श्रीनगर 7 सितम्बर। जम्मू-कश्मीर पुलिस ने शुक्रवार को पत्थरबाजों को पकड़ने के लिए एक ऐसी योजना बनाई जिससे ना सिर्फ हंगामा रुक गया बल्कि पत्थरबाजी के लिए उकसाने वाला मुख्य आरोपी भी पुलिस के चंगुल में आ गया.
दरअसल शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद डाउनटाउन के जामा मस्जिद के बाद भीड़ ने पुलिस और सीआरपीएफ पर पत्थरबाजी शुरू कर दी. लेकिन पुलिस की तरफ से ना तो आंसू गैस का गोला दागा गया और ना ही लाठी चार्ज हुआ. जैसी ही करीब 100 लोग जमा हुए वैसे ही दो लोग पत्थरबाजी करने के लिए उकसाने लगे.
इस बीच सुरक्षाबलों ने इशारा पाकर आंसू गैस का एक गोला भीड़ की तरफ फेंका और भीड़ में पत्थरबाज की भेस में मौजूद पुलिसकर्मी ने मुख्य पत्थरबाज को धर दबोचा.
हालांकि भीड़ ने मुख्य पत्थरबाज को पुलिस के चंगुल से छुड़ाने की कोशिश भी की लेकिन पुलिसकर्मी ने बड़ी सूझ-बूझ के साथ नकली पिस्तौल निकालकर भीड़ को डरा दिया और दोनों मुख्य पत्थरबाजों को पकड़कर गाड़ी में बिठा लिया.
पुलिस के इस कदम के बाद इलाका बिलकुल शांत हो गया और पत्थरबाज गिरफ्तारी के डर से भाग गए. उन्हें पुलिस की इस चाल का बिलकुल अंदाजा नहीं था जिसमें फंसकर उनके दोनों मुख्य पत्थरबाज गिरफ्तार हो गए थे.
दरअसल इससे पहले साल 2010 में पुलिस पत्थरबाजों को पकड़ने के लिए यही तरीका अपनाती थी जिससे पत्थरबाज की पहचान हो सके और उन्हें गिरफ्तार किया जा सके.attacknews.in