भोपाल, 16 अक्टूबर । मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उज्जैन जिले में कथित तौर पर नशीले पदार्थ के सेवन से हुयीं मौत की घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए आज कहा कि इस घटना के दोषियों को किसी भी कीमत से बख्शा नहीं जाएगा।
आधिकारिक जानकारी के अनुसार श्री चौहान ने उज्जैन की घटना को लेकर यहां एक बैठक ली, जिसमें उन्होंने उज्जैन में कल नशीले पदार्थ के सेवन से हुई मौतों के बाद शासन स्तर पर और स्थानीय प्रशासन द्वारा की गई कार्रवाई की विस्तृत जानकारी ली।
उन्होंने इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि इसके पीछे ज़िम्मेदार लोगों को किसी भी हालत में बख्शा नहीं जाएगा, उनके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि नशे के सौदागरों को मध्यप्रदेश की धरती पर नहीं रहने दिया जाएगा। उन्होंने इस घटना को लेकर अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए हैं, जल्द ही दोषी सलाखों के पीछे होंगे।
श्री चौहान ने कहा कि मौत के सौदागरों को नेस्तनाबूत किया जाये। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मिलावटखोरों के विरुद्ध सख्त एक्शन लिया जाए। किसी भी तरह की मिलावट का मामला हो, दोषी व्यक्ति बचना नहीं चाहिये।
उन्होंने कहा कि आम जनता को बचाने के लिए सभी संबंधित विभाग सतर्क, सजग और सक्रिय रहें। उन्होंने निर्देश दिया है कि उन्हें प्रतिदिन इस दिशा में की गई कार्रवाई की जानकारी दी जाए। किसी भी स्थान पर इस तरह की अवैध गतिविधियों को प्रश्रय न मिले। जो अधिकारी-कर्मचारी ऐसे कार्यों को प्रश्रय देंगे उनके विरुद्ध भी कड़े कदम उठाए जाएं।
उज्जैन में कथित तौर पर नशीले पदार्थ के सेवन से कम से कम 14 लोगों की मृत्यु हो गयी है। इस घटना के मामले की जांच की जा रही है। पुलिस ने इस मामले में कुछ लोगों को हिरासत में भी लिया है। इसके अलावा खाराकुंआ थाना प्रभारी सहित चार पुलिस कर्मचारियों को निलंबित भी किया जा चुका है।
जहरीली शराब के सेवन ने अब तक 12 मौतें
उज्जैन जिले में जहरीली शराब के सेवन से मरने वालों की संख्या बढकर 12 पहुंच गयी। वहीं, पुलिस ने इस मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार किया है तथा कई लोगों को हिरासत में लेकर उनसे पूछताछ की जा रही है।
पुलिस सूत्रों ने आज बताया कि महाकाल थाना क्षेत्र में कल पुलिस ने 55 वर्षीय एवं 40 वर्षीय अज्ञात पुरुष के सार्वजनिक स्थल से शव बरामद किए और 40 वर्षीय जीतू को अधिक शराब पीने के कारण इलाज के लिये अस्पताल में भर्ती किया गया, जहां उसकी बाद में मौत हो गयी है।
पुलिस ने विज्ञप्ति जारी कर बताया कि उज्जैन शहर के खाराकुआ, महाकाल, कोतवाली, जीवाजीगंज के अंतर्गत कुल 12 पुरुषो की संदिग्ध जहरीली शराब पीने से मौत के मामले दर्ज किए हैं। मृतको का पोस्टमार्टम कराये जाने पर प्रथम दृष्टया सस्पेक्टेड टोक्सिन के कारण मृत्यु होना पाया गया।
पुलिस की उक्त मामले में प्रारंभिक जांच में यह तथ्य सामने आये की जहरीली शराब का निर्माण और विक्रय सिकन्दर, युनूस, गब्बर एवं अन्य व्यक्तियों द्वारा गोपनीय रूप से किया जाता था और बाजार से स्प्रिट लाकर झिंझर नामक जहरीली शराब छोटी-छोटी पोलिथीन मे भरकर सेवन के लिए सस्ते दामों में गरीब मजदूर वर्ग के लोगो को विक्रय किया जाता था।
खाराकुआ पुलिस ने आबकारी अधिनियम के तहत आरोपी सिकन्दर, युनुस ,गब्बर एवं अन्य व्यक्तियों के विरुद्ध प्रकरण पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। उनमें से यूनुस को गिरफ्तार कर लिया और अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिये टीम गठित की है।
सम्पूर्ण घटना संवेदनशील होने से और इस प्रकार के जहरीली शराब एवं नशीले पदार्थ के निर्माण और विक्रय के नेटवर्क की पतासाजी की जा रही है।
पुलिस ने फरार आरोपियों पर इनाम उद्घोषणा की गई है और रासुका के अन्तर्गत प्रकरण तैयार किए गए हैं। वहीं, पुलिस ने जिले में शहर और देहात के सभी थानों क्षेत्रों में जहरीली शराब निर्माण एवं विक्रम करने वालों पर बडी कार्रवाई करते हुए आबकारी अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज कर कई लोगों को गिरफ्तार किया है। साथ ही इनके कब्जे से 623 लीटर अवैध शराब भी जब्त की गयी।
पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार सिंह ने इसके पूर्व प्रारंभिक जांच में खाराकुआ थाना के अन्तर्गत जहरीली शराब की विक्रय एवं निर्माण की जानकारी नही होने पर थाना प्रभारी खाराकुआ निरीक्षक एम एल मीना, बीट प्रभारी उपनिरीक्षक निरंजन शर्मा, बीट आरक्षक शेख अनवर एवं आरक्षक नवाज़ शरीफ को निलंबित कर जांच के आदेश दिए।
उज्जैन में डीनेचर स्प्रिट के सेवन से संदिग्ध रूप से हुईं मृत्यु के मामलों की जांच के लिए भेजे गए वरिष्ठ अधिकारियों का एक जांच दल यहां पहुंचा है। जांच दल को 17 अक्टूबर को घटना से संबंधित या स्पिरिट से नशायुक्त पेय एवं अवैध शराब निर्माण के संबंध में गोपनीय जानकारी दी जा सकती है।
राज्य शासन द्वारा गठित जांच दल ने जांच प्रारम्भ की विभिन्न क्षेत्रों का भ्रमण कर निरीक्षण किया
इधर उज्जैन में संदिग्ध रूप से डिनेचर्ड स्पिरिट के सेवन से मृत 12 व्यक्तियों के प्रकरण की जांच करने के लिये राज्य शासन द्वारा उच्च स्तरीय जांच दल गठित किया गया है।
जांच दल में अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ.राजेश राजौरा के साथ अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक श्री एसके झा एवं पुलिस उप महानिरीक्षक श्री सुशांत सक्सेना को रखा गया है।
गठित जांच दल ने आज 16 अक्टूबर को जांच प्रारम्भ कर दी है । जांच दल ने आज उज्जैन के छत्रीचौक, रीगज टॉकीज, खाराकुआ थाना एवं विभिन्न रैन बसेरों में जाकर मौके का मुआयना किया व पूछताछ की।
इस अवसर पर कलेक्टर श्री आशीष सिंह एवं पुलिस अधीक्षक श्री मनोज सिंह भी मौजूद थे।