भोपाल, 02 जून । बहुचर्चित हनीट्रैप मामले की जांच करने वाले मध्यप्रदेश पुलिस के विशेष जांच दल (एसआईटी) के सदस्य आज यहां पूर्व मुख्यमंत्री एवं वरिष्ठ कांग्रेस नेता कमलनाथ के निवासस्थान पर नहीं पहुंचे।
दरअसल श्री कमलनाथ की ओर से उनके अधिवक्ता ने कल ही एसआईटी को सूचित कर दिया कि श्री कमलनाथ निर्धारित समय दो जून को भोपाल में नहीं रहेंगे। इसलिए एसआईटी के सदस्य इंदौर से यहां नहीं आए। श्री कमलनाथ ने हाल ही में मीडिया के समक्ष हनीट्रैप से संबंधित पेनड्राइव की उपलब्धता के बारे में बयान दिया था।
हनी ट्रैप की फांस में मध्य प्रदेश की कई नामी हस्ती, गिरोह ऐसे बनाते थे शिकार
मामले की जांच कर रहे अधिकारी की मानें तो यह देश का सबसे बड़ा ब्लैकमेलिंग सेक्स स्कैंडल हो सकता है।
मध्य प्रदेश एक बार फिर से सुर्खियों मेंआया था जब मामला हनी ट्रैप का उजागर हुआ जिसकी जद में बीजेपी और कांग्रेस के कई बड़े नेता, साथ ही कई अधिकारी भी शामिल हैं . हालांकि मामला उजागर होने के बाद से सत्ताधारी कांग्रेस और विपक्षी दल बीजेपी दोनों एक दूसरे पर हनी ट्रैप गैंग द्वारा फंसाने का आरोप लगाते रहे।
वहीं मध्य प्रदेश पुलिस मुख्यालय ने 23 सितंबर 2019 को इस केस की जांच के लिए विशेष जांच दल (एसआईटी) गठित कर दिया ।
क्या है मामला?
एमपी पुलिस एटीएस और इंदौर सिटी क्राइम ब्रांच ने मिलकर 18 और 19 सितंबर 2019 की रात संयुक्त ऑपरेशन चलाया था।इस ऑपरेशन में पांच महिलाओं और एक पुरुष को गिरफ्तार किया गया. जिनके पास से कई घंटों की वीडियो रिकॉर्डिंग बरामद हुई थी।इसके अलावा उनके पास से 14 लाख नकद और स्पाई कैमरे भी मिले।गिरोह की पांच महिलाओं समेत छह सदस्यों को भोपाल और इंदौर से गिरफ्तार किया गया था।
बताया जा रहा है कि मध्यप्रदेश के कई इलाक़ों की पांच महिलाओं ने हनी ट्रैप रैकेट शुरू किया था।इस रैकेट का मुख्य उद्देश्य सीनियर अफ़सरों और राजनेताओं को फंसाना था।इतना ही नहीं इस रैकेट ने कई राजनेताओं और अफ़सरों की सीडी बनाकर उनसे करोड़ों रुपये वसूले हैं।
कांग्रेस नेता ने बीजेपी कार्यकर्ता पर लगाया आरोप
हनी ट्रैप के खुलासे के बाद से मध्य प्रदेश में सियासी भूचाल आया हुआ है।कांग्रेस ने हनी ट्रैप की मुख्य आरोपी श्वेता जैन की तस्वीर जारी की,यह तस्वीर विधानसभा कैंपेन की मालूम हो रही है. मंच पर बीजेपी के नेता भी बैठे हैं. इनमें पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली भी दिख रहे हैं. ये तस्वीर मध्य प्रदेश के खुरई विधानसभा क्षेत्र की है।
वहीं एक दूसरी तस्वीर भी जारी की गई है जिसमें श्वेता जैन सड़क पर बीजेपी का प्रचार करती दिख रही हैं।
कांग्रेस के मुताबिक श्वेता जैन 2013 और 2018 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी की स्टार प्रचारक थीं। हालांकि बीजेपी अब इस पूरे मामले में सीबीआई जांच की मांग कर रही है।
शारीरिक संबंध बनाकर लड़की करती थी ब्लैकमेल
पुलिस जांच में पता चल रहा है कि यह रैकेट बड़ी हस्तियों को टारगेट करता था।फिर उनके साथ गिरोह की लड़कियां शारीरिक संबंध बनाती थी।बाद में उन्हें ब्लैकमेल किया जाता था। SIT प्रमुख और एडीजी (काउंटर इंटेलीजेंस) संजीव शमी ने इंदौर पहुंचकर छात्रा मोनिका से करीब चार घंटे पूछताछ की थी।
पलासिया के तत्कालीन थाना प्रभारी शशिकांत चौरसिया और एसआइ बलराम सिंह रघुवंशी ने भी पीड़ित छात्रा मोनिका को थाने बुलाया. बाद में उसे SIT प्रमुख के पास ले जाया गया था ।
देर रात होती थी वाट्सएप कॉलिंग
सूत्रों के अनुसार पूछताछ में मोनिका ने आरती और श्वेता के बारे में सारी जानकारी दी. उसने यह भी बताया कि इन दोनों के कई नेताओं और अधिकारियों से संबंध रहे हैं. दोनों देर रात तक वाट्सएप कॉलिंग करती थीं. और कई अन्य लोगों को अश्लील फोटो और वीडियो भेजती थी. मोनिका ने कुछ होटल और रेस्तरां के नाम भी बताए हैं, जहां आरती और श्वेता क्लाइंट के साथ मीटिंग करती थीं।
इससे पहले पुलिस मुख्यालय ने संजीव शमी को SIT प्रमुख नियुक्त किया था, पद संभालते ही उन्होंने आरोपित श्वेता विजय जैन, श्वेता स्वप्निल जैन, बरखा भटनागर, आरती दयाल, अभिषेक और ओमप्रकाश के विरुद्ध दर्ज मानव तस्करी केस की जानकारी मंगवाई थी।
गंभीर है केस
SIT प्रमुख संजीव शमी ने कहा था कि केस की गंभीरता को देखते हुए एसआइटी गठित की गई है. उच्च अधिकारी ‘कॉम्प्रोमाइज’ कर रहे हैं, मतलब मामला गंभीर है।केस को देखते हुए एसआईटी में वरिष्ठ अधिकारियों को जगह दी गई है।
उन्होंने कहा था कि पूछताछ जैसे-जैसे पूरी होती जाएगी संलिप्त लोगों का नाम सामने आता जएगा।
एसआइटी इस केस को डील करने के लिए आम लोगों से भी मदद मांग रही है। वो लोगों से अपील कर रहे हैं कि अगर किन्हीं के पास मामले से जुड़ी कोई जानकारी है तो वे ई-मेल कर सकते हैं. सूचना देने वाले व्यक्ति की जानकारी गोपनीय रखे जाने का भरोसा भी दिया गया है।
देश का सबसे बड़ा सेक्स स्कैंडल
मामले की जांच कर रहे अधिकारी की मानें तो यह देश का सबसे बड़ा ब्लैकमेलिंग सेक्स स्कैंडल हो सकता है। हनीट्रैप गिरोह से जब्त किए गए मेमोरी कार्ड और फोनों से फोटो और विडियो निकालने के लिए फरेंसिक टीम ओवरटाइम करता रहा ।
अधिकारियों के मुताबिक इस केस में अबतक 4 हज़ार से ज्यादा फाइलें मिलीं हैं और ये संख्या 5 हज़ार से ऊपर भी जा सकती है।।मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि इस स्कैंडल में शामिल कुछ लड़कियों की उम्र 18 साल है. ये लड़कियां भोपाल के एक चर्चित क्लब में जाती थीं।वरिष्ठ नौकरशाह और अधिकारी उनके लिए कमरे बुक करते थे।
अधिकारियों के मुताबिक क्लब से चेक इन रजिस्टर गायब हैं और जिन रिकोर्ड्स में लड़कियों की तस्वीर है उससे भी छेड़छाड़ की गई है।