चेन्नई, 14 जून । अन्नाद्रमुक ने सोमवार को कहा कि पार्टी से निष्कासित अंतरिम महासचिव वी के शशिकला के पार्टी पर कब्जा करने के मंसूबे कामयाब नहीं होने दिए जाएंगे।
अन्नाद्रमुक ने इसी के साथ ही सुश्री शशिकला के संपर्क में रहने वाले 17 पार्टी कार्यकर्ताओं को दल से निकाल दिया है
अन्नाद्रमुक ने पार्टी से बाहर की गयीं वी के शशिकला से किसी भी तरह का संवाद करने वाले नेताओं को अनुशासनात्मक कार्रवाई के प्रति सोमवार को चेताया। इसके साथ ही अन्नाद्रमुक ने प्रवक्ता वी पुगाझेंधी समेत 17 सदस्यों को पार्टी से निष्कासित कर दिया है।
पार्टी से बाहर किए गए नेताओं के बारे में बताया जाता है कि उन्होंने पूर्व अंतरिम महासचिव वी के शशिकला से बात की थी।
चेन्नई में अन्नाद्रमुक मुख्यालय में पार्टी के विधायकों की बैठक की गयी। इसमें सर्वसम्मति से एक प्रस्ताव पारित कर कड़ी कार्रवाई के प्रति चेताया गया और पार्टी के समन्वयक ओ पनीरसेल्वम को विधानसभा में विपक्ष का उप नेता चुना गया। अन्नाद्रमुक के सह-समन्वयक और पूर्व मुख्यमंत्री के पलानीस्वामी को 10 जून को विपक्ष का नेता चुना गया था।
करीब तीन घंटे तक चली बैठक में अन्नाद्रमुक के विधायकों ने सोशल मीडिया पर शशिकला और अन्नाद्रमुक के कार्यकर्ताओं से जुड़े ‘लीक फोन कॉल’ मुद्दे पर विस्तृत विचार-विमर्श किया। शशिकला ने कथित तौर पर कहा था कि वह निकट भविष्य में पार्टी में वापसी करेंगी।
पार्टी के कार्यकर्ताओं के साथ शशिकला की टेलीफोन पर हुई बातचीत को ‘‘नौटंकी’’ बताते हुए अन्नाद्रमुक ने कहा कि पार्टी ‘‘एक परिवार की महत्वाकांक्षा’’ के लिए बर्बाद नहीं हो सकती।
प्रस्ताव में कहा गया, ‘‘हमने जयललिता का कार्यकाल पूरा करते हुए उन लोगों के मंसूबे पर पानी फेर दिया जो सोच रहे थे कि (जयललिता के निधन के बाद) तमिलनाडु में अराजकता फैल जाएगी। अन्नाद्रमुक गठबंधन ने सभी साजिशों को नाकाम करते हुए और लोगों के समर्थन से 75 सीटों पर जीत हासिल की।’’
इसमें कहा गया, ‘‘वह (शशिकला)’ पार्टी पर कब्जा करना चाहती हैं और कुछ लोगों से बात कर नौटंकी कर रही हैं।’’ बाद में एक बयान में अन्नाद्रमुक ने पार्टी विरोधी गतिविधियों के लिए 17 कार्यकर्ताओं को निष्कासित करने की घोषणा की।