चीन स्थित ‘वुहान इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी’ में काम करने वाले वैज्ञानिक एंड्रयू हफ का दावा: कोविड-19 एक मानव निर्मित वायरस है, जो WIV से लीक हो गया था attacknews.in

अमेरिका का पैसा और सिक्योरिटी, चीन का लैब… ऐसे लीक हुआ कोरोना: वैज्ञानिक का खुलासा


बीजिंग 5 दिसम्बर । कोरोना की उत्पत्ति को लेकर तरह-तरह के दावे किए जाते रहे हैं। कई इसे जीव-जनित बताते हैं तो कई लोगों का मानना है कि यह चीन स्थित वुहान इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (WIV) से लीक हुआ था। अब इस दावे को और बल मिल रहा है। यहाँ काम कर चुके एक वैज्ञानिक ने इस संबंध में एक अहम खुलासा किया है।

अंतरराष्ट्रीय मीडिया संस्थान ‘द सन’ की रिपोर्ट के मुताबिक, चीन स्थित ‘वुहान इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी’ में काम करने वाले वैज्ञानिक एंड्रयू हफ का दावा है कि कोविड-19 एक मानव निर्मित वायरस है, जो WIV से लीक हो गया था।

एंड्रयू हफ ने वायरस का अध्ययन करने वाले न्यूयॉर्क स्थित एक गैर-लाभकारी संस्था के लिए भी काम किया है।

उन्होंने कहा कि कोविड को ढाई साल से पहले चीन में वुहान इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी से लीक किया गया। हफ ने इसे 9/11 के बाद की सबसे बड़ी अमेरिकी खुफिया विफलता बताया और इसके लिए अधिकारियों को दोषी ठहराया। यह प्रयोगशाला कोविड की उत्पत्ति के बारे में बहस के केंद्र रहा है।

हालाँकि, चीन के सरकारी अधिकारियों और प्रयोगशाला कर्मियों ने हमेशा इससे इनकार किया है कि वायरस लैब से लीक हुआ था।

महामारी वैज्ञानिक हफ ने अपनी नई पुस्तक ‘द ट्रूथ अबाउट वुहान’ में कहा कि चीन में कोरोना वायरस अमेरिकी सरकार के वित्त पोषण का परिणाम था।

उन्होंने कहा कि चीन में एक्सपेरिमेंट को LAX सुरक्षा के साथ किया गया, जिसके कारण वुहान लैब में लीक हुआ। ‘लॉस एंजिल्स एयरपोर्ट सिक्योरिटी (LAX सुरक्षा)’ लॉस एंजिल्स एयरपोर्ट पुलिस का एक प्रभाग है।

उन्होंने अपनी पुस्तक में कहा, “विदेशी प्रयोगशालाओं में बायो-सेफ्टी (खतरनाक रोगाणुओं से निपटने के उपाय), बायो-सिक्योरिटी (वायरस के प्रसार को रोकना) और को सुनिश्चित करने और जोखिम प्रबंधन के लिए जरूरी तैयारियाँ नहीं की गई थीं। अंततः यही चीजें WIV से वायरस लीक होने का कारण बनीं।

पिछले दो वर्षों में लगातार ऐसे सबूत सामने आए हैं जिससे पता चलता है कि वायरस लैब से लीक हो गया था।

हफ ‘इकोहेल्थ एलायंस’ के एक पूर्व उपाध्यक्ष हैं, जो न्यूयॉर्क स्थित एक गैर-लाभकारी समूह है। ये अमेरिका के ‘नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ (NIH)’ के साथ एक दशक से अधिक समय से चमगादड़ों में अलग-अलग कोरोना वायरस का अध्ययन कर रहा है और इस संस्था ने वुहान लैब से भी घनिष्ठ संबंध बनाए थे।

वैज्ञानिक हफ ने लिखा, “चीन पहले दिन से यह जानता था कि कोरोना वायरस को जेनेटिक इंजीनियरिंग के माध्यम से बनाया गया था। इसका जिम्मेदार अमेरिका को ठहराया जाना चाहिए, क्योंकि बायोटेक्नोलॉजी की ये तकनीक उसी ने चीन को दी थी।”

बता दें कि ‘जेनेटिक इंजिनयरिंग’ के माध्यम से किसी जीव के जीन्स में छेड़छाड़ कर के उसके स्वभाव को बदला जा सकता है।

भारत ने कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई को और मजबूत करते हुए, एक दिन में कोवोवैक्स, कोर्बेवैक्स टीके और दवा ‘मोलनुपिराविर’ को आपात स्थिति में उपयोग की अनुमति दी attacknews.in

नयी दिल्ली, 28 दिसंबर । प्रमुख वैक्सीन कंपनी सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) ने मंगलवार को कहा कि कोविड-19 के टीके ‘कोवोवैक्स’ को मंजूरी मिलने से पूरे भारत के साथ ही टीकाकरण की रफ्तार तेज होगी।

एसआईआई के सीईओ अदर पूनावाला ने एक बयान में कहा, ‘‘डीसीजीआई द्वारा कोवोवैक्स को मिली मंजूरी से भारत और निम्न तथा मध्यम आय वर्ग के देशों में टीकाकरण के हमारे प्रयासों में मजबूती आएगी। हमें गर्व है कि 90 प्रतिशत असर के साथ हम अत्यधिक प्रभावी प्रोटीन आधारित कोविड-19 वैक्सीन मुहैया करा रहे हैं।’’

भारत की कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई को व्यापक करते हुए केन्द्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) ने एसआईआई के कोविड-19 रोधी टीके ‘कोवोवैक्स’ और बायोलॉजिकल ई कम्पनी के टीके ‘कोर्बेवैक्स’ को कुछ शर्तों के साथ आपात स्थिति में उपयोग की अनुमति दे दी है।

केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने केन्द्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) की कोविड-19 संबंधी विषय विशेषज्ञ समिति (एसईसी) द्वारा ‘कोवोवैक्स’ और ‘कोर्बेवैक्स’ को कुछ शर्तों के साथ आपात स्थिति में उपयोग की अनुमति देने की सिफारिश किए जाने के एक दिन बाद यह घोषणा की।

मांडविया ने ट्वीट किया, ‘‘मुबारक हो भारत। कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई को और मजबूत करते हुए, केन्द्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) ने एक दिन में तीन स्वीकृति दी हैं… कोवोवैक्स, कोर्बेवैक्स टीके और दवा ‘मोलनुपिराविर’ को कुछ शर्तों के साथ आपात स्थिति में उपयोग की अनुमति दे दी है।’’

इस मंजूरी के साथ, देश में आपात स्थिति में उपयोग होने वाले कोविड-19 रोधी टीकों की संख्या बढ़कर आठ हो गई है।

उन्होंने कहा कि कोवोवैक्स का निर्माण पुणे के ‘सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया’ में ही किया जाएगा।

नव वर्ष से पहले ‘ओमीक्रोन’ के कारण कुछ देशों ने लगाए प्रतिबंध;ऑस्ट्रेलिया के दो राज्यों में कोविड-19 के एक दिन में रिकॉर्ड नए मामले attacknews.in

ब्रसेल्स/सिडनी , 28 दिसंबर (एपी) नव वर्ष से पहले कोरोना वायरस का नया स्वरूप ‘ओमीक्रोन’ लोगों को हतोत्साहित कर रहा है और इससे निपटने के लिए देश अलग-अलग कदम उठा रहे हैं। कुछ देशों ने पाबंदियों को तुरंत फिर से लागू कर दिया है और कुछ देश लोगों के जश्न का मजा किरकिरा करने से हिचकिचा रहे हैं।

ब्रिटेन में ‘ओमीक्रोन’ के कारण संक्रमण के मामले लगातार बढ़ रहे हैं और उनके स्वास्थ्य मंत्री साजिद जावेद ने सोमवार को कहा कि इंग्लैंड में नव वर्ष से पहले कोई अन्य पाबंदियां लागू नहीं की जाएंगी। हालांकि, इंग्लैंड में रोजाना करीब 1,00,000 मामले सामने आ रहे हैं और अस्पताल लगभग 70 प्रतिशत से अधिक भरे हैं।

जावेद ने कहा, ‘‘ नव वर्ष के बाद हम देखेंगे कि अन्य नियम लागू करने की जरूरत है या नहीं, लेकिन तब तक कम से कम अन्य पाबंदियां नहीं लगाई जाएंगी।’’

वहीं, ब्रिटेन में अन्य जगहों स्कॉटलैंड, नदर्न आयरलैंड और वेल्स में नाइट क्लब को बंद करने का आदेश दिया गया और अन्य समारोहों पर प्रतिबंध लगा दिया गया है, जिससे देश में संकट से निपटने की अलग-अलग रणनीतियां नजर आ रही है।

इस बीच, नीदरलैंड ने पहले ही सभी गैर-आवश्यक दुकानों, रेस्तरां और बार को बंद कर दिया है और स्कूल की छुट्टियां बढ़ा दी हैं। सोमवार से जारी किए गए नए नियमों के अनुसार, बड़े समूहों के साथ खरीदारी पर प्रतिबंध लगा दिया गया, सिनेमाघरों को बंद करने का आदेश दिया गया और संगीत समारोहों पर भी प्रतिबंध है।

वहीं, फ्रांस के प्रधानमंत्री ज्यां कास्टेक्स ने बताया कि अगले सप्ताह से बंद केन्द्रों में आयोजित होने वाले कार्यक्रमों में दो हजार और खुले में आयोजित होने वाले कार्यक्रमों में पांच हजार लोग ही शामिल हो पाएंगे। संगीत समारोहों के दौरान लोगों से अपनी जगह पर बैठे रहने की अपील की गई है। बार में लोगों के खड़े होने की भी अनुमति नहीं होगी। सिनेमाघरों, खेल केन्द्रों और सार्वजनिक परिवहनों में खाने और पीने की सुविधाओं पर प्रतिबंध होगा। अगर संभव हो तो सप्ताह में तीन दिन घर से कार्य करने की सलाह दी गई है। ये नए नियम कम से कम तीन सप्ताह तक लागू रहेंगे। फ्रांस में एक दिन में सर्वाधिक 1,00,000 से अधिक संक्रमण के मामले सामने आने के बाद यह कदम उठाया गया है।

अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन का प्रशासन टीकाकरण, ‘बूस्टर’ खुराक और त्वरित जांच पर जोर दे रहा है। वहीं, न्यूयॉर्क शहर में लगभग सभी व्यवसायों (बड़े तथा छोटे) को कार्यस्थल पर उन कर्मचारियों को प्रतिबंधित करने को कहा है, जिन्होंने टीके नहीं लगवाए हैं। यह नियम सोमवार से लागू हुआ।

अमेरिका में संक्रामक रोग के शीर्ष विशेषज्ञ डॉक्टर एंथनी फाउची का कहना है कि ‘‘स्थिति बेहतर होने से पहले बदतर होगी’’ और अमेरिका को घरेलू उड़ानों के यात्रियों के लिए भी टीकाकरण अनिवार्य करने पर विचार करना चाहिए।

फाउची ने ‘एमएसएनबीसी’ से कहा, ‘‘जब आप टीकाकरण को अनिवार्य बनाते हैं, तो इससे अधिक लोगों को टीका लगवाने के लिए प्रोत्साहन मिलता है।’’

यूनान में, अधिकारियों ने अतिरिक्त प्रतिबंधों की घोषणा की है। स्वास्थ्य मंत्री थानोस प्लेवरिस ने कहा कि तीन जनवरी से सुपरमार्केट और सार्वजनिक परिवहन पर ‘हाई-प्रोटेक्शन’ या ‘डबल मास्क’ लगाना अनिवार्य होगा। मनोरंजन स्थल आधी रात को बंद हो जाएंगे और फुटबॉल स्टेडियम में दर्शकों की क्षमता को घटाकर 10 प्रतिशत कर दिया जाएगा।

यूरोप के अन्य हिस्सों में हालांकि कड़े प्रतिबंध लगाने को लेकर हिचक दिखी। पोलैंड में नव वर्ष की पूर्व संध्या पर नाइट क्लब खुले रहेंगे।

वहीं, रूस में भी मामूली प्रतिबंध ही लगाए गए है। हालांकि, नए साल की पूर्व संध्या से शुरू होने वाले 10 दिनों के अवकाश की अवधि के दौरान कई सावधानियां बरती जाएंगी। रूस भी कोई अतिरिक्त यात्रा प्रतिबंध नहीं लगाएगा। बेल्जियम में, सिनेमाघर और कला केन्द्रों को बंद किया गया है।

ऑस्ट्रेलिया के दो राज्यों में कोविड-19 के एक दिन में रिकॉर्ड नए मामले

ऑस्ट्रेलिया के विक्टोरिया और क्वींसलैंड राज्यों में मंगलवार को कोरोना वायरस संक्रमण के रिकॉर्ड नए मामले सामने आए। संक्रमण के मामलों में वृद्धि के चलते जांच केंद्रों पर दबाव के कारण रैपिड एंटीजन जांच का व्यापक इस्तेमाल करने की अपील की गयी है।

क्वींसलैंड राज्य में 1,158 मामले सामने आए जो राज्य में पहली बार एक दिन में 1,000 से अधिक मामले हैं लेकिन अस्पताल में भर्ती होने वाले मरीजों की संख्या अब भी कम है। राज्य में कोविड-19 के 4,000 से अधिक उपचाराधीन मरीज हैं जिनमें से 257 मामले ओमीक्रोन स्वरूप के हैं।

राज्य के स्वास्थ्य मंत्री येत्ते दाथ ने मंगलवार को कहा कि राज्य के बाहर के यात्रियों को क्वींसलैंड में पहुंचने के पांच दिन बाद पीसीआर जांच कराने की आवश्यकता नहीं होगी। हाल में राज्य में हजारों लोगों में से केवल 0.6 प्रतिशत ही पांचवें दिन संक्रमित पाए गए हैं।

विक्टोरिया राज्य में मंगलवार को संक्रमण के 2,738 नए मामले आए जो अक्टूबर मध्य में आए 2,297 मामलों से अधिक हैं।

ऑस्ट्रेलिया के सबसे घनी आबादी वाले राज्य न्यू साउथ वेल्स में संक्रमण के मामलों में थोड़ी कमी देखी गयी है लेकिन यह क्रिसमस के आसपास जांच कम होने के कारण हो सकता है। राज्य में मंगलवार को संक्रमण के 6,062 नए मामले आए।

केरल में जानलेवा बना कोरोना;24 घंटे में 384 मरीजों ने दम तोड़ा,देशभर में कोरोना संक्रमण से करीब 500 मरीजों की मौत attacknews.in

नयी दिल्ली, 26 नवंबर । देश में पिछले 24 घंटे में कोरोना संक्रमण से ठीक होने वाले मरीजों की अपेक्षा नए मामलों में वृद्धि से सक्रिय मामलों में बढ़ातरी हुई है, जबकि इस दौरान इस महामारी से करीब 500 और लोगों ने दम तोड़ा दिया।

देश में गुरुवार देर रात तक कोरोना संक्रमण के 10549 नए मामले दर्ज करने के साथ संक्रमिताें की कुल संख्या बढ़कर तीन करोड़ 45 लाख 55 हजार 431 हो गई है। इस दौरान 83 लाख 88 हजार 824 लोगों को कोरोना के टीके लगाये गये और अब तक एक अरब 20 करोड़ 27 लाख तीन हजार 659 लोगों का टीकाकरण किया जा चुका है।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से शुक्रवार सुबह जारी आंकड़ों के अनुसार, देश में पिछले 24 घंटों में 9868 मरीजों के स्वस्थ होने के साथ ही महामारी को मात देने वालों की संख्या बढ़कर तीन करोड़ 39 लाख 77 हजार 830 हो गयी है।

इस अवधि में सक्रिय मामलों में 193 की वृद्धि देखी गई है, जिसके साथ ही अब कुल सक्रिय मामलों की संख्या 110133 हो गई है। देश में पिछले 24 घंटों के दौरान इस जानलेवा वायरस के संक्रमण से 488 और मरीजों की मौत हो गयी। इसके साथ ही मृतकों का आंकड़ा बढ़कर चार लाख 67 हजार 468 हो गया है।
देश में सक्रिय मामलों की दर 0.32 फीसदी, रिकवरी दर 98.33 फीसदी और मृत्यु दर 1.35 फीसदी है।

देश में केरल में सक्रिय मामले अभी भी सर्वाधिक हैं। यहां सक्रिय मामलों की संख्या 509 के साथ बढ़कर 52452 तक पहुंच गयी है। राज्य में 5094 मरीजों के स्वस्थ होने से कोरोनामुक्त होने वालों की तादाद बढ़कर 5028752 हो गयी है। इसी अवधि में 384 मरीजों की मौत होने से मृतकों की संख्या बढ़कर 38737 हो गयी है। केरल में पिछले 24 घंटे में देश में इस जानलेवा वायरस से मरने वालों की संख्या सबसे ऊपर है।

महाराष्ट्र में सक्रिय मामले 176 घटने से इनकी कुल संख्या घटकर 12852 रह गयी है जबकि 50 और मरीजों की मौत होने से मृतकों की संख्या बढ़कर 140857 हो गयी है। वहीं कोरोनामुक्त होने वालों की संख्या 974 घटकर 6479396 रह गयी है।

उत्तरप्रदेश की मेडिकल यूनिवर्सिटी जल्द ही देने जा रही है कोरोना की आयुर्वेदिक दवा, परीक्षण में सफलता मिलने के बाद अंतिम परीक्षण पर हो रहा है काम attacknews.in

इटावा, 03 जून । उत्तर प्रदेश मे इटावा जिले की सैफई मेडिकल यूनीवसिर्टी के कुलपति प्रो.राजकुमार ने दावा किया है कि संस्थान में कोविड-19 की आयुर्वेदिक दवा पर शोध अंतिम मुकाम पर है और इसे जल्द सार्वजनिक किया जायेगा।

जाने माने न्यूरोलाजिस्ट प्रो.राजकुमार ने कहा देश में कोविड-19 का पहला मामला आने के बाद से ही संस्थान ने एक टीम गठित कर इस पर अध्ययन शुरू कर दिया था कि कोरोना शरीर में किन-किन हिस्सों को प्रभावित करता है और इसके क्या क्या प्रभाव हो सकते है, जिसके कारण रोगी की मृत्यु हो सकती है। इसके बाद उन दवाओं का अध्ययन करना शुरू किया जो प्रभावित अंगों पर काम करती है और उनको चिन्हित किया। उसके बाद चिन्हित दवाओं के बारे मे जानकारियां एकत्रित की।

उन्होने कहा “ संस्थान में आये 103 रोगियों में से हमने 20 रोगी ऐसे चिन्हित किये जिनको हम वो दवायें दे सकते थे । रोगियों को दवा देने से पहले सभी औपचारिता पूर्ण करते हुए उनका इलाज आरम्भ किया और पांच से छह दिन वह पूर्ण रूप से स्वस्थ्य हो गये। पूर्ण रूप से आयुर्वेद पर आधारित औषधि के साथ कोरोना संक्रमितो को लेकर पायलट स्टडी की गई है। अभी तक के नतीजे उत्साहवर्धक है। 20 संक्रमित मरीजों पर दवा का अध्ययन सफल भी हुआ है लेकिन कुछ समय अभी और इंतजार करना होगा क्योंकि जो रिर्चस पेपर तैयार हुए है उन पर कमेंट आ जायेगे उसके बाद सब कुछ करीब करीब फाइनल हो जायेगा । ”

चिकित्सक ने कहा “ हम इस शोध को बडे पैमाने पर करके इसके आंकड़ों का अध्ययन करेगें। शोध के तीसरे स्तर पर हम इसका रैन्डमाइज्ड प्रयोग करेगे। मतलब हम कुछ मरीजों को यह दवा देगें और कुछ को अन्य दवाओं के माध्यम से उपचारित करेगें और शोध के अन्तिम चरण के आंकड़ों और प्रभावों का अध्ययन करेगें, जो कि शतप् रतिशत सही होते है, तो हमें पता चलेगा कि हमारे शोध किस दिशा में है। इसके साथ ही हम अपने शोध को शोध पत्रिका में प्रकाशन के लिये देंगे जिससे दुनिया के अन्य देशो के चिकित्सक और शोधकर्ता भी अपने अपने सुझाव देगें और हमे इसे और अधिक बेहतर बनाने में मदद मिलेगी।”

एक सवाल के जवाब मे प्रो राजकुमार ने कहा कि कोविड-19 को लेकर अमेरिका और यूरोप के मुकाबले भारत में स्थिति अधिक नियन्त्रण में है जिसके कई कारण है । इसमें सबसे पहला कारण है कि हमारे देश में पहले से ही बीसीजी का टीकाकरण हो रहा है जो एक यूनिवर्सल प्रोग्राम के तहत पूरे देश में किया जाता है। यह टीका सिर्फ टी. वी. (क्षयरोग) के लिए प्रयोग नही किया जाता है बल्कि हिट्रोलोगस प्रतिरोधकता प्रदान करता है।

दूसरी तरफ देश की 40 प्रतिशत आबादी दैनिक कामगार है, जो कि मेहनत मजदूरी करके अपना भरण पोषण करते है। इनकी भी रोग प्रतिरोधकता बहुत अच्छी होती है। तीसरी बात हमारा देश विविध जलवायु का है जिसके करण भी हमारे देश में इसका प्रसार नही हुआ है। उन्होने कहा “ मेरा मानना है कि जैसे- जैसे गर्मी के साथ-साथ आर्द्रता बढेगी, मतलब जब 35 डिग्री तापमान के साथ आर्दता 90 प्रतिशत होगी, और यह स्थिति अगर 5-6 दिन बनी रही तो कोरोना का प्रसार लगभग रूक जायेगा। इसे ऐसे भी कह सकते है कि इसका प्रसार व्यक्ति से व्यक्ति तो हो सकता है परन्तु निर्जीव वस्तुओं से इसका प्रसार रूक जायेगा। ”

चिकित्सक ने कहा “ हमारे देश में जो आम व्यक्ति खान-पान में मसालों का प्रयोग करता है उनमें भी ऐसे तत्व होते है जो हमारे शरीर की रोग प्रतिरोधकता को बढाते है। इसी वजह से कोरोना के मामले में मृत्यु दर लगभग 3 प्रतिशत है जबकि विश्व में लगभग 6 प्रतिशत है। हमारे प्रदेश में तो यह दर और भी कम लगभग 2.2 प्रतिशत ही है ।

कुलपति ने कहा कि जो रोगी आगरा से संस्थान में आये थे उनमें एक 11 माह का बच्चा भी था जो कि सबसे कम उम्र का था और सबसे अधिक उम्र के रोगियों में उनकी उम्र 80 वर्ष तक है । यहाॅ के चिकित्सको ने ऐसे कोविड मरीजो का भी इलाज किया गया है जो कि उच्च रक्त चाप, मधुमेह, हदय रोग आदि से भी प्रभावित थे और वह अब रोग मुक्त हो चुके है। इन रोगियों को हमने अन्य दवाओं के साथ ही साथ आयुर्वेदिक काढ़ा सुबह-शाम दिया।

प्रो राजकुमार ने बताया कि जब कोई भी व्यक्ति इससे संक्रमित होता है तो इसके रोगाणु शरीर में 6 से 14 दिन के अन्दर बहुत ही तीव्रगति से बढता है और उसके बाद इसके लक्षण दिखाई देते है। इसके लक्षणों में मुख्यतः रोगी को उच्च ताप का ज्वर आता है और कुछ लोगों में ज्वर के साथ ही साथ सूखी खासी आती है लेकिन कुछ में ज्वर के साथ ही साथ बलगम के साथ खांसी आती है। जिसके कारण शरीर में टूटन, जी मिचलाने का भी अनुभव होता है और सांस लेने में दिक्कत होती है। अधिकतर रोगियों को स्वसन तंत्र व फेफडों में संक्रमण के कारण आक्सीजन की शरीर में आपूति नही हो पाती है, जिससे शरीर के अन्य अंग प्रभावित होते है।

उन्होने कहा कि महामारी से निपटने के लिए यूनीवसिर्टी मे 200 बैड का कोविड हास्पिटल है और 600 बैड का कोरेन्टाइन सेन्टर है, इसके अलावा हाॅस्पीटल और सेन्टर के लिए अलग-अलग स्टाफ को लगाया गया है तथा जाॅच, एक्सरे आदि की भी अलग से व्यवस्था की गई है। संस्थान द्वारा टेलीमेडिसन के माध्यम से 11 विभागाें के डाक्टरों द्वारा रोगियों को उपचार की सुविधा दी जा रही है। इसके अलावा हमारे संस्थान में कोविड 19 की भी जाॅच के लैब संचालित की जा रही है।

मध्यप्रदेश में कोरोनावायरस संक्रमण के 64 मामले और 5 की मौत, स्वच्छता में देश में अव्वल इंदौर बना कोरोना संक्रमण में प्रदेश में अव्वल,अभी तक यहां 44 मामले सामने आए और तीसरी मौत attacknews.in

भोपाल, 31 मार्च । मध्यप्रदेश के इंदौर में आज कोरोना के 17 नए मामले सामने आने के साथ ही राज्य में इससे प्रभावितों की संख्या बढ़कर 64 हो गयी, जिसमें अब तक पांच लोगों की मौत हुयी है।

आधिकारिक जानकारी के अनुसार इंदौर में आज कोरोना के 17 नए मामले आने के बाद, वहां प्रभावितों की संख्या 27 से बढ़कर 44 हो गयी, जो प्रदेश में सबसे अधिक है। वहीं जबलपुर दूसरे स्थान पर है, जहां अब तक आठ कोरोना पाॅजिटिव मरीज मिले चुके है। हालांकि वहां पिछले चौबीस घंटों के दौरान कोरोना के कोई भी नए मामले नहीं आए है। इसके अलावा उज्जैन में पांच कोरोना पॉजिटिव अब तक मिल चुके हैं।

इंदौर में कोरोना के 17 नए मरीज मिले, संख्या बढ़कर 44 हुयी

इंदौर जिले में आज कोरोना वायरस ‘कोविड 19’ से संक्रमित 17 नए मामले मिलने के साथ ही यहां प्रभावितों की संख्या बढ़कर 44 हो गयी है।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रवीण जड़िया ने बताया कि सामने आए सभी 17 मरीज पुराने संक्रमितों के या तो रिश्तेदार है, या संक्रमितों के संपर्क में आये लोग हैं। डॉ जड़िया ने बताया ज्यादातर उपचाररत रोगियों की सेहत में सुधार दर्ज किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि जिले के अब तक तीन रोगियों की मौत हो चुकी है।

इंदौर जिले में कोरोना से तीसरी मौत

मध्यप्रदेश के इंदौर जिले में कोरोना वायरस ‘कोविड-19’ से एक महिला की मौत होने के साथ ही मृतकों की संख्या बढ़कर तीन हो गयी है।

महात्मा गांधी स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय (एमजीएम) द्वारा कल देर जारी स्वास्थ्य बुलेटिन के अनुसार जिले में कल दो कोरोना संक्रमितों की मौत दर्ज की गयी है। मूलतः इंदौर निवासी इन दोनों मृतको में एक 41 वर्षीय पुरुष तथा दूसरी 49 वर्षीय महिला बताई जा रही है। दोनो ही संक्रमित यहां अस्पतालों में उपचाररत थे। इन दोनों को कोरोना के अलावा अन्य बीमारियों से भी ग्रस्त बताया जा रहा है।

इससे पहले यहां एक इंदौर निवासी 65 वर्षीय वृद्ध की मौत 25 मार्च को दर्ज की गयी थी। यहां कल तक 27 कोरोना संक्रमित मरीज मिल चुके थे ।

एमजीएम प्रबंधन के अनुसार कल यहां जांचे गये कुल 46 सेम्पल में से 33 सेम्पल सामान्य तथा शेष 13 रोगी संक्रमित पाए गए हैं, जिनकी जांच रिपोर्ट पर संशय होने की स्थिति सामने आने पर इनकी पुनः जांच की जाएगी।

छिंदवाड़ा के चार सौ लोगों को वापस लाने किए जा रहें हैं प्रयास

आंध्र प्रदेश और केरल में मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा जिले के चार सौ से अधिक लोग फंसे हुए हैं, जिन्हें वापस लाने के प्रयास जारी हैं।

आंध्र प्रदेश के पुट्टपर्थी नामक तीर्थ स्थल मे फंसे छिंदवाड़ा जिले के 370 नागरिको को वापस लाने भेजी गई 9 बसों स्थानीय प्रशासन की अनुमति नही मिलने के कारण सत्य सांई बाबा परिसर में अटकी पड़ी है।

आध्र प्रदेश के अनंतपुर जिले के पुट्टपर्थी नामक स्थान पर सत्य सांई बाबा संस्थान में विगत 10 मार्च से छिंदवाड़ा जिले के कुल 370 महिला पुरुष दस दिवसीय सेवा कार्य के लिए गये हुए थे।

शिवपुरी के जिला अस्पताल में पुलिस का कोरोना फाइटर स्क्वाड तैनात

मध्यप्रदेश के शिवपुरी में कोरोना से लड़ने पुलिस का एक कोरोना फाइटर स्क्वाड तैयार किया गया है, जिसे जिला अस्पताल में तैनाया किया गया है।

पुलिस सूत्रों ने आज बताया कि यह स्क्वाड पर्सनल प्रोटक्शन इक्विपमेंट स्पेस मास्क एवं सैनिटाइजर के साथ अनावश्यक साजों सामान से युक्त है तथा अस्पताल में आने वाले मरीजों को कोरोना के प्रति जागृत करना, उससे बचाव के उपाय बताना तथा स्वास्थ्य कर्मियों के साथ मिलकर संदिग्ध कोरोना संक्रमित मरीजों के पास जाकर दी गई किट पहनकर काम करना आदि शामिल है।

उमरिया में लाकडाउन के दौरान भारी संख्या में आवाजाही रोकने प्रतिबंधात्मक आदेश जारी

उमरिया जिला कलेक्टर स्वरोचिष सोमवंशी ने लाकडाउन के दौरान बाहर से आने वाले लोगों उल्लंघन रोकने के लिए प्रतिबंधात्मक आदेश जारी किया गया है।

आधिकारिक जानकारी के अनुसार आदेश में जिले के एसडीएम तथा अनु विभागीय अधिकारी पुलिस को निर्देश दिए हैं कि जिले के ऐसे क्षेत्र जहां गरीब, जरूरतमंद तथा मजदूर रहते हैं, जहां माइग्रेशन की आशंका हो, वहां भोजन आदि की व्यवस्था वाले आश्रय घर संचालित किये जाये। इनमें स्क्रीन के बाद क्वारांटाइन की भी व्यवस्था रखी जाय।

जबलपुर में प्रहलाद पटेल ने कोरोना संक्रमितों के इलाज का लिया जायजा

जबलपुर,से खबर है कि केंद्रीय पर्यटन एवं संस्कृति राज्य मंत्री प्रहलाद पटेल ने मेडिकल कॉलेज पहुंचकर यहां कोरोना वायरस से संक्रमित व्यक्तियों के उपचार की व्यवस्थाओं का जायजा लिया और आगे की रणनीति पर चिकित्सा अधिकारियों के साथ चर्चा की।

आधिकारिक जानकारी के अनुसार श्री पटेल ने कल मेडिकल के आइसोलेशन वार्ड में उपचार के लिये भर्ती कोरोना पॉजिटिव मरीजों के स्वास्थ्य की जानकारी ली। उन्होंने मेडिकल कॉलेज के सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल जाकर कोरोना वायरस के संक्रमण से निपटने की जा रही तैयारियों एवं उपलब्ध सुविधाओं का जायजा लिया।

भोपाल में नीमच से इलाज के लिए आए एक व्यक्ति की मौत, कोरोना की आशंका

मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में इलाज के लिए नीमच से आए एक व्यक्ति की उपचार के दौरान मौत हो गयी है। कोरोना की आशंका के चलते उसके सेम्पल लिए गए हैं, लेकिन अभी उसकी कोरोना रिपोर्ट प्राप्त नहीं हुयी है।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ सुधीर कुमार डेहरिया ने बताया कि कल रात से इलाज के लिए एक बीमार व्यक्ति को लाया गया था। एंबुलेंस से उसे सीधे अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) भेजा गया। वहां उस व्यक्ति की मौत हो गयी है। इसकी कोरोना रिपोर्ट अभी तक नहीं प्राप्त हुई है।

इंदौरवासी सजग रहें, घबराए नहीं: शिवराज

मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि इंदौर वासियों को घबराने की नहीं सजग रहने की जरूरत है।

आधिकारिक जानकारी में श्री चौहान ने अपनी अपील में इंदौर के नागरिकों से कहा कि हम टोटल लॉकडाउन करेंगे, जो लोग पॉजिटिव हैं, उन्हें और उनके परिजनों को क्वॉरेंटाइन करेंगे। सभी पूरा सहयोग करें। कोरोना हारेगा और इंदौर जीतेगा। आप घरों में रहें और प्रशासन का सहयोग करें। संकट बड़ा है। यह सच है। इंदौर दुनिया का अद्भुत शहर है, जिसने अपनी जागरूकता से स्वच्छता में तीन बार देश में अव्वल स्थान बनाया है।

तबलीग जमात में शामिल हुए प्रदेश के नागरिकों को चिन्हित कर क्वॉरेन्टाइन में रखें: शिवराज

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज यहां मंत्रालय में आयोजित उच्च स्तरीय बैठक में निर्देश दिए हैं कि तबलीग जमात में हिस्सा लेने वाले प्रदेश के नागरिकों को क्वॉरेन्टाइन में रखने की व्यवस्था की जाए।

आधिकारिक जानकारी में श्री चौहान ने कहा कि जैसा कि समाचार मिले हैं, कुछ दिन पूर्व तबलीग जमात का एक बड़ा धार्मिक आयोजन हुआ था। इसमें पूरे देश के श्रद्धालु भाग लेने गए थे। इस समूह में से 200 लोगों के कोविड-19 से संक्रमित होने तथा इनमें से 6 लोगों की तेलंगाना में मृत होने की सूचना प्राप्त हुई है। मध्यप्रदेश से भी 100 से अधिक व्यक्ति इस धार्मिक कार्यक्रम में सम्मिलित हुए। ऐसी जानकारी प्राप्त हुई है।

सिवनी में 5 अप्रैल तक बढाया गया कर्फ्यू

सिवनी जिले में कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम के लिए धारा 144 के तहत कर्फ्यू 5 अप्रैल की रात 12 बजे तक के लिए बढ़ा दिया गया है।

कलेक्टर व जिला दंडाधिकारी प्रवीण सिंह ने बताया कि पूर्व में जारी कर्फ्यू आदेश में आंशिक संशोधन कर कर्फ्यू की अवधि 31 मार्च रात्रि 12 बजे से बढ़ाकर 5 अप्रैल रात्रि 12:00 बजे तक कर दी हैं। जिसके आदेश आज जारी किए गए है।

रोजमर्रा की वस्तुओं की आपूर्ति हेतु चलेगी पार्सल एक्सप्रेस

कोविड-19 कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए 14 अप्रैल तक लॉक डॉउन घोषित किया गया है। इस दौरान यात्री गाड़ियाँ पूर्णतः बन्द हैं, लेकिन खाद्य सामग्री एवं अन्य आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति हेतु माल गाड़ियों का परिचालन निर्बाध रुप से जारी है।

पश्चिम मध्य रेल प्रशासन द्वारा राज्य सरकार की सलाह से अन्य छोटी रोजमर्रा की वस्तुओं की आपूर्ति भी सुनिश्चित करने हेतु चिन्हित रुट पर पार्सल यातायात को चालू करने का निर्णय लिया गया है, जिससे कि आमजन को खान पान एवं अन्य आवश्यक फुटकर वस्तुओं की आपूर्ति सुनिश्चित हो सके। इसी तारतम्य में भोपाल मण्डल के भोपाल-ग्वालियर-भोपाल, भोपाल-खंडवा-भोपाल, इटारसी-बीना-इटारसी (वाया जबलपुर-कटनी) , के मध्य पार्सल स्पेशल गाड़ियाँ चलाई जायेंगी। इन गाड़ियों में किसी भी व्यक्ति को यात्रा करने की अनुमति नहीं रहेगी।