अमेठी/लखनऊ 18 जुलाई । उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में लोकभवन के सामने दो महिलाओं की आत्मदाह को लेकर राजनीति तेज हो गयी है। अमेठी की सांसद और केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कांग्रेस पर ओछी राजनीति का आरोप लगाया है वहीं कांग्रेस ने भाजपा सरकार पर साजिश के तहत कांग्रेसी नेता को फंसाने का इल्जाम मढ़ा है।
श्रीमती ईरानी ने ट्वीट किया “ जो जनता का पैसा लूट रहे थे अब वे अपने राजनीतिक लक्ष्यों को पूरा करने के लिए महिलाओं को जिंदा जलाने के स्तर तक पहुंच गए हैं, क्योंकि वे अमेठी हार चुके है। क्योंकि वे बीजेपी के सामने खड़े नहीं हो सकते।”
उधर कांग्रेस पार्टी ने कहा कि सरकार ने अपनी गलती मानते हुए थाने के दरोगा को सस्पेंड भी किया है। फिर ये बिना सर पैर की साज़िश क्यों रच रही है। हजरतगंज से लेकर जामों तक पुलिसकर्मियों पर कार्यवाही क्यों हो रही है। पुलिस और अपराधियों के गठजोड़ के चलते पीड़ित आत्मदाह को मजबूर हुईं हैं। भाजपा नेताओं से लेकर पुलिस के आला अफसरों तक न्याय की गुहार लगाने वाली पीड़ित महिलाएं आत्मदाह करने को क्यों मजबूर हुईं इसका जवाब भाजपा को देना पड़ेगा।
इस बीच बसपा और प्रसपा ने आत्मदाह के प्रयास की घटना की भर्त्सना करते हुये आरोपी लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा “ जमीन विवाद प्रकरण में अमेठी जिला प्रशासन से न्याय न मिलने पर माँ-बेटी को लखनऊ में सीएम कार्यालय के सामने आत्मदाह करने को मजबूर होना पड़ा। यूपी सरकार इस घटना को गम्भीरता से ले तथा पीड़ित को न्याय दे व लापरवाह अफसरों के विरूद्ध सख्त कार्रवाई करे ताकि ऐसी घटना पुनः न हों।”
मां-बेटी को आत्मदाह के लिए उकसाना आपराधिक मामला :मायावती
बहुजन समाज पार्टी(बसपा) की अध्यक्ष मायावती ने शनिवार को कहा कि उत्तर प्रदेश के अमेठी में जमीन विवाद में राजनीतिक स्वार्थ पूर्ति के लिए मां-बेटी को आत्मदाह के वास्ते उकसाना गंभीर आपराधिक मामला है जिस पर राज्य सरकार को सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।
सुश्री मायावती ने एक ट्वीट में कहा कि मां-बेटी को न्याय नहीं मिलने पर मुख्यमंत्री कार्यालय के सामने आत्मदाह करने के लिए मजबूर होना पड़ा है, यह बहुत चिंता की बात है। राज्य सरकार को दोषी अफसरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।
बसपा प्रमुख ने कहा, “जमीन विवाद को लेकर अमेठी जिला निवासी मां-बेटी द्वारा कल लखनऊ में मुख्यमंत्री कार्यालय के सामने आत्मदाह करने का प्रयास दुःखद है, लेकिन राजनीतिक स्वार्थ की पूर्ति के लिए अगर उन्हें ऐसा करने के लिए उकसाया गया है तो यह गंभीर आपराधिक मामला है, जिसकी सही जांच कराकर दोषी को सख्त सजा दी जानी चाहिए।”
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार को इस घटना को गम्भीरता से लेना चाहिए तथा पीड़ित को न्याय देना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस मामले में लापरवाह अफसरों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए ताकि ऐसी घटना पुनः नहीं हो।
सुश्री मायावती ने हाल ही में महिला और दलितों की सुरक्षा को लेकर राज्य सरकार के समक्ष कई बार चिंता व्यक्त की है और इस पर कारवाई करने की मांग की है।
आत्मदाह के मामले में चार नामजद,चार सस्पेंड
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के हजरतगंज क्षेत्र में सरेशाम मां बेटी के आत्मदाह करने के प्रयास को पुलिस ने आपराधिक षडयंत्र करार देते हुये चार लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है वहीं कर्तव्य पालन में लापरवाही बरतने के आरोप में चार पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है।
पुलिस आयुक्त सुजीत कुमार ने शनिवार को यहां पत्रकारों को बताया कि लोकभवन के सामने मां बेटी को आत्मदाह के लिये प्रेरित करने के मामले में ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के अमेठी जिला अध्यक्ष कादिर खान और कांग्रेस प्रवक्ता अनूप पटेल की भूमिका सामने आयी है। इसके अलावा मां बेटी को अमेठी से लखनऊ लाने वाली आसंमा और सुल्तान नामक महिला को भी नामजद किया गया है।
लखनऊ में लोकभवन के सामने आत्मदाह का प्रयास: अमेठी में पुलिसकर्मी निलंबित
अमेठी की रहने वाली एक महिला और उसकी बेटी द्वारा लखनऊ में आत्मदाह की कोशिश करने के मामले में अमेठी में जामो थाने के प्रभारी निरीक्षक सहित तीन पुलिस कर्मियों को निलंबित कर दिया गया है।
भूमि विवाद के मामले में पुलिस की ओर से कथित तौर पर कार्रवाई नहीं किए जाने के विरोध में शुक्रवार को साफिया और उसकी बेटी गुड़िया ने यहां लोकभवन के सामने आत्मदाह का प्रयास किया था।
जिलाधिकारी अरूण कुमार एवं पुलिस अधीक्षक ख्याति गर्ग ने बताया कि कि साफिया का उसके पड़ोसी से नाली को लेकर कोई विवाद था। इस मामले में नौ जुलाई को मारपीट भी हुई थी।
उन्होंने बताया कि पुलिस ने इस मामले में नियमानुसार कार्रवाई की थी।
गर्ग ने बताया कि गुड़िया एवं उसकी मां ने आत्मदाह के प्रयास से संबंधित कोई पत्र नहीं दिया था और न ही खुफिया विभाग के पास इसकी कोई जानकारी थी।
उन्होंने बताया कि इस मामले में थाना प्रभारी जामो रतन सिंह, एक उप निरीक्षक एवं एक सिपाही को निलंबित कर दिया गया है। मामले की जांच अपर पुलिस अधीक्षक को सौंपी गयी है और जांच रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जायेगी।
पुलिस ने शुक्रवार को बताया था कि घटना शुक्रवार शाम लगभग साढ़े पांच बजे की है, जब अमेठी की दो महिलाओं ने खुद पर मिट्टी का तेल छिड़का और खुद को आग लगा ली।
उन्होंने बताया कि मौके पर मौजूद पुलिसकर्मी तुरंत उनकी ओर भागे।
इनमें से एक महिला का वीडयो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसमें वह आग की लपटों में भागती हुई नजर आ रही है।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि दोनों को सिविल अस्पताल की बर्न यूनिट में भर्ती कराया गया है। उनकी हालत गंभीर बताई जाती है।
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि मिली जानकारी के मुताबिक, अमेठी के जामो क्षेत्र में किसी विवाद के चलते महिलाओं ने यह कदम उठाया। दोनों महिलाएं यहां आयीं। उन्होंने किसी से संपर्क नहीं किया और सीधे लोकभवन के सामने पहुंचकर आत्मदाह का प्रयास किया। मामले की जांच की जा रही है।
यह घटना अत्यंत कड़ी सुरक्षा वाली जगह पर हुई, जहां विधान भवन और लोकभवन हैं। लोक भवन में ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का कार्यालय है।