उन्नाव 08 दिसम्बर ।उत्तर प्रदेश में उन्नाव के बिहार क्षेत्र में रविवार को कड़े सुरक्षा बंदोबस्त के बीच बलात्कार पीड़िता के शव को भू समाधि दे दी गयी।
इस मौके पर योगी सरकार के मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य और कमल रानी वरूण के अलावा मंडलायुक्त मुकेश मेश्राम समेत जिला और पुलिस प्रशासन के आला अधिकारी मौजूद थे। इससे पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को बुलाने की मांग पर अड़े पीड़िता के परिजनों ने शव का अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया था लेकिन बाद में मंडलायुक्त के समझाने मनाने पर वे राजी हो गये।
पीड़िता के शव को गांव के बाहर उसके पुश्तैनी खेत में दादी,दादी की समाधि के बगल में दफनाया गया। इस दौरान बड़ी तादाद में पुलिस बल और कुछ ग्रामीण मौजूद थे। बाद में अंत्येष्टि स्थल पर योगी सरकार के दो मंत्रियों ने भी अपनी उपस्थति दर्ज करायी।
गौरतलब है कि जिले में बिहार थाना क्षेत्र के हिंदूनगर भाटन खेड़ा गांव में बलात्कार की पीड़िता को वहशी दरिंदों ने गुरूवार तड़के उस समय आग के हवाले कर दिया था जब वह अपने वकील से मिलने रायबरेली जाने के लिये घर से रेलवे स्टेशन के लिये निकली थी।
पीड़िता को गंभीर हालत में पहले लखनऊ और बाद में एयरलिफ्ट कर दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां शुक्रवार देर रात उसने अंतिम सांस ली। पीड़िता का शव शनिवार रात दिल्ली से सड़क मार्ग द्वारा उसके पैतृक स्थान उन्नाव लाया गया था। इस मामले में पुलिस ने सभी पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
इससे पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को बुलाने की मांग पर अड़े व्यथित परिजनो को समझाने बुझाने के लिये अधिकारियों को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी।
पीड़िता की बड़ी बहन ने कहा “ मेरी बहन न्याय के लिये लड़ते लड़ते जिंदगी की जंग हार गई। उसका ये हश्र करने वाले राक्षसों की लंका का भी सर्वनाश होगा। मुख्यमंत्री गांव आकर हमारी बात सुने। हमारे परिवार के सदस्यों काे सरकारी नौकरी दी जाये और सभी आरोपियों की फांसी की सजा मिले। मांगे पूरी होने के बाद ही अंतिम संस्कार किया जायेगा।
पीड़िता के चाचा ने कहा कि पुलिस ने न्याय मांगने बिहार थाने गए थे तो पीड़िता के पिता और उन्हे पुलिस ने मारपीट कर भगा दिया। यहां तक कि पीड़िता और उसकी बहन के साथ भी अभद्रता की गयी। उन्होने कहा कि स्थानीय पुलिस आरोपी ग्राम प्रधान पति के इशारे पर नाचती थी।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पीड़िता की मृत्यु पर शोक व्यक्त करते हुये मामले की सुनवाई फास्ट ट्रैक कोर्ट में कराने और आरोपियों काे कड़ी सजा दिलाये जाने का वादा किया।
उन्होने पीडिता के परिजनो को 25 लाख रूपये की अनुग्रह राशि और प्रधानमंत्री आवास दिलाने का भी एलान किया है।
वहीं दूसरी ओर जिंदा जलायी गयी बलात्कार पीड़िता पर भड़के विपक्ष ने शनिवार सुबह से ही सरकार को निशाने पर लिया और राज्य में महिला अपराध पर बढ़ रही घटनाओं की रोकथाम में सरकार को पूरी तरह विफल करार दिया। समाजवादी पार्टी (सपा) और कांग्रेस ने तो इस मुद्दे पर सरकार के सामूहिक इस्तीफे की भी मांग कर डाली।