सिलीगुड़ी/बालुरघाटध/मदारीहाट/पानागढ़ 24 अप्रैल। राज्य चुनाव आयोग की तमाम सतर्कता तथा जिला प्रशासन के दावों के बावजूद कोलकाता हाइकोर्ट के निर्देश पर पंचायत चुनाव के लिए सोमवार को हुए नामांकन के दौरान राज्यभर में जमकर हिंसा हुई. बीरभूम जिले के सिउड़ी एक नंबर ब्लॉक अंतर्गत कडीघा गांव में जुलूस निकालकर नामांकन पत्र भरने जा रहे भाजपा कार्यकर्ताओं पर कथित तृणमूल समर्थित अपराधियों ने बमों से हमला किया तथा फायरिंग की. गोली लगने से भाजपा के एक उम्मीदवार शेख बिलाल की मौत हो गयी.
बम लगने से भाजपा के तीन और कार्यकर्ता घायल हो गये हैं।
उधर, उत्तर बंगाल में भी विभिन्न स्थानों पर हिंसक झड़प हुई है. दर्जन भर से अधिक लोग घायल हो गए हैं. खासकर तृणमूल कांग्रेस तथा भाजपा के बीच भिड़ंत हुई है.
जानकारी के अनुसार, नामांकन को लेकर दक्षिण दिनाजपुर जिले के गंगारामपुर में भारी तनाव छा गया. भाजपा प्रत्याशी व कार्यकर्ताओं पर टीएमसी तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं द्वारा हमला किये जाने का आरोप सामने आया है.
इस हमले में भाजपा के जिला उपाध्यक्ष प्रदीप सरकार सहित कई समर्थक घायल हुए हैं. इनमें उपाध्यक्ष प्रदीप सरकार की हालत गंभीर देखते हुए उन्हें बालुरघाट जिला अस्पताल में रेफर कर दिया गया है. परिस्थिति को संभालने के लिए इलाके में विशाल पुलिस बल की तैनाती की गयी है.
हाइकोर्ट के निर्देश से भाजपा को नामांकन जमा करने का मौका तो मिल गया लेकिन आरोप है कि टीएमसी के तेवर अभी ठंडे नहीं पड़े हैं.
आरोप है कि दक्षिण दिनाजपुर जिले के कई पंचायत समिति व ग्राम पंचायत सीटों पर विरोधियों को पर्चा भरने नहीं दिया गया.
नामांकन दाखिल करने को लेकर जिले के गंगारामपुर में भारी तनाव है.
आरोप है कि टीएमसी समर्थित बदमाशों ने लाठी व अन्य हथियार लेकर भाजपा प्रत्याशियों पर हमला किया.
भाजपा जिला उपाध्यक्ष ने बताया कि नामांकन जमा करने के दौरान टीएमसी के बदमाशों ने मारपीट शुरू कर दी. उनसे मोबाइल व रुपये जो भी थे छीन लिए गये.
उन्होंने बताया कि गंगारामपुर बस स्टैंड में नामांकन लिखने का काम कर रहे थे. उस समय 70 से 80 लोगों के गुट ने उनपर हमला बोल दिया. जबकि टीएमसी नेता प्रवीर कुमार राय ने घटना को सिरे से खारिज कर दिया है. उन्होंने कहा की टीएमसी का इस घटना से कोई संबंध नहीं है. इसबीच नामांकन को लेकर वाम मोर्चा आरएसपी विधायक नर्मदा राय को भी पीटा गया.
आरोप है कि तृणमूल समर्थकों ने उनको दौड़ा-दौड़ा कर बीच सड़क पर पीटा. किसी तरह से पुलिस के हस्तक्षेप से उनकी जान बच सकी. उसके बाद वाम मोर्चा समर्थकों ने कुशमंडी थाने का घेराव किया.
दूसरी ओर, सोमवार को एक दिन के नामांकन के दौरान डुवार्स के मदारीहाट प्रखंड क्षेत्र में नामांकन के दौरान विरोधी दलों के प्रत्याशियों को रोकने के आरोप तृणमूल पर लगा है.
इस घटना को लेकर आज मदारीहाट प्रखंड कार्यालय में तनाव देखा गया. इस बारे में सभी विरोधी दलों ने तृणमूल को इसके लिये जिम्मेदार ठहराया है. हालांकि तृणमूल के स्थानीय नेतृत्व ने आरोपों से इंकार करते हुए कहा है कि मदारीहाट में विरोधी दल के तीन प्रत्याशियों समेत कुल छह प्रत्याशियों ने नामांकन दाखिल किया है. विरोधी दलों के आरोप बेबुनियाद है. मदारीहाट में चुनाव के दौरान अशांति का रिकार्ड ही नहीं रहा है.
भाजपा के प्रखंड अध्यक्ष लक्ष्मी नाथ राय, भाजयुमो के अध्यक्ष आशीष शैव और भाजनामो की नेत्री रीना कार्जी ने आरोप लगाया है कि भारत के विरल आदिम जनजाति टोटो की बानी टोटो को नामांकन नहीं करने दिया गया. वहीं, रांगाली-बाजना की मालविका कार्जी को भी नामांकन करने से रोका गया. इस बारे में मदारीहाट थाने में शिकायत दर्ज करायी गयी है.
उक्त आरोपों के बाबत तृणमूल के मदारीहाट प्रखंड कार्यकारी अध्यक्ष मन्नालाल जैन और प्रखंड अध्यक्ष पदम लामा ने बताया कि सभी दलों के प्रत्याशियों ने नामांकन जमा किये हैं.भाजपा के दो, माकपा के एक और तृणमूल के तीन प्रत्याशियों ने पर्चे दाखिल किये हैं. यदि हम लोग बाधा देते तो ये सभी लोग कैसे पर्चा जमा कर सके.
उन्होंने कहा कि भाजपा का जनाधार नहीं होने के चलते और तृणमूल का जनसमर्थन देखकर भाजपा के नेता घबरा गये हैं. इसीलिये इस तरह के अनर्गल आरोप लगा रहे हैं. वहीं, मदारीहाट थाने के ओसी सुनील कुमार राय ने बताया कि थाने में कोई शिकायत दर्ज नहीं करायी गयी है.
मुर्शिदाबाद में कांग्रेस विधायक को पीटा
मुर्शिदाबाद से भी तृणमूल कार्यकर्ताओं द्वारा कांग्रेस विधायक मनोज चक्रवर्ती को कथित रूप से पीटे जाने और कांग्रेस सांसद अबू हाशिम खान चौधरी के वाहन पर हमला करने की घटना सामने आयी हैं. साथ ही, दक्षिण 24 परगना,बर्दवान, हुगली और जलपाईगुड़ी जिलों में माकपा के उम्मीदवारों को नामांकन दाखिल करने से रोके जाने की खबर है. नामांकन के दौरान केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो को भी टीएमसी समर्थकों ने कथित तौर पर रोका था, जिसका वीडियो बाबुल ने अपने ट्विटर हैंडल पर शेयर किया है.
11 उम्मीदवारों के नामांकन सुनिश्चित करे राज्य चुनाव आयोग: हाइकोर्ट
कोलकाता. कलकत्ता हाइकोर्ट ने इन आरोपों पर ध्यान दिया कि उम्मीदवारों को नामांकन केंद्रों तक पहुंचने से रोका जा रहा है और राज्य चुनाव आयोग को एक ग्राम पंचायत में 11 उम्मीदवारों के नामांकन सुनिश्चित कराने के निर्देश दिये.
अदालत ने कहा कि अगर आदेश को अमली जामा नहीं पहुंचाया गया तो यह अदालत की अवमानना होगी. न्यायमूर्ति सुब्रत तालुकदार ने आयोग को मंगलवार को एक अनुपालन रिपोर्ट दाखिल करने के निर्देश दिये. उन्हीं के आदेश पर आयोग ने नामांकन प्रक्रिया एक दिन बढ़ाई थी.
यह निर्देश शर्मिष्ठा चौधरी की याचिका पर जारी किये गये. चौधरी दक्षिण चौबीस परगना की पोलेरहाट 2 नंबर ग्राम पंचायत के 11 उम्मीदवारों का प्रतिनिधित्व कर रही हैं.
उनका आरोप था कि अदालत से नामांकन की तारीख एक दिन बढ़ाए जाने के बावजूद सशस्त्र शरारती तत्व उम्मीदवारों को बीडीओ कार्यालय तक पहुंचने नहीं दे रहे हैं. कोई विपक्षी उम्मीदवार अपना पर्चा दाखिल नहीं कर सका है.
न्यायमूर्ति तालुकदार के मौखिक निर्देश पर आयोग के सचिव ने फोन पर बीडीओ से सूचना ली और अदालत को बताया कि भांगर क्षेत्र की पोलेरहाट 2 नंबर ग्राम पंचायत की 16 सीटों में से हर एक के लिए केवल एक उम्मीदवार ने अपना पर्चा दाखिल किया है. इसपर अदालत ने कहा कि यह तथ्य कि 16 सीटों में से हर एक के लिए सिर्फ एक नामांकन किया गया है ,
याचिकाकर्ता के आरोपों को मजबूत करता है. इसके बाद न्यायमूर्ति तालुकदार ने आयोग का प्रतिनिधित्व कर रहे उसके सचिव निलंजन शांडिल्य को यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए के 11 उम्मीदवारों को अपना पर्चा दाखिल करने का योग्य बनाया जाए.
कांग्रेस और पीडीएस ने अलग अलग याचिकाएं दायर की हैं कि आयोग ने पूरी चुनावी प्रक्रिया की घोषणा नही कर पश्चिम बंगाल पंचायत अधिनियम 2003 का उल्लंघन किया है. इसपर अदालत ने उन्हें अपनी याचिकाएं दायर करने और आयोग एवं राज्य सरकार को नोटिस देने के निर्देश दिए. अदालत ने दोनों राजनीतिक दलों को मंगलवार सुबह अपनी याचिकाएं उसके समक्ष उल्लेखित करने के भी निर्देश दिए.
कहां क्या हुआ
बीरभूम के सिउड़ी में भाजपा के जुलूस पर हमला, उम्मीदवार की मौत
दक्षिण दिनाजपुर जिले के गंगारामपुर में भाजपा व टीएमसी में भिड़ंत, कई घायल
डुवार्स के मदारीहाट प्रखंड प्रत्याशियों को नामांकन पत्र जमा करने से रोका गया
मुर्शिदाबाद में कांग्रेस विधायक मनोज चक्रवर्ती से मारपीट का आरोप
राजगंज में जानलेवा हमला
सिलीगुड़ी. कलकत्ता हाइकोर्ट के निर्देश के बाद पंचायत चुनाव को लेकर राज्य चुनाव आयुक्त ने नामांकन पत्र जमा देने की तारीख बाध्य होकर एक दिन के लिये बढ़ायी.
सोमवार को नामांकन प्रक्रिया के दौरान राज्य के कई जगहों के साथ ही सिलीगुड़ी से सटे जलपाईगुड़ी जिले के राजगंज प्रखंड (बीडीओ) दफ्तर में भी तृणमूल कांग्रेस (तृकां) पर विरोधियों को नामांकन पत्र जमा न देने और जानलेवा हमला करने का आरोप लगा है.
आरोप है कि हथियारबंद तृकां की कथित गुंडावाहिनी द्वारा भाजपा उम्मीदवारों पर बीडीओ दफ्तर के सामने और भारी पुलिस वाहिनी के सामने ही जानलेवा हमला किया गया.
आरोप है कि पुलिस केवल मूकदर्शक बनी रही. इस हमले में भाजपा के दर्जनों उम्मीदवार और कार्यकर्ता बुरी तरह जख्मी हुए हैं. इनमें डाबग्राम-फूलबाड़ी मंडल के भाजपा उम्मीदवार सचिदानंद गोस्वामी, टिंकु गुप्ता व फूलबाड़ी मंडल के बूथ अध्यक्ष जय जयंत राय की हालत काफी नाजुक है. तीनों को आज ही सिलीगुड़ी जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया. इस घटना के विरोध में भाजपा की महिला मोर्चा नेता शिखा चटर्जी ने डाबग्राम-फूलबाड़ी विधानसभा के विधायक सह ममता सरकार के पर्यटन मंत्री गौतम देव को दोषी ठहराया है.