लखनऊ 08 जुलाई । उत्तर प्रदेश पुलिस के आठ कर्मठ जवानो की हत्या का मुख्य आरोपी विकास दुबे वारदात के छठे दिन भी सुरक्षा एजेंसियों के हाथ नहीं लग सका है।
चौबेपुर के बिकरू गांव से अपनी आपराधिक सल्तनत चलाने वाला साधारण सा हिस्ट्रीशीटर आज पुलिस प्रशासन को कड़ी चुनौती पेश कर रहा है।
विकास की गिरफ्तारी और उसे अपने किये के अंजाम तक पहुंचाने के लिये पुलिस की 50 से अधिक टीमे दिन रात एक किये हुये हैं लेकिन शातिर दिमाग अपराधी उन्हे कदम कदम पर गच्चा देकर पुलिस की प्रतिष्ठा को ललकार रहा है।
इस बीच विकास दुबे को हरियाणा में फरीदाबाद के सेक्टर 87 में दिखायी देने की सूचना पुलिस को मिली है। सूत्रों का दावा है कि मंगलवार देर रात विकास एक होटल की सीसी फुटेज में देखा गया लेकिन पुलिस के पहुंचने से पहले वह वहां से फरार हो गया। उसके उत्तराखंड की सीमा में दाखिल होने की संभावना के मद्देनजर वहां की पुुलिस को अलर्ट कर दिया गया है। फरीदाबाद में विकास के दो और साथियों के भी पकड़े जाने की सूचना है हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हो सकी है।
गौरतलब है कि गुरूवार और शुक्रवार की रात चौबेपुर के बिकरू गांव में हत्या के प्रयास के मामले में हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे को गिरफ्तार करने गयी पुलिस टीम पर बदमाशों ने फायरिंग की थी। इस हमले में पुलिस उपाधीक्षक बिल्हौर देवेंद्र कुमार मिश्र के अलावा शिवराजपुर के थाना प्रभारी महेश यादव,मंधना चौकी प्रभारी अनूप कुमार, शिवकराजपुर थाने में तैनात उपनिरीक्षक नेबूलाल,चौबेपुर थाने में तैनात कांस्टेबल सुल्तान सिंह ,बिठूर थाने में तैनात कांस्टेबल राहुल,जितेंद्र और बबलू शहीद हो गये थे जबकि घटना में सात पुलिसकर्मी घायल हो गये थे।
आठ पुलिस वालों के हत्यारे विकास पर अब पांच लाख का इनाम
लखनऊ 08 जुलाई । कानपुर में आठ पुलिस वालों के हत्यारे विकास दूबे की जानकारी देने पर इनाम की राशि अब बढ़ा कर आज ढाई लाख से पांच लाख कर दी गई।
पुलिस महानिदेशक हितैष चन्द्र अवस्थी ने कहा कि कानपुर के चौबेपुर में हुई आठ पुलिसकर्मियों की हत्या मामले में विकास और उसके साथियों की धर पकड़ जारी है। बुधवार को हमीरपुर में विकास के करीबी अमर को मुठभेड़ में मारने के बाद विकास के एक और साथी श्यामू बाजपेयी कानपुर में पुलिस ने धर दबोचा है। दोनों के सिर पर 25 हजार रुपये का इनाम था।
विकास की तलाश में नेपाल सीमा खंगाल रही पुलिस
शहीद पुलिसकर्मियो की हत्या का आरोपी विकास दूबे की गिरफ्तारी के लिए बुधवार को बलरामपुर से लगी नेपाल की अन्तर्राष्ट्रीय सीमा पर सघन तलाशी अभियान चलाया गया।
एसटीएफ ने विकास दुबे के साले काे कानपुर ले गई
शहडोल से खबर है कि, उत्तरप्रदेश के कानपुर के बहुचर्चित पुलिस हत्याकांड में मास्टरमाइंड विकास दुबे के साले को आज स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) कानपुर अपने साथ ले गई।
पुलिस अधीक्षक सत्येन्द्र शुक्ला के अनुसार कानपुर पुलिस हत्याकांड के मास्टरमाइंड विकास दुबे के साले राजू खुल्लर उर्फ़ राजू निगम को कानपुर एसटीएफ पूछताछ करने के लिए उसे अपने साथ कानपुर ले गई।
चौबेपुर के पूर्व थानाध्यक्ष विनय तिवारी गिरफ्तार
कानपुर के चौबेपुर क्षेत्र के निलंबित थानाध्यक्ष विनय तिवारी समेत दो पुलिस अधिकारियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
पुलिस महानिरीक्षक मोहित अग्रवाल और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दिनेश कुमार पी ने बुधवार शाम यहां पत्रकारों को बताया कि चौबपुर के पूर्व थानाध्यक्ष विनय तिवारी और बीट प्रभारी के.के शर्मा को गिरफ्तार कर लिया गया है।
कुख्यात बदमाश विकास दुबे के राजस्थान में घुसने की आशंका के चलते सतर्कता बढ़ी
अलवर( राजस्थान),से खबर है कि,उत्तर प्रदेश के कुख्यात बदमाश विकास दुबे के राजस्थान और हरियाणा के मेवात क्षेत्र में घुसने की आशंका के चलते राजस्थान में अलवर जिले की सीमा पर चौकसी बढ़ा दी गयी है।
सूत्रों ने आज बताया कि पुलिस बल तैनात कर वाहनों की सघन जांच के निर्देश दिए गए हैं। उत्तर प्रदेश के कानपुर में एक डीएसपी सहित आठ पुलिसकर्मियों की हत्या के मामले में बदमाश विकास दुबे के मेवात में सक्रिय डॉक्टर कुलदीप गैंग, चीकू गैंग, लादेन गैंग और पपला गैंग से सम्बंध होने के चलते इस क्षेत्र में आने की आशंका है। लिहाजा अलवर पुलिस अलर्ट मोड़ पर आ गई है। और हरियाणा बॉर्डर पर बुलेट फ्रूफ जैकेट और हथियार बंद जवान तैनात कर नाकाबन्दी की जा रही है।
गैंगस्टर विकास दुबे को लेकर जालौन पुलिस भी अलर्ट मोड पर
जालौन से खबर है कि,कानपुर के बिकरु कांड के मुख्य आरोपी पांच लाख के इनामी बदमाश विकास दुबे और उसके साथियों की तलाश के लिए उत्तर प्रदेश के जालौन की पुलिस भी अलर्ट मोड पर है।
यहां बुधवार को अपराध समीशा बैठक में पुलिस अधीक्षक डॉ़ सतीश कुमार ने कहा कि कानपुर कांड से जुड़े गैंगस्टर व उनसे जुड़े सदस्यों को लेकर विशेष सतर्कता बरतनी है। हर समय पुलिस अधिकारी अलर्ट रहें और कोई भी सूचना अगर मिलती है तो उस पर तुरंत एक्शन लें। इस मामले में किसी प्रकार की कोई लापरवाही न बरती जाए। इसके अलावा माफिया विकास दुबे को लेकर हाईकमान से प्राप्त दिशा—निर्देशों के बारे में भी पुलिस अधीक्षक ने अधीनस्थों को अवगत कराया। गैंगस्टर को पकडऩे के लिए जिले में भी उसके पोस्टर लग गए हैं। जिले के आटा व एट टोल प्लाजा समेत कई प्रमुख स्थानों पर पुलिस ने यह पोस्टर लगाए हैं साथ ही टोलकर्मियों को निर्देश भी दिए गए हैं कि उन्हें यहां से गुजरने वाले वाहनों को लेकर किस तरह से काम करना है।उन्हें निर्देश दिये गये हैं कि किसी भी प्रकार का शक होने पर तुरंत पुलिस को सूचना दें।
विकास दुबे के मध्यप्रदेश में घुसने की संभावना के चलते पुलिस ने बढाई चौकसी
ग्वालियर,से खबर है कि कुख्यात बांछित अपराधी विकास दुबे के मध्यप्रदेश की सीमा में घुसने की संभावना के मद्देनजर पुलिस ने चौकसी बढ़ा दी है।
मध्यप्रदेश पुलिस के एडीजी राजबाबू ने आज यहां बताया कि विकास दुबे यदि मध्यप्रदेश में आया तो उसकी खैर नहीं।
मध्यप्रदेश पुलिस उत्तर प्रदेश के जिलों से लगी अपनी सीमा पर विशेष चौकसी कर रही है और चंबल के बीहडों में भी सर्चिंग पार्टियां उतारी गई है। उन्होंने बताया कि उन्हें जानकारी लगी थी कि यूपी का मोस्ट वांटेंड ढाई लाख का इनामी मध्यप्रदेश में घुसने की फिराक में है तो उन्होंने समूचे ग्वालियर चंबल संभाग की पुलिस को सतर्क किया हुआ है। विकास दुबे की जानकारी लगते ही हम उसे दबोच लिए जाएगा।
विकास का गुर्गा अमर दुबे मुठभेड़ में ढेर
उधर उत्तर प्रदेश में हमीरपुर के मौदहा क्षेत्र में मोस्टवांटेड हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे के एक साथी अमर दुबे को पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने बुधवार तड़के एक संक्षिप्त मुठभेड़ के बाद मार गिराया।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि एक सूचना के आधार पर एसटीएफ और हमीरपुर पुलिस ने अमर को मौदहा कस्बे में घेर लिया और उसे आत्मसमर्पण की चेतावनी दी लेकिन अभियुक्त ने फायरिंग करते हुये भागने का प्रयास किया। जवाबी कार्रवाई में एसटीएफ ने उसे ढेर कर दिया।
उन्होने बताया कि शिवली थाना क्षेत्र का निवासी संजीव दुबे का पुत्र अमर हिस्ट्रीशीटर का रिश्तेदार होने के साथ उसका खास गुर्गा था। बिकरू गांव में दबिश देने गयी पुलिस टीम पर उसने छत से गोलियां चलायी थी जिसमें कोतवाल समेत आठ पुलिसकर्मी शहीद हो गये थे। पुलिस ने जो पोस्टर जारी किये है,उसमें 11वें नम्बर पर अमर दुबे का नाम अंकित है।
सूत्रों ने बताया कि बेहद कम उम्र में अमर हिस्ट्रीशीटर के गैंग का हिस्सा बन गया था। वह विकास के लिये रंगदारी और शराब के ठेकों से वसूली का काम देखता था।
विकास का एक और गुर्गा सशस्त्र मुठभेड़ में गिरफ्तार
कानपुर के चौबेपुर क्षेत्र में पुलिस ने बुधवार तड़के मोस्टवांटेड अपराधी विकास दुबे के साथी को एक सशस्त्र मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि आठ पुलिसकर्मियों की हत्या के आरोपी ढाई लाख रूपये के इनामी विकास दुबे के साथी बिकरू गांव निवासी श्यामू बाजपेयी को पुलिस शिवली रोड मुड्डी के बायें जंगल में छिपाये गये हथियार की बरामदगी के लिये ले गयी थी। जीप से उतरने के बाद श्यामू ने जमीन में छिपाये गये तमंचे को निकाल कर पुलिस पर फायर किया। आत्मरक्षार्थ पुलिस ने गोली चलायी जो उसके पैर में लगी। इसके बाद जवानो ने उसे धर दबोचा।
मध्य प्रदेश भागने की फिराक में था अमर
उत्तर प्रदेश में हमीरपुर के मौदहा कस्बे में पुलिस को पहुंचने में अगर थोड़ी भी देर हो जाती तो विकास दुबे का गुर्गा अमर दुबे मध्य प्रदेश की ओर निकल चुका होता।
अमर को एसटीएफ और स्थानीय पुलिस ने मौदहा के अरतरा गांव में मार गिराया था। इस मुठभेड़ में एक एसआइ और एसटीएफ के सिपाही को भी मामूली चोट आयी है। अमर के कब्जे से नौ एमएम की एक पिस्टल बरामद हुयी है।