चेन्नई 18 जनवरी। अभिनेता रजनीकांत ( #rajnikanth) के राजनीति में प्रवेश नहीं करने के फैसले पर पुनर्विचार से इंकार किये जाने के बाद रजनी मक्कल मंदरम(आरएमएम) ने सोमवार को कहा कि संगठन के सदस्य अपनी इच्छानुसार किसी राजनीतिक दल में शामिल होने के लिए मुक्त हैं।
आरएमएम प्रशासक वी एम सुधाकर ने यहां एक बयान में कहा कि सदस्य आरएमएम छोड़ने के बाद अन्य राजनीतिक दल में शामिल होने के लिए स्वतंत्र हैं।
उन्होंने हालांकि यह भी कहा कि सदस्य अगर दूसरे राजनीतिक दल में जाते हैं तो भी उन्हें यह नहीं भूलना चाहिए कि रजनीकांत के प्रशंसक आरएमएम के सदस्य थे।
उल्लेखनीय है कि राजनीति में प्रवेश तथा 2021 में नये राजनीतिक दल का गठन किये जाने की घोषणा के बाद रजनीकांत ने अप्रत्याशित रूप से यू-टर्न लिया और अपने स्वास्थ्य एवं कोरोना महामारी के परिप्रेक्ष्य में राजनीतिक दल नहीं बनाने की बात कही। उनके प्रशंसकों ने विरोध जताते हुए अभिनेता से अपने फैसले पर पुनर्विचार करने का आग्रह किया , लेकिन निर्णय पर अडिग रजनीकांत ने उनसे ऐसे विरोध अथवा प्रदर्शन न करने की अपील की है।
अपने निर्णय पर पुनर्विचार से रजनीकांत का इंकार
इससे पहले चेन्नई में 11 जनवरी को दक्षिण भारतीय फिल्मों के सुपरस्टार रजनीकांत ने अपने प्रशंसकों से विनम्रतापूर्वक अपील की कि वे राजनीति में प्रवेश नहीं करने के निर्णय पर उनसे पुनर्विचार करने की बात कर उन्हें दुखी ना करें।
रजनीकांत ने अपने ट्विटर पेज पर किये पोस्ट में राजनीति में प्रवेश नहीं करने के अपने निर्णय पर पुनर्विचार करने से साफ इंकार किया है।
उन्होंने दोहराया कि उन्होंने अपने स्वास्थ्य की स्थिति और कोरोना वायरस महामारी के कारण राजनीति में शामिल नहीं होने का निर्णय लिया है।
राजनीति में प्रवेश नहीं करने के निर्णय के विरोध में अपनी पार्टी रजनी मक्कल मंद्रम (आरएमएम) के कुछ निष्कासित सदस्यों और अन्य की ओर से किये गये प्रदर्शन की चर्चा करते हुए रजनीकांत ने कहा कि उन्होंने पहले ही विस्तार से कारण बता दिया था कि वह राजनीति में क्यों नहीं प्रवेश कर सकते तथा अपने निर्णय से अवगत करा दिया था।
उन्होंने कहा,“इसके बाद भी मुझसे मेरे निर्णय पर पुनर्विचार करने और राजनीति में प्रवेश करने के लिए दबाव बनाने के लिए ऐसे विरोध प्रदर्शनों का आयोजन कर मुझे आगे दुखी ना करें।”
रजनीकांत ने गरिमा और अनुशासन बनाये रखकर विरोध प्रदर्शन करने वालों की तारीफ करते हुए कहा कि यह दुखद है कि हाईकमान के आदेशों का उल्लंघन कर ऐसे विरोध प्रदर्शन किये गये।
गौरतलब है कि रजनीकांत ने 29 दिसंबर 2020 को घोषणा की थी कि वह राजनीति में प्रवेश नहीं करेंगे और राजनीतिक पार्टी की शुरूआत नहीं करेंगे। उन्हाेंने इसका कारण अपनी स्वास्थ्य की स्थिति, वैश्विक महामारी कोरोना वायरस और ब्रिटेन में सामने आये कोरोना वायरस के नये स्वरूप को बताया था।
इससे पहले वर्ष 2018 के नव वर्ष के मौके पर रजनीकांत ने राजनीति में प्रवेश की पुष्टि की थी और कहा था कि 2021 में होने वाले विधानसभा चुनाव से पूर्व अपनी राजनीतिक पार्टी की शुरूआत करेंगे तथा तमिलनाडु की सभी 234 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे।
बहरहाल रजनीकांत ने अपने सभी पुरानी घोषणाओं से पीछे हट कर राजनीति में प्रवेश नहीं करने का फैसला किया है।