लखनऊ, 18 अक्टूबर ।उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के भीड़भाड़ वाले नाका क्षेत्र में शुक्रवार को दिनदहाड़े हिन्दू समाज पार्टी (हिसपा) नेता कमलेश तिवारी की हत्या कर दी गयी।
हिन्दूवादी नेता के तौर पर विख्यात श्री तिवारी आईएसआईएस और मुस्लिम चरमपंथियों के खिलाफ बयानबाजी करते रहे थे। हाल ही में कोलकाता में हिन्दू परिवार की हत्या के बारे में वह काफी मुखर थे और उन्होने पश्चिम बंगाल जाने की योजना बनायी थी।
श्री तिवारी की पत्नी की तहरीर पर पुलिस ने बिजनौर के दो मौलवियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के घनी आबादी वाले नाका हिंडोला इलाके में शुक्रवार को हिन्दू समाज पार्टी के नेता कमलेश तिवारी की दिनदहाड़े हत्या कर दी गयी।
अपर पुलिस अधीक्षक (पश्चिमी) विकास त्रिपाठी ने बताया कि कमलेश तिवारी नाका हिंडोला कि खुर्शेदबाग स्थित अपने घर में खून से लथपथ पाए गए।
उन्होंने बताया कि दो लोग उनसे मिलने आए थे। इस दौरान कमलेश ने अपने एक साथी को उन दोनों के लिए पान लाने भेजा था, जब वह लौटकर आया तो उसने कमलेश को खून से लथपथ हालत में पाया। कमलेश पूर्व में हिंदू महासभा से भी जुड़े हुए थे।
कमलेश की पत्नी किरण की तहरीर पर इस मामले में मुफ्ती नईम काजमी और अनवारुल हक तथा एक अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। किरण का आरोप है कि काजमी और हक ने 2016 में कमलेश का सिर कलम करने पर क्रमशः 51 लाख और डेढ़ करोड़ रुपए का इनाम घोषित किया था। इन्हीं लोगों ने साजिश कर उनके पति की हत्या कराई है।
गौरतलब है कि कमलेश ने पूर्व में हजरत मोहम्मद साहब के प्रति अपमानजनक टिप्पणी की थी। इस मामले में उन्हें गिरफ्तार भी किया गया था।
कमलेश के कुछ साथियों ने इस मामले में आतंकवादी संगठन आईएसआईएस का हाथ होने की आशंका भी जताई। इस बारे में पूछे जाने पर अपर पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) पीवी राम शास्त्री ने बताया कि पुलिस हर कोण से मामले की जांच कर रही है और अभी किसी निष्कर्ष पर पहुंच जाना जल्दबाजी होगी।
इस बीच, पुलिस महानिदेशक ओम प्रकाश सिंह ने कहा कि यह विशुद्ध आपराधिक घटना है और पुलिस इसकी जांच कर रही है। जिन लोगों ने कमलेश की हत्या की वह उनकी जान पहचान के बताए जाते हैं। वारदात से पहले उन लोगों ने उसके साथ करीब आधा घंटा गुजारा था।
उन्होंने बताया कि पुलिस को सीसीटीवी फुटेज तथा अन्य सबूतों के आधार पर कुछ अहम सुराग मिले हैं। पुलिस को कुछ कॉल डिटेल्स भी पता चले हैं। मामले की पड़ताल के लिए पुलिस की कई टीमें बनाई गई हैं। साथ ही स्पेशल टास्क फोर्स की भी मदद ली जा रही है।
सिंह ने कहा कि वारदात के बाद नाका हिंडोला इलाके में कानून व्यवस्था की कुछ समस्या हुई थी लेकिन अब स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है। अगले 48 घंटों के दौरान हत्यारों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
लखनऊ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कलानिधि नैथानी ने कहा कि प्रथमदृष्टया यह वारदात व्यक्तिगत रंजिश का मामला लगता है।
नाका हिंडोला के थाना अध्यक्ष सुजीत कुमार दुबे ने बताया कि वारदात के बाद स्थानीय लोगों में नाराजगी दिखाई दी मगर कानून व्यवस्था खराब होने की नौबत नहीं आई
लखनऊ में कमलेश तिवारी की हत्या को लेकर योगी सख्त
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के नाका क्षेत्र में शुक्रवार को दिनदहाड़े हिन्दुवादी नेता कमलेश तिवारी की उनके कार्यालय में की गई हत्या को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पुलिस महानिदेशक ओ पी सिंह से रिपोर्ट तलब करते हुए घटना का जल्द खुलासा करने को कहा है।
ओ पी सिंह कहा कि हत्यारों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने कई टीमें गठित की हैं। उन्होंने दावा किया हत्यारों को जल्द गिरफ्तार कर लिया जायेगा।
कमलेश तिवारी हत्याकांड – हत्यारों के गुजरात कनेक्शन की जांच शुरू:
सूरत से खबर है कि, उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में आज हिन्दू समाज पार्टी के नेता कमलेश तिवारी की सनसनीखेज हत्या के तार गुजरात से जुड़े होने की जांच की जा रही है।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि पूर्व में एक समुदाय विशेष के बारे में विवादास्पद टिप्पणी के चलते सुर्खियों में आये श्री तिवारी (45) के हत्यारे जो मिठाई और नमकीन का डिब्बा लेकर घटनास्थल यानी खुर्शीदबाग स्थित उनके कार्यालय गये थे और जिसमें हत्या के लिए प्रयुक्त चाकू और अन्य हथियार छुपाये जाने की संभावना है, दरअसल गुजरात के सूरत के एक दुकान का है।
आतंकी संगठन आईएसआईएस पर कमलेश तिवारी की हत्या का शक:
हिंदू समाज पार्टी के नेता और हिंदू महासभा के पूर्व नेता कमलेश तिवारी के हत्याकांड के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है।
आतंकी संगठन आईएसआईएस (ISIS) पर हत्या का शक है. कमलेश तिवारी आईएसआईएस आतंकियों के निशाने पर थे।
आतंकियों ने गुजरात ATS को बताया था कि आईएसआईएस ने उन्हें कमलेश तिवारी की हत्या करने के लिए कहा था।गुजरात ATS ने नवंबर 2017 में इन दो आतंकियों को गिरफ्तार किया था. पकड़े गए उबेद मिर्जा और कासिम ने पूछताछ में कमलेश तिवारी का नाम लिया था. दोनों संदिग्धों को कमलेश तिवारी का वीडियो दिखाकर मारने के लिए कहा गया था.
इधर, कमलेश तिवारी की जघन्य हत्या के आरोपियों की पहली तस्वीरें सामने आई । CCTV में दोनों हमलावर कमलेश के दफ़्तर के बाहर नज़र आ रहे हैं. दोनों संदिग्धों ने भगवा रंग के कपड़े पहन रखे हैं।
गौरतलब है कि हिंदू समाज पार्टी के नेता और हिंदू महासभा के पूर्व नेता कमलेश तिवारी की शुक्रवार को दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गई. उन्हें तत्काल ट्रॉमा सेंटर ले जाया गया, जहां उन्होंने दम तोड़ दिया. भगवा वस्त्र पहने हमलावर मिठाई का डिब्बा सौंपने के बहाने खुर्शीद बाग इलाके में स्थित तिवारी के कार्यालय में घुसे थे।
हिंदू महासभा के पूर्व नेता कमलेश तिवारी ने वर्ष 2017 जनवरी में ही हिंदू समाज पार्टी की स्थापना की थी। तिवारी इससे पहले हिंदू महासभा के अध्यक्ष रह चुके थे।
उन्होंने पैगंबर मुहम्मद से जुड़ी अत्यधिक विवादास्पद टिप्पणी की थी, जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था और उन पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) लगाया गया था. हाल ही में इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ पीठ ने उनके खिलाफ एनएसए रद्द कर दिया था. लखनऊ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कलानिधि नैथानी ने कहा कि हमलावरों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीमों का गठन किया गया है।