कोलकाता, 11 फरवरी।पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बृहस्पतिवार को भाजपा को अपना यह आरोप साबित करने की चुनौती दी कि उनकी पार्टी तृणमूल कांग्रेस ने केंद्र द्वारा राज्य को भेजे गए धन का दुरुपयोग किया है। बनर्जी ने कहा कि भाजपा द्वारा यह साबित नहीं कर पाने पर नरेंद्र मोदी सरकार को इस्तीफा दे देना चाहिए।
तृणमूल कांग्रेस प्रमुख बनर्जी ने कोलकाता में गैर सरकारी संगठनों और नागरिक समाज संगठनों के एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए दावा किया कि भाजपा नेता अमित शाह द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली भाषा से अहंकार की बू आ रही है और यह एक केंद्रीय गृह मंत्री को शोभा नहीं देता।
उल्लेखनीय है कि शाह वर्तमान में राज्य के दौरे पर हैं।
बनर्जी ने कहा, ‘‘भाजपा अक्सर कहती है कि टीएमसी भ्रष्ट है, टीएमसी ने पैसे का दुरुपयोग किया। यह मोदी का पैसा नहीं है। यह एक सरकार द्वारा दूसरे को भेजा जाता है। तब आपको राज्य से कर एकत्रित नहीं करना चाहिए और तब उसे वापस देने की कोई आवश्यकता नहीं होगी। यदि आप आरोप साबित नहीं कर सकते, तो आपको इस्तीफा देना होगा।’’
उन्होंने कहा, ‘‘आप लगातार हम पर बुआ-भतीजा कहकर हमला करते हैं। आपके बेटे का क्या श्रीमान शाह? उन्हें इतने पैसे कहां से मिलते हैं?’’
बनर्जी ने कहा कि शाह नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) पर बोलने के लिए पश्चिम बंगाल आए हैं, लेकिन वह इसे राज्य में लागू नहीं होने देंगी।
बनर्जी ने कहा, ‘‘हम हमेशा पश्चिम बंगाल में सभी का स्वागत करते हैं। लेकिन अमित शाह द्वारा आज की गई टिप्पणी अनुचित है और उससे सत्ता की भूख का पता चलता है। मैं बहुत स्पष्ट रूप से कह रही हूं, गृह मंत्री द्वारा ऐसे शब्द अच्छे नहीं लगते।’’
टीएमसी प्रमुख ने कहा कि वह एक भी ऐसा शब्द नहीं बोलेंगी जो अशोभनीय हो।
उन्होंने कहा, ‘‘सभी राजनीतिक दलों को गरिमा बनाए रखनी चाहिए। शिष्टाचार एकतरफा नहीं हो सकती। यह दोनों ओर से होनी चाहिए।’’
मुख्यमंत्री ने भाजपा पर लोगों को गुमराह करने के लिए सोशल मीडिया पर फेक न्यूज और फेक वीडियो फैलाने का आरोप लगाया।
उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा, ‘‘किसानों को लूटने के बाद, मुझे अपने धर्म का पालन नहीं करने देने के बाद, दंगे करने के बाद, आप बंगाल चाहते हैं? मैं इन लोगों के सामने नहीं झुकूंगी।’’
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश, राजस्थान और हरियाणा जैसे राज्यों में गुंडागर्दी है, लेकिन वह पश्चिम बंगाल में इसकी अनुमति नहीं देंगी।
उन्होंने कहा, ‘‘बंगाल को शांति से रहने दें। भाजपा को राज्य में सत्ता में नहीं आने देना चाहिए। मैं सभी से बंगाल के सम्मान की रक्षा करने की अपील करती हूं।’’
राज्य में अप्रैल-मई में विधानसभा चुनाव होने की संभावना है।
बनर्जी ने कहा कि वह भाजपा से नहीं डरती। उन्होंने कहा, ‘‘मैं सड़क पर उतरकर लड़ने वाली हूं। मैं अंत तक लड़ूंगी।’’
बनर्जी ने कहा, ‘‘एक निष्पक्ष खेल होने देते हैं। वाम और कांग्रेस आपकी (भाजपा की) टीम में हो सकते हैं और हम अकेले लड़ेंगे। मैं केवल एक गोलकीपर बनूंगी और देखते हैं कि आप कितने गोल कर सकते हैं।’’
बनर्जी ने दावा किया कि पड़ोसी त्रिपुरा के लोग भाजपा पार्टी को सत्ता में लाने पर पछता रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने एनजीओ के कार्यक्रम में बोलते हुए दावा किया कि भाजपा शासित राज्यों में किसानों और आदिवासियों पर हमले हो रहे हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा ने सत्ता में आने के बाद कई गैर-सरकारी संगठनों के लाइसेंस रद्द कर दिए हैं और उनके वित्तपोषण रोक दिये हैं, केवल इसलिए क्योंकि उनके विचार पार्टी से अलग थे। मैं सभी गैर सरकारी संगठनों, आस्था आधारित समूहों और स्वयं सहायता समूहों से अनुरोध करूंगी कि बंगाल के गौरव, बंगाल संस्कृति को बचाएं।’