शाहजहांपुर, 05 नवम्बर । उत्तर प्रदेश में शाहजहांपुर के हाई प्रोफाइल प्रकरण पूर्व केंद्रीय गृह राज्यमंत्री स्वामी चिन्मयानंद के मामले में विशेष जांच दल (एसआईटी) की टीम ने भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) के नेताओं को आरोपी बनाते हुए जांच पूरी कर ली, जिसे कल अदालत में पेश किया जाएगा।
एसआईटी प्रमुख नवीन अरोड़ा ने आज यहां संवाददताओं को बताया कि स्वामी चिन्मयानंद मामले में जांच पूर्ण हो गई है और न्यायालय में कल चार्ज शीट दाखिल कर देंगे । इस मामले में पीड़िता के पास से दौसा में छीनी गई पेन ड्राइव भाजपा के सहकारी बैंक के अध्यक्ष डीपीएस राठौर और नेता अजीत सिंह के पास से बरामद हो गई है।
एसआईटी प्रमुख श्री आरोड़ा ने बताया कि जब मामले की जांच शुरु की और आरोपियों की गिरफ्तारी हुई तब संजय की मामी घबरा गई और उन्होंने बक्से का सारा सामान पास में ही बहने वाले नाले में बहा दिया ।
इसकी जानकारी एसआईटी को मिली तो उन्होंने नाले की सफाई करा कर बक्से के सामान को अपने कब्जे में ले लिया,लेकिन नाले से चश्मा बरामद नहीं हो सका।
उन्होंने बताया कि स्वामी चिन्मयानंद का मालिश करते हुए जो वीडियो पीड़िता ने चश्मे के द्वारा बनाया था ,वह चश्मा संजय और पीड़िता ने ही कहीं गायब किया है। उन्होंने बताया कि विधि विज्ञान प्रयोगशाला गांधीनगर को मालिश वाला वीडियो तथा रंगदारी मांगने का वायरल वीडियो के अलावा जो भी वीडियो वायरल हुए थे वह और मोबाइल जांच के न लिए भेजे गए थे । उनकी मिरर फोटो निकलवाई गई जो जांच में बिल्कुल सही पाए गए। इसके अलावा मोबाइल लोकेशन सीडीआर गेस्ट हाउस आदि की सीसीटीवी फुटेज भी जांच में सही पाए गई हैं।
एसआईटी प्रमुख श्री अरोड़ा ने बताया कि इस प्रकरण में जांच दल ने 105 गवाहों के बयान और 4700 पेज की रिपोर्ट तैयार की है, जिसमें भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता डीपीएस राठौर और अजीत सिंह के खिलाफ भी गंभीर धाराओं का मुकदमा दर्ज कर आरोपी बनाया गया है।
उन्होंने बताया कि चिन्मयानंद प्रकरण में एसआईटी टीम ने छह सितम्बर से जांच का काम शुरू की और टीम ने चार्ज शीट तैयार कर ली है। जिसमें 105 गवाहों के बयान लिए गए 20 भौतिक साक्ष्य 55 अभिलेखीय साक्ष्यों के साथ 4700 पेज की रिपोर्ट तैयार की गई है।