उज्जैन 19 जून। भगवान महाकालेश्वर के दर्शन आम दर्शनार्थियों को प्रात: 11 से शाम 4 बजे तक रविवार को छोड़कर गर्भगृह से कराये जायेंगे। आरम्भिक तौर से इस व्यवस्था का अध्ययन कर इसे स्थाई तौर पर लागू किया जा सकेगा। इसी तरह श्रद्धालुओं के लिये 5 ग्राम का भगवान महाकालेश्वर के मन्दिर की छाप वाला चांदी का सिक्का भी उपलब्ध करवाया जायेगा।
श्री महाकालेश्वर मन्दिर प्रबंध समिति ने उक्त आशय का निर्णय लेते हुए निर्देश दिये हैं कि आगामी एक सप्ताह में उक्त 5 ग्राम के सिक्के दानराशि निर्धारित कर प्रसाद काउंटर से उपलब्ध करवाये जायें। प्रबंध समिति की बैठक की अध्यक्षता कलेक्टर श्री शशांक मिश्र ने की।
कर्मचारियों का वेतन मूल्य सूचकांक से जोड़कर तय किया जायेगा
बैठक में श्री महाकालेश्वर मन्दिर में कार्यरत कर्मचारियों की वेतन वृद्धि को लेकर चर्चा की गई। चर्चा उपरान्त निर्णय लिया गया कि कर्मचारियों का वेतन मूल्य सूचकांक से जोड़कर दिया जाये। इस सम्बन्ध में सहायक कोषालय अधिकारी एवं सदस्यों की टीम बैठकर निर्णय करेगी।
बैठक में यह निर्णय भी लिया गया कि सभी कर्मचारियों का एक ड्रेसकोड भी होना चाहिये। ड्रेसकोड तय करने के लिये समिति के सदस्य एवं सहायक प्रशासनिक अधिकारी मिलकर यह तय करेंगे कि किस रंग की ड्रेस को तथा कितने मूल्य का कपड़ा इस ड्रेस पर व्यय किया जाना है। कर्मचारियों को उक्त ड्रेस बनाने के लिये सिलाई सहित पैसा उनके खाते में जमा कराने का निर्णय लिया गया।
लड्डू प्रसाद पर निर्णय हेतु उप समिति गठित
बैठक में लड्डू प्रसाद निर्माण पर निविदा के सम्बन्ध में चर्चा की गई। समिति के सदस्यों ने इसमें राय व्यक्त की कि जो व्यक्ति (कारीगर) इस समय लड्डू प्रसाद का निर्माण कर रहा है, वह काफी समय से लड्डू निर्माण में संलग्न है और उसके द्वारा निर्मित किये गये लड्डू प्रसाद का एक विशिष्ट स्वाद सम्पूर्ण देश में पहचान बना चुका है। अब यदि किसी अन्य व्यक्ति से लड्डू सामग्री तैयार करवाई जाती है तो इसके स्वाद में अन्तर आयेगा। लड्डू निर्माण की विधि एवं तकनीक सम्बन्धित कारीगर की शैली पर निर्भर करती है, इसलिये लड्डू प्रसाद के स्वाद को बनाये रखने के लिये निविदा की जाना चाहिये या नहीं, यह निर्णय लेने के लिये उप समिति गठित करते हुए कलेक्टर ने आगामी सात दिवस में रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा है।
बैठक में विचार-विमर्श उपरान्त निर्णय लिया गया कि भगवान महाकालेश्वर के दर्शन करने वाले श्रद्धालु यदि उज्जैन में एक या दो दिन रूकते हैं तो इससे शहर के पर्यटन एवं आर्थिक विकास में वृद्धि होगी। इस हेतु श्रद्धालुओं को महाकालेश्वर मन्दिर की ओर से क्या सुविधाएं दी जा सकती हैं, इस पर निर्णय करने के लिये भी कलेक्टर ने एक समिति को सुझाव देने के लिये कहा है।
इसी तरह भगवान महाकालेश्वर को भेंट होने वाली पगड़ी, सोले, घंटियां एवं अन्य सामग्री का डिस्प्ले करके इन सामग्री का दान राशि तय कर बिक्री के लिये रखे जाने का निर्णय भी लिया गया।
आय-व्यय पत्रक प्रस्तुत
बैठक में श्री महाकालेश्वर मन्दिर प्रबंध समिति की ओर से आय-व्यय पत्रक को मंजूरी दी गई। वर्ष 2018-19 में 4594 लाख रुपये की आय हुई तथा व्यय 3970.30 लाख रुपये का हुआ। वर्ष 2019-20 में 5 हजार 284 लाख रुपये की आय प्रस्तावित है। वर्ष 2019-20 में 7255 लाख रुपये का व्यय प्रस्तावित किया गया है। उक्त आय-व्यय पत्रक को समिति द्वारा अनुमोदित किया गया।attacknews.in