लखनऊ 13 सितम्बर। उत्तर प्रदेश सरकार ने एक बड़ा फैसला लिया है। सरकार ने गुरुवार को राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत जेल में बंद भीम आर्मी के संस्थापक चंद्रशेखर उर्फ रावण को समय से पहले से छोड़ने का फैसला किया है।
चंद्रशेखर उर्फ रावण को बीते साल सहारनपुर में हुई जातीय हिंसा के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।
राज्य सरकार की ओर से जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि इस मामले में सोनू, सुधीर, विलास को पहले ही रिहा किया जा चुका है। अब राज्य सरकार ने रावण की मां के प्रत्यावेदन पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करते हुए उनके समयपूर्व रिहाई का फैसला किया है।
रावण को पहले एक नवंबर तक जेल में रहना था लेकिन अब उसे जल्द ही रिहा कर दिया जाएगा। रावण के अलावा दो अन्य आरोपियों सोनू पुत्र नाथीराम और शिवकुमार पुत्र रामदास को भी सरकार ने रिहा करने का फैसला किया है।
तीनों ही लोगों की रिहाई के लिए सहारनपुर के जिलाधिकारी को जरूरी निर्देश दे दिए गए हैं।
बता दें कि बीते साल सहारनपुर में जातीय हिंसा हो गई थी जिसमें एक महीने तक जिले में तनाव रहा था।
भीम आर्मी संगठन के संस्थापक चंद्रशेखर को प्रशासन ने हिंसा का मुख्य आरोपी मानकर उसके खिलाफ कई मामले दर्ज किए गए थे। हिंसा के बाद ही चंद्रशेखर जेल में बंद हैं। डीएम सहारनपुर की रिपोर्ट पर चंद्रशेखर के खिलाफ रासुका लगा दिया गया था जिसे लेकर भीम आर्मी ने विरोध जताया था।
माना जा रहा है कि योगी सरकार ने लोकसभा चुनाव से पहले भीम आर्मी और दलितों की नाराजगी को दूर करने के लिए रावण को समय से पहले रिहा करने का फैसला किया है।attacknews.in