Home / राजनीति / पश्चिम बंगाल में 107 विधायकों का भाजपा में शामिल होने का दावा, इनमें TMC और CPM के विधायक शामिल attacknews.in

पश्चिम बंगाल में 107 विधायकों का भाजपा में शामिल होने का दावा, इनमें TMC और CPM के विधायक शामिल attacknews.in

नईदिल्ली 13 जुलाई ।भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता मुकुल रॉय ने  दावा किया है कि जल्द ही कांग्रेस, टीएमसी और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीएम) के 107 विधायक भाजपा में शामिल होंगे।

मुकुल रॉय खुद भी पहले टीएमसी में ही थे और टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी के काफी करीबी माने जाते थे। 

शनिवार को मुकुल रॉय ने कहा, ‘सीपीएम, कांग्रेस और टीएमसी के 107 विधायक भाजपा जॉइन करेंगे। हमने लिस्ट तैयार कर ली है और वे सभी हमारे संपर्क में हैं।’

इससे पहले पिछले महीने भी सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस में लगातार टूट का सिलसिला जारी रहा। उत्तर 24 परगना जिले के नोआपाड़ा से तृणमूल विधायक सुनील सिंह गारुलिया नगरपालिका के 12 पार्षदों संग भाजपा में शामिल हो गए थे। उन्हें दिल्ली भाजपा मुख्यालय में भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय, मुकुल राय व बंगाल भाजपा इकाई के अध्यक्ष दिलीप घोष ने भाजपा का झंडा थमाया। 

मुकुल राय पहले भी इस बात को कह चुके है कि साल 2021 में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का पतन हो जाएगा और बंगाल में नई सरकार आ जाएगी।

पश्चिम बंगाल में विधानसभा की कुल 294 सीटें हैं। 2016 में हुए विधानसभा चुनाव में टीएमसी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी और उसे 211 सीटें मिली थीं। दूसरे नंबर पर रही कांग्रेस को 44 और तीसरे नंबर पर रही सीपीएम को 26 सीटों पर जीत हासिल हुई थी। बीजेपी को सिर्फ तीन सीटों पर जीत हासिल हुई थी।

भारतीय जनता पार्टी  नेता मुकुल राय ने कहा है कि शामिल होने वाले सीपीएम, कांग्रेस और टीएमसी के पश्चिम बंगाल के 107 विधायकों की भाजपा में शामिल होंने की सूची तैयार है और वे हमारे संपर्क में हैं. जल्द ही बीजेपी में शामिल हो जायेंगे।

पश्चिम बंगाल विधान सभा भारतीय राज्य पश्चिम बंगाल का एकसदनीय विधान भवन है. यह कोलकाता के बीबीडी बाग में स्थित है।. विधानसभा में 295 सदस्य है जिनमे 294 सीधे जनता के द्वारा तथा एक सदस्य ऐंग्लो इंडियन समुदाय का नामांकित किया जाता है. इनका कार्यकाल 5 वर्ष का है।

ताजा विधानसभा में टीएमसी की पूर्ण बहुमत की सरकार है. जिसकी नेता ममता बनर्जी है और मुख्यमंत्री के पद पर नियुक्त है। 

बंगाल विधानसभा में टीएमसी के सदस्य 211  चुने गये थे जिसमें से अब तक कई सदस्यों ने बीजेपी ज्वाइन कर ली है. जबकि विपक्ष का दर्जा कांग्रेस को मिला हुआ है और इसके सदस्य 44 थे, सीपीएम के सदस्य 25  जबकि बीजेपी के तीन सदस्य निर्वाचित हुए थे.।

पश्चिम बंगाल में कुल 294 विधानसभा सीटें हैं और राज्‍य में वर्ष 2021 में विधानसभा चुनाव होने हैं. वर्ष 2016 में हुए विधानसभा चुनाव में टीएमसी को 211, लेफ्ट को 33, कांग्रेस को 44 और बीजेपी को मात्र 3 सीटें मिली थीं।वोट शेयर में  बीजेपी ने लोकसभा चुनाव में शानदार प्रदर्शन किया है। टीएमसी ने जहां 43.3 प्रतिशत वोट शेयर हासिल किया वहीं बीजेपी को 40.3 प्रतिशत वोट मिले. बीजेपी को कुल 2 करोड़ 30 लाख 28 हजार 343 वोट मिले जबकि टीएमसी को 2 करोड़ 47 लाख 56 हजार 985 मत मिले हैं.

attacknews.in 

About Administrator Attack News

Dr.Sushil Sharma Admin/Editor

Check Also

लोकसभा चुनाव के पहले ही बिखर गया विपक्ष;राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति चुनाव से विपक्ष में उभरा मतभेद, कांग्रेस-टीएमसी में घमासान तेज attacknews.in

लोकसभा चुनाव के पहले ही बिखर गया विपक्ष;राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति चुनाव से विपक्ष में उभरा मतभेद, कांग्रेस-टीएमसी में घमासान तेज

राहुल गांधी ने अरुणाचल से एक लड़के के लापता होने के मामले में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को बुज़दिल कहा attacknews.in

राहुल गांधी ने अरुणाचल से एक लड़के के लापता होने के मामले में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को बुज़दिल कहा

महात्मा गांधी पर अपमानजनक टिप्पणी मामले में अब ठाणे पुलिस ने कालीचरण महाराज को किया गिरफ्तार attacknews.in

ठाणे (महाराष्ट्र), 20 जनवरी । महाराष्ट्र के ठाणे शहर की पुलिस ने महात्मा गांधी के …

Video:छत्तीसगढ़ में कांग्रेसियो द्वारा ही मुस्लिम वोटरों को पक्का करने के लिए हिंदू धर्म सभा का आयोजन करके कालीचरण महाराज को षड्यंत्र से फंसा दिया;राहुल गांधी भी इसमें शामिल attacknews.in

छत्तीसगढ़ में कांग्रेसियो द्वारा ही मुस्लिम वोटरों को पक्का करने के लिए धर्म सभा का आयोजन करके कालीचरण महाराज को षड्यंत्र से फंसा दिया;राहुल गांधी भी इसमें शामिल

वाह रे लोकतंत्र! बिहार में मरने वाले उम्मीदवार ने जीता पंचायत चुनाव;अधिकारियों को तब पता चला जब वे जीतने का प्रमाणपत्र सौंपने के लिए आवाज लगाते रहे attacknews.in

वाह रे लोकतंत्र! बिहार में मरने वाले उम्मीदवार ने जीता पंचायत चुनाव;अधिकारियों को तब पता चला जब वे जीतने का प्रमाणपत्र सौंपने के लिए आवाज लगाते रहे