सहारनपुर, 29 दिसम्बर ।सहारनपुर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक उपेंद्र अग्रवाल ने नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ किए जा रहे प्रदर्शनों में बच्चों के शामिल किए जाने को गंभीरता से लेते हुए पुलिस को निर्देश दिए कि ऐसा करने वालो के खिलाफ किशोर देखभाल अधिनियम के तहत कार्रवाई की जाए।
श्री अग्रवाल ने कहा कि सहारनपुर रेंज में सीएए के विरोध में हुए प्रदर्शनों में यह बात सामने आई है कि कम उम्र के बच्चों को प्रदर्शनों में न|/न केवल बडी तादाद में शामिल किया बल्कि उनसे पत्थरबाजी भी कराई गई। इस तरह के मामलों का संज्ञान राष्ट्रीय बाल कल्याण संरक्षण आयोग ने लिया है और इस पर रोक लगाने की अपेक्षा पुलिस-प्रशासन से की है।
उपद्रवियों के बाद अब पुलिस की बारी जल्द जारी होगी रिकवरी नोटिस:
कानपुर से खबर है कि, नागरिक संशोधन बिल को लेकर बाबूपुरवा व यतीमखाना में उपद्रवियों के द्वारा हुई हिंसा के दौरान कानपुर पुलिस ने नुकसान का आकलन कर एक रिपोर्ट प्रशासन को भेजी है जिसमें सरकारी और निजी संपत्ति को करीब 36 लाख रुपये के नुकसान होने की बात कही गई है ।
जिला प्रशासन अब उपद्रवियों से वसूली करने की तैयारी कर रहा है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार यतीमखाना में 21 दिसंबर की शाम उपद्रवियों ने दो पुलिसकर्मियों के वाहनों समेत चार वाहनों में आग लगा दी थी। इसके साथ ही चौकी में तोडफ़ोड़ की और 20 दिसंबर को भी दो वाहनों और दो दुकानों में तोडफ़ोड़ की थी।
नागरिकता में किसी के साथ पक्षपात नहीं होना चाहिए: सलमान खुर्शीद
फर्रूखाबादसे खबर है कि,कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद ने कहा कि कांग्रेस देश में किसे नागरिकता दी जा रही है का प्रश्न उठा रही है, किसकी नागरिकता जा रही है का प्रश्न नहीं उठा रही है ऐसे में किसी के साथ पक्ष पात नहीं होना चाहिए।
श्री खुर्शीद रविवार को जिला मुख्यालय से करीब 32 किलोमीटर दूर अपने पैत्रक ग्राम पितौरा कायमगंज में यूनुस खां के आवास पर पहुंचने के बाद अपने सजातीय बंधुओं से नागरिकता संशोधन कानून के मामले को लेकर पिछले दिनों यहां हुये धरना प्रदर्शन में पुलिस में नामजद किये गये लोगों की मदद के लिये हालचाल जानने गये थे। इस मौके पर उन्हें लोगों से इस सिलसिले में विस्तार से बातचीत की।
सीएए के विरोध के नाम पर हुई हिंसा में सपा,कांग्रेस के नेता शामिल: समीर सिंह
देवरिया,से खबर है कि,भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) के प्रदेश प्रवक्ता समीर सिंह ने आज यहां आरोप लगाया कि नागरिकता संशोधन कानून(सीएए) के विरोध में हुई हिंसा में समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के नेता शामिल थे।
श्री सिंह ने रविवार को यहां कहा कि सीएए के मुद्दे पर कांग्रेस, सपा समेत विपक्ष लोगों को गुमराह कर लोगों को उकसा रहे हैं । भाजपा एक अभियान चलाकर लोगों को बतायेगी कि यह कानून लोगों को नागरिकता देने के लिए बना है, न कि नागरिकता लेने के लिए।
तमिलनाडु में रंगोली बनाकर सीएए का विरोध, छह महिलाएं समेत आठ लोग हिरासत में:
तमिलनाडु के चेन्नई से खबर है कि,नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर (एनआरसी) तथा राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (एनपीआर) के विरोध में रंगोली बनाकर एक तरह का अनूठा प्रदर्शन करने के मामले में तमिलनाडु की छह महिलाओं समेत आठ लोगों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया लेकिन बाद में उन्हें रिहा कर दिया।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि सीएए, एनआरसी और एनपीआर के विरोध में ‘सिटीजंस अगेंस्ट सीएए’ समूह के बैनरतले इन महिलाओं ने रंगोली बनायी थी। रंगोली में “ नो टू सीएए, नो टू एनआरसी, नो टू एनपीआर ” नारे के शब्दों को उकेरा गया था । रंगोली को देखने वहां लोगों की भीड़ एकत्र हो गयी जिससे यातायात भी प्रभावित हुआ।
इससे पहले प्रदर्शनकारियों ने बसंत नगर बस टर्मिनल के समीप सुबह सात से दस बजे तक रंगोली बनाये जाने की अनुमति मांगी थी , लेकिन पुलिस ने इसकी इजाजत नहीं दी। पुलिस से अनुमति नहीं मिलने के बाद समूह की महिलाएं बसंत नगर-4 एवेन्यू पहुंची और वहां रंगोली बनाना शुरू कर दिया। पुलिस ने यहां महिलाओं को हिरासत में ले लिया , हालांकि बाद में उन्हें रिहा कर दिया।
इस बीच द्रमुक अध्यक्ष एम के स्टालिन ने छह महिलाओं को हिरासत में लिए जाने की घटना की निंदा की और कहा कि यह सत्तारूढ़ अन्नाद्रमुक सरकार की बढ़ती जा रही प्रताड़ना की प्रवृत्ति का एक और उदाहरण है। उन्होंने संविधान में प्रतिष्ठापित बुनियादी अधिकारों पर पाबंदी लगाने के लिए सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि सरकार को मानवाधिकारों का सम्मान करना चाहिए। उन्होंने महिलाओं के खिलाफ दर्ज मामले वापस लिए जाने की मांग की।