अमृतसर 31 मार्च ।पंजाब की रोपड़ जेल से उत्तर प्रदेश के गैंगस्टर और मऊ के बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी की अभी यूपी जेल के लिए विदाई नहीं होगी। बुधवार को मोहाली की कोर्ट में कड़ी सुरक्षा में अंसारी को पुलिस रोपड़ जेल से मोहाली लेकर पहुंची। साथ ही उत्तर प्रदेश पुलिस भी उसे ले जाने की आस लेकर आई थी, लेकिन खाली हाथ लौटना पड़ा।
स्थानीय कोर्ट ने इस मामले में अगली सुनवाई 12 अप्रैल तय करते हुए अंसारी को फिर से रोपड़ जेल भेज दिया।
बता दें कि इससे पहले पिछले 2 साल में उत्तर प्रदेश की पुलिस 8 बार आई और लौट गई, मगर खाली हाथ।
रोपड़ की जेल में बंद अंसारी को छह दिन पहले ही सुप्रीम कोर्ट ने उत्तर प्रदेश पुलिस को सौंपने का आदेश दिया था।
8 जनवरी 2019 को मोहाली के एक बड़े बिल्डर की शिकायत पर वहां की पुलिस ने अंसारी के खिलाफ 10 करोड़ की फिरौती मांगने का केस दर्ज किया था। 12 जनवरी को प्रोडक्शन वारंट हासिल करने के लिए पुलिस कोर्ट पहुंची। 21 जनवरी 2019 को मोहाली पुलिस मुख्तार अंसारी को प्रोडक्शन वारंट पर उत्तर प्रदेश से मोहाली ले आई। 22 जनवरी को कोर्ट ने उसे एक दिन की रिमांड पर भेज दिया। 24 जनवरी को उसे न्यायिक हिरासत में रोपड़ जेल भेज दिया गया।
गाजीपुर की मोहम्मदाबाद सीट से भाजपा विधायक अलका राय ने इस संबंध में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा को तीन बार चिट्ठी लिखी है। इसमें अलका का सवाल है कि मुख्तार जैसे अपराधी को पंजाब सरकार क्यों बचा रही है, प्रियंका अंसारी को सजा दिलाने में मदद करें। दरअसल, अलका के पति पूर्व विधायक कृष्णानंद राय की हत्या कर दी गई थी। हत्या का आरोप मुख्तार अंसारी पर है। दो साल में उत्तर प्रदेश पुलिस की टीम आठ बार अंसारी को लेने पंजाब गई, लेकिन हर बार सेहत, सुरक्षा और कोरोना का कारण बताकर पंजाब पुलिस ने सौंपने से इनकार कर दिया। पंजाब पुलिस डॉक्टर की सलाह का हवाला देती रही कि अंसारी को डिप्रेशन, शुगर, रीढ़ की बीमारियां हैं। ऐसे में उसे कहीं और शिफ्ट करना ठीक नहीं है।