नईदिल्ली 8 फरवरी। कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी ने आज मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला. इस दौरान उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को अपना भी बॉस बताते हुए कहा कि पार्टी की किस्मत बदलने की प्रक्रिया शुरू हो गयी है.
उन्होंने आज कांग्रेस संसदीय दल की बैठक को संबोधित करते हुए आरोप लगाया कि सरकार अल्पसंख्यकों के खिलाफ हिंसा की साजिश कर रही है ताकि राजनीतिक लाभ के लिए समाज का ध्रुवीकरण किया जा सके.
उन्होंने कहा कि यह कर्नाटक में दिखायी देगा जहां कुछ माह में चुनाव होने वाला है. सोनिया ने अध्यक्ष के तौर पर 19 साल तक कांग्रेस की कमान संभालने के बाद पिछले साल ही यह जिम्मेदारी छोड़ी थी.
सोनिया ने पार्टी सांसदों से कहा कि वे कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के नेतृत्व में उत्साह, प्रतिबद्धता और वफादारी के साथ काम करें. उन्होंने कहा कि राहुल उनके भी ‘बॉस’ हैं.
उन्होंने कहा, ‘‘हमने नये कांग्रेस अध्यक्ष का निर्वाचन किया है और मैं आपकी तरफ से और अपनी तरफ से उन्हें शुभकामनाएं देती हूं. अब वह मेरे भी बॉस है. इस बारे में कोई संदेह नहीं रहना चाहिए और मैं यह जानती हूं कि आप सभी उनके साथ उसी उत्साह, प्रतिबद्धता और वफादारी के साथ काम करेंगे जैसा आपने मेरे साथ किया.’’
पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ‘‘मैं आश्वस्त हूं कि हम पार्टी के पुनरूद्धार और बेहतर भविष्य के लिए उनके नेतृत्व में मिलकर काम करेंगे. प्रक्रिया शुरू हो गयी है.’’
उन्होंने आरोप लगाया कि मोदी सरकार अधिकतम प्रचार, न्यूनतम सरकार और अधिकतम मार्केटिंग और न्यूनतम परिणाम दे रही है. मोदी सरकार वास्तविकता से दूर है, सच्चाई का सामना नहीं कर रही है. वह प्रचार और झूठ पर जी रही है, लोकसभा में प्रधानमंत्री का भाषण इसका प्रमाण है.
गुजरात और राजस्थान के नतीजों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि बदलाव की हवा चल रही है. केंद्र सरकार को सत्ता में आए चार साल हो गए हैं और सरकार की वजह से माहौल खराब हो गया है. मोदी सरकार की वजह से लोकतंत्र खतरे में है. इसका असर संसद, न्यायपालिका, मीडिया और समाज पर भी पड़ा है.
सोनिया गांधी ने कहा कि किसानों की हालत खराब होती जा रही है. वहीं युवाओं को रोजगार नहीं मिल रहा है.
उन्होंने कहा कि वह कांग्रेस अध्यक्ष और अन्य सहयोगियों के साथ काम करेंगे और समान विचारों वाली राजनीतिक पार्टियों के साथ विचार विमर्श कर यह सुनिश्चित करेंगी कि अगले आम चुनाव में भाजपा की हार हो और भारत लोकतांत्रिक, सर्वसमावेशी, धर्मनिरपेक्षता, सहनशीलता और आर्थिक विकास के पथ पर चल सके.
उन्होंने कहा कि अल्पसंख्यक भयभीत महसूस कर रहे हैं और उनपर बर्बरतापूर्ण हमले हो रहे हैं, वहीं दलितों और महिलाओं का उत्पीड़न हो रहा है. सोनिया ने कहा, ‘‘कई मामलों में यह हिंसा विशेषकर अल्पसंख्यकों और दलितों के खिलाफ, अनायास या छिटपुट नहीं बल्कि सुनियोजित है ताकि समाज का ध्रुवीकरण कर संकीर्ण राजनीतिक लाभ लिया जा सके.’’attacknews.in