वाराणसी 25 अप्रैल । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बाबा विश्वनाथ, मां गंगा और काशी को मां भारती की शक्ति का प्रतीक बताते हुए संकेत दिया कि वह उन्हीं की प्रेरणा से देश में परिवर्तन का निमित्त बने हैं।
श्री मोदी ने लोकसभा चुनाव की पूर्व संध्या पर गुरुवार को यहां काशी के प्रबुद्धजनों को संबोधित करते हुए अपने चुनावी अभियान को आध्यात्मिकता का पुट दिया।
श्री मोदी ने कहा कि 17 मई 2014 को गंगा के तट पर संकल्प ले रहे थे तो सोच रहे थे कि काशी की उम्मीदों पर खरा उतर पायेंगे या नहीं, लेकिन काशी वासियों की सामूहिक शक्ति के बल पर बदलाव लाने और उनकी आशा को काफी हद तक पूरा करने की दिशा में सफल हो सके।
उन्होंने काशी के विकास के लिए अपने कामों को गिनाते हुए कहा कि काशी में बाबा विश्वनाथ की इच्छा के बिना एक पत्ता तक नहीं हिल सकता है। इसलिए वह स्वयं को बाबा विश्वनाथ की प्रेरणा का निमित्त मात्र मानते हैं।
गंगा आरती और दुगधाभिषेक किया:
लोक सभा चुनाव के लिए नामांकन करने यहां पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार शाम सात किलोमीटर लंबे ‘भव्य रोड शो’ के बाद विश्व प्रसिद्ध दशाश्वमेध घाट पर पहुंचे, जहां उन्होंने करीब एक घंटे तक मां गंगा की आरती एवं विधविधान से दुग्धाविषेक कर पूजा-अर्चना की।
भगवा पोशाक में श्री मोदी गंगा तट पर मां गंगा की भक्ति में डूबे रहे। वह पूरी आरती के दौरान हाथ जोड़े और बार-बार तालियां बजाते एवं मंत्रोच्चार करते नजर आये। विशेष प्रकार से बने मंच पर उनके साथ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, भरतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह एवं प्रदेश अध्यक्ष डॉ0 महेंद्र नाथ पांडेय मौजूद थे।
इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा एवं पीयूष गोयल समेत अनेक शीर्ष नेता मौजूद थे। इससे पहले घाट पर पहुंचने पर श्री शाह ने श्री मोदी की आगवानी की।
प्रधानमंत्री ने आरती के बाद मंच से उतर कर मां गंगा के तट पर मंत्रोच्चार के बीच विधिविधान के दुग्धाविषेक कर पूजा-अर्चना की। गंगा तट पर पहुंचते ही मंच से उन्होंने हाथ जोड़कर एवं सिर झुकाकर मां गंगा को बार-बार नमन किया।
कुर्सी पर बैठे श्री मोदी ने आरती के दौरान अपने जूते उतार कर पूरी भक्ति भाव से मां गंगा की पूजन किया।
श्री मोदी के दौरे के मद्देजनर दशाश्वमेध घाट, राजेंद्र घाट एवं शितला घाट समेत आसपास के तामाम घाटों को विशेष प्रकार से सजाया गया था। ये तमाम घाट श्रद्धालुओं से खचाखच भड़े हुए थे। घाटों रंगोली बनाये गये थे और विशेष प्रकार की प्रकाश व्यवस्था की गई थी जिससे उत्सव-सा माहौल नजर आ रहा था। घाट पर बड़ी संख्या में मिट्टी के दीप भी जलाए गए थे।
प्रधानमंत्री श्री मोदी कल शुक्रवार को वाराणसी संसदीय क्षेत्र से अपना नामांकन पत्र दाखिल करेंगे।
विशाल मेगा रोड शो का साक्षी बना बनारस:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लोकसभा चुनाव में वाराणसी से नामांकन करने के लिए गुरुवार शाम यहां पहुंचे और काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के संस्थापक एवं महान स्वतंत्रता सेनानी पंडित मदनमोहन मालवीय को श्रद्धा सुमन अर्पित करने के बाद लंका चौराहे से गंगा के दशाश्वमेघ घाट तक एक भव्य रोड शो के माध्यम से अपना राजनीतिक एजेंडे के पेंच कस दिए।
एक खुली गाड़ी में दो एसपीजी कमांडो के साथ श्री मोदी आगे बढ़े तो उन पर फूलों की वर्षा शुरू हो गई। उनकी गाड़ी के पीछे एक रथ में केन्द्र सरकार के अनेक मंत्री एवं पार्टी के वरिष्ठ नेता सवार थे।
श्री मोदी के रोड शो में न केवल काशी बल्कि आस पास के क्षेत्रों के लोग बड़ी संख्या में उमड़ पड़े। रोड शो के अपराह्न तीन बजे शुरू होने की तैयारी थी लेकिन प्रधानमंत्री करीब पौने दो घंटे के विलंब से वाराणसी पहुंचे।
काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के मुख्य द्वार के पास पंडित मदनमोहन मालवीय जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण करने के बाद लगभग पांच बजकर 20 मिनट पर अभूतपूर्व सुरक्षा के बीच उनकी प्रचार यात्रा आरंभ हुई।
प्रधानमंत्री के रोड शो के करीब सात किलोमीटर लंबे रास्ते अच्छी तरह से सफाई एवं प्रकाश की व्यवस्था की गई थी। पूरे रास्ते को सजाया गया था। रास्ते में 101 जगहों पर उनके स्वागत के लिए समर्थक पलक पावड़े बिछाये हुए थे । विभिन्न धर्म एवं संस्कृतियों का प्रदर्शन कर उत्सवी माहौल में ‘लघु भारत’ का नजारा दिखाने की कोशिश की गई थी। लंका, संत रविदास द्वार मुमुक्षू भवन, असि, भदैनी, शिवाला, सोनारपुरा, मदनपुरा, जंगमबाड़ी, गोदौलिया एवं दशाश्वमेध घाट तक के रास्ते में गुजरे वाले रोड शो में हजारों लोग अपने पारंपरिक पोशोक पहनकर सड़क के दोनों ओर खड़े थे। हजारों लोग अपने मकान की छतों एवं बरामदों पर खड़े होकर श्री मोदी का अभिनंदन कर रहे थे।
वाराणसी के सांसद श्री मोदी कभी हाथ जोड़कर तो कभी हाथ हिलाकर उनका अभिवादन स्वीकार कर रहे थे। रोड शो का रास्ता भाजपा के झंडों तथा श्री मोदी के पोस्टरों के पटा हुआ था। सजाने के लिए भाजपा के झंडा के रंग के गुब्बारों का भी इस्तेमाल किया गया।
रोड शो बुनकरों के पारंपरिक मुख्य रिहायशी इलाके एवं मुख्य बाजार, विश्व प्रसिद्ध श्री काशी विश्वनाथ मंदिर और शहर की घनी आबादी वाले इलाके से गुजरा।
भगवा कुर्ता पहने श्री मोदी के स्वागत में हर हर महादेव और जय श्री राम के नारे लगाए गए। भारत माता की जय, वंदे मातरम के नारे के साथ तिरंगा भी फहराया जा रहा था।
गुलाब की पंखुड़ियों से नहाये श्री मोदी सात बजकर 43 मिनट पर गंगा की आरती के लिए दशाश्वमेघ घाट पहुंचे जहां भाजपा के अध्यक्ष अमित शाह, महासचिव अनिल जैन, उत्तर प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष महेंद्र नाथ पांडेय प्रदेश संगठन महासचिव सुनील बंसल ने उनका स्वागत किया। पंडितों ने उन्हें चंदन का तिलक लगाया। मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ भी वहां उपस्थित थे। प्रधानमंत्री गंगा आरती के दौरान बहुत भावुक दिखाई दिए।
श्री मोदी कल पूर्वाह्न काशी के कोतवाल भगवान काल भैरव का पूजन करने के बाद नामांकन पत्र दाखिल करेंगे।
वाराणसी एवं पूर्वी उत्तर प्रदेश की 13 संसदीय क्षेत्रों और बिहार की उत्तर प्रदेश से सटी सीटों पर अंतिम चरण में 19 मई को मतदान होना है।
राजनीतिक प्रेक्षकों के अनुसार श्री मोदी ने रोड शो के माध्यम से चुनाव के अगले चरणों के लिए राष्ट्रवाद एवं हिन्दुत्व के एजेंडे को कस दिया है।
पुलिस सू्त्रों ने बताया कि सुरक्षा के लिए स्थानीय पुलिस के अलावा पीएसी, केंद्रीय अर्द्धसैनिक बलों के अलावा घाट पर एनडीआरएफ के जवान तैनात थे। सुरक्षा के लिए 10 हजार से अधिक जवानों को तैनात किया गया था।
कार्यक्रम के रास्ते एवं दशाश्वमेध घाट पर ड्रोन कैमरों की मदद से कड़ी सुरक्षा निगरानी की जा रही थी। रास्ते में पड़ने वाली अनेक ऊंची इमारतों पर सुरक्षा कर्मी तैनात किये गए थे। सुरक्षा में अत्याधुनिक हथियारों से लैस एक बख्तरबंद गाड़ी भी मौजूद थी, जो उनके काफिले के पीछे-पीछे चल रही थी।
इससे पहले दिन में भाजपा की इवेंट सेल की ओर से यहां सुबह में आयोजित ‘विजय महायज्ञ’ में पाणिनी कन्या महाविद्यालय की छात्राओं ने वैदिक मंत्रोच्चार कर पूजा-अर्चना कर श्री मोदी की मनोकामना पूरी होने की भगवान से प्रार्थना की। श्री मोदी वर्ष 2014 में वाराणसी संसदीय क्षेत्र से चुनावी मुकाबला जीतने के बाद पहली बार प्रधानमंत्री चुने गए थे। इससे पहले वह गुजरात के मुख्यमंत्री थे।
प्रधानमंत्री रहते वाराणसी लोक सभा चुनाव लड़ने वाले वह पहले राजनेता होंगे। इस वजह से जिला प्रशासन ने सुरक्षा एवं उनके नामांकन को लेकर खास तैयारियां की हैं। जिला मुख्यालय परिसर के रायफल क्लब सभागार में विशेष तौर पर नामांकन केंद्र बनाया गया है।
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