लखनऊ 05 फरवरी । उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के रिहायशी क्षेत्र हजरतगंज में दिनदहाड़े एक हिन्दूवादी नेता की गोली मार कर हत्या कर दी गयी।
विश्व हिन्दू महासभा के अध्यक्ष रंजीत बच्चन बर्लिगंटन चौराहे पर स्थित बहुखंडीय ओसियार बिल्डिंग में रहते थे। वह अपने एक साथी के साथ मार्निंग वाक पर निकले थे कि शाल ओढ़े एक बदमाश ने उनके सर पर गोली दाग दी। श्री बच्चन की मौके पर ही मृत्यु हो गयी।
पुलिस ने इस सिलसिले मे लापरवाही बरतने के आरोप में परिवर्तन चौक पुलिस चौकी प्रभारी संदीप तिवारी समेत चार पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है।
पुलिस का दावा है कि सीसीटीवी फुटेज से हत्यारे की पहचान कर ली गयी है। पुलिस ने आरोपी की धरपकड के लिये छह टीमें बनायी है हालांकि हत्यारे का सुराग देर शाम तक नहीं मिल सका है।
श्री बच्चन ने विश्व हिन्दू महासभा का गठन किया था और वह इसके अंतर्राष्ट्रीय अध्यक्ष थे। सुबह सात बजे वह अपने भाई आशीष के साथ सुबह की सैर पर थे कि मोटरसाइकिल सवार दो बदमाशों ने उन पर गोलीबारी की। इस हमले में हिन्दूवादी नेता की मौके पर ही मृत्यु हो गयी जबकि आशीष बाल बाल बच गया। आरोपियों की तलाश जोर शोर से जारी है।
पिछले शनिवार को अपनी 40वीं वर्षगांठ मना चुके बच्चन ने अपने सरकारी आवास पर एक पार्टी रखी थी जिसमें उन्होने नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और एनआरसी के समर्थन में हिन्दुओं को एकजुट रहने की अपील की थी।
गोरखपुर के मूल निवासी बच्चन की पहचान सामाजिक कार्यकर्ता के तौर पर भी थी और साइकिल से वह कई देशों का भ्रमण भी कर चुके थे। कुछ समय पहले तक वह समाजवादी पार्टी (सपा) से भी जुड़े रहे थे। मृतक की पत्नी कालंदी शर्मा भाजपा नेता हैं। उन्होने अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों पर पति की हत्या का आरोप लगाया है।
उन्होने यह भी आरोप लगाया कि उनके पति ने योगी सरकार से सुरक्षा की मांग की थी जिसे नामंजूर कर दिया गया था।
इस बीच हिन्दू महासभा के अध्यक्ष चक्रपाणि ने आरोप लगाया है कि अल्पसंख्यक समुदाय के लोग हिन्दूवादी नेताओं को निशाना बना रहे हैं। उन्होने सरकार से मृतक के परिजनो को मुआवजे देने की घोषणा करने की मांग की।
मूल रूप से गोरखपुर के रहने वाले रणजीत बच्चन हजरतगंज इलाके की ओसीआर बिल्डिंग के बी ब्लॉक में रहते थे। राजधानी के सबसे व्यस्त इलाके में ताबड़तोड़ फायरिंग से सनसनी फैल गई है। सुबह-सुबह हुई गोलीबारी से इलाके में दहशत का माहौल है।
सूत्रों ने बताया कि श्री बच्चन का कल जन्मदिन था और रात को ओसीआर ही उनके आवास पर मनाया गया था। हत्यारों की गिरफ्तारी के लिए कई टीमें गठित कर दी गई है। पुलिस आसपास के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाल रही है। श्री बच्चन पहले समाजवादी पार्टी में थे।
गौरतलब है कि इसके पहले लखनऊ में पिछले साल 18 अक्टूबर में हिन्दुवादी नेता कमलेश तिवारी की खुर्शेदबाग इलाके में गला रेतकर हत्या कर दी थी। इसके पहले सहारनपुर के देवबंद में भी एक हिन्दू संगठन के नेता की हत्या कर दी गई थी।
रणजीत हत्याकांण्ड के संदिग्ध की सूचना देने वाले को 50 हजार का इनाम:
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में रविवार सुबह की हिंदूवादी नेता रणजीत हत्याकाण्ड मामले में अब आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस) की भी मदद ली जा रही है और पुलिस ने संदिग्ध हत्यारे की सूचना देने वाले को 50 हजार का इनाम देने की घोषणा की है।
राज्य के कार्यवाहक पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) हितेश चंद्र अवस्थी ने बताया कि रणजीत बच्चन के मोबाइल फोन व कॉल ब्योरा खंगालने में एटीएस का तकनीकी सहयोग लिया जा रहा है।
उन्होंने बताया किकई बिंदुओं पर पुलिस पड़ताल कर रही है। उन्होंने बताया कि लखनऊ के कमिश्नर सुजीत पांडेय के निर्देशन में कई टीमें गहनता से छानबीन कर कर रही हैं। पुलिस कमिश्नर ने संदिग्ध की पहचान कर सूचना देने वाले को 50 हजार के इनाम की घोषणा की है।
उन्होंने बताया कि घटनास्थल के पास लगे सीसी कैमरे में एक संदिग्ध शॉल ओढ़े दिखाई दिया है। पुलिस संदिग्ध की तलाश में लगी है। आशंका जताई जा रही है कि संदिग्ध ही मुख्य आरोपी है । इस घटना का खुलासा करने के लिए पुलिस की आठ टीमें गठित की गई हैं,जो मृतक के आवास के आस-पास लगे सीसीटीवी कैमरों को भी खंगाल रही है।
गौरतलब है कि हिन्दु महासभा के प्रदेश अध्यक्ष 40 वर्षीय रणजीत बच्चन रविवार सुबह पत्नी कालिंदी और मौसेरे भाई आदित्य के साथ सुबह टहने के लिए घर से निकले थे। हमलावर बाइक से आया था। परिवर्तन चौराहे से थोड़ी दूर ग्लोब पार्क के पास रणजीत को रोक लिया। हमलावर ने असलहा तानकर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। रणजीत के सिर में गोली लगी और एक गोली उसके आदित्य के हाथ में भी लगी। रणजीत ने विश्व हिंदू महासभा के नाम से एक संगठन बनाया था और वह उसके अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष थे।