनी अग्रिम जमानत के लिए किसी अदालत से संपर्क नहीं किया।

श्री मानेशिंदे ने शनिवार को जारी बयान में कहा, “ रिया गिरफ्तारी के लिए तैयार हैं। यदि किसी से प्यार करना गुनाह है तो वह इसका परिणाम भुगतेंगी। चूंकि वह निर्दाेष हैं इसलिए उसने बिहार पुलिस, केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई), प्रवर्तन निदेशालय तथा एनसीबी की ओर से दर्ज किसी भी मामले में अग्रिम जमानत की याचिका नहीं दाखिल की है।”

रिया के पिता लेफ्टिनेंट कर्नल (सेवानिवृत) इंद्रजीत चक्रवर्ती ने अपने पुत्र शौविक की गिरफ्तारी पर शनिवार को गुस्से और निराशा भरी प्रतिक्रिया व्यक्त की।

उन्होंने कहा, “ भारत को बधाई, आपने मेरे बेटे को गिरफ्तार कर लिया है। मुझे यकीन है कि अगली बारी मेरी बेटी की है और मुझे नहीं पता कि उसके बाद कौन है। आपने एक मध्यम वर्गीय परिवार को पूरी तरह से बर्बाद कर दिया है। लेकिन निश्चित रूप से न्याय के लिए सब कुछ उचित है। जय हिन्द।”

जांच एजेंसी ने अब्बास लखानी और करण अरोड़ा नामक दो लोगों से 59 ग्राम मारीजुआना नामक मादक पदार्थ बरामद किया है।

गौरतलब है कि बिहार के रहने वाले 34 वर्षीय अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत 14 जून को मुंबई में अपने घर में मृत पाए गए थे। उच्चतम न्यायालय के निर्देश पर इस मामले की जांच मुंबई पुलिस से सीबीआई को सौंप दी गयी थी।

मध्यप्रदेश मंत्रिमंडल के अनेक निर्णय:खर्राघाट नहर सिंचाई परियोजना की प्रशासकीय स्वीकृति,भोपाल बायपास मार्ग पर टोल स्वीकृत, दीनदयाल अंत्योदय रसोई योजना में 44 नए अतिरिक्त केंद्र खुलेंगें:आत्म निर्भर भारत अभियान के पैकेज 2 के अंतर्गत अफोर्डेबल रेंटल हाउसिंग स्कीम attacknews.in

भोपाल 8 सितम्बर।मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से मंत्रि-परिषद की पंचम वर्चुअल बैठक हुई। मंत्रिपरिषद ने खर्राघाट नहर मध्यम सिंचाई परियोजना रूपांकित सिंचाई क्षमता 3500 हेक्टेयर के लिए 46 करोड़ 43 लाख 21 हजार की पुनरीक्षित प्रशासकीय स्वीकृति दी हैं।

भोपाल बायपास मार्ग पर टोल की स्वीकृति:

मध्यप्रदेश सड़क विकास निगम के अंतर्गत भोपाल बायपास मार्ग पर कार, हल्के (वाणिज्यिक) वाहन,बस,ट्रक,मल्टी एक्सल ट्रक पर दूरी आधारित टोल दरें निर्धारित की गई हैं। साथ ही मासिक पास की राशि 85 रूपये नियत की गई है। सरकारी कर्तव्य पर भारत सरकार तथा मध्यप्रदेश शासन के सभी यान, संसद तथा विधानसभा के सदस्यों के यान,भारतीय सेना की ड्यूटी के सभी यान,एम्बुलेंस,फायर बिग्रेड,भारतीय डाक तथा तार विभाग के यान,भूतपूर्व विधायकों एवं सांसदों के यान, कृषि प्रयोजन के लिए उपयोग की जाने वाली ट्रेक्टर-ट्राली,आटो रिक्शा,दो पहिया एवं बैलगाड़ियां,स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों एवं अधिमान्यता प्राप्त पत्रकार को मार्ग पर टोल से छूट रहेगी।

दीनदयाल अंत्योदय रसोई योजना में 44 नए अतिरिक्त केंद्र खुलेंगे:

मंत्रिपरिषद ने दीनदयाल अंत्योदय रसोई योजना को कुछ संशोधनों के साथ निरंतर रखने की मंजूरी दी है। योजना में पूर्व में 56 केंद्रों के अतिरिक्त 44 नए केंद्रेां के साथ कुल 100 रसोई केंद्र स्थापित किए जाएंगे। योजनान्तर्गत दिन का भोजन 10 रूपये प्रति व्यक्ति की दर से दिये जाने की स्वीकृति प्रदान की गई। योजना के परिचालन के लिए खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग द्वारा नगरीय विकास एवं आवास विभाग के मांग अनुसार गेहूं और चावल उपलब्ध कराया जायेगा। योजना में औद्योगिकी नीति एवं निवेश संवर्धन विभाग को प्राथमिकता के आधार पर कार्पोरेट सामाजिक दायित्व के अंतर्गत धन राशि उपलब्ध कराने के लिए निर्देशित किया गया हैं। योजना के क्रियान्वयन के लिए सभी अनुषांगिक कार्यवाही के लिए नगरीय विकास एवं आवास विभाग को अधिकृत किया गया हैं।

आत्म निर्भर भारत अभियान के पैकेज 2 के अंतर्गत अफोर्डेबल रेंटल हाउसिंग स्कीम:

मंत्रिपरिषद ने आत्म निर्भर भारत अभियान के पैकेज 2 में भारत सरकार,आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय के द्वारा प्रधानमंत्री आवास योजना(शहरी) अंतर्गत प्रारंभ की गई अफोर्डेबल रेंटल हाउसिंग स्कीम को प्रदेश में लागू करने की मंजूरी दी । योजना 1 लाख से अधिक आबादी वाले शहरों में लागू की जायेगी।

आपरेशन गाइडलाईन के प्रावधानों के अनुसार भारत सरकार आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय तथा मध्यप्रदेश शासन द्वारा मेमोंरेंडम ऑफ एग्रीमेंट हस्ताक्षरित करने के लिए नगरीय विकास एवं आवास विभाग को अधिकृत किया हैं।

योजना स्थल पर ट्रंक अंधोसंरचना का कार्य निकाय द्वारा किया जायेगा। इन कार्यो का वित्तीय भार निकायों पर आयेगा। ट्रंक अंधोसंरचना को पूरा करने के लिए राज्य शासन की ओर से प्रति परियोजना 5 करोड़ रूपये की अधिकतम सीमा में 50 प्रतिशत का वित्तीय अनुदान अलग से दिया जायेगा।

योजनान्तर्गत स्वीकृत परियोजनाओं के लिए नगरीय सेवाएं यथा जल प्रदाय शुल्क, सम्पत्तिकर,सीवरेज शुल्क इत्यादि को आवासीय श्रेणी के अंतर्गत आरोपित किया जायेगा। इसके लिए नगरीय विकास एवं आवास विभाग द्वारा आवश्यक निर्देश जारी किए जाएंगे।

पद सृजन की मंजूरी:

मंत्रिपरिषद ने राज्य निर्वाचन आयोग के मुख्यालय के लिए नगरीय निकायों/त्रि-स्तरीय पंचायतों के आम निर्वाचन वर्ष 2020-21 के लिए कुल 15 पदों को अस्थाई रूप से 1 जुलाई 2020 से 30 जून 2021 तक की अवधि के लिए सृजित करने की मंजूरी दी हैं। इसमें अपर सचिव/उप सचिव, अवर सचिव, प्रोग्रामर, अनुभाग अधिकारी के 2-2 और सहायक प्रोग्रामर (कम्प्यूटर) के 4 तथा डाटा एन्ट्री आपरेटर के 3 पद शामिल हैं।

अन्य निर्णय

लोक परिसम्पत्ति प्रबंधन विभाग का गठन एवं कार्य (आवंटन) नियम में संशोधन की कार्यवाही करने का मंत्रिपरिषद ने निर्णय लिया।

मंत्रिपरिषद ने मध्यप्रदेश सहकारी सोसायटी (संशोधन) अध्यादेश 2020 का मध्यप्रदेश सहकारी सोसायटी (संशोधन) विधेयक 2020 के रूप में प्रतिस्थापन तथा मध्यप्रदेश लोक सेवाओं के प्रदान की गारंटी (संशोधन) विधेयक 2020 लाए जाने के संबंध में, दोनों विधेयकों को विधानसभा में प्रस्तुत करने की मंजूरी दी।

जयपुर में पत्रिका गेट का उद्घाटन करते हुए नरेन्द्र मोदी ने भारतीय मीडिया को भी ‘ग्लोबल’ होने की जरूरत बताई attacknews.in

नयी दिल्ली, आठ सितम्बर । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को कहा कि हर अंतरराष्ट्रीय मंच पर भारत की उपस्थिति मजबूत हुई है , ऐसे में भारतीय मीडिया को भी ‘ग्लोबल’ होने की जरूरत है।

जयपुर में जवाहरलाल नेहरू मार्ग पर समाचारपत्र समूह ‘पत्रिका’ की ओर से निर्मित ‘पत्रिका गेट’ का वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से उद्घाटन करने के बाद अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने कहा कि मीडिया द्वारा सरकार की आलोचना स्वाभाविक है और इससे लोकतंत्र मजबूत हुआ है।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राजस्थान के वास्तुशिल्प और सांस्कृतिक विरासत को प्रदर्शित करने वाले राजधानी जयपुर में स्थित पत्रिका गेट का आज ऑनलाइन लोकार्पण किया।

श्री मोदी ने वर्चुअल समारोह में पत्रिका गेट को देशवासियों को समर्पित किया। इस अवसर पर उन्होंने राजस्थान प्रत्रिका समूह के प्रधान संपादक गुलाब कोठारी के रचित ग्रंथ संवाद उपनिषद् और अक्षर यात्रा का विमोचन भी किया।

वर्चुअल समारोह में राज्यपाल कलराज मिश्र एवं मुख्यमंत्री अशोक गहलोत विशिष्ट अतिथि के रुप में शामिल हुए जबकि श्री कोठारी ने समारोह की अध्यक्षता की।

इस गेट का निर्माण पत्रिका समाचार पत्र समूह द्वारा जवाहर लाल नेहरू मार्ग पर किया गया है जो प्रदेश के सभी इलाकों के वास्तुशिल्प और सांस्कृतिक विरासत को प्रदर्शित करने वाले अनूठे स्मारक के रूप में है।

पत्रिका समूह ने जयपुर विकास प्राधिकरण की ‘मिशन अनुपम’ योजना के तहत पत्रिका गेट का निर्माण कराया है।

मोदी ने कोरोना वायरस महामारी को लेकर जागरूकता फैलाने के लिए मीडिया की सराहना करते हुए इसे लोगों की ‘अभूतपूर्व ’ सेवा बताया।

प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘भारत के स्थानीय उत्पाद आज ग्लोबल हो रहे हैं। भारत की आवाज भी और ज्यादा ग्लोबल हो रही है। दुनिया भारत को और ज्यादा गौर से सुनती है। हर अंतरराष्ट्रीय मंच पर भारत की मजबूत उपस्थिति है। ऐसे में भारत के मीडिया को भी ग्लोबल होने की जरूरत है।’’

स्वच्छ भारत, उज्जवला गैस योजना और जल जीवन मिशन जैसी सरकारी योजनाओं के बारे में जागरूकता फैलाने और कोरोना के खिलाफ जंग में मीडिया की भूमिका की सराहना करते हुए मोदी ने सरकार के कार्यों की विवेचना और आलोचना को स्वाभाविक बताया।

उन्होंने कहा, ‘‘सरकार की योजनाओं में जमीनी स्तर पर जो कमियां है, उसको बताना और उसकी आलोचना स्वाभाविक है। सोशल मीडिया के दौर में यह और भी ज्यादा स्वभाविक हो गया है। लेकिन आलोचना से सीखना भी हम सबके लिए उतना ही स्वाभाविक और आवश्यक है। इसलिए आज हमारा लोकतंत्र मजबूत हुआ है।’’

प्रधानमंत्री ने आत्मनिर्भर भारत और ‘लोकल के लिए वोकल’ संकल्प को एक बड़े अभियान की शक्ल देने और उसे व्यापक करने की जरूरत पर बल दिया।

महाराष्ट्र विधानसभा में पत्रकार अर्णव गोस्वामी और अभिनेत्री कंगना रनौत के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव पेश attacknews.in

मुंबई 08 सितम्बर। महाराष्ट्र विधानसभा के मानसून सत्र के दूसरे दिन मंगलवार को शिवसेना की ओर से रपब्लिक टीवी के प्रबंध निदेशक एवं एडीटर-इन-चीफ अर्णव गोस्वामी के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर सदन में विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव पेश किये जाने के बाद हंगामा हो गया।

इसके अलावा बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत के मुंबई की पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) से तुलना किये जाने संबंधी टिप्पणी पर उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव पेश किया गया।

शिवसेना के प्रताप सरनाइक ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी सुप्रीमो शरद पवार पर बेबुनियाद टिप्पणी और अपमानजनक भाषा का प्रयोग करने के मामले को लेकर अर्णव के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। उन्होंने कहा कि अर्णव ने टीवी डिबेट के दौरान मंत्रियों, सांसदों और विधायकों का अपमान किया है तथा सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले में बहुत से लोगों पर अपुष्ट आरोप लगाये हैं।

श्री सरनाइक ने कहा, “ मीडिया की स्वतंत्रता के नाम पर अर्णव गोस्वामी ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, राकांपा प्रमुख शरद पवार और अन्य की छवि धूमिल करने का प्रयास किया है। मैं उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग करता हूं।”

संसदीय मामलों के मंत्री अनिल परब ने प्रस्ताव का समर्थन किया।

श्री परब ने कहा , “ अर्णव स्वयं को एक जज समझ रहे हैं तथा मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे जी और शरद पावर जी के खिलाफ अशिष्ट भाषा का उपयोग कर रहे हैं। इसलिए उन पर कार्रवाई की जानी चाहिए।”

उन्होंने कहा, “ हम ऐसे पत्रकारों पर कार्रवाई की मांग करते हैं जो मंत्रियों के खिलाफ अपमानजनक शब्दों का प्रयोग करते हैं।” उन्होंने सवाल उठाया कि अगर प्रधानमंत्री के खिलाफ इस तरह की भाषा का प्रयोग किये जाने पर कार्रवाई हो सकती है , तो मुख्यमंत्री के मामले में क्यों नहीं हो सकती।

राकांपा नेता छगुन भुजबल और समाजवादी पार्टी के अबू आजमी ने भी प्रस्ताव का समर्थन किया।

सुशांत सिंह राजपूत की बहन श्वेता सिंह बनाना चाहती थी रिया के साथ sexual संबंध;रिया चक्रवर्ती की शिकायत पर अभिनेता सुशांत की बहनों और डॉक्टर के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज attacknews.in

मुंबई,आठ सितंबर । मुंबई पुलिस ने दिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की बहनों और अन्य के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने और एनडीपीएस अधिनियम के तहत प्रतिबंधित दवाओं के सेवन का परामर्श देकर आपराधिक साजिश रचने का मामला दर्ज किया है। एक अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी।

रिया ने सोमवार को बांद्रा थाने में शिकायत दर्ज करायी थी जिसके आधार पर आज प्राथमिकी दर्ज की गयी। अपनी शिकायत में रिया ने यह भी उल्लेख किया कि प्रियंका ने 2019 में उसके साथ छेड़छाड़ की और उसके साथ यौन संबंध बनाने की मांग की थी।

उसने कहा, “प्रियंका सिंह ने असामान्य तरीके से मेरे शरीर को छूना शुरू कर दिया और फिर उसने मुझसे छेड़छाड़ शुरू कर दी और यौन संबंध बनाने की मांग करने लगी।”

अधिकारी ने बताया कि प्राथमिकी राजपूत की महिला मित्र रिया चक्रवर्ती के दावे के बाद दर्ज की गई, जिसके मुताबिक अभिनेता को बिना परामर्श दवा दी गई।

अधिकारी के मुताबिक सुशांत की बहन प्रियंका सिंह और मीतू सिंह, दिल्ली के डॉक्टर तरुण कुमार एवं अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।

रिया ने अपनी शिकायत में दावा किया कि इन लोगों ने साजिश रची और एक सरकारी अस्पताल के पर्चे पर प्रतिबंधित दवाओं के सेवन का झूठा परार्मश लिया और उसकी खुराक और मात्रा संबंधी सलाह लिए बिना अभिनेता को दिया।

मुंबई पुलिस के प्रवक्ता ने बताया कि बांद्रा पुलिस थाने में भारतीय दंड संहिता (भासंदं) की धारा-420,464, 465,466,468,474,306,120(बी) और 34 एवं एनडीपीएस अधिनियम की धारा-8(सी),21, 22(ए) और 29 के तहत मामला दर्ज किया गया है।

रिया ने पुलिस को दी शिकायत में भादंसं,एनडीपीएस और टेलीमेडिसीन उपचार दिशानिर्देश के तहत प्राथमिकी दर्ज करने की मांग की थी। रिया ने प्रियंका पर उन्हें तंग करने का भी आरोप लगाया है।

रिया ने आरोप लगाया है कि प्रियंका सिंह, दिल्ली स्थित राम मनोहर लोहिया अस्पताल के डॉक्टर तरुण सिंह और अन्य ने 34 वर्षीय अभिनेता के तनाव का इलाज करने के लिए फर्जीवाड़ा कर दवा की फर्जी पर्ची बनाई।

उल्लेखनीय है कि सुशांत 14 जून को मुंबई के उपनगर बांद्रा स्थित अपने फ्लैट में मृत मिले थे।

मुंबई पुलिस के प्रवक्ता ने बताया कि उच्चतम न्यायालय के आदेश के अनुसार मामले को केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) को आगे की जांच के लिए सौंप दिया गया है।

उल्लेखनीय है कि सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले में मुंबई पुलिस की जांच से नाराज उनके पिता केके सिंह ने बिहार पुलिस के समक्ष रिया चक्रवर्ती,उसके परिवार के सदस्यों और अन्य के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने और आपराधिक साजिश रचने का मामला दर्ज कराया था। उच्चतम न्यायालय ने इस मामले को सीबीआई को सौंप दिया।

मुंबई के पश्चिमी उपनगर सांताक्रूज स्थित डीआरडीओ अतिथि गृह में ठहरी सीबीआई की टीम ने रिया से पूछताछ की।

धनशोधन के मामले में प्रवर्तन निदेशालय और मादक पदार्थों की आपूर्ति में स्वापक नियंत्रण ब्यूरो (एनसीबी)ने भी रिया से पूछताछ की है। मादक पदार्थ मामले में रिया के भाई शौविक चक्रवर्ती और सुंशात के प्रबंधक सैमुअल मिरांडा की गिरफ्तारी हुई है।

ड्रग तस्करी मामले में कन्नड़ सिनेमा की एक ओर अभिनेत्री गिफ्तार,एक अभिनेत्री पहले ही हिरासत में हैं, अभी ओर भी गिरफ्तारियां होगी attacknews.in

बेंगलुरु 08 सितंबर । मादक पदार्थों की तस्करी मामले की जांच कर रहे अपराध शाखा के अधिकारियों ने कन्नड़ सिनेमा की अभिनेत्री संजना गलरानी को गिरफ्तार कर लिया है।

अपराध शाखा के अधिकारियों ने सोमवार सुबह संजना के घर पर इस सिलसिले में छापा मारा था और उन्हें गिरफ्तार किया था।

आधिकारिक सूत्रों ने मंगलवार को बताया कि राज्य में मादक पदार्थों की तस्करी को लेकर चल रही जांच के मामले में अपराध शाखा ने संजना के घर पर छापा मारा था। इस सिलसिले में पुलिस पहले ही अभिनेत्री रागिनी को गिरफ्तार कर चुकी है और वह पुलिस हिरासत में हैं।

सूत्रों ने बताया के छापे के दौरान अपराध शाखा के अधिकारियों को संजना के घर से मादक पदार्थों की तस्करी से संबंधित कुछ दस्तावेज मिले थे, जिसके बाद उनकी गिरफ्तारी हुई।

अपराध शाखा की पुलिस उनके करीबी उद्योगपति राहुल काे पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है।

फिच का अनुमान:GDP की गिरावट 2022 तक नहीं थमने वाली,चालू वित्त वर्ष में भारतीय अर्थव्यवस्था में आएगी 10.5 प्रतिशत की गिरावट attacknews.in

नयी दिल्ली, आठ सितंबर । फिच रेटिंग्स ने चालू वित्त वर्ष 2020-21 में भारतीय अर्थव्यवस्था में 10.5 प्रतिशत की भारी गिरावट का अनुमान लगाया है।

रेटिंग एजेंसी ने मंगलवार को चालू वित्त वर्ष के लिए भारत के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के वृद्धि दर के अनुमान को संशोधित कर -10.5 प्रतिशत कर दिया। इससे पहले फिच ने भारतीय अर्थव्यवस्था में पांच प्रतिशत की गिरावट का अनुमान लगाया था।

फिच ने कहा कि देश में कोविड-19 संक्रमण लगातार बढ़ रहा है। इसके चलते देश के विभिन्न हिस्सों में टुकड़ों में लॉकडाउन लगाना पड़ रहा है, जिससे आर्थिक गतिविधियां बुरी तरह प्रभावित हुई हैं।

चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही (अप्रैल-जून) में भारत के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में 23.9 प्रतिशत की गिरावट आई है। यह दुनिया की प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में गिरावट के सबसे ऊंचे आंकड़ों में से है। हालांकि, फिच का मानना है कि अर्थव्यवस्था अब खुल रही है, जिससे जुलाई-सितंबर की तिमाही में इसमें उल्लेखनीय सुधार देखने को मिल सकता है।

इसके साथ ही उसने कहा कि इस बात के स्पष्ट संकेत हैं कि अर्थव्यवस्था में सुधार की रफ्तार सुस्त और असमान रहेगी।

वैश्विक आर्थिक परिदृश्य पर अपने सितंबर के अपडेट में फिच ने कहा कि सबसे अधिक मंदी भारत, ब्रिटेन और स्पेन जैसे देशों में देखने को मिल रही है। फिच ने कहा कि इन देशों में लॉकडाउन काफी सख्त और लंबा (अप्रैल-जून) रहा है। इन देशों के खुदरा और अन्य क्षेत्रों में आवाजाही सबसे अधिक प्रभावित रही है।

फिच ने कहा कि लघु और मध्यम अवधि में कई चुनौतियों हैं जिनसे वृद्धि में सुधार रुका हुआ है।

फिच ने कहा, ‘‘कोरोना वायरस के नए मामले लगातार बढ़ रहे हैं। इसकी वजह से कुछ राज्यों और संघ शासित प्रदेशों को अंकुशों को फिर से सख्त करना पड़ा है। महामारी के लगातार फैलने तथा देशभर में छिटपुट बंदी की वजह से धारणा कमजोर हुई है और आर्थिक गतिविधियां प्रभावित हुई हैं।’’

रेटिंग एजेंसी ने कहा कि गतिविधियों में भारी गिरावट से परिवारों और कंपनियों की आय भी बुरी तरह प्रभावित हुई है। इस दौरान वित्तीय समर्थन भी सीमित रहा है। इसके साथ ही वित्तीय क्षेत्र की संपत्ति की गुणवत्ता नीचे आ रही है, जिससे बैकों के कमजोर पूंजी बफर के बीच ऋण प्रावधान पर असर पड़ेगा।

फिच ने कहा कि मुद्रास्फीति ऊंची रहने से परिवारों की आय पर दबाव बढ़ा है और आपूर्ति श्रृंखला बाधित हुई है। उत्पाद शुल्क में बढ़ोतरी से कीमतें बढ़ रही हैं। हालांकि, उसका अनुमान है कि कमजोर मांग, आपूर्ति श्रृंखला की बाधाएं समाप्त होने तथा मानसून अच्छा रहने से मुद्रास्फीति नीचे आएगी।

फिच ने कहा, ‘‘हमने चालू वित्त वर्ष के लिए जीडीपी के अपने अनुमान को संशोधित कर -10.5 प्रतिशत कर दिया है। जून में जारी वैश्विक आर्थिक परिदृश्य की तुलना में भारत की अर्थव्यवस्था में गिरावट के अनुमान को पांच प्रतिशत अंक बढ़ाया गया है। हमारा अनुमान है कि हमारे वायरस पूर्व के अनुमान की तुलना में 2022 की शुरुआत तक गतिविधियों में करीब 16 प्रतिशत की गिरावट आएगी।’’

फिच का अनुमान है कि चालू वित्त वर्ष की दूसरी जुलाई-सितंबर की तिमाही में जीडीपी में 9.6 प्रतिशत की गिरावट आएगी। तीसरी अक्टूबर-दिसंबर की तिमाही में अर्थव्यवस्था 4.8 प्रतिशत नीचे आएगी। वहीं जनवरी-मार्च की चौथी तिमाही में अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर 4 प्रतिशत रहेगी।

फिच ने कहा कि अगले वित्त वर्ष 2021-22 में भारतीय अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर 11 प्रतिशत रहेगी। 2022-23 में अर्थव्यवस्था 6 प्रतिशत की दर से बढ़ेगी।

इस बीच, इंडिया रेटिंग्स एंड रिसर्च ने भी मंगलवार को चालू वित्त वर्ष के लिए भारत के वृद्धि दर के अनुमान को संशोधित कर -11.8 प्रतिशत कर दिया। इससे पहले इंडिया रेटिंग्स ने भारतीय अर्थव्यवस्था में 5.3 प्रतिशत की गिरावट का अनुमान लगाया था।

फिच ने कहा कि चीन को छोड़कर अन्य उभरती अर्थव्यवस्थाओं में यह महामारी काफी तेजी से फैल रही है। इस समय कोरोना वायरस संक्रमण के सबसे अधिक मामले ब्राजील, रूस और भारत जैसे देशों में हैं।

फिच ने कहा कि अगले वित्त वर्ष में भारतीय अर्थव्यवस्था दो अंकीय वृद्धि दर्ज करेगी। इसकी मुख्य वजह पिछले वित्त वर्ष का आधार प्रभाव होगा। फिच ने कहा, ‘‘हमारा मानना है कि भारतीय अर्थव्यवस्था जनवरी-मार्च, 2022 से पहले महामारी से पूर्व का स्तर हासिल नहीं कर पाएगी।’’

भारत में दस दिन में ही कोरोना से मरने वालों की संख्या 60 से 70 हजार को पार,कोरोना संक्रमण नमूनों की जांच का आंकड़ा पौने पांच करोड़ के करीब पहुंचा attacknews.in

नयी दिल्ली,06 सितंबर । देश में कोरोना वायरस तेजी से लोगों को अपनी चपेट में ले रहा है वहीं इससे मरने वाल़ों की संख्या बड़ी शीघ्रता से बढ़ रही है और मात्र 10 दिनों में मृतकों की संख्या 60 हजार से 70 हजार को पार कर गई।

केंद्रीय परिवार एवं स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से रविवार को जारी आंकड़ों में पिछले 24 घंटों में 1065 मरीजों की मौत से कुल 70,626 लोगों की वायरस जान ले चुका है।

यह दूसरी मर्तबा है कि कोरोना मृतकों की संख्या में 10 दिनों में 10 हजार से अधिक का इजाफा हुआ है। इससे पहले मृतकों की संख्या 40 से 50 हजार पहुंचने में भी दस दिन ही लगे थे।

पिछले 24 घंटों में रिकार्ड 90,633 मामलों से कुल संक्रमित 41,13,812 हो गए और विश्व में अमेरिका के बाद संक्रमण के मामले पर दूसरे स्थान पर आ गया।

वायरस से 28 अगस्त से छह सिंतबर तक के दस दिनों में दस हजार 161 मरीजों की संक्रमण से मौत हुई । इस दौरान सबसे अधिक चार और पांच सितंबर के आंकड़ो में वायरस से दोनों दिनों में रोज 1096–1096 लोगों की मौत हुई और इस दौरान सबसे कम 819 एक सितंबर को संक्रमण से मरने वाले रहे। इन 10 दिनों में सात दिन मृतकों की संख्या एक हजार से अधिक और मात्र तीन दिन एक हजार से कम रही ।

थोड़ा सुकून देने वाली बात यह रही कि इस दौरान कुल संक्रमितों की तुलना में मृतकों का प्रतिशत घटकर 1.72 फीसदी रह गया।

इससे पहले कोरोना से मृतकों की संख्या पर नजर दौड़ाई जाए तो यह तेजी से बढ़ी जरुर किंतु वायरस के रिकार्ड मामले आने के बीच कुल संक्रमितों की तुलना में मरने वालों का प्रतिशत भी विभिन्न कदमों से तेजी से कम लाने में मदद मिली। इनमें आक्रामक जांच, व्यापक निगरानी और वायरस से संपर्क में आने वाले की जल्दी पहचान से वायरस से होने वाली मौतों पर काफी हद तक नियंत्रण रखने में कामयाबी मिली है।

आंकड़ों के अनुसार कोरोना से एक से दस हजार मौतों की संख्या पहुंचने में 96 दिन लगे और कुल मरीजों की तुलना में मृतकों का प्रतिशत सबसे अधिक 3.4 प्रतिशत था।

मृतकों की संख्या दस से बीस हजार होने में बीस दिन ही लगे हालांकि प्रतिशत घटकर‌ 2.8 रह गया। बीस से तीस हजार होने में दिनों की संख्या घटकर 17 ही रह गई किंतु राहत की बात रही कि प्रतिशत और घटकर 2.4 पर आ गया।

तीस से चालीस हजार मृतक होने में 13 दिन ही लगे और प्रतिशत‌ 2.1 रह गया। चालीस से पचास हजार की संख्या में सबसे कम महज दस दिन लगे और प्रतिशत और घटकर 1.9 रह गया। अगले दस हजार ‌अर्थात पचास से साठ हजार की संख्या पहुंचने में 11 दिन लगे और मृतक प्रतिशत घटकर 1.8 रह गया।

कोरोना संक्रमण नमूनों की जांच का आंकड़ा पौने पांच करोड़ के करीब

इधर देश में वैश्विक महामारी कोविड-19 के लगातार बढ़ते प्रकोप और दिन प्रतिदिन रिकार्ड नये मामलों के साथ ही इसे नियंत्रण करने की मुहिम के तहत पिछले पांच रोज से लगातार दस लाख से अधिक संक्रमण नमूनों की जांच हो रही है और 05 सितंबर तक कुल परीक्षण का आंकड़ा चार करोड़ 88 लाख 31 हजार 145 पर पहुंच गया।

भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) की तरफ से रविवार को बताया गया कि पांच सितंबर को 10,92,654 कोरोना संक्रमण के नमूनों की जांच की गई और परीक्षण का कुल आंकड़ा 4,88,31,145 पर पहुंच गया है।

उधर देश में पिछले 24 घंटों में 90,633 नये मामलों से कुल आंकड़ा 41,13,812 संक्रमितों पर पहुंच गया और 1065 मरीजों की और मौत हो गई। देश विश्व में अमेरिका के बाद संक्रमण मामले में दूसरे स्थान पर आ गया है और यह जानलेवा वायरस 70,626 लोगों को लील चुका है।

इससे पहले कोरोना के बढ़ते कहर को थामने के लिए दो और तीन सितंबर को लगातार दो दिन 11-11 लाख से अधिक कोरोना नमूनों की जांच की गई थी।

परिषद के अनुसार तीन सितंबर को 11,69,765 कोरोना नमूनों की जांच की गई थी। इससे पहले दो सितंबर को पहली बार देश में जांच का आंकड़ा 11 लाख से अधिक रहा और 11,72,179 नमूनों की रिकार्ड जांच की गई जो विश्व में एक दिवस में संक्रमण की सर्वाधिक जांच का रिकार्ड भी है।

कोरोना के देश में लगातार बढ़ते प्रकोप को देखते हुए इसकी रोकथाम के लिए जांच, उपचार और संपर्क का पता लगाने पर लगातार जोर दिया जा रहा है।

एक सितंबर को 10,12,367 नमूनों का परीक्षण किया गया।

इससे पहले देश में 29 अगस्त को रिकार्ड 10,55,27 नमूनों की जांच की गई थी और पहली बार 21 अगस्त को दस लाख से अधिक 10,23,836 कोरोना जांच की गई थी और एक दिन में दस लाख से अधिक संक्रमण परीक्षण करने वाला विश्व में भारत तीसरा देश बना था।

संक्रमण के वेग के साथ इससे ऊबरने वाल़ों की संख्या भी रोज बढ़ रही है और पिछले 24 घंटों में 73,643 रिकार्ड संख्या में लोगों ने इसे मात दी।

वायरस को कुल 31,80,867 लोग मात दे चुके हैं जबकि 8,62,320 इससे फिलहाल प्रभावित हैं।

कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच राहत की बात यह है कि मृत्यु दर घटकर 1.72 प्रतिशत और रिकवरी दर थोड़ी और सुधरकर 77.32 फीसदी हो गई।