कोलकाता, 11 मार्च। पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने गुरुवार को मुख्यमंत्री एवं नंदीग्राम विधानसभा सीट की उम्मीदवार ममता बनर्जी पर हमले को लेकर चुनाव आयोग को एक ज्ञापन सौंपा।
आयोग को सौंपे गये ज्ञापन में तृणमूल कांग्रेस महासचिव पार्थ चटर्जी, राज्य सभा सांसद डेरेक ओ’ब्रायन और राज्य मंत्री चन्द्रिमा भट्टाचार्य ने कहा कि सुश्री बनर्जी पार्टी की अध्यक्ष हैं और देश भर में इकलौती महिला मुख्यमंत्री हैं। चुनाव आयोग ने राज्य में चुनाव कराने के नाम पर कानून-व्यवस्था संभाली हुई है, राज्य सरकार के साथ बिना किसी परामर्श के राज्य के पुलिस महानिदेशक को हटा दिया गया। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के इशारे पर मुख्यमंत्री और नंदीग्राम के उम्मीदवार को धमकी दी जाती है।
भाजपा प्रतिनिधिमंडल ने चुनाव आयोग को सौंपा ज्ञापन
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एक प्रतिनिधिमंडल ने गुरुवार को चुनाव आयोग के अधिकारियों से मुलाकात कर उन्हें ज्ञापन सौंपा।
प्रतिनिधिमंडल में शामिल में नेता साब्यासाची दत्ता और शिशिर बजोरिया ने अपने ज्ञापन में कहा, “हम टीवी पर माननीय मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नंदीग्राम विधानसभा क्षेत्र में घायल होने की घटना से स्तब्ध रह गये जहां उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ लोगों ने उन्हें धक्का दिया था।”
ममता के घायल होने की घटना की भाजपा ने की उच्च स्तरीय जांच की मांग
तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी के बुधवार को कथित हमले में घायल होने की घटना की उच्च स्तरीय जांच कराने की चुनाव आयोग से मांग की है।
भाजपा ने इस घटना के लिए नंदीग्राम के लोगों को जिम्मेदार ठहराने पर सुश्री बनर्जी की कड़ी आलोचना की है।
पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने हमले को लेकर चुनाव आयोग को एक ज्ञापन सौंपा हैं ।
चुनाव आयोग को ममता पर हमले की जिम्मेदारी लेनी होगी: तृणमूल
तृणमूल कांग्रेस ने नंदीग्राम में चुनाव प्रचार मुहिम के दौरान घायल हुईं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को सुरक्षा मुहैया कराने में नाकाम रहने पर निर्वाचन आयोग की निंदा की और कहा कि आयोग जिम्मेदारी से नहीं बच सकता, क्योंकि विधानसभा चुनाव की घोषणा के बाद वही कानून-व्यवस्था की स्थिति के लिए जिम्मेदार है।
तृणमूल के प्रतिनिधि मंडल ने आयोग के अधिकारियों से मुलाकात करने के बाद निर्वाचन आयोग पर भाजपा नेताओं के ‘‘आदेशानुसार’’ काम करने का आरोप लगाया और कहा कि ‘‘बनर्जी पर हमला हो सकने की रिपोर्ट के बावजूद निर्वाचन आयोग ने कुछ नहीं किया’’।
तृणमूल के महासचिव पार्थ चटर्जी ने कहा, ‘‘बंगाल में कानून-व्यवस्था की स्थिति अच्छी थी, लेकिन चुनावों की घोषणा के बाद कानून-व्यवस्था ईसी (निर्वाचन आयोग) की जिम्मेदारी बन गई।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ईसी ने राज्य पुलिस के डीजीपी को हटा दिया और अगले ही दिन उन पर(बनर्जी) हमला हो गया।’’
चटर्जी ने दावा किया कि वरिष्ठ भाजपा नेताओं के कई बयानों से ये संकेत मिले थे कि बनर्जी पर हमला हो सकता है और ‘‘ये जानकारियां होने के बावजूद मुख्यमंत्री को पर्याप्त सुरक्षा मुहैया नहीं कराई गई।’’
उन्होंने कहा, ‘‘जब ईसी प्रशासन का प्रभारी है, तो ममता बनर्जी पर हमले की जिम्मेदारी कौन लेगा? ईसी को इस घटना की जिम्मेदारी लेनी होगी।’’
पुलिस ने ममता पर ‘हमले’ के संबंध में मामला दर्ज किया
इधर तृणमूल कांग्रेस के नेता शेख सूफियान की ओर से दी गई शिकायत के आधार पर पुलिस ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर हुए हमले के संबंध में बृहस्पतिवार को मामला दर्ज किया।
पुलिस ने यह जानकारी दी।
पूर्व मेदिनीपुर जिले के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि भारतीय दंड संहिता की धारा 341 (गलत तरीके से रोकने) और धारा 323 (जानबूझ कर चोट पहुंचाने)के तहत मामला दर्ज किया गया है।
उन्होंने बताया कि, ‘‘हमें श्री सूफियान की ओर से शिकायत मिली थी। हमारी जांच चल रही है और हम साक्ष्य इकट्ठा कर रहे हैं।’’
इससे पहले सुबह जिला मजिस्ट्रेट विभु गोयल, पुलिस अधीक्षक प्रवीण प्रकाश और अन्य अधिकारी बिरुलिया बाजार गए, जहां घटना हुई थी।
अधिकारियों ने प्रत्यक्षदर्शियों के बातचीत की और घटनाक्रम का पता लगाने के लिए क्षेत्र में सीसीटीवी कैमरे की भी तलाश की।
मुख्यमंत्री का फिलहाल कोलकाता के एसएसकेएम अस्पताल में उपचार चल रहा है। चिकित्सकों के अनुसार बनर्जी के पैर, कमर, कंघे और गर्दन में चोटें आई हैं।
तृणमूल कांग्रेस ने घोषणापत्र जारी करने का कार्यक्रम टाला
इसी बीच तृणमूल कांग्रेस ने राज्य में आगामी चुनाव के लिए अपना घोषणा पत्र जारी करने का कार्यक्रम टाल दिया है। पार्टी के नेताओं ने इस बारे में बताया।
पार्टी अध्यक्ष बनर्जी द्वारा कालीघाट में अपने आवास पर बृहस्पतिवार दोपहर को घोषणापत्र जारी करने का कार्यक्रम था।
तृणमूल कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने बताया, ‘‘घोषणापत्र जारी करने के कार्यक्रम को कुछ समय के लिए टाल दिया गया है। ममता बनर्जी के ठीक होने और घर वापस आने के बाद इसे जारी किया जाएगा। हमारा घोषणापत्र तैयार है, लेकिन मुख्यमंत्री की गैरमौजूदगी में इसे जारी करने का सवाल ही नहीं उठता।’’
ममता की हालत में सुधार : एसएसकेएम अस्पताल
चुनाव प्रचार के दौरान चोटिल हुईं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का इलाज कर रही डॉक्टरों की टीम ने गुरुवार को कहा कि सुश्री बनर्जी के स्वास्थ्य में लगातार सुधार हो रहा है और उनकी स्थिति पहले से बेहतर है। सुश्री बनर्जी इलाज के लिए कोलकाता के एसएसकेएम अस्पताल में भर्ती हैं और छह सदस्यीय डॉक्टरों की टीम की देख-रेख में उनका इलाज चल रहा है।
एसएसकेएम अस्पताल के निदेशक प्रोफेसर मणिमॉय बंधोपाध्याय ने कहा कि मुख्यमंत्री के बांए पैर के टखने में अभी चोट है जिसके लिए उन्हें लगातार इलाज की जरुरत पड़ेगी।
डॉ बंधोपाध्याय ने कहा,“ मुख्यमंत्री के कुछ एक्स-रे और सीटी स्कैन किए गए जिनकी रिपोर्ट में चिंता करने की कोई बात नहीं है। उनके बांए पैर के घुटने के सीटी स्कैन में कुछ चीजें देखने को मिली हैं। इस संबंध में शुक्रवार सुबह 11 बजे मेडिकल बोर्ड की बैठक होगी और आगे की कार्रवाई पर विचार किया जायेगा।”
डॉ बंधोपाध्याय ने कहा कि टीएमसी प्रमुख का इलाज ठीक चल रहा है और उनके स्वास्थ्य में लगातार सुधार हो रहा है।
सुश्री बनर्जी ने आज एक वीडियो संदेश जारी कर कहा कि वह अगले दो-तीन दिनों में चुनाव प्रचार के लिए लौट आयेंगी लेकिन संभवत: कुछ दिनों तक उन्हें व्हीलचेयर पर रहना पड़े। मुख्यमंत्री ने अपने संदेश में टीएमसी कार्यकर्ताओं समेत आम लोगों से शांति बनाए रखने की अपील भी की।
चुनाव आयोग ने तृणमूल कांग्रेस के आरोपों को बताया वेबुनियाद
चुनाव आयोग ने गुरुवार को तृणमूल कांग्रेस द्वारा पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नंदिग्राम में घायल होने को लेकर राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) पर लगाए गए आरोपों का जवाब दिया और इसे वेबुनियाद करार दिया।
आयोग ने तृणमूल कांग्रेस के आरोपों को निराधार बताते हुए कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना है और इसकी शीघ्रता से जांच की जानी चाहिए। साथ ही आयोग ने कहा है कि यह कहना पूरी तरह से गलत है कि चुनाव आयोग ने चुनाव के नाम पर राज्य की कानून-व्यवस्था को अपने हाथ में ले लिया है और पूरी शासन तंत्र पर कब्जा कर लिया है।