कंगना ने उद्धव पर फिर साधा निशाना
मुंबई,10 सितंबर । अभिनेत्री कंगना रनौत ने पाली हिल्स स्थित कार्यालय तोड़े जाने के बाद मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे पर हमले तेज कर दिये हैं और गुरुवार को उनका नाम लिए बिना निशाना साधते हुए कहा कि वह (श्री ठाकरे) कुछ नहीं, सिर्फ़ वंशवाद का एक नमूना भर हैं।
अभिनेत्री ने आज कई ट्वीट किये। उन्होंने किसी के नाम का उल्लेख किये बिना लिखा,”तुम्हारे पिताजी के अच्छे कर्म तुम्हें दौलत तो दे सकते हैं मगर सम्मान तुम्हें खुद कमाना पड़ता है, मेरा मुँह बंद करोगे मगर मेरी आवाज़ मेरे बाद सौ फिर लाखों में गूंजेगी, कितने मुँह बंद करोगे? कितनी आवाज़ें दबाओगे? कब तक सच्चाई से भागोगे तुम कुछ नहीं हों सिर्फ़ वंशवाद का एक नमूना हो।”
कंगना ने आगे कहा,” मैं इस बात को विशेष रूप से स्पष्ट करना चाहती हूँ कि महाराष्ट्र के लोग सरकार द्वारा की गयी गुंडागर्दी की निंदा करते हैं, मेरे मराठी शुभचिंतकों के बहुत फ़ोन आ रहे हैं, दुनिया या हिमाचल में लोगों के दिल में जो दुःख हुआ है, वे यह कतई ना सोचें कि मुझे यहाँ प्रेम और सम्मान नहीं मिलता। महाराष्ट्र सरकार की इस काली करतूत से दुनिया में मराठी संस्कृति और गौरव को ठेस नहीं पहुँचानी चाहिए. जय महाराष्ट्र।”
उन्होंने लिखा,” जिस विचारधारा पर श्री बाला साहेब ठाकरे ने शिव सेना का निर्माण किया था आज वो सत्ता के लिए उसी विचारधारा को बेच कर शिव सेना से सोनिया सेना बन चुके हैं, जिन गुंडों ने मेरे पीछे से मेरा घर तोड़ा उनको सिविक बॉडी मत बोलो, संविधान का इतना बड़ा अपमान मत करो।”
कंगना हिमाचल प्रदेश की रहने वाली है और अभिनेत्री के कार्यालय पर तोडफ़ोड़ पर नाराजगी जताते हुए मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने ट्वीट किया,” हम हिमाचल की बेटी का अपमान सहन नहीं कर सकते। महाराष्ट्र सरकार ने हिमाचल की बेटी कंगना रनौत के साथ जो राजनीतिक प्रतिशोध की भावना से अत्याचार किया है, वह अत्यंत चिंताजनक एवं निंदनीय है। हमारी सरकार व देश की जनता इस घटनाक्रम में हिमाचल की बेटी कंगना के साथ खड़ी है।”
आओ अब मेरा घर भी तोड़ दो : कंगना
इससे पहले कल रात एकबार फिर से बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत ने उनके कार्यालय के एक हिस्से को कथित रूप से अवैध बताकर बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) के तोड़फोड़ की कार्रवाई को लेकर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और फिल्मकार करण जौहर पर निशाना साधते हुये कहा कि “आओ अब मेरा घर भी तोड़ दो”
कंगना बुधवार को हिमाचल प्रदेश के अपने गृहनगर मनाली से मुंबई लौट आयी है। कंगना के मुंबई की तुलना पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) से करने के बाद शिव सेना नेता एवं सांसद संजय राउत ने उन्हें वापस मुंबई लौट कर आने की चुनौती दी थी। कंगना रनौत के मुंबई लौटने से पूर्व उनके मुंबई स्थित ‘मणिकर्णिका फिल्म्ज’ कार्यालय को बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) ने कथित तौर पर अवैध निर्माण बताते हुए तोड़ दिया है।
कंगना ने ट्विटर पर लिखा, “मेरा दफ़्तर 24 घंटों में ही अवैध घोषित कर दिया गया। उन्होंने सब कुछ नेस्तनाबूद कर दिया है। यहां तक की फर्नीचर और लाइट्स भी। अब मुझे धमकियां मिल रही हैं कि वो मेरा घर भी तोड़ देंगे। मुझे खुशी है कि मूवी माफिया के पसंदीदा सीएम को लेकर मेरा फैसला सही था। ”
कंगना ने एक अन्य ट्टीट में उद्धव ठाकरे और करण जौहर को ललकारते हुए लिखा, “आओ उद्धव ठाकरे और करण जौहर गैंग, तुमने मेरा वर्क प्लेस तोड़ दिया। अब मेरा घर तोड़ दो। फिर मेरा चेहरा और शरीर भी तोड़ दो। मैं चाहती हूं कि दुनिया देखे कि पर्दे के पीछे तुम लोग क्या करते हो। मैं मरूं या ज़िंदा रहूं, मैं तुम्हें बेपर्दा पर दूंगी। ”
कंगना ने लिखा, “आज उन्होंने मेरा घर गिराया है। कल आपका होगा। सरकारें आती हैं और चली जाती हैं। जब आप एक आवाज़ को हिंसक तरीके से दबाते देखने के आदी हो जाओगे, यह सामान्य बनता जाएगा। आज एक आदमी को चिता पर जलाया जा रहा है, कल हज़ारों का जौहर होगा। जागो। ”
कंगना ने लिखा, “मैं अपनी मुंबई में हूँ, अपने घर में हूँ मुझपे वार भी हुआ तो पीठ पीछे जब मैं फ़्लाइट में थी, सामने नोटिस देने की या वार करने की हिम्मत नहीं है मेरे दुश्मनों में ये जानकर अच्छा लगा, बहुत लोग मुझे पहुंचाई हुई हानि से दुखी और चिंतित हैं मैं उनके आशीर्वाद और स्नेह की आभारी हूँ ।”
कंगना और शिवसेना में तेज हुई जुबानी जंग
बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत की बुधवार को हिमाचल प्रदेश के अपने गृहनगर मनाली से मुंबई लौटने के बीच शिवसेना और उनके दरम्यां तेज जुबानी जंग हुई।
मुम्बई की तुलना पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर से करने को लेकर कंगना महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ शिवसेना और उसके गठबंधन सहयोगियों के निशाने पर है।
कंगना का उद्धव पर हमला,’आज मेरा घर टूटा है कल तेरा घमंड टूटेगा’
बॉनीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत ने बुधवार को अपने पाली हिल स्थित कार्यलय पर बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) के बुलडोजर चलाये जाने के बाद इस मुद्दे सीधे महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे पर निशाना साधते हुए कहा है कि आज मेरा घर टूटा है कल तेरा घमंड टूटेगा।
अभिनेत्री कंगना का अभी तक वाकयुद्ध शिवसेना के प्रमुख प्रवक्ता संजय राउत से चल रहा था और दोनों एक-दूसरे पर शब्दों के बाणों से हमला कर रहे थे। अब कंगना ने सीधे शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे पर निशाना साधा है।
मुंबई पहुंचते ही अभिनेत्री ने वीडियो जारी कर कहा,’उद्धव ठाकरे तुझे क्या लगता है? कि तूने फिल्म माफिया के साथ मिलकर, मेरा घर तोड़कर मुझसे बहुत बड़ा बदला लिया है? आज मेरा घर टूटा है, कल तेरा घमंड टूटेगा। ये वक्त का पहिया है, याद रखना, हमेशा एक जैसा नहीं रहता।’
सुशांत सिंह राजपूत की संदिग्ध मौत के बाद से कंगना निरंतर अपने बयानों को लेकर से चर्चा में हैं।
कंगना गत सप्ताह कहा था कि वर्तमान की महाराष्ट्र सरकार के वक्त में उन्हें डर लगता है और मुंबई की तुलना पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर से कर दी थी, जिसके बाद संजय राउत ने कहा था कि अगर कंगना को डर लगता है तो वह मुंबई नहीं आएं।
संजय राउत के इस बयान के बाद अभिनेत्री ने ट्वीट कर कहा था,’महाराष्ट्र किसी के बाप का नहीं है, महाराष्ट्र उसी का है जिसने मराठी गौरव को प्रतिष्ठित किया है. और मैं डंके की चोट पे कहती हूं. हां मैं मराठा हूं ,उखाड़ो मेरा क्या उखाड़ोगे?’
कंगना ने अपने साथ बढ़ते विवाद को देखते हुए सुरक्षा की मांग थी, जिसके बाद केंद्र की तरफ से उन्हें वाई श्रेणी की सुरक्षा दी गई है।
बाम्बे उच्च न्यायालय ने आज कंगना रनौत के कार्यालय के तोड़फोड़ पर रोक लगा दी और बीएमसी से जवाब मांगा है। इस मामले पर गुरुवार को सुनवाई होगी।
न्यायमूर्ति एसजे काथावाला कंगना रनौत की तरफ से दायर याचिका पर सुनवाई की । याचिका में अभिनेत्री के कार्यालय में अवैध निर्माण के लिए बीएमसी की ओर से जारी नोटिस को चुनौती दी गई थी।
न्यायालय ने बीएमसी से यह भी जानना चाहा कि उसने कैसे परिसर में प्रवेश किया। न्यायालय ने निर्देश दिया कि बीएमसी याचिका के जवाब में हलफनामा दायर करे। अदालत ने मामले को सुनवाई के लिए गुरुवार को सूचीबद्ध कर दिया है। गुरुवार को इस मामले में दोपहर तीन बजे सुनवाई होगी।
कंगना के कार्यालय में ‘अवैध निर्माण’ तोड़ने पर रोक
इस बीच बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत के मुंबई स्थित ‘मणिकर्णिका फिल्म्ज’ कार्यालय को बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) ने कथित तौर पर अवैध निर्माण बताते हुए तोड़ दिया । बॉम्बे उच्च न्यायालय ने कंगना रनौत के पक्ष में फैसला सुनाते हुए बीएमसी की कार्रवाई पर रोक लगा दी ।
न्यायालय की ओर से यह रोक गुरुवार दोपहर तीन बजे तक लगाई गई हालांकि बीएमसी ने पहले ही अपनी कार्रवाई पूरी ली थी। न्यायालय ने इस मामले में गुरुवार को फिर सुनवाई की। न्यायालय ने कंगना रनौत के कार्यालय में अवैध निर्माण को गिराने में इतनी जल्दबाजी करने के लिए बीएमसी से जवाब मांगा था ।
गौरतलब है कि कोरोना वायरस महामारी देखते हुए बॉम्बे उच्च न्यायालय ने गत 26 मार्च को एक आदेश जारी करते हुए कहा था कि राज्य सरकार बीएमसी और सभी संबंधित विभाग किसी के खिलाफ कोई विरोधात्मक कार्रवाई जल्दबाज़ी में ना करें।
गौरतलब है कि कंगना एवं शिव सेना नेताओं के बीच जारी वाक् युद्ध के बीच बीएमसी ने यह कार्रवाई की ।
बुधवार को कंगना पहले पहुंची चंडीगढ़, दोपहर बाद मुम्बई पहुंची:
चंडीगढ़,से खबर है कि ,अभिनेता सुशांत राजपूत हत्याकांड और बॉलीवुड में ड्रग्ज़ चलन को लेकर आवाज बुलंद कर शिव सेना सांसद संजय राउत, महाराष्ट्र सरकार और मुम्बई पुलिस के साथ टकराव के बीच बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत बुधवार सुबह मनाली से मुम्बई के लिये रवाना हुई।
कंगना सड़क रास्ते से कार से सुबह यहां चंडीगढ़ एयरपोर्ट पहुंची जहां से वह दोपहर बाद विमान से मुम्बई के लिये रवाना हुई। कगंना एयरपोर्ट पहुंचने पर सुरक्षा घेरे में चैक इन काउंटर पर पहुंची। कंगना को केंद्र सरकार ने वाई प्लस सुरक्षा प्रदान की है। कंगना को यह सुरक्षा तब मिली जब उन्होंने मुंबई पहुंचने पर उन पर हमला होने तथा जान को खतरा होने की केंद्र सरकार के समक्ष आशंका व्यक्त की थी।
हिमाचल के मंडी में कंगना का पैतृक घर है। कंगना के साथ बहन रंगोली चंदेल, निजी सहायक और सुरक्षाकर्मी उनके साथ हैं।
इससे पहले वाई श्रेणी की सुरक्षा मिलने के बाद सीआरपीएफ दस्ते ने मंगलवार देर रात मनाली पहुंचकर उनकी सुरक्षा का जिम्मा संभाल लिया था।
शिव सेना सांसद संजय राउट के साथ तीखे शब्दवाणों के आदान प्रदान के बीच बृहन मुम्बई निगम (बीएमसी) ने कंगना के मुम्बई के पाली हिल क्षेत्र स्थित कार्यालय में कथित तौर पर हुये अवैध निर्माण को लेकर नोटिस जारी कर दिया था जो अभिनेत्री की गैर मौजूदगी में उनके कार्यालय के गेट पर गत मंगलवार को चस्पा कर दिया गया था।
वहीं बताया जाता है कि कंगना ने इस नोटिस के जबाव के लिये सात दिन का समय मांगा था। लेकिन बीएमसी ने कथित अवैध निर्माण को लेकर कंगना की ओर से 24 घंटे के भीतर कोई जबाव नहीं मिलने पर कार्यालय में आज तोड़फोड़ की कार्रवाई शुरू कर दी ।
वहीं कंगना ने अपने कार्यालय में की जा रही तोड़फोड़ की कार्रवाई को लेकर एक के बाद एक ट्वीट कर कहा “उनकी मणिकर्णिका फ़िल्म्ज़ में पहली फ़िल्म अयोध्या की घोषणा हुई है। उनका कार्यालय एक इमारत नहीं राम मंदिर ही है, आज वहाँ बाबर आया है, आज इतिहास फिर खुद को दोहराएगा राम मंदिर फिर टूटेगा मगर याद रख बाबर यह मंदिर फिर बनेगा यह मंदिर फिर बनेगा। जय श्री राम जय श्री राम“।
उन्होंने एक अन्य ट्वीट में इस कार्रवाई को “पाकिस्तान का जिक्र करते डेथ ऑफ डेमोक्रेसी कहा। मैं कभी गलत नहीं थी। मेरे दुश्मनों एक बार फिर साबित कर दिया है कि क्यों मुंबई पाक के कब्जे वाला कश्मीर (पीओके) है। रानी लक्ष्मीबाई के साहस, शौर्य और बलिदान को मैंने फ़िल्म के जरिए जिया है। दुख की बात यह है मुझे मेरे ही महाराष्ट्र में आने से रोका जा रहा है मैं रानी लक्ष्मीबाई के पद चिन्हों पर चलूँगी न डरूंगी, न झुकूँगी। गलत के ख़िलाफ़ मुख़र होकर आवाज़ उठाती रहूंगी, जय महाराष्ट्र, जय शिवाजी“।
इस बीच कंगना के वकील ने बीएमसी की कार्रवाई के खिलाफ महाराष्ट्र उच्च न्यायालय में याचिका दाखिल की है जिस पर सुनवाई शुरू हुई । वहीं बीएमसी कर्मी भी कंगना के कार्यालय में सांकेतिक कार्रवाई कर वहां से निकल चुके हैं।
कंगना का बंगला ढहाने को लेकर बीएमसी की आलोचना :
बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत के बांद्रा स्थित बंगले का कुछ हिस्सा ढहाए जाने को लेकर शिवसेना के नेतृत्व वाली बृहन्मुंबई महानगर पालिका (बीएमसी) को बुधवार को आलोचनाओं का शिकार होना पड़ा।
कुछ आलोचकों का कहना है कि कंगना को निशाना बनाया गया, जबकि अन्य दोषियों को छोड़ दिया गया।
कंगना (33) ने आरोप लगाया है कि महाराष्ट्र सरकार शिवसेना के साथ उनकी लड़ाई के कारण उन्हें निशाना बना रही है।
भाजपा विधायक आशीष शेलार ने आरोप लगाया कि महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे नीत सरकार बदले की राजनीति कर रही है।
कंगना ने कहा कि नगर निकाय को उनके बंगले को निशाना बनाने के बजाए बदहाल सड़कों पर ध्यान देना चाहिए।
कंगना ने ट्वीट किया, ‘‘बीएमसी, ये मुंबई की सड़कें हैं और आपको माफिया की कलई खोलने वाली एक अभिनेत्री के घर को ढहाए जाने की चिंता है।’’
उन्होंने मुंबई की एक सड़क की फोटो भी पोस्ट की है, जिसमें कई गड्ढे दिख रहे हैं।
भाजपा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने ट्वीट किया, ‘‘कंगना से भरोसा रखने के लिए कहिए। उनके संघर्ष में हम उनके साथ हैं।’’
वरिष्ठ पत्रकार नौजर भरूचा ने कहा, ‘‘अगर बांद्रा-खार इलाके की अधिकांश नई इमारतों की फॉरेंसिक जांच की जाए, तो बड़े पैमाने पर एफएसआई हेरफेर, अवैध मंजिलों, अनधिकृत छज्जों और अवैध निर्माण का खुलासा होगा।’’
यहां एक मुख्य अंग्रेजी समाचार पत्र में दो दशक से अधिक समय से रियल एस्टेट कवर कर रहे पत्रकार भरूचा ने कहा, ‘‘पाली हिल पर कंगना रनौत के बंगले का अनधिकृत हिस्सा ढहाया जाना ऐसे समय में राज्य सरकार की ताकत का केवल प्रदर्शन है, जब इससे बड़े निर्माण अपराध माफ किए जा रहे हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘कुछ साल पहले, जब हास्य कलाकार कपिल शर्मा ने बीएमसी अधिकारियों पर उनसे पांच लाख रुपए की रिश्वत मांगने का सार्वजनिक रूप से आरोप लगाया था, तब नगर निकाय प्रशासन ने उनके गोरेगांव अपार्टमेंट को गिराने का नोटिस जारी किया था।’’
कंगना-बीएमसी विवाद के बीच पवार,उद्धव की बैठक, यह बात कही शरद पवार ने:
बुधवार को अभिनेत्री कंगना रनौत के पाली हिल स्थित कार्यालय पर बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) के बुलडोजर चलाये जाने के बाद महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एवं शिव सेना प्रमुख उद्धव ठाकरे तथा राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) अध्यक्ष शरद पवार के बीच बैठक हुई जिसमें कोरोना वायरस (कोविड-19) संकट समेत विभिन्न मुद्दों पर चर्चा हुई ।
इस बैठक का महत्व इसलिए भी बढ़ गया था क्योंकि बुधवार को ही बीएमसी अधिकारियों ने कंगना के कार्यालय के ‘अवैध निर्माण’ को ध्वस्त किया और इसी दिन ही वह मुम्बई पहुंची । वह इससे पहले अपने गृह राज्य हिमाचल प्रदेश में थीं।
श्री पवार ने कहा,“ बीएससी ने नियमों के मुताबिक ही काम किया लेकिन डिमॉलिशन ड्राइव की टाइमिंग के कारण लोगों तक गलत संदेश पहुंचा। मुंबई में अवैध निर्माण करना कोई नई चीज नहीं है, लेकिन इस पर चल रहे विवाद के बीच में ही एक्शन लेने से सवाल पैदा हो रहे हैं, लेकिन बीएमसी के पास अपने कारण हैं, अपने नियम हैं और उन्होंने उसके हिसाब से कार्रवाई की है।’
श्री पवार ने यहां नरीमन प्वाइंट स्थित वाई बी चव्हाण सेंटर में एक किताब के विमोचन के बाद संवाददाताओं से कहा,“हम ऐसे बयान देने वालों को अनुचित महत्व दे रहे हैं। हमें देखना होगा कि लोगों पर इस तरह के बयानों का क्या प्रभाव पड़ता है। मेरी राय में, लोग (ऐसे बयानों को) गंभीरता से नहीं लेते हैं।”
मुंबई पुलिस का समर्थन करते हुए श्री पवार ने कहा,“ महाराष्ट्र और मुंबई के लोगों को राज्य और नगर की पुलिस के काम के संबंध में ‘वर्षों का अनुभव’ है। वे (लोग) पुलिस के काम को जानते हैं, इसलिए हमें इस पर ध्यान देने की जरूरत नहीं है कि कोई क्या कहता है।”
गौरतलब है कि बाॅम्बे उच्च न्यायालय ने आज कंगना रनौत के कार्यालय के तोड़ने पर रोक लगा दी और बीएमसी से जवाब मांगा है। इस मामले पर गुरुवार को सुनवाई हुई ।
न्यायमूर्ति एस जे काथावाला ने कंगना रनौत की तरफ से दायर याचिका पर सुनवाई की। याचिका में अभिनेत्री के कार्यालय में अवैध निर्माण के लिए बीएमसी की ओर से जारी नोटिस को चुनौती दी गई थी।
न्यायालय ने बीएमसी से यह भी जानना चाहा कि उसने कैसे परिसर में प्रवेश किया। न्यायालय ने निर्देश दिया कि बीएमसी याचिका के जवाब में हलफनामा दायर करे।
साधु-संत के साथ पूरा देश कंगना रनौत के साथ: गिरी
प्रयागराजसे खबर है कि, अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत को देश की बहादुर बेटी बताते हुए कहा कि उसकी इस लड़ाई में साधु-संत के साथ पूरा देश उनके साथ है।
परिषद के अध्यक्ष महंत नरेन्द्र गिरी ने गुरूवार को यहां कहा कि कंगना रनौत बहादुर और हिम्मत वाली बेटी हैं, जिसने बड़ी निर्भीकता के साथ बॉलीवुड के माफियाओं और ड्रग माफियाओं के रैकेट का भंडाफोड़ किया है। उन्होंने निडर होकर बॉलीवुड में एक विशेष समुदाय के वर्चस्व के खिलाफ खुलकर आवाज उठाई है। इससे न/न केवल बॉलीवुड के माफिया डर गए हैं, बल्कि महाराष्ट्र सरकार के भी कदम उखड़ रहे हैं। उन्होंने हिमाचल प्रदेश सरकार को कंगना को सुरक्षा देने के लिए धन्यवाद भी दिया है।