उज्जैन 28 जुलाई । कोरोना के चलते सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क नहीं का उपयोग नहीं करने वालों के खिलाफ चालानी कार्रवाई प्रशासन द्वारा की जा रही है। इसी का फायदा उठाते हुए एक शातिर युवक ने नगर निगम के फर्जी रसीद कट्टे और पंपलेट छपवालिए थे। लेकिन उसकी योजना सफल होती उसके पहले ही युवक और प्रिंटिंग प्रेस संचालक को पुलिस ने निगमायुक्त के निर्देश पर गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने आरोपियों से पंपलेट और रशीद कट्टे भी जप्त किए हैं।
सीएसपी अरविन्द्र वर्मा ने बताया कि राजस्थान के सांगानेर किंचित पिता कन्हैयालाल ने स्वयं को नगर निगम अधिकारी बताते हुए गुरुनानक मार्केट के पीछे साईं कृपा प्रिंटिंग प्रेस पर 22 जुलाई को 5000 पंपलेट छपवाने थे। पंपलेट नगर निगम से जुड़े हुए थे। जिस पर कोरोना संक्रमण जागरूकता से संबंधित जानकारियां दी गई थी।
इसके अलावा किंचित ने 1000 चालान रसीद के कट्टे भी छपवा आए थे। प्रिंटिंग प्रेस संचालक विकास बे तेरा ने किंचित के झांसे में आकर पंपलेट और रशीद कट्टे छाप दिए। इसके बाद विकास ने उन्हें वाइंडिंग के लिए दिया था। रसीद कट्टे जब बाइंडिंग के लिए पहुंचे तो वहां किसी कर्मचारी ने देख लिया। शंका होने पर कर्मचारी ने इसकी जानकारी नगर निगम सहायक आयुक्त सुबोध जैन को दी।
मामले को गंभीरता से लेते हुए सहायक आयुक्त जैन ने तुरंत इसकी शिकायत माधव नगर थाने में की। जिसके बाद एसआई जितेन्द्रसिंह सौलंकी ने बाइंडिंग वाला और प्रिंटिंग प्रेस संचालक विकास के साथ ही किंचित पिता कन्हैयालाल को हिरासत में ले लिया। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से 5 हजार पंपलेट और रसीद कट्टे जप्त किए हैं।
नगर निगम के रसीद कट्टे अगर आरोपी तक पहुंच जाते तो वह मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं करने वालों के खिलाफ फर्जी कार्रवाई करते हुए उन पर 100 से लेकर 50 हजार रुपए का चालान काट सकता था। लेकिन नगर निगम और पुलिस की सक्रियता के चलते आरोपी अपने मकसद में कामयाब नहीं हो सका।
गौरतलब है कि चालान और जुमार्ने से संबंधित रसीद कट की प्रिंटिंग का काम राजस्व विभाग नगर निगम द्वारा किया जाता है। प्रत्येक रशीद और प्रत्येक कट्टे की एक एक महत्वपूर्ण जानकारियां इंद्राज की जाती है। नगर निगम कर्मचारी ने जब रसीद कट्टे एक आम वाइंडिंग करने वाले के यहां देखे तो उसे शंका हो गई थी। निगम कर्मचारी की जागरूकता के चलते ही आरोपी वारदात करने के पहले ही पकड़ा गया।
नगर निगम विभिन्न प्रकार की वसूली से संबधिंत फर्जी रसीद कट्टे छपने की सूचना मिली थी। जिसकी जानकारी निगमायुक्त को दी गई। उनके निर्देश पर संबंधित आरोपी और प्रिंटिंग प्रेस संचालक के खिलाफ माधवनगर थाने में शिकायत दर्ज करवाई है।थाना प्रभारी प्रेमनारायण शर्मा के अनुसार 2 आरोपियों की गिरफ्तारी हो गई है।