कोलकाता 10 अक्टूबर । कांग्रेस संसदीय दल के नेता एवं पश्चिम बंगाल कांग्रेस के अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने जोर देकर कहा है कि राज्य में 2021 के विधानसभा चुनावों से पहले कांग्रेस और वाम मोर्चा के बीच गठबंधन होगा।
श्री चौधरी ने यहां पार्टी नेताओं के साथ शुक्रवार को बैठक के बाद संवाददाताओं से कहा,“दिल्ली (पार्टी हाइकमान) राज्य विधानसभा चुनावों को लेकर कांग्रेस-वाम माेर्चा के बीच होने वाले गठबंधन के रास्ते में नहीं आएगी।”
बंगाल विधानसभा की 294 सीटों पर अगले आठ या नौ माह में चुनाव होने हैं।
भारतीय जनता पार्टी ने अपना चुनाव अभियान पहले ही शुरू कर दिया है तथा दावा किया है कि यह ममता बनर्जी सरकार को उखाड़ कर ही दम लेगी।
वर्ष 2019 में हुए संसदीय चुनाव में राज्य की 42 सीटों में से 18 पर जीत हासिल करने के बाद से ही भाजपा अति उत्साहित है। इससे पहले वर्ष 2014 के संसदीय चुनावों में भाजपा के खाते में महज दो सीटें गयी थीं। वर्ष 2019 में ममता बनर्जी के नेतृत्ववाले तृणमूल कांग्रेस के खाते में केवल 22 सीटें गयी थीं जिसके पास पूर्व में 33 सीटें थीं। पिछले वर्ष हुए चुनाव में कांग्रेस के खाते में केवल दो सीटें गयीं जबकि वाम पार्टियों का खाता तक नहीं खुला।
कांग्रेस अध्यक्ष सोमेने मित्रा के निधन के कारण पार्टी ने दो वर्षाें के भीतर दूसरी बार श्री चौधरी पर अपना भरोसा जताया। मुर्शिदाबाद के बहरामपुर से पांचवीं बार सांसद चुने गये श्री चौधरी ने अपनी नियुक्ति के बाद पहली बार पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक की।
श्री चौधरी ने कहा कि एआईसीसी ने उन्हें इस महत्वपूर्ण समय पर फिर से नियुक्त किया है और चूंकि वह आलाकमान का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं, इसलिए उनकी राय में अगले साल होने वाले चुनावों के लिए वाम दलों के साथ सच्चे गठबंधन का समर्थन किया गया है।
श्री चौधरी ममता नीत तृणमूल सरकार और सुश्री बनर्जी के कट्टर आलोचक रहे हैं। साथ ही चौसठ वर्षीय चौधरी को सुश्री बनर्जी के साथ प्रतिद्वंद्विता के लिए भी जाना जाता है।