नई दिल्ली 13 अप्रैल । सीबीआई ने आज यहां भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर द्वारा एक 17 वर्षीय लड़की के कथित बलात्कार से संबंधित तीन मामलों में जांच पर कार्रवाई की और उसे पूछताछ के लिए आज हिरासत में ले लिया है ।
जिस एजेंसी ने इस मामले का उल्लेख किया था उसे ही कल फिर से यूपी पुलिस ने एफआइआर दर्ज कर तत्काल कार्रवाई कर दी और चार बार विधायक को पूछताछ के लिए करीब 5 बजे अपने लखनऊ कार्यालय ले आए,सीबीआई अधिकारियों ने कहा कि सेंगर, बाांगरमऊ से विधायक हैं, उन्हें अभी गिरफ्तार नहीं किया गया ।
उन्होंने कहा कि अधिकारियों की एक टीम जेल के अधिकारियों, पुलिस पदाधिकारियों और विधायक के परिवार के सदस्यों के स्थााानों का दौरा करेगी और अपराध मामले की छानबीन करेगी।
पहली प्राथमिकी उस लड़की के कथित बलात्कार से संबंधित है जिसमें सेंगर और एक महिला शशि सिंह को अभियुक्त के रूप में नामित किया गया है ।
दूसरा एक दंगा से संबंधित है, जिसमें चार स्थानीय लोगों को बुक किया गया है, और भी आरोपी की हत्या में पीड़िता के पिता को न्यायिक हिरासत में रखा गया है. चूंकि हत्या का आरोप बाद में पुलिस ने जोड़ दिया था,
तीसरा मामला पीड़िता के पिता के खिलाफ आरोपियों से संबंधित है जिन्हें आर्म्स एक्ट के तहत गिरफ्तार किया गया और स्थानीय पुलिस ने जेल में डाल दिया, जहां वह रहस्यमय ढंग से मौत हो गई. पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार उन्हें भी गंभीर घाव झेलना पड़ा ।
नियमों के अनुसार सीबीआई फिर से जांच-पड़ताल करते हुए राज्य पुलिस की एफआइआर दर्ज कर लेगी लेकिन स्वतंत्रता के समय अपने ही निष्कर्ष पर आ जाती है तो अपनी अंतिम रिपोर्ट में एक विशेष अदालत के समक्ष दायर करेगी . अंतिम रिपोर्ट या तो क्लोजर रिपोर्ट या चार्ज शीट हो सकती है ।
पीड़िता ने आरोप लगाया है कि उसके साथ 4 जून, २०१७ को अपने आवास पर विधायक ने बलात्कार किया था जहां वह नौकरी की मांग करने वाले एक रिश्तेदार के साथ चली गई थी ।
फरवरी में लड़की के परिवार वाले रेप केस में विधायक का नाम शामिल करने की मांग को लेकर कोर्ट चले गए ।
मामला दर्ज करने के बाद पीड़िता के पिता पर इस साल 3 अप्रैल को आर्म्स एक्ट के तहत पुलिस प्रकरण दर्ज किया और 5 अप्रैल को जेल में डाल दिया था ।
शक्तिशाली लोगों से कथित उत्पीडऩ से हताश होकर पीड़िता ने 8 अप्रैल को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आवास के सामने आत्म आत्मदाह का प्रयास किया जो सुर्खियां बनी ।
अगले दिन उसके पिता को उसके शरीर पर गंभीर चोटें आने का हवाला देते हुए पोस्टमार्टम के साथ जेल में मौत हो गई ।
उन्नाव में कथित रूप से बलात्कार मामले में शामिल होने के बांगरमऊ से अपने ही विधायक की शर्मिंदगी का सामना करते हुए राज्य सरकार ने इस मामले को कल केंद्र को संदर्भित किया था। एक दिन पहले इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने मामले में जांच पर अपने आदेश का उल्लेख करते हुए केंद्रीय एजेंसी को सम्बोधित किया था ।
इसके बाद केंद्र ने कल रात सीबीआई को इस मामले पर तत्परता के साथ भी काम करने को कहा । एजेंसी ने आज के शुरुआती घंटों में लखनऊ में गुप्तचरों ने विधायक सेंगर के आवास पर छापा मारा और उसे लखनऊ में अपने कार्यालय में पूछताछ के लिए ले गए ।
चार कार्यकाल के विधायक सेंगर का लखनऊ से लगभग ७० कि. मी., एक अर्द्ध शहरी क्षेत्र में उन्नाव जिले के आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में अच्छा प्रभाव है ।
अपनी मौत से पहले लड़की के पिता का एक कथित वीडियो वायरल हो गया और कई टीवी न्यूज चैनलों द्वारा प्रसारित भी किया गया था ।
वीडियो में उन्होंने आरोप लगाया कि उन्हें निर्दयता से पीटा गया, जिसमें राइफल के बट्ट से मारने के साथ-साथ पुलिस की मौजूदगी में एमएलए के भाई और अन्य ने भी शामिल हुए ।attacknews.in