नयी दिल्ली, 09 सितंबर। विशेष जांच दल (एसआईटी) 1984 के सिख-विरोधी दंगों से संबंधित सात मामलों की फिर से जांच करेगी जिनमें एक मामला मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमल नाथ के शामिल होने से भी जुड़ा है।
गृह मंत्रालय की आेर से 19 अगस्त को जारी अधिसूचना के अनुसार, एसआईटी इन सात मामलों की फिर से जांच करेगी। 1984 में पार्लियामेंट स्ट्रीट, कनॉट प्लेस, पटेल नगर, वसंत विहार, सनलाइट कॉलोनी, कल्याणपुरी और शाहदरा पुलिस थानों में सिख विराेधी दंगों से संबंधित मामले दर्ज किये गये थे।
उस दौरान पार्लियामेंट स्ट्रीट पुलिस स्टेशन में जो मामला दर्ज किया गया था उसमें कहा गया था कि श्री कमल नाथ ने सिख-विरोधी दंगों के दौरान रकाबगंज गुरुद्वारे में तोड़फोड़ करने और हंगामा करने वाले दंगाईयों को कथित तौर पर आश्रय दिया था।
यह एसआईटी न्यायमूर्ति जी पी माथुर समिति की सिफारिश के आधार पर 12 फरवरी 2015 को गठित की गई थी।
एसआईटी में दो वरिष्ठ आईपीएस अधिकारियों के अलावा एक न्यायिक अधिकारी भी शामिल होगा।
गौरतलब है कि 31 अक्टूबर 1984 को तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के सिख अंगरक्षकों द्वारा उनकी हत्या के बाद हुए सिख -विरोधी दंगों में नयी दिल्ली में करीब 3,000 और पूरे भारत में करीब 8,000 सिख मारे गये थे।