योगी आदित्यनाथ ने सेक्युलरिज्म शब्द को भारत की समृद्ध परंपरा के लिये गंभीर खतरा बताते हुए कहा कि, जो चंद लोग देश के खिलाफ वातावरण खड़ा करते हैं उन्हें जूठन के रूप में चंद पैसे मिल जाते हैं,लेकिन दुनिया में इनकी कदर कुछ भी नहीं
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लखनऊ 6 मार्च । उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को जानकी नवमी के मौके पर दुनिया भर से संजोई गई रामराज की विरासत का रामायण विश्वमहाकोश के रूप में विमोचन किया।
संत गाडगे प्रेक्षा गृह में आयोजित समारोह में श्री योगी ने कहा “ यह विश्वमहाकोश हमें अयोध्या जाने के लिए बाध्य करेगा। विज्ञान और आध्यात्म के अनछुए पहलुओं से परिचय करायेगा। इस दौरान मुख्यमंत्री भारत और भारतीय संस्कृति पर सवाल खड़े करने वालों पर हमलावर रहे ।
श्री योगी ने कहा “ जो चंद लोग भारत के खिलाफ वातावरण खड़ा करते हैं उन्हें जूठन के रूप में चंद पैसे मिल जाते हैं। लेकिन दुनिया में इनकी कदर कुछ भी नहीं। लोग मानते हैं कि ये अपने देश में गद्दारी कर रहे हैं। ये लोग बिकाऊ हैं,ये चंद पैसों के लिए अपनी आत्मा बेच चुके होते हैं। आज एक नया प्रयास प्रारम्भ हुआ है।”
अयोध्या शोध संस्थान की तारीफ करते हुए योगी ने कहा “ दो वर्ष पूर्व ही मेरे सामने यह प्रस्ताव रखा था। यह गौरव की बात है कि, भारत की सनातन हिंदू धर्म परंपरा में जो सात पवित्र नगरियां हैं उनमें से तीन अयोध्या,मथुरा और काशी उत्तर प्रदेश में हैं। सनातन हिन्दू धर्म की आत्मा यहां निवास करती है। हमारे लिए गौरव का विषय है कि मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम से जुड़े हुए किसी ऐसे विश्वकोश के कार्यक्रम को बढ़ाने के लिए किसी कार्यशाला का आयोजन हो और उस कार्यशाला के माध्यम से उसकी रूपरेखा तैयार कर इस कार्यक्रम को आगे बढ़ाएं। आज ये बहुत सहज और सरल भी है ।”