भोपाल 27नवम्बर। जेपी,हमीदिया और सुल्तानिया जनाना समेत मेडिकल कॉलेजों से जुड़े अस्पतालों में मौजूद दवाओं की हर दिन की जानकारी चिकित्सा शिक्षा विभाग के अधिकारी ले सकेंगे। ओपीडी में आने वाले मरीजों का पता भी उन्हें ऑनलाइन चल जाएगा। इसके लिए चिकित्सा शिक्षा विभाग एनआईसी से मदद लेगा। संचालनालय के अफसरों ने बताया कि नेशनल इंफॉरमेटिक्स सेंटर (एनआईसी) इसके लिए काम करेगा।
इस कार्य को करने के लिए इसका पूरा खर्च चिकित्सा शिक्षा विभाग उठाएगा। इसमें सभी छह सरकारी मेडिकल कॉलेजों से जुड़े अस्पतालों में ओपीडी में आने वाले मरीजों का ब्योरा सॉफ्टवेयर में दर्ज होगा। अधिकारी यह जान सकेंगे कहां, कितने मरीजों ने इलाज कराया। किस विभाग में ज्यादा मरीज आ रहे हैं। एक जगह बैठकर अफसर यह भी जान सकेंगे कौन-सा मरीज किस वार्ड में किस पलंग पर भर्ती है। उसका इलाज कौन डॉक्टर कर रहा है।
दूसरे चरण में हॉस्पिटल मैनेजमेंट इंफॉरमेशन सिस्टम (एचएमआईएस) शुरू किया जाएगा। जिससे मरीज का पूरा रिकॉर्ड पेपरलेस हो जाएगा।