पाकिस्तान ने वैश्विक स्तर पर वित्तीय कालीसूची से बचने के लिए 88 प्रतिबंधित आतंकवादी संगठनों समेत हाफिज सईद, मसूद अजहर और दाऊद इब्राहीम पर और प्रतिबंध लगाने के साथ ही तालिबान पर प्रतिबंध लगाया attacknews.in

इस्लामाबाद, 22 अगस्त (एपी) पाकिस्तान ने अफगानिस्तान के तालिबान पर कई वित्तीय प्रतिबंध लगाए हैं। उसने ऐसे समय में तालिबान पर यह प्रतिबंध लगाए हैं जब अमेरिका के नेतृत्व में पड़ोसी राष्ट्र में आतंकवादी समूह के साथ शांति प्रक्रिया जारी है।अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद वित्तपोषण पर निगरानी रखने वाली संस्था ‘वित्तीय कार्रवाई कार्य बल’ (एफएटीएफ) की ‘ग्रे लिस्ट’ से बाहर आने की कोशिशों के तहत पाकिस्तान ने 88 प्रतिबंधित आतंकवादी संगठनों और हाफिज सईद, मसूद अजहर और दाऊद इब्राहीम समेत उनके आकाओं पर कड़े वित्तीय प्रतिबंध लगाये हैं।

यह आदेश शुक्रवार की देर रात जारी किया गया। प्रतिबंध में शामिल लोगों में तालिबान के मुख्य शांति वार्ताकार अब्दुल गनी बारादर और हक्कानी परिवार के कई सदस्य शामिल हैं। इनमें हक्कानी परिवार का सिराजुद्दीन भी शामिल है जो वर्तमान में हक्कानी नेटवर्क का प्रमुख है और तालिबान का उप प्रमुख है।

प्रतिबंधित सूची में तालिबान के अलावा अन्य समूह भी हैं और इसे संयुक्त राष्ट्र की तरफ से अफगान समूहों पर लगाए गए पांच वर्ष के प्रतिबंध और उनकी संपति जब्त किए जाने की तर्ज पर ही लागू किया गया है।

नाम उजागर नहीं करने की शर्त पर सुरक्षा अधिकारियों ने बताया कि पाकिस्तान द्वारा वित्तीय कार्रवाई कार्यबल (एफएटीएफ) द्वारा पाकिस्तान को काली सूची में डाले जाने से बचने के तहत ये आदेश जारी किए गए हैं। एफएटीएफ धनशोधन के मामलों पर नजर रखता है और आतंकवादी समूहों की गतिविधियों की निगरानी करता है।

पेरिस के इस संगठन ने पिछले वर्ष इस्लामाबाद को ग्रे सूची में रखा था। अभी तक केवल ईरान और उत्तर कोरिया ही काली सूची में हैं। काली सूची वाले देशों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विभिन्न चीजें हासिल करने की क्षमता पर प्रतिबंध होता है। अधिकारियों ने बताया कि पाकिस्तान ग्रे सूची से बाहर निकलने का प्रयास कर रहा है

पाकिस्तान ने हाफिज सईद, मसूद अजहर और दाऊद इब्राहीम पर और प्रतिबंध लगाये

अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद वित्तपोषण पर निगरानी रखने वाली संस्था ‘वित्तीय कार्रवाई कार्य बल’ (एफएटीएफ) की ‘ग्रे लिस्ट’ से बाहर आने की कोशिशों के तहत पाकिस्तान ने 88 प्रतिबंधित आतंकवादी संगठनों और हाफिज सईद, मसूद अजहर और दाऊद इब्राहीम समेत उनके आकाओं पर कड़े वित्तीय प्रतिबंध लगाये हैं। एक खबर में शनिवार को यह जानकारी दी गई है।

खबर के अनुसार इन आतंकी संगठनों और उनके आकाओं की सभी संपत्तियों को जब्त करने और बैंक खातों को सील करने के आदेश दिये है।

पेरिस स्थित एफएटीएफ ने जून, 2018 में पाकिस्तान को ‘ग्रे लिस्ट’ में डाला था और इस्लामाबाद को 2019 के अंत तक कार्ययोजना लागू करने को कहा था लेकिन कोविड-19 महामारी के कारण इस समय सीमा बढ़ा दी गई थी।

सरकार ने 18 अगस्त को दो अधिसूचनाएं जारी करते हुए 26/11 मुंबई हमले के साजिशकर्ता और जमात-उद-दावा के सरगना सईद, जैश-ए-मोहम्मद के प्रमुख अजहर और अंडरवर्ल्ड डॉन इब्राहीम पर प्रतिबंधों की घोषणा की थी।

इब्राहीम 1993 मुंबई बम विस्फोटों के बाद भारत के लिए सबसे वांछित आतंकवादी बन कर उभरा है।

पाकिस्तानी समाचार पत्र ‘द न्यूज’ की खबर के अनुसार पाकिस्तान सरकार ने हाल ही में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) द्वारा जारी नई सूची के अनुपालन में आतंकवादी समूहों के 88 आकाओं और सदस्यों पर प्रतिबंध लगाये हैं।

अधिसूचनाओं में घोषित प्रतिबंध जमात-उद-दावा, जैश-ए-मोहम्मद, तालिबान, दाएश, हक्कानी समूह, अलकायदा और अन्य पर लगाये गये हैं।

खबर के अनुसार सरकार ने इन संगठनों और आकाओं की सभी चल और अचल संपत्तियों को जब्त करने और उनके बैंक खातों को सील करने के आदेश दिये है।

खबर के अनुसार सईद, अजहर, मुल्ला फजलुल्ला (उर्फ मुल्ला रेडियो), जकीउर रहमान लखवी, मुहम्मद यह्या मुजाहिद, अब्दुल हकीम मुराद, नूर वली महसूद, उजबेकिस्तान लिबरेशन मूवमेंट के फजल रहीम शाह, तालिबान नेताओं जलालुद्दीन हक्कानी, खलील अहमद हक्कानी, यह्या हक्कानी, तथा इब्राहीम और उनके सहयोगी सूची में हैं

दिल्ली में गिरफ्तार ISIS आतंकवादी का उत्तरप्रदेश कनेक्शन के बाद राज्य में अलर्ट जारी, बलरामपुर के बढया भैसाही गाँव को किया गया सील,संदिग्धो से पूछताछ जारी attacknews.in

बलरामपुर, 22अगस्त। देश की राजधानी दिल्ली में गिरफ्तार आतंकवादी का कनेक्शन नेपाल सीमा से सटे उत्तर प्रदेश के बलरामपुर से जुडे होने के चलते शनिवार को दिल्ली एटीएस की टीम ने जिले के बढया भैसाही गाँव मे पहुच कर संदिग्धो से पूछताछ शुरू कर दी है।

पुलिस सूत्रों ने शनिवार को यहाँ बताया कि दिल्ली में पकडे गये आतंकवादी अबु युसुफ का कनेक्शन जिले के उतरौला तहसील अन्तर्गत बढया भैसाही गाँव से जुडे होने की जानकारी के बाद आतंकवादी निरोधक दस्ता(एटीएस)ने गाँव पहुच कर संदिग्धो से पूछताछ शुरू कर दिया है। गाँव को पूरी तरह सील कर दिया गया है। गाँव में आने जाने से लोगो को रोक दिया गया है। मीडिया कर्मियो को भी गाँव मे घुसने नही दिया जा रहा है।

संदिग्ध आतंकवादी की गिरफ्तारी के बाद उत्तर प्रदेश में भी अलर्ट : दिल्ली रवाना हुई एटीएस की टीम

लखनऊ,से खबर है कि , दिल्ली में आईएसआईएस के एक संदिग्ध आतंकवादी की गिरफ्तारी के बाद उत्तर प्रदेश में भी अलर्ट घोषित कर दिया गया है और राज्य के आतंकवाद विरोधी दस्ते (एटीएस) की एक-एक टीम दिल्ली तथा बलरामपुर रवाना हो गई है।

आधिकारिक सूत्रों ने शनिवार को बताया कि प्रदेश के पुलिस महानिदेशक हितेश चंद्र अवस्थी ने सभी पुलिस अधिकारियों, खास तौर पर क्षेत्र में तैनात अफसरों को सतर्क रहने और जरूरी एहतियात बरतने की हिदायत दी है।

राज्य सरकार के एक प्रवक्ता ने बताया कि दिल्ली में गिरफ़्तार उत्तर प्रदेश के बलरामपुर निवासी आतंकवादी ने पूछताछ में पुलिस को बताया है कि उसकी अयोध्या में राम मंदिर शिलान्यास के एक महीने के भीतर आतंकी हमला करने की योजना थी।

प्रवक्ता के मुताबिक पकड़े गए आतंकवादी ने यह भी बताया है कि संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदेश के विभिन्न जिलों में पिछले साल के अंत में हुई हिंसा में उपद्रवियों से वसूली, संपत्तियों की कुर्की के नए क़ानून और राज्य में पुलिस के साथ मुठभेड़ में अल्पसंख्यक समुदाय के 47 अपराधियों के मारे जाने का बदला लेने की भी तैयारी थी।

उन्होंने बताया कि दिल्ली पुलिस के विशेष प्रकोष्ठ से संपर्क करने के बाद उत्तर प्रदेश का आतंकवाद रोधी दस्ता दिल्ली रवाना हो गया है। इसके अलावा दस्ते की एक टीम बलरामपुर भी गई है। गिरफ्तार आतंकी बलरामपुर का निवासी बताया जा रहा है ।

गौरतलब है कि दिल्ली पुलिस ने मध्य दिल्ली के रिज रोड इलाके से आईएसआईएस के एक कथित आतंकवादी को गिरफ्तार कर उसके पास से आईईडी विस्फोटक बरामद किए हैं। यह गिरफ्तारी शुक्रवार रात को मुठभेड़ के बाद हुई है।

आईएसआईएस आतंकी के साथी की तलाश में एटीएस पहुंची बलरामपुर

बलरामपुर से खबर है कि, उत्तर प्रदेश के भारत नेपाल सीमा से सटे देवीपाटन मंडल के बलरामपुर जिले के रहने वाले आईएसआईएस के आतंकी अब्दुल यूसुफ खान की दिल्ली पुलिस से मुठभेड़ मे आज हुई गिरफ्तारी से हड़कंप मच गया। बंदी आतंकी दिल्ली में हमले की फिराक में था ।

पुलिस अधीक्षक देव रंजन वर्मा ने शनिवार को यहां बताया कि आतंकी के दिल्ली में गिरफ्तार होने की सूचना मीडिया के माध्यम से मिली हैं । इस सिलसिले में अन्य अहम जानकारियां जुटाई जा रही हैं ।

दरअसल, दिल्ली पुलिस को धौलाकुंआ इलाके में आईएसआईएस आतंकी अब्दुल यूसुफ खान के छिपे होने की सूचना मिली थी, सूचना के आधार पर जब पुलिस टीम आतंकी को पकड़ने गयी तो आतंकी नें पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी लेकिन मोर्चा संभालते हुये पुलिस ने घेराबंदी कर उसे बंदी बना लिया और उनके कब्जे से विस्फोटक व हथियार बरामद किया ।

भारत में ” गणेशोत्सव ” सामाजिक चेतना और समरसता का अग्रवाहक बनने के साथ-साथ आजादी का हथियार भी बना attacknews.in

प्रयागराज, 22 सितम्बर । ब्रितानी शासकों के चंगुल से देश को आजादी दिलाने के लिए “’स्वराज मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है और मैं इसे लेकर ही रहूंगा” का नारा देने वाले, महान स्वतंत्रता सेनानी लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक ने गणेशोत्सव काे फिरंगियों के खिलाफ हथियार बनाया था।

ब्रितानी हुकूमत की यातनाओं से देश कराह रहा था। अंग्रेजों की क्रूरता के खिलाफ भारतीयों को एक स्थान पर एकजुट होकर विचार-विमर्श करने के लिए एक पर्व की आवश्यकता थी। उसी परिप्रेक्ष्य में गणेशोत्सव जैसे पर्व को चुना गया जहां सभी लोग एकसाथ मिलजुल कर फिरंगियों को सत्ता से उखाड़ फेकने पर विचार विमर्श कर सकें। उस दौर में किसी हिन्दू सांस्कृतिक कार्यक्रम को एक साथ मिलकर मनाने की इजाजत नहीं थी।

बाल गंगाधर तिलक ने सबसे पहले ब्रिटिश राज के दौरान पूर्ण स्वराज की मांग उठाई। उनके लाख बंदिशों के बावजूद लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक ने लोगों में जनजागृति का कार्यक्रम पूरा करने के लिए महाराष्ट्र के पुणे में 1893 गणेश उत्सव का आयोजन किया। इस त्योहारों के माध्यम से जनता में देशप्रेम और अंग्रेजों के अन्यायों के विरुद्ध संघर्ष का साहस भरा गया।

गणेशोत्सव पूजा को सार्वजनिक महोत्सव का रूप देते समय उसे केवल धार्मिक कर्मकांड तक ही सीमित नहीं रखा गया, बल्कि आजादी की लड़ाई, छुआछूत दूर करने और समाज को संगठित करने तथा आम आदमी का ज्ञानवर्धन करने
का जरिया भी बनाने के साथ ही आंदोलन का स्वरूप भी दिया गया। इस आंदोलन ने ब्रिटिश साम्राज्य की नींव हिलाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया।

गणेशोत्सव सार्वजनिक होने के बाद फिरंगियों के खिलाफ आजादी की लड़ाई में पूरे महाराष्ट्र में फैलाया गया। उसके बाद नागपुर, वर्धा, अमरावती आदि शहरों में भी गणेशोत्सव ने आजादी का नया ही आंदोलन छेड़ दिया था। अंग्रेज इससे घबरा गये थे। इस बारे में रोलेट समिति रपट में भी चिंता जतायी गयी थी।

रपट में कहा गया था गणेशोत्सव के दौरान युवकों की टोलियां सड़कों पर घूम-घूम कर अंग्रेजी शासन विरोधी गीत गाती हैं, स्कूली बच्चे पर्चे बांटते हैं। पर्चे में अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ हथियार उठाने और मराठों से शिवाजी की तरह विद्रोह करने का आह्वान होता है। साथ ही अंग्रेजी सत्ता को उखाड़ फेंकने के लिए धार्मिक संघर्ष को जरूरी बताया जा
रहा है।

इलाहाबाद विश्वविद्यालय के मध्यकालीन एवं आधुनिक इतिहास विभाग के अध्यक्ष प्रो. योगेश्वर तिवारी ने बताया कि इतिहास की गहराइयों में झांके तो महाराष्ट्र में सात वाहन, राष्ट्रकूट, चालुक्य जैसे राजाओं ने गणेशोत्सव की प्रथा चलाई। महान मराठा शासक छत्रपति शिवाजी ने गणेशोत्सव को राष्ट्रीयता एवं संस्कृति से जोड़कर एक नई शुरुआत की। पेशवाओं ने गणेशोत्सव को बढ़ावा दिया। पेशवाओं के बाद 1818 से 1892 तक हिन्दू घरों के दायरे में ही सिमटा हुआ था।

लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक ने 1893 में गणेशोत्सव का जो सार्वजनिक पौधरोपण किया वह विराट वट वृक्ष का रूप ले चुका है। ऋद्धि-सिद्धि के देव विघ्नहर्ता गजानन न केवल भारत में अपितु तिब्बत, चीन, वर्मा, जापान, जावा
एवं बाली, थाईलैंड, श्रीलंका, म्यांमार एवं बोर्नियो इत्यादि तमाम देशों में भी विभिन्न रूप में पूजे जाते हैं। इन देशों में गणेशजी की प्रतिमाएं भी चप्पे-चप्पे पर देखने को मिलती हैं।

श्री तिवारी ने बताया कि उस समय गणेशोत्सव सामाजिक चेतना और राष्ट्र के प्रति एकता जागृत करने का काम किया। लोगों को देश भावना और उसकी एकता और अखण्ड़ता के प्रति ओत-प्रोत किया। नया संचार लिए आगे चलकर वरदायिनी साबित हुआ। उन्होने कहा कि किसी भी देश में उसकी सबसे बड़ी सांस्कृतिक क्रांति होती है। इसकी परिणति आज भारत में, नया भारत और श्रेष्ठ भारत के रूप में परिलक्षित हो रहा है।

भारतीय पुराणों में गणेश की अनेक कथाएं समाहित हैं। ‘गणेश पुराण’ की महिमा सीमाओं की संकीर्णता से परे है, इसलिए पश्चिमी देशों की प्राचीन संस्कृतियों में भी गणेश की अवधारणा विद्यमान है।

प्रो तिवारी ने बताया कि भारत से बाहर विदेशों में बसने वाले प्रवासी भारतीयों ने भारतीय संस्कृति की जड़ों को गहराई तक फैलाने का प्रयास किया और इन पर भारतीय देवताओं की पूजा-उपासना का स्पष्ट प्रभाव था जो आज परिलक्षित है। विदेशों में प्रकाशित पुस्तक ‘‘गणेश-ए-मोनोग्राफ आफ द एलीफेन्ट फेल्ड गॉड’’ में जो तथ्य उजागर किये गये हैं, उससे इस बात का स्पष्ट प्रमाण मिलता है कि विश्व के कई देशों में गणेश प्रतिमाएं बहुत पहले से पहुंच चुकी थी और विदेशियों में भी गणेश के प्रति श्रद्धा और अटूट विश्वास रहा है।

प्रयागराज के सामाजिक गतिविधियों के जानकार अभय अवस्थी ने बताया कि प्रयागराज प्राचीन शहर है। यहां सभी प्रांत के लोग निवास करते हैं। उत्सव एवं पर्वो के केंद्र तीर्थराज प्रयाग में गणेशोत्सव की शुरूआत वर्ष 1957 के आसपास दारागंज निवासी अधिवक्ता रामचंद्र गोड़बोले एवं बालाजी पाठक द्वारा की गयी। धीरे धीरे इसका विस्तार हुआ। उस समय मराठी परिवार अधिक थे किन्तु अब गिने चुने मराठी परिवार दारागंज, कीडगंज,नैनी, झूंसी चौक, मीरापुर, करेली,सिविल लाइंस और गोविंदपुर आदि मुहल्ले में परिवार रहते हैं, जहां पर विघ्नहर्ता का पण्डाल सजाया जाता है।

श्री अवस्थी ने बताया कि दो गणेश चतुर्थी का पर्व होता है। एक जनवरी में और दूसरा भाद्रपद शुक्ल पक्ष चतुर्थी अनंत चतुर्दशी के नाम से मनाया जाता है। जनवरी में मनानये जाने वाले गणेश चतुर्थी पर जानसेनगंज स्थित प्राचीन गणेश मंदिर से जुलूस निकलता है। इस बार वैश्विक महामारी के कारण प्रशासन की सख्ती के कारण श्रद्धालु घरों में ही विघ्नहर्ता की मूर्ति स्थापित कर पूजा-पाठ करेंगे। बड़े स्तर पर सजने वाले पंडाल नहीं तैयार होंगे।

गणेश चतुर्थी वैसे तो पूरे देश में बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है लेकिन महाराष्ट्र में इस त्यौहार काे लेकर लोगों में एक अलग प्रकार का उत्साह देखने को मिलता है। वहां इसे सबसे बड़ा और प्रमुख त्यौहार के रूप में मनाया जाता होता है। 22 सितम्बर गणेश चतुर्थी से शुरू होकर अनन्त चतुर्दशी (अनंत चौदस) तक चलने वाला 10 दिवसीय गणेशोत्सव मनाया जाता है।

अंतरिक्ष में दिखेगी भारत की ताकत: ISRO की इकाई NSIL खुद उपग्रह बनायेगी और उपग्रह सेवा भी प्रदान करेगी,अंतरिक्ष में भारत को मिलेगा स्वामित्व का अधिकार attacknews.in

नयी दिल्ली/बेंगलुरु, 20 अगस्त । भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) की वाणिज्यिक इकाई ‘न्यू स्पेस इंडिया लिमिटेड’ (एनएसआईएल) की भूमिका में बदलाव कर उसे स्वयं उपग्रह बनाने और उपग्रह सेवा देने का अधिकार दिया जायेगा।

इसरो ने आज बताया कि अंतरिक्ष क्षेत्र को निजी उद्योग के लिए खोलने और ‘इंडियन स्पेस प्रोमोशन एंड ऑथराइजेशन सेंटर’ (आईएन-स्पेस) के गठन के बाद एनएसआईएल की भूमिका में बड़ा बदलाव आयेगा।

भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी द्वारा आयोजित वेबीनार में एक प्रस्तुतीकरण में बताया गया कि एनएसआईएल को उपग्रह बनाने, उपग्रह प्रक्षेपण और अंतरिक्ष में अपने उपग्रह का स्वामित्व रखने के साथ वाणिज्यिक आधार पर उपग्रह सेवा प्रदान का भी अधिकार मिल जायेगा। अभी वह दूसरे ग्राहकों के उपग्रह के प्रक्षेपण के लिए इसरो के माध्यम से सेवा प्रदान करती है।

निजी कंपनियों के आने से प्रौद्योगिकी विकास पर अधिक ध्यान दे सकेगा इसरो: डॉ शिवन

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के अध्यक्ष के. शिवन ने आज कहा कि निजी कंपनियों के लिए अंतरिक्ष क्षेत्र के द्वार खोलने से इसरो प्रौद्योगिकी विकास और क्षमता विस्तार पर ज्यादा ध्यान दे सकेगा।

डॉ. शिवन ने एक वेबीनार में कहा कि इस समय इसरो अनुसंधान एवं विकास के साथ प्रक्षेपण यानों और उपग्रहों के निर्माण का काम भी करता है।

सरकार ने अंतरिक्ष क्षेत्र को निजी कंपनियों के लिए खोलने की घोषणा की है। निजी कंपनियों की गतिविधियों की निगरानी और उन्हें इसकी अनुमति प्रदान करने के लिए ‘इंडियन स्पेस प्रोमोशन एंड ऑथराइजेशन सेंटर (आईएन-स्पेस) का गठन किया जायेगा।

उन्होंने कहा “इसरो उत्पादन की बजाय अनुसंधान एवं विकास, क्षमता विस्तार और प्रौद्योगिकी विस्तार पर अधिक फोकस कर सकेगा। …आत्मनिर्भर भारत की तरह कदम बढ़ाते हुये हम स्व निर्भरता पर फोकस कर रहे हैं जिसके लिए निजी कंपनियों की भागीदारी महत्वपूण होगी।”

इसरो प्रमुख ने कहा कि अंतरिक्ष के क्षेत्र में निजी कंपनियों के पास काफी अवसर हैं। देश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए बड़ी संख्या में संचार उपग्रहों की जरूरत होगी।

‘अंतरिक्ष क्षेत्र में भारत की क्षमता को उन्मुक्त करना’ विषय पर आयोजित वेबीनार में इसरो ने बताया कि ‘अंतरिक्ष गतिविधि विधेयक’ जल्द ही संसद में रखा जायेगा जिसके माध्यम से आईएन-स्पेस का गठन होगा और निजी क्षेत्र को इस क्षेत्र में प्रवेश मिलेगा।

एक प्रस्तुतीकरण में बताया गया कि इस विधेयक का मसौदा तैयार कर अंतर-मंत्रालय विचार-विमर्श के लिए प्रधानमंत्री कार्यालय को भेजा गया है। भारत बाहरी अंतरिक्ष गतिविधियों संबंधी अंतर्राष्ट्रीय समझौते का सदस्य है और इसलिए काफी बारीकी से विधेयक का अंतिम प्रारूप तैयार किया जायेगा।

चुनाव आयोग भारत में होने वाले विधानसभा उपचुनाव करवाने के लिए जारी करने जा रहा है दिशा-निर्देश at

नयी दिल्ली 18 अगस्त । चुनाव आयोग देश में कोरोना महामारी को देखते हुए उन राज्यों में विधानसभा चुनाव कराए जाने के बारे में दिशानिर्देश जारी करेगा जहां ये चुनाव होने वाले है।

चुनाव आयोग ने आज इस संबंध में अपनी पूर्ण बैठक की और इस मुद्दे पर विचार विमर्श किया।

बारामूला आतंकवादियो ने सुरक्षा बलों पर फिर किया हमला: मुठभेड़ में तीन आतंकवादी ढेर, पांच सुरक्षाकर्मी शहीद attacknews.in

श्रीनगर ,18 अगस्त ।जम्मू-कश्मीर के बारामूला जिले के क्रिरी पाटन में सुरक्षाबलों ने मंगलवार तड़के दोबारा घेराबंदी एवं तलाश अभियान चलाया जिसके बाद मुठभेड़ फिर शुरू हो गयी जिसमें एक और आतंकवादी मारा गया। इस मुठभेड़ में अब तक तीन आतंकवादी मारे गए हैं और पांच सुरक्षाकर्मी शहीद हो गए हैं।

आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि सुरक्षाबल के जवान जब एक निश्चित क्षेत्र की ओर आगे बढ़ रहे थे तभी वहां छिपे हुए आतंकवादियों ने उन गोलियां चलाईं। सुरक्षाबलों ने भी जवाबी कार्रवाई में गोलीबारी की जिसके साथ ही मुठभेड़ शुरू हो गयी। आतंकवादियों का पता लगाने के लिए खोजी कुत्तों ने इस मुठभेड़ में पिछले 24 घंटों के दौरान लश्कर-ए-तैयबा के शीर्ष कमांडर सज्जाद अहमद मीर उर्फ़ हैदर समेत कुल तीन आतंकवादी मारे गए हैं। मारे गए सभी आतंकवादियों के शव बरामद कर लिए गए हैं। मारे गए दूसरे आतंकवादी का नाम अनायातुल्लाह मीर था, वह अंदेरगाम पाटन का रहने वाला था। तीसरे आतंकवादी की पहचान अभी तक नहीं हो पाई है।

पुलिस के एक प्रवक्ता ने बताया कि मारे गए आतंकवादियों के पास से भारी मात्रा में हथियार एवं गोला बारूद बरामद किया गया है। जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) और कश्मीर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक विजय कुमार ने हैदर के मारे जाने को सुरक्षा बलों के लिए एक बड़ी कामयाबी बताया है।

रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि सोमवार शाम को मुठभेड़ में घायल हुए सेना के दो जवानों ने आज 92 बेस अस्पताल में दम तोड़ दिया।

जब बारामूला में सुरक्षाबलों के अभियान के साथ मुठभेड़ फिर शुरू हुई:

जम्मू-कश्मीर के बारामूला जिले के क्रिरी पाटन में सुरक्षाबलों ने मंगलवार तड़के दोबारा घेराबंदी एवं तलाश अभियान चलाया जिसके बाद मुठभेड़ फिर शुरू हो गयी। इस मुठभेड़ में तीन आतंकवादी मारे गए हैं जबकि पांच सुरक्षाकर्मी शहीद हो गए हैं।

आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि सुरक्षाबल के जवान जब एक निश्चित क्षेत्र की ओर आगे बढ़ रहे थे तभी वहां छिपे हुए आतंकवादियों ने उन गोलियां चलाईं। सुरक्षाबलों ने भी जवाबी कार्रवाई में गोलीबारी की जिसके साथ ही मुठभेड़ शुरू हो गयी। आतंकवादियों का पता लगाने के लिए खोजी कुत्तों और ड्रोन की मदद ली गई ।

कश्मीर में नया भर्ती आतंकवादी गिरफ्तार

जम्मू-कश्मीर के शोपियां जिले में सुरक्षा बलों ने घेराबंदी एवं तलाश अभियान के दौरान आतंकवादी संगठन अल-बद्र में नये भर्ती हुए एक आतंकवादी को गिरफ्तार किया है।

आधिकारिक सूत्रों ने मंगलवार को बताया कि आतंकवादी गतिविधियों की खुफिया सूचना के आधार पर सुरक्षा बलों और पुलिस ने शोपियां में द्रग्गन सुगान के समीप जांच चौकी स्थापित की थी। सोमवार रात जांच के दौरान एक आतंकवादी को हथियारों और गोला-बारूद के साथ गिरफ्तार किया गया।

भारत में हवाई अड्डों का सिलसिलेवार निजीकरण; कुछ और को निजी हाथों में सौंपें जाने पर बुधवार को लगेगी मुहर,इंदौर का हवाई अड्डा भी हैं शामिल attacknews.in

नयी दिल्ली, 18 अगस्त । नागर विमानन मंत्रालय कुछ और हवाईअड्डों के निजीकरण का प्रस्ताव बुधवार को केंद्रीय मंत्रिमंडल के समक्ष रखेगा। केंद्रीय नागर विमानन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने मंगलवार को यह जानकारी दी।

फरवरी, 2019 में पहले दौर में लखनऊ, अहमदाबाद, जयपुर, मेंगलुरु, तिरुवनंतपुरम और गुवाहाटी हवाई अड्डों के सार्वजनिक-निजी-भागीदारी (पीपीपी) मॉडल में परिचालन, प्रबंधन और विकास की मंजूरी दी गई थी।

उसके बाद भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई) ने सितंबर, 2019 में नागर विमानन मंत्रालय से अमृतसर, वाराणसी, भुवनेश्वर, इंदौर, रायपुर और त्रिची के हवाईअड्डों के निजीकरण की सिफारिश की थी।

पुरी ने मंगलवार को एक वेबिनार को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘हम कल कैबिनेट के समक्ष कुछ और हवाईअड्डों के निजीकरण का प्रस्ताव रखेंगे। दर्जनों हवाईअड्डों की सूची बनायी गयी है। अब से 2030 तक हम 100 नए हवाईअड्डे बनाएंगे।’’

नागर विमानन मंत्रालय के तहत आने वाले एएआई के पास देशभर में 100 से अधिक हवाईअड्डों का स्वामित्व है और वह इनका प्रबंधन करता है।

सरकार ने 2018 में लखनऊ, अहमदाबाद, जयपुर, मेंगलुरु, तिरुवनंतपुरम तथा गुवाहाटी हवाईअड्डों के निजीकरण का फैसला किया था। प्रतिस्पर्धी बोली प्रक्रिया के तहत फरवरी, 2019 में अडाणी एंटरप्राइजेज ने इन छह हवाईअड्डों के संचालन का अधिकार हासिल किया था।

अडाणी एंटरप्राइजेज ने 14 फरवरी, 2020 को एएआई के साथ तीन हवाईअड्डों…अहमदाबाद, मेंगलुरु तथा लखनऊ के लिए रियायती करार पर हस्ताक्षर किए थे। हालांकि, उसने अभी तक अन्य हवाईअड्डों के लिए रियायती करार पर हस्ताक्षर नहीं किए हैं।

एएआई ने इस साल जून में कोविड-19 महामारी के मद्देनजर अडाणी समूह को अहमदाबाद, मेंगलुरु और लखनऊ हवाईअड्डों का प्रबंधन अपने हाथ में लेने के लिए तीन महीने का और समय दिया था। इसका मतलब है कि अडाणी समूह को अब इन हवाईअड्डों का परिचालन अपने हाथ में लेने के लिए 12 नवंबर तक का समय मिल गया है। पहले उसे इन हवाईअड्डों का परिचालन 12 अगस्त तक लेना था।

भारतीय उद्योग परिसंघ द्वारा आयोजित वेबिनार को संबोधित करते हुए पुरी ने कहा कि सोमवार को घरेलू उड़ानों से करीब 94,000 लोगों ने यात्रा की। उन्होंने कहा कि कोविड-19 से पहले घरेलू उड़ानों के यात्रियों की संख्या प्रतिदिन तीन लाख रहती थी।

पुरी ने कहा, ‘‘दिवाली तक हम कोविड-19 के पूर्व के 50 से 55 प्रतिशत के स्तर पर पहुंच जाएंगे। इस साल के अंत तक नागर विमानन क्षेत्र कोविड-19 के पूर्व के स्तर पर होगा।’’

भारत से ब्रिटेन, जर्मनी, फ्रांस के लिए उड़ानें शुरू करेगी विस्तार एयरलाइन attacknews.in

नयी दिल्ली, 16 अगस्त । निजी क्षेत्र की एयरलाइन विस्तार ब्रिटेन, जर्मनी तथा फ्रांस के लिए उड़ानें शुरू करने की तैयारी कर रही है। विमानन उद्योग के सूत्रों ने बताया कि विस्तार इन देशों की सरकारों के साथ किए गए द्विपक्षीय करार के तहत उड़ानें शुरू करेगी।

इससे पहले इसी महीने भारत और ब्रिटेन के बीच ‘एयर बबल’ उड़ानों के बारे में करार हुआ है। इसके तहत दोनों देशों की एयरलाइंस कुछ अंकुशों के साथ अंतरराष्ट्रीय उड़ानों का परिचालन कर सकती हैं। भारत ने जर्मनी और फ्रांस के साथ इसी तरह का करार जुलाई में किया था।

विस्तार को शनिवार को उसका दूसरा बी 787-9 बड़े आकार का विमान मिला है। उसे पहला बी787-9 विमान फरवरी में मिला था।

उद्योग के एक सूत्र ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘विस्तार को लंदन के हीथ्रो हवाईअड्डे पर पहले ही स्लॉट मिल चुका है। दिल्ली से लंदन की उड़ानों की घोषणा अगले कुछ दिन में की जाएगी।’’

सूत्र ने कहा कि दिल्ली-लंदन उड़ान का परिचालन सप्ताह में तीन दिन होगा। बड़े आकार के विमान में बड़ा ईंधन टैंक होता है और यह लंबी दूरी की उड़ानों का परिचालन कर सकता है। विस्तार के बेड़े में 43 विमान हैं जिनमें से 41 छोटे आकार के ए320नियो और बी737-800 एनजी विमान हैं।

विमानन उद्योग के एक अन्य सूत्र ने कहा कि पूर्ण सेवा प्रदाता एयरलाइन भारत से जर्मनी तथा भारत से फ्रांस के लिए भी उड़ानें शुरू करेगी। इन उड़ानों के लिए संभावित गंतव्य फ्रैंकफर्ट और पेरिस हो सकते हैं। हालांकि, अभी यह स्पष्ट नहीं है कि देश के किन शहरों को फ्रैंकफर्ट और पेरिस से जोड़ा जाएगा। इस बारे में निजी क्षेत्र की एयरलाइन को भेजे गए सवालों का जवाब नहीं मिल पाया।

“कैप्टन कूल” महेन्द्र सिंह धोनी ने अपने आंसुओं को काबू में करने के बाद ही क्रिकेट को अलविदा कहा attacknews.in

नयी दिल्ली, 16 अगस्त । अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कहने वाले महेन्द्र सिंह धोनी को भावनाओं पर काबू रखने के लिए जाना जाता है और उनकी पत्नी साक्षा को लगता है अपने जुनून को छोड़ने के लिए उन्होंने अपनी आंसुओं पर काबू पाया होगा।

साक्षी ने इंस्टाग्राम और ट्विटर पर धोनी की तस्वीर के साथ एक पोस्ट साझा कर उनके शानदार करियर के लिए बधाई दी।

साक्षी ने लिखा, ‘‘आपने जो हासिल किया है, उस पर आपको गर्व होना चाहिए। खेल को अपना सर्वश्रेष्ठ देने के लिए बधाई। मुझे आपकी उपलब्धियों और व्यक्तित्व पर गर्व है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘ मुझे यकीन है कि आपने अपने जुनून को अलविदा कहने के लिए उन आंसुओं पर काबू किया होगा। आपके भविष्य के लिए स्वास्थ्य, खुशी और शानदार चीजों की कामना करती हूं।’’

धोनी को शानदार नेतृत्व क्षमता और भावनाओं पर काबू रखने के लिए ‘कैप्टन कूल’ का तमगा दिया गया है।

साक्षी ने अमेरिकी कवि माया एंजेलो के उद्धरण के साथ अपनी पोस्ट को समाप्त किया, ‘‘लोग आपके द्वारा कही गई बातों को भूल जाएंगे, लोग आपके द्वारा किए गए कार्यों को भूल जाएंगे, लेकिन लोग यह कभी नहीं भूलेंगे कि आपने उन्हें कैसा महसूस कराया।’’

रोहित शर्मा ने महेन्द्र सिंह धोनी से कहा, 19 सितंबर को टॉस पर मिलते हैं,विराट कोहली कहते है:”आप हमेशा मेरे कप्तान रहोगे” attacknews.in

नयी दिल्ली/दुबई , 16 अगस्त । भारतीय एकदिवसीय टीम के उपकप्तान रोहित शर्मा ने महेन्द्र सिंह धोनी के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने पर बधाई देते हुए, उन्हें ‘ भारतीय क्रिकेट के इतिहास के सबसे प्रभावशाली व्यक्तियों में से एक’ करार दिया।

रोहित को एकदिवसीय क्रिकेट में सबसे सफल बल्लेबाज बनाने का श्रेय काफी हद तक महेन्द्र सिंह धोनी को जाता है जिन्होंने उनसे पारी का आगाज कराना शुरू किया।

दो विश्व कप के विजेता धोनी ने 2013 चैम्पियन्स ट्राफी में रोहित से पारी का आगाज कराना शुरू किया था जिसने इस सीनियर बल्लेबाज के करियर का रूख बदल दिया।

रोहित ने कहा, ‘‘भारतीय क्रिकेट के इतिहास के सबसे प्रभावशाली व्यक्तियों में से एक। क्रिकेट में उनका प्रभाव बहुत ज्यादा था। वह एक ऐसा व्यक्ति थे जिन्हें टीम बनाने का तरीका आता था।’’

इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में मुंबई इंडियन्स के कप्तान ने कहा , ‘‘निश्चित रूप से हमें नीले रंग में जर्सी (भारतीय टीम) में उनकी कमी खलेगी, लेकिन हम उन्हें पीले रंग (चेन्नई सुपरकिंग्स) की जर्सी में मैदान पर देखेंगे। 19 सितंबर को टॉस के समय मिलते है।’’

आईपीएल का पहला मुकाबला 19 सिंतंबर को गत चैम्पियन मुंबई इंडियन्स और चेन्नई सुपरकिंग्स के बीच खेला जाएगा।

रोहित ने कहा कि उन्हें इस बात की खुशी है कि धोनी अगले कुछ साल आईपीएल में खेलेंगे।

धोनी के बाद सुरेश रैना ने भी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर दी जिससे रोहित आश्चर्यचकित है। आईपीएल में रैना भी चेन्नई सुपरकिंग्स के लिए खेलते है।

रोहित ने कहा, ‘‘ यह थोड़ा चौंकाने वाला लेकिन मुझे लगता है कि जब आप इसे महसूस करते हैं तब आप फैसला कर लेते है। अच्छा करियर भाई, सन्यास के बाद आपका समय अच्छा रहे। मुझे अभी भी वह समय याद है जब हम टीम में आये थे। आगे बढ़ने के लिए शुभकामनाएँ।’’

कोहली ने एक बार फिर धोनी से कहा, आप हमेशा मेरे कप्तान रहोगे

भारतीय कप्तान विराट कोहली ने अपने सीनियर महेंद्र सिंह धोनी से मिली ‘मित्रता और विश्वास’ के लिए आभार जताते हुए कहा कि यह दिग्गज क्रिकेटर हमेशा उनका कप्तान रहेगा।

बीसीसीआई के ट्विटर हैंडल पर लगभग एक मिनट के वीडियो में कोहली ने कहा कि धोनी का संन्यास जीवन के उन कुछ एक लम्हों में शामिल है जब अपने विचारों को बयां करने के लिए उनके पास पर्याप्त शब्द नहीं हैं।

कोहली ने कहा, ‘‘जीवन में कई बार शब्द कम पड़ जाते हैं और मुझे लगता है कि यह वह एक लम्हा है। मैं सिर्फ इतना कह सकता हूं कि आप हमेशा वह व्यक्ति रहोगे जो बस में आखिरी सीट पर बैठता है।’’

कोहली के धोनी की जगह कप्तानी संभालने के बावजूद दोनों के बीच मधुर रिश्ते रहे और दोनों एक दूसरे का काफी सम्मान करते हैं।

कोहली ने कहा, ‘‘हमारे बीच काफी अच्छी दोस्ती और आपसी समझ है क्योंकि हम हमेशा समान भूमिका, समान लक्ष्य के लिए खेले जो टीम को जीत दिलाना था।’’

उन्होंने कहा, ‘‘आपके नेतृत्व में, आपके साथ खेलना सुखद रहा। आपने मुझ पर विश्वास दिखाया जिसके लिए मैं हमेशा आपका आभारी रहूंगा।’’

कोहली ने कहा, ‘‘मैंने पहले भी यह कहा है, मैं दोबारा यह कहूंगा, आप हमेशा मेरे कप्तान रहेंगे।’’

धोनी ने शनिवार को इंस्टाग्राम पर संन्यास के फैसले की घोषणा की थी। वह हालांकि इंडियन प्रीमियर लीग में चेन्नई सुपरकिंग्स की ओर से खेलते रहेंगे।

धोनी ने एक पूरी पीढ़ी को प्रेरित किया, उनकी कमी खलेगी: आईसीसी

महेंद्र सिंह धोनी को शुभकामनाओं का दौरा जारी है और अब खेल की वैश्विक संस्था अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने कहा है कि इस पूर्व भारतीय कप्तान ने एक पूरी पीढ़ी को प्रेरित किया और उनकी बेहद कमी खलेगी।

धोनी ने शनिवार शाम अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने की घोषणा की। उन्होंने इंस्टाग्राम पर लिखा, ‘‘मुझे अब रिटायर्ड समझा जाए।’’

धोनी दुनिया के एकमात्र कप्तान हैं जिन्होंने तीनों आईसीसी ट्रॉफी जीती हैं- 2007 में टी20 विश्व कप, 2011 में एकदिवसीय विश्व कप और 2013 में चैंपियन्स ट्रॉफी।

आईसीसी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी मनु साहनी ने कहा, ‘‘महेंद्र सिंह धोनी खेल के सर्वकालिक महान खिलाड़ियों में से एक हैं। वानखेड़े स्टेडियम में 2011 आईसीसी पुरुष क्रिकेट विश्व कप के फाइनल में उनके विजयी शॉट लगाने की छवि दुनिया भर के क्रिकेट प्रेमियों के जेहन में छपी हुई है।’’

साहनी श्रीलंका के नुवान कुलशेखरा की गेंद पर लगाए छक्के के संदर्भ में कह रहे थे जिससे भारत ने घरेलू सरजमीं पर विश्व खिताब जीता।

उन्होंने कहा, ‘‘उसे एक पूरी पीढ़ी को प्रेरित किया है और उसकी बेहद कमी खलेगी। आईसीसी की ओर से मैं शानदार क्रिकेट करियर के लिए उन्हें बधाई और भविष्य के लिए शुभकामनाएं देता हूं।’’

धोनी ने 98 टेस्ट में 4876 रन बनाने के अलावा 256 कैच लपके और 38 स्टंपिंग की जबकि 350 एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैचों में उन्होंने 10773 रन बनाने के अलावा 321 कैप लपके और 123 स्टंपिंग की।

वह भारत की ओर से आखिरी बार पिछले साल आईसीसी एकदिवसीय विश्व कप के सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड के खिलाफ खेले। इस मुकाबले में भारत को हार का सामना करना पड़ा था।

धोनी ने टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में 1617 रन बनाने के अलावा 57 कैच लपके और 34 स्टंपिंग की। उन्होंने छह टेस्ट और 10 एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय शतक बनाए।

धोनी 2006 से 2010 के बीच 656 दिन तक आईसीसी पुरुष एकदिवसीय खिलाड़ी रैंकिंग में शीर्ष बल्लेबाज रहे। उन्होंने 2008 और 2009 में आईसीसी का साल का सर्वश्रेष्ठ एकदिवसीय क्रिकेटर चुना गया।

धोनी 2006, 2008, 2009, 2010, 2011, 2012, 2013 और 2014 में आईसीसी की साल की सर्वश्रेष्ठ एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय टीम और 2009, 2010, 2012 और 2013 में आईसीसी की साल की सर्वश्रेष्ठ टेस्ट टीम का हिस्सा रहे। उन्हें 2011 में आईसीसी का स्पिरिट आफ क्रिकेट पुरस्कार भी मिला।

कोविड-19 के चलते संसद के मानसून सत्र में दोनों सदनों के सदस्यों की बैठने की व्यवस्था में होगा बदलाव attacknews.in

नयी दिल्ली, 16 अगस्त ।कोविड-19 के मद्देनजर पहली बार कई तरह की कवायदों के साथ संसद के मानसून सत्र के लिए तैयारियां की जा रही हैं। संक्रमण से बचाव के लिए लोकसभा और राज्यसभा में बैठने की व्यवस्था में भी बदलाव किया जा रहा है। उचित दूरी का पालन करते हुए सदस्यों के बैठने के लिए दोनों चैंबरों और दीर्घाओं का इस्तेमाल होगा। अधिकारियों ने इस बारे में बताया।

अगस्त के अंतिम सप्ताह या सितंबर के आरंभ में मानसून सत्र की शुरूआत होने की संभावना है ।

राज्यसभा सचिवालय के मुताबिक सत्र के दौरान ऊपरी सदन के सदस्यों को दोनों चैंबर और दीर्घाओं में बैठाया जाएगा ।

भारतीय संसद के इतिहास में पहली बार इस तरह की व्यवस्था होगी जहां 60 सदस्य चैंबर में बैठेंगे और 51 सदस्य राज्यसभा की दीर्घाओं में बैठेंगे । इसके अलावा बाकी 132 सदस्य लोकसभा के चैंबर में बैठेंगे।

लोकसभा सचिवालय भी सदस्यों के बैठने के लिए इसी तरह की व्यवस्था कर रहा है ।

दीर्घाओं से भागीदारी के लिए पहली बार बड़े डिस्प्ले वाली स्क्रीन और कंसोल लगाए जाएंगे। दोनों सदनों के बीच विशेष तार बिछाए जाएंगे और कुर्सियों के बीच पॉलीकार्बोनेट शीट की व्यवस्था होगी।

राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू और लोकसभा के अध्यक्ष ओम बिरला ने 17 जुलाई को बैठक कर सत्र चलाने के लिए विभिन्न विकल्पों पर विचार-विमर्श करने के बाद दोनों सदनों के चैंबरों और दीर्घाओं का इस्तेमाल करने का फैसला किया ।

नायडू ने अधिकारियों को अगस्त के तीसरे सप्ताह तक सत्र के लिए तैयारियां पूरी कर लेने का निर्देश दिया था, ताकि इस व्यवस्था का मुआयना हो जाए और इसे अंतिम रूप दिया जा सके । राज्यसभा सचिवालय भी इस काम के लिए पिछले दो सप्ताह से लगातार काम कर रहा है।

सूत्रों ने बताया कि आम तौर पर दोनों सदनों में एक साथ बैठकें होती हैं लेकिन इस बार असाधारण परिस्थिति के कारण एक सदन सुबह के समय बैठेगा और दूसरे की कार्यवाही शाम में होगी ।

कोरोना वायरस महामारी के कारण संसद के बजट सत्र की अवधि में कटौती कर दी गयी थी और 23 मार्च को दोनों सदनों को अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दिया गया था।

परिपाटी के तहत अंतिम सत्र से छह महीने के अंत के पहले संसद का सत्र आहूत होता है ।

अधिकारियों ने बताया कि कोविड-19 का प्रसार रोकने के लिए सामाजिक दूरी के नियमों के पालन के साथ पहली बार सदन में बैठने की व्यवस्था की जा रही है।

उन्होंने बताया कि विभिन्न दलों को संख्या के आधार पर राज्यसभा के चैंबर और दीर्घाओं में सीट आवंटित किए जाएंगे और बाकी सदस्यों को सत्तारूढ़ दलों और अन्य के लिए दो खंड में लोकसभा के चैंबर में बैठाया जाएगा।

राज्यसभा चैंबर के भीतर प्रधानमंत्री, सदन के नेता, विपक्ष के नेता और अन्य दलों के नेताओं के लिए सीटें चिन्हित की जाएंगी ।

पूर्व प्रधानमंत्री-मनमोहन सिंह और एच डी देवेगौड़ा के साथ ही केंद्रीय मंत्रियों और राज्यसभा सदस्य- रामविलास पासवान और रामदास आठवले के लिए भी सदन के चैंबर में चिन्हित सीटें होंगी । अन्य मंत्रियों को सत्तारूढ़ सदस्यों के लिए तय सीटों पर बैठाया जाएगा ।

भारत को एक वैश्विक शक्ति मानता है अमेरिका और अपना अच्छा मित्र attacknews.in

वाशिंगटन 15 अगस्त । अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने शनिवार को भारत की जनता को 74वें स्वतंत्रता दिवस की बधाई दी और अमेरिका भारत को एक वैश्विक शक्ति और अपना अच्छा मित्र मानता है।

श्री पोम्पियो ने एक वक्तव्य में कहा, “ जैसा कि मैंने इस वर्ष पहले भी कहा था कि अमेरिका और भारत एक दूसरे को बहुलतावादी लोकतंत्र, वैश्विक शक्ति और अच्छे दोस्त के रूप में देखते हैं।”

उन्होंने कहा कि भारत के 73 वर्ष पूर्व स्वतंत्रता हासिल करने से लेकर अब तक दोनों देशों के बीच साझा लोकतांत्रिक विरासत और मैत्रीपूर्ण संबंध रहे हैं।

पोम्पिओ ने स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर भारत को शुभकामनाएं देते हुए शुक्रवार को अपने संदेश में कहा, ‘‘अमेरिकी सरकार और अमेरिकी लोगों की ओर से मैं भारत के लोगों को उनके स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर शुभकामनाएं देता हूं।’’

उन्होंने कहा, ‘‘भारत ने जब 73 साल पहले स्वतंत्रता प्राप्त की थी, तब से अमेरिका और भारत के बीच मित्रता और साझी लोकतांत्रिक परम्पराओं के कारण निकट संबंध हैं।’’

उन्होंने कहा कि समय के साथ, ये संबंध विकसित होकर समग्र वैश्विक सामरिक साझेदारी तक पहुंच गए हैं। दोनों देशों के बीच 21वीं सदी में वैश्विक सुरक्षा एवं समृद्धि संबंधी अहम मामलों पर निकट संबंध हैं।

उन्होंने कहा कि अमेरिका और भारत रक्षा, आतंकवाद से निपटने, व्यापार, निवेश, ऊर्जा, पर्यावरण, स्वास्थ्यसेवा, कृषि, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, शिक्षा, अंतरिक्ष, महासागरों और कई अन्य मामलों में मिलकर काम कर रहे हैं।

पोम्पिओ ने कहा, ‘‘जैसा कि मैंने इस साल की शुरुआत में कहा था, अमेरिका और भारत एक दूसरे को महान बहुलतावादी लोकतंत्रों, वैश्विक शक्तियों और अच्छे मित्रों के तौर पर देखते हैं। मैं भारत के लोगों को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं देता हूं।’’

भारत के नौ रणबांकुरों को शौर्य चक्र , एक को कीर्ति चक्र सहित 84 को वीरता पुरस्कार; देशभर के 926 पुलिस कर्मियों को वीरता,विशिष्ट सेवा और राष्ट्रपति पदक और पुलिस पदक दिये जाने की घोषणा attacknews.in

नयी दिल्ली 14 अगस्त । सशस्त्र बलों के 84 रणबांकुरों को अदम्य साहस और असाधारण बहादुरी के लिए वीरता पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है जिनमें एक कीर्ति चक्र और नौ शौर्य चक्र भी शामिल हैं। पांच जांबाजों को मरणोपरांत कीर्ति तथा शौर्य चक्र से अलंकृत किया गया है।

तीनों सेनाओं के सर्वोच्च कमांडर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने इन रणबांकुरों को वीरता पुरस्कारों से अलंकृत करने की आज मंजूरी दी ।

पांच सैन्यकर्मियों को वीरता के लिए दूसरी बार सेना पदक, 60 को सेना पदक (वीरता) , चार को नौसेना पदक (वीरता) और पांच को वायु सेना पदक (वीरता) के लिए चुना गया है।

राष्ट्रपति ने विभिन्न सैन्य अभियानों में उल्लेखनीय योगदान के लिए 19 सैन्यकर्मियों को मेनशन इन डिस्पेच दिये जाने की भी मंजूरी दी है। इनमें से आठ को ऑपरेशन मेघदूत और ऑपरेशन रक्षक के लिए मरणोपरांत दिया गया है।

स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर 926 पुलिसकर्मियों को पदक

स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर देश भर के 926 पुलिसकर्मियों को पुलिस पदकों से सम्मानित करने की घोषणा की गयी है जिनमें से 215 को वीरता के लिए पुलिस पदक, 80 को विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति के पदक और 631 को उल्लेखनीय सेवा के लिए पुलिस पदक के लिए चुना गया है।

गृह मंत्रालय की ओर से आज इन पुलिस पदकों की घोषणा की गयी।

जम्मू-कश्मीर पुलिस को सबसे अधिक 81 वीरता पदक मिले हैं जबकि केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल को 55 और उत्तरप्रदेश पुलिस को 23, दिल्ली पुलिस को 16 और महाराष्ट्र पुलिस को 14 पदक मिले हैं। झारखंड पुलिस को 12 , असम को पांच, छत्तीसगढ और अरूणाचल को तीन -तीन, तेलंगाना को दो और सीमा सुरक्षा बल को एक वीरता पदक मिला है।

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने राष्ट्र को संबोधित किया; अशांति पैदा करने वालों का मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा: कोरोना का सर्वाधिक असर गरीबों पर, केंद्र ने उठाये कई कदम attacknews.in

नयी दिल्ली, 14 अगस्त ।राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने शुक्रवार को पड़ोसी देशों को आगाह किया कि भारत की आस्था शांति में है, लेकिन यदि कोई अशांति पैदा करने की कोशिश करेगा तो उसे मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा।

श्री कोविंद ने 74वें स्वाधीनता दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्र के नाम सम्बोधन में चीन का नाम लिये बिना कहा कि जब कोरोना जैसी महामारी से विश्व समुदाय को एक साथ निपटने की आवश्यकता है, तब पड़ोसी देश ने अपनी विस्तारवादी गतिविधियों को चालाकी से अंजाम देने का दुस्साहस किया।

उन्होंने कहा, “आज विश्व समुदाय, ‘वसुधैव कुटुम्बकम्’, अर्थात् ‘समस्त विश्व एक ही परिवार है’ की उस मान्यता को स्वीकार कर रहा है, जिसका उद्घोष हमारी परंपरा में बहुत पहले ही कर दिया गया था। आज जब विश्व समुदाय के समक्ष आई सबसे बड़ी चुनौती से एकजुट होकर संघर्ष करने की आवश्यकता है, तब हमारे पड़ोसी ने अपनी विस्तारवादी गतिविधियों को चालाकी से अंजाम देने का दुस्साहस किया। सीमाओं की रक्षा करते हुए, हमारे बहादुर जवानों ने अपने प्राण न्योछावर कर दिए। भारत माता के वे सपूत, राष्ट्र गौरव के लिए ही जिए और उसी के लिए मर मिटे।”

राष्ट्रपति ने गलवान घाटी में शहीदोंं को नमन करते हुए कहा, “पूरा देश गलवान घाटी के बलिदानियों को नमन करता है। हर भारतवासी के हृदय में उनके परिवार के सदस्यों के प्रति कृतज्ञता का भाव है। उनके शौर्य ने यह दिखा दिया है कि यद्यपि हमारी आस्था शांति में है, फिर भी यदि कोई अशांति उत्पन्न करने की कोशिश करेगा तो उसे माकूल जवाब दिया जाएगा। हमें अपने सशस्त्र बलों, पुलिस तथा अर्धसैनिक बलों पर गर्व है जो सीमाओं की रक्षा करते हैं, और हमारी आंतरिक सुरक्षा सुनिश्चित करते हैं।”

राम मंदिर पर निर्णय स्वीकारना सौहार्द का बेहतरीन उदाहरण : कोविंद

राष्ट्रपति कोविंद ने अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण कार्य शुरू किये जाने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए शुक्रवार को कहा कि देशवासियों ने न्यायिक निर्णय को सम्मानपूर्वक स्वीकार करते हुए विश्व समुदाय के समक्ष एक उदाहरण प्रस्तुत किया।

श्री कोविंद ने कहा कि 10 दिन पहले ही अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि पर मंदिर निर्माण का शुभारंभ हुआ है और इससे देशवासियों को गौरव की अनुभूति हुई है। देशवासियों ने लंबे समय तक धैर्य और संयम का परिचय दिया और देश की न्याय व्यवस्था में सदैव आस्था बनाए रखी।

नयी राष्ट्रीय शिक्षा नीति से प्रशस्त होगा नये भारत का मार्ग : कोविंद

राष्ट्रपति कोविंद ने देश में हाल ही में लागू नयी राष्ट्रीय शिक्षा नीति को दूरदर्शी और दूरगामी परिणाम वाली नीति करार देते हुए शुक्रवार को कहा कि इससे नये भारत के निर्माण का मार्ग प्रशस्त होगा।

श्री कोविंद ने कहा कि देश के नौनिहालों और युवाओं को भविष्य की जरूरतों के अनुसार शिक्षा प्रदान करने की दृष्टि से केंद्र सरकार ने हाल ही में ‘राष्ट्रीय शिक्षा नीति’ लागू करने का निर्णय लिया है।

उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि नयी शिक्षा नीति से गुणवत्ता युक्त एक नयी शिक्षा व्यवस्था विकसित होगी जो भविष्य में आने वाली चुनौतियों को अवसर में बदलकर नये भारत का मार्ग प्रशस्त करेगी।

उन्होंने कहा, “हमारे युवाओं को अपनी रूचि और प्रतिभा के अनुसार अपने विषयों को चुनने की आजादी होगी। उन्हें अपनी क्षमताओं को विकसित करने का अवसर मिलेगा। हमारी भावी पीढ़ी, इन योग्यताओं के बल पर न केवल रोजगार पाने में समर्थ होगी, बल्कि दूसरों के लिए भी रोजगार के अवसर उत्पन्न करेगी।”

राष्ट्रपति ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति एक दूरदर्शी और दूरगामी परिणाम वाली नीति है। इससे शिक्षा में ‘समावेशन (इन्क्लूजन)’, ‘नवाचार (इनोवेशन)’ और ‘संस्था (इंस्टीट्यूशन)’ की संस्कृति को मजबूती मिलेगी। नयी शिक्षा नीति के तहत मातृभाषा में अध्ययन को महत्व दिया गया है, जिससे बालमन सहजता से पुष्पित-पल्लवित हो सकेगा। साथ ही इससे सभी भारतीय भाषाओं और भारत की एकता को आवश्यक बल मिलेगा।

उन्होंने कहा कि किसी भी राष्ट्र को सशक्त बनाने के लिए उसके युवाओं का सशक्तीकरण आवश्यक होता है और राष्ट्रीय शिक्षा नीति इस दिशा में एक बड़ा कदम है।

कोरोना का सर्वाधिक असर गरीबों पर, केंद्र ने उठाये कई कदम : कोविंद

राष्ट्रपति कोविंद ने देश में कोरोना महामारी के प्रकोप पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए शुक्रवार को कहा कि इसका सबसे कठोर प्रहार गरीबों पर हुआ है और सरकार ने इसके प्रभाव से उबारने के लिए कई कल्याणकारी कदम उठाये हैं, जिसने अस्त-व्यस्त जीवन का कष्ट कम किया है।

श्री कोविंद ने कहा कि कोरोना का प्रभाव गरीबों और राेजाना आजीविका कमाने वालों पर सबसे अधिक हुआ है। संकट के इस दौर में, उन्हें सहारा देने के लिए, वायरस की रोकथाम के प्रयासों के साथ-साथ, अनेक जन-कल्याणकारी कदम उठाए गए हैं।

‘प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना’ की शुरूआत करके सरकार ने करोड़ों लोगों को आजीविका दी है, ताकि महामारी के कारण नौकरी गंवाने, एक जगह से दूसरी जगह जाने तथा जीवन के अस्त-व्यस्त होने के कष्ट को कम किया जा सके।

आईपीएल के यूएई में आयोजन को भारत सरकार की हरी झंडी लेकिन लिखित मंजूरी का इंतजार, इस बार हर टीम में खिलाडियों की संख्या 24 होगी attacknews.in

नयी दिल्ली, 10 अगस्त ।भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) को आईपीएल के संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में आयोजन को भारत सरकार की हरी झंडी मिल गयी है। आईपीएल संचालन परिषद के अध्यक्ष बृजेश पटेल ने सरकार से हरी झंडी मिलने की पुष्टि कर दी है।

बीसीसीआई को हालांकि सरकार से सैद्धांतिक मंजूरी मिली है और उसे लिखित मंजूरी का इंतजार है ताकि वह अमीरात क्रिकेट बोर्ड से अनुबंध को अंतिम रूप दे सके। पटेल ने इसके लिए सही तारीख नहीं बतायी लेकिन बताया कि सरकार की मंजूरी सप्ताहांत में आयी।

आईपीएल का 13वां संस्करण यूएई में 19 सितम्बर से 10 नवम्बर तक आयोजित होगा और बीसीसीआई के अनुसार इस बार आईपीएल में हर टीम में खिलाड़ियों की संख्या 24 तक होगी। इसके मैच यूएई के तीन शहरों दुबई, अबु धाबी और शारजाह में खेले जाएंगे। टूर्नामेंट का कार्यक्रम अभी निर्धारित नहीं किया है लेकिन सभी आठ टीमों ने यूएई की यात्रा के लिए अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं।

बीसीसीआई ने टीमों को मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) के बारे बता दिया है जिसका उन्हें टूर्नामेंट के दौरान पालन करना है। आईपीएल ने खिलाड़ियों और स्टाफ के लिए सख्त टेस्टिंग प्रक्रिया रखी है जिन्हें यूएई में ट्रेनिंग शुरू करने से पहले कम से कम चार टेस्ट पास करने होंगे और एक सप्ताह क्वारंटीन में रहना होगा। आईपीएल ने टेस्टिंग प्रक्रिया का विवरण और एसओपी का ड्राफ्ट दस्तावेज फ्रैंचाइज़ी टीमों के साथ साझा किया है। एसओपी में बताया गया है कि 53 दिन के इस टूर्नामेंट के दौरान यात्रा, ठहरने और ट्रेनिंग के के लिए क्या करना होगा और क्या नहीं करना होगा।

टीमों को न्यूनतम दल के साथ यात्रा करने को कहा गया है और वे 20 अगस्त के बाद से ही यात्रा कर सकते हैं। एसओपी में आईपीएल ने टीम के सदस्यों के परिवारों को यूएई की यात्रा करने की अनुमति दे दी है लेकिन उन्हें जैविक सुरक्षा वातावरण में रहना होगा। हालांकि इस मामले में अंतिम फैसला हर फ्रैंचाइजी का होगा। आईपीएल ने यह अनिवार्य कर दिया है कि हर टीम के साथ एक डॉक्टर होना चाहिए ताकि खतरे को कम रखने में फ्रैंचाइज़ी को मदद मिल सके और वह कोरोना को लेकर टीम को जागरूक रख सके।

एसओपी के अनुसार आईपीएल ने सभी फ्रैंचाइजी को कहा है कि यूएई के लिए रवाना होने से पहले सभी सदस्यों के दो टेस्ट होने चाहिए। ये दोनों टेस्ट विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के अनुसार 24 घंटे के अंतराल में कराने होंगे। ये टेस्ट उस शहर में कराने होंगे जहां खिलाड़ी और स्टाफ यूएई के लिए फ्लाइट पकड़ने से पहले एकत्र होंगे। दूसरे टेस्ट की वैधता कम से कम चार दिन यानी 96 घंटे रहनी चाहिए जिसमें यूएई में पहुंचने की तारीख शामिल है।
दोनों टेस्ट नेगेटिव आने पर ही खिलाड़ी और स्टाफ फ्लाइट पकड़ सकता है। यदि कोई संक्रमित होता है तो उसे भारत सरकार के निर्देशों के अनुसार 14 दिन के अनिवार्य क्वारंटीन में रहना होगा। उसके बाद उस व्यक्ति को दो नए टेस्ट से गुजरना होगा और उनका परिणाम नेगेटिव आना चाहिए तभी वह यूएई में अपनी टीम के साथ जुड़ पायेगा।

टीम के यूएई पहुंचने के बाद सभी सदस्यों का हवाई अड्डे पर एक और टेस्ट होगा जिसके बाद ही वे टीम होटल पहुंचेंगे। यहां से आईपीएल का टेस्टिंग प्रोटोकॉल शुरू हो जाएगा। प्रोटोकॉल के अनुसार हर टीम को अपने होटल में सात दिन के अनिवार्य क्वारंटीन से गुजरना होगा। इस सप्ताह के दौरान हर सदस्य का तीन बार यानी पहले, तीसरे और छठे दिन टेस्ट होगा। इन सभी टेस्ट का परिणाम नेगेटिव आने के बाद टीम अपनी ट्रेनिंग शुरू कर सकती है। इसके बाद सभी टीम सदस्यों का टूर्नामेंट के दौरान हर सप्ताह के पांचवें दिन टेस्ट होगा।

आईपीएल ने खिलाड़ियों के परिवारों को यूएई की यात्रा करने की अनुमति दे दी है लेकिन उन्हें जैविक सुरक्षित वातावरण में रहना होगा, इस मामले में अंतिम फैसला फ्रैंचाइजी टीमों का रहेगा। जहां तक गैर भारतीय खिलाड़ियों और स्टाफ की बात है तो उन्हें यूएई में पहुंचने से पहले पिछले 96 घंटे के कोरोना टेस्ट के नेगेटिव परिणाम को साथ लेकर चलना होगा।