अयोध्या,19 जुलाई । देश दुनिया के करोड़ो श्रद्धालुओं की आस्था के केन्द्रबिंदु अयोध्या में भव्य राम मंदिर निर्माण का सदियों पुराना सपना साकार होने में अब चंद दिनो का समय शेष है। दुनिया के सबसे ऊंचे मंदिर के निर्माण का भूमि पूजन अगस्त के पहले सप्ताह में होने की पूरी संभावना है।
विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) के प्रवक्ता शरद शर्मा ने रविवार को बातचीत में कहा कि श्रीरामजन्मभूमि पर राम मंदिर का निर्माण प्रस्तावित मॉडल के अनुरूप ही किया जायेगा हालांकि श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की बैठक में निर्णय लिया गया है कि राम मंदिर की ऊंचाई 161 फिट होगी और शिखर के गुम्बद पाँच बनाये जायेंगे, जिससे मंदिर भव्य दिखेगा।
विहिप प्रवक्ता के मुताबिक राम मंदिर 265.5 फिट लम्बा और 140 फिट चौड़ा और अब 128 फिट की जगह 161 फिट ऊंचा होगा जिसके प्रथम तल पर सबसे पहले सिंहद्वार, रंगमंडप, नृत्यमंडप और फिर परिक्रमा के बाद गर्भगृह होगा। मंदिर के दूसरे मंजिल पर राम दरबार और उसके ऊपर तीन मंडप के अलावा पांच मंडप होंगे। उन्होंने बताया कि राम मंदिर के हर तल पर 106 खंभे तथा एक खंभे में 16 मूर्तियां होंगी। यह मंदिर पांच शिखर का बनाया जायेगा।
सम्पूर्ण राम मंदिर राजस्थान के वंशी पहाड़पुर से आने वाले पिंड सैंड स्टोन से बनाया गया है। मंदिर में एक लाख 75 हजार घन फिट पत्थर लगना था जिसमें से एक लाख घन फिट से अधिक पत्थर को गुजरात, राजस्थान और उत्तर प्रदेश के कारीगरों द्वारा तराशा जा चुका है।