लखनऊ 09 फरवरी । समाजवादी पार्टी की सरकार में खनन मंत्री रहते जाली फर्म बनाकर करोड़ों रुपये के काले धन को सफेद करने और संपत्ति अर्जित करने ( money laundering)के मामले में गायत्री प्रसाद प्रजापति को प्रवर्तन निदेशालय के विशेष न्यायाधीश दिनेश कुमार शर्मा ने न्यायिक हिरासत में लेने का आज आदेश दिया ।
श्री शर्मा ने प्रवर्तन निदेशालय की ओर से दर्ज कराए गए मामले में यह आदेश दिया है।
अदालत ने गायत्री को 10 दिन के लिए पुलिस कस्टडी रिमांड पर दिए जाने की मांग वाली प्रवर्तन निदेशालय की अर्जी पर सुनवाई के लिए कल 10 फरवरी की तारीख तय की है। इससे पहले सुनवाई के लिए गैंगरेप मामले में जेल में बंद पूर्व मंत्री को कोर्ट में पेश किया गया। इस पर कोर्ट ने आरोपी को न्यायिक हिरासत में लेने का आदेश दिया। इसके बाद ईडी की ओर से प्रजापति को पूछताछ के लिए रिमांड पर दिए जाने की मांग वाली अर्जी दी गई। इसमें कहा गया कि सतकर्ता अधिष्ठान ने प्रजापति के खिलाफ पिछले साल 26 अक्टूबर को आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने का मामला दर्ज किया था।
इसके बाद ईडी ने 14 जनवरी को जांच शुरू की जिसमें पता चला कि प्रजापति ने खनन मंत्री रहते करोड़ों रुपये की संपत्ति अर्जित की और कई फर्म बनाकर निवेश किया था। इसलिए इस मामले में रिमांड पर लेकर पूछताछ किया जाना है।
गायत्री के ड्राइवर के पास दो सौ करोड़ की संपत्ति
इससे पहले लखनऊ में 30 दिसम्बर को दुष्कर्म एवं अन्य मामलों के आरोप में जेल में बंद समाजवादी पार्टी की सरकार में खनन मंत्री रहे गायत्री प्रसाद प्रजापति और उनके निजी चालक रामराज के अमेठी स्थित घर पर बुधवार सुबह पर्वतन निदेशालय :ईडी: ने छापेमारी की थो जिसमें ड्राइवर के पास दो सौ करोड़ की संपत्ति होने का पता चला था ।
आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि इलाहाबाद से पहुंची ईडी की टीम ने दोनों स्थानों पर स्थानीय पुलिस टीम के साथ एक साथ छापा मारा गया था । एक टीम में करीब आधा दर्जन ईडी के अधिकारी व कर्मचारी तथा स्थानीय पुलिस बल थे। इसके अलावा लखनऊ के विभूतिखंड स्थित ओमेक्स में गायत्री के बेटे अनिल प्रजापति के आफिस में भी ईडी ने जांच की थी।
गायत्री के ठिकानो पर ईडी की छापेमारी
उत्तर प्रदेश में बहुचर्चित खनन घोटाले के आरोप में जेल में बंद पूर्व मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति के ठिकानो पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम ने बुधवार को छापेमारी की और महत्वपूर्ण दस्तावेज बरामद किये।
प्रवर्तन निदेशालय की अलग अलग टीमों ने प्रजापति के लखनऊ स्थित आवास और कार्यालय में छापेमारी की थी।
ईडी की एक टीम ने अमेठी में पूर्व मंत्री के आवास को खंगाला जबकि कानपुर में चार्टर्ड अकाउंटेंट के दफ्तर में प्रजापति से संबधित दस्तावेजों की पड़ताल की गयी। सूत्रों के अनुसार ईडी को कई बेनामी संपत्तियों के दस्तावेजों के अलावा स्टांप पेपर और नगदी मिली है।