अगरतला 9 मार्च। त्रिपुरा में 25 साल पुरानी माणिक सरकार के साम्राज्य में सेंध लगाने वाली बीजेपी ने त्रिपुरा में अपने सीएम की ताजपोशी को ऐतिहासिक बना दिया.
बिप्लब देब के ऐतिहासिक शपथग्रहण समारोह के लिए अगरतला में देश की सबसे बड़ी वीआईपी गैदरिंग हुई.
प्रधानमंत्री मोदी, राजनाथ सिहं, एल.के. आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, अमित शाह समेत 13 बीजेपी शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने शिरकत की. इसके अलावा 11 केन्द्रीय मंत्रियो और 350 वीआईपी इक्ट्ठा हुए. देश-विदेश से करीब 200 मीडियाकर्मी भी इस समारोह का हिस्सा बने.
एटीएस के मुताबिक अगरतला एयरपोर्ट पर कुल 35 एयरक्राफ्ट का जमावड़ा हुआ जिनमें से कुछ को सिल्चर, गुवाहटी और कलकत्ता एयरपोर्ट पर पार्किंग के लिए भेजा गया. रिकॉड्स के मुताबिक ये समारोह देश का सबसे बड़ा शपथग्रहण समारोह है.
त्रिपुरा में बीजेपी को भारी बहुमत मिलने के साथ ही बिप्लब देब ने आज शुक्रवार को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली.
शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के साथ-साथ, लाल कृष्ण आडवाणी,मुरली मनोहर जोशी व गृहमंत्री राजनाथ सिंह भी मौजूद थे. बीजेपी नेता जिश्नू देब्बाराम बर्मन ने उप मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. देब्बाराम अभी तक विधायक के रूप में चुने नहीं गए हैं क्योंकि चारिलम (अनुसूचित जनजाति सीट) विधानसभा क्षेत्र में सीपीएम उम्मीदवार राम नारायण देब्बाराम की मौत 11 फरवरी को चुनाव प्रचार के दौरान दिल का दौरा पड़ने से हो गई थी. इस सीट के लिए चुनाव 12 मार्च को होंगे.
बीजेपी ने 2013 में जिस तरह जीरो से 43 सीटों का सफर तय किया है वो बीजेपी की रणनीतिक सफलता को दिखाता है.
48 वर्षीय बिप्लब देब ने 6 मार्च को गवर्नर तथागत राय के पास सरकार बनाने का दावा किया था. देब एक लंबे समय तक आरएसएस के कार्यकर्ता रहे हैं. नॉर्थ ईस्ट के सभी बीजेपी शासित राज्य के मुख्यमंत्री व बीजेपी पार्लियामेंट्री कमेटी के सदस्य भी यहां मौजूद रहे.
बीजेपी ने आईपीएफटी के साथ मिलकर चुनाव लड़ा था.
बता दें कि 60 सदस्यीय विधानसभा में बीजेपी को 35 और आईपीएफटी को 8 सीटें मिलीं थी.
आईपीएफटी के अध्य़क्ष एऩसी देब्बाराम ने कहा कि पार्टी के दो मंत्री होंगे.
माणिक सरकार भी रहे मौजूदः
त्रिपुरा के भूतपूर्व मुख्यमंत्री माणिक सरकार व उनकी सरकार में मंत्री रहे नेता भी शपथ ग्रहण समारोह में मौजूद रहे. लेकिन चुनावों के बाद हुई हिंसा को लेकर अपना विरोध प्रकट करने को लेकर लेफ्ट के दूसरे नेताओं ने इसमें हिस्सा नहीं लिया.
त्रिपुरा में आज से भगवा राज शुरू हो गया। अगतला के असम राइफल्स मैदान में बिप्लब देब ने त्रिपुरा के मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली। इसी के साथ पूर्वोत्तर राज्य में बीजेपी की पहली सरकार का आगाज हुआ।
इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि आज का दिन त्रिपुरा के लिए दिवाली का दिन है। उन्होंने कहा कि त्रिपुरा की विकास यात्रा में अब दिल्ली साथ रहेगी।
मोदी ने कहा कि अब तक त्रिपुरा जितनी बार देश के प्रधानमंत्री नहीं आए उससे ज्यादा बार वह अब तक यहां पर आ चुके हैं।
आइये जानते है सीएम बिप्लब देव के मंत्रिमंडल में में शामिल चेहरे-
1-जिष्णु देव
बिप्लब देब के साथ ही जिष्णु देव ने भी मंत्री पद की शपथ ली। 15 मार्च को चारिलाम सीट से चुनाव लड़ेंगे जिष्णु देव। वह फिलहाल बीजेपी की विधायक नहीं है। वे आदिवासी समुदाय से ताल्लुक रखते हैं और जनजाति मोर्चा के सह-संयोजक है।
2-एनसी देबबर्मा
प्रदेश के बड़े आदिवासी नेता माने जाते हैं। विधानसभा चुनाव में बड़े अंतर से जीत दर्ज की है। वह त्रिपुरा में ऑल इंडिया रेडियो में भी काम कर चुके हैं।
3-रतनलाल
रतनलाल विधानसभा स्पीकर रेस में सबसे आगे। 5वीं बार विधायक बने है रतनलाल। इससे पहले 4 बार कांग्रेस टिकट पर विधायक चुने गए हैं रतनलाल। वे
दमदार और साफ सुथरी छवि के नेता माने जाते हैं।
4-सुदीप रॉय बर्मन
कांग्रेस छोड़ने के बाद पहले सुदीप रॉय तृणमूल कांग्रेस में शामिल हुए और उसके बाद वह बीजेपी में आए। सुदीप रॉय कांगेस के प्रदेश अध्यक्ष रह चुके हैं। वह त्रिपुरा विधानसभा में विपक्ष के नेता रह चुके हैं
5-मनोज कांति देब
मनोज कांति देब को भी बिप्लब सरकार में शामिल किया गया है। वह विधानसभा चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस का हाथ छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए थे।
6-मोवाड़ जमातिया
विधानसभा चुनाव में बड़े अंतर से जीत दर्ज की है। आईपीएफटी के जनरल सेक्रेटरी और विधायक हैं। सरेंडर के बीद आईपीएफटी का दामन थामा। वे पूर्व में उग्रवादी संगठन से जुड़े थे।
7-संताना चकमा
चकमा जनजाति में अच्छी पकड़ होने की वजह से टिकट उन्हें दिया गया। लंबे समय तक चकमा जनजाति के लिए काम किया। त्रिपुरा में मजबूत मानी जानेवाली चकमा जनजाति में उनकी अच्छी पकड़ मानी जाती है।attacknews.in