इटावा,29 मार्च । देश में चर्चा के केंद्र में रहने वाली समाजवादी पार्टी (सपा) परिवार की सैफई की होली इस बार मुलायम सिंह यादव के यहां नहीं आने पर अखिलेश एवं शिवपाल के खेमों में बट गई ।
एक खेमा मुलायम सिंह यादव के भाई प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (प्रसपा) का गठन कर चुके शिवपाल सिंह यादव हैं तो दूसरी ओर सपा प्रमुख अखिलेश यादव, पार्टी महासचिव प्रो0 रामगोपाल यादव और परिवार के तमाम छोटे-बड़े राजनीतिक गैर राजनीतिक सदस्य खड़े हुए दिखाई दे रहे हैं ।
सैफई मंच पर प्रो.रामगोपाल यादव जब पहुंचे तो यहां परिवार के सबसे बड़े होने के नाते अखिलेश यादव ने उनके पैर छूकर आशीर्वाद लिया ।
पंचायत चुनाव को लेकर जहां एक ओर शिवपाल सिंह यादव ने अपने भतीजे और निवर्तमान जिला पंचायत अध्यक्ष अभिषेक यादव को एक बार फिर से जिला पंचायत अध्यक्ष बनाने का आशीर्वाद दिया है ऐसे में शिवपाल की मुलायमी होली से दूरी कही न कही बड़ा संकेत माना जा रहा है।
सबसे बड़ी और खास बात तो यह रही कि इससे पहले हमेशा सपा प्रमुख अखिलेश यादव और महासचिव प्रो.रामगोपाल यादव का संबोधन हुआ करता था जबकि इस बार वह संबोधन आज नहीं सुनाई दिया ।
शिवपाल ने भले ही मुलायम के आंगन की होली में इस दफा शामिल होना मुनासिब नहीं समझा जबकि इससे पहले पिछले साल एक मंच पर अखिलेश ,शिवपाल थे लेकिन तब मुलायम मौजूद रहे थे ,लेकिन इसबार मुलायम की गैर मौजूदगी में अखिलेश और शिवपाल का अलग-अलग मंच सजा है।
जीवन में जोश और उमंग पैदा करने वाले रंग के पर्व होली के मौके पर मुलायम का कुनबा अपने आंगन में एक साथ जमा हुआ करता था वह आज पूरी तरह से अलग-थलग नजर आया ।
मुलायम के आंगन मे होली जश्न में जहाॅ अखिलेश रामगोपाल,धर्मेद्र,तेजप्रताप,अक्षय,अभिेषक,अनुराग और कार्तिकेय दिखाई दिये वही शिवपाल अपने बेटे आदित्य समर्थको के साथ एस एस मेमोरियल में रहे ।
लंबे अरसे से अपने भतीजे अखिलेश यादव से वैचारिक मतभेद के चलते अलग पार्टी का गठन कर चुके शिवपाल सिंह यादव ने होली के मौके पर इस दफा एक नई इबारत लिख डाली है ।
उन्होंने अपने पिता सुधर सिंह के नाम पर स्थापित किए एस.एस.मेमोरियल स्कूल में होली का जश्न अपने समर्थकों के साथ में मनाया ।
बेशक शिवपाल सिंह यादव ने अपनी अलग पार्टी का गठन कर लिया हो, लेकिन अभी तक उन्होंने समाजवादी पार्टी से इस्तीफा नहीं दिया है ।
शिवपाल सिंह यादव अपनी परंपरागत जसवंतनगर विधानसभा से सपा से ही विधायक है ।
इस मौके पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने अपने अंदाज में प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर तंज कसाते हुए कहा कि बुरा न मानो होली है। यह योगीजी की मुख्यमंत्री रहते हुए आखिरी होली है। अगले साल प्रदेश की जनता को नई सरकार के साथ होली मनाने का मौका मिलेगा।
अखिलेश यादव ने कहा कि बुरा न मानो होली है। लेकिन फिर भी ये बात कहनी चाहिए कि जितना भेदभाव भाजपा सरकार में हो रहा है, उतना कभी किसी की सरकार में नहीं हुआ। इसके कई उदाहरण हैं, एक उदाहरण नहीं जहां हम ये नहीं कह सकते हैं कि भेदभाव नहीं हुआ है। शेर पले बढ़े यहां पर, लाइन सफारी शुरू होनी चाहिए थी। लाइन सफारी इसलिए नहीं शुरु हुई क्योंकि इससे देश ही दुनिया का आकर्षण इटावा की तरफ बढ़ेगा। टूरिस्ट बढ़ेगा। इससे किसी न किसी को रोजगार मिलेगा। लेकिन सरकार जानबूझकर इटावा व समाजवादी कार्यक्रमों से भेदभाव कर रही है