मुंबई, 08 नवंबर । शिव सेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने शुक्रवार को कहा कि गृह मंत्री अमित शाह ने पहली ही मुलाकात में शिव सेना को अगले चुनाव में मुख्यमंत्री पद का पस्ताव दिया था।
इसके पूर्व आज मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने कहा था कि ढाई-ढाई वर्ष के लिए मुख्यमंत्री बनाने का निर्णय मेरे सामने नहीं हुआ था। इस बयान पर श्री ठाकरे ने कहा कि पहली बार किसी ने हमारे परिवार पर झूठ बोलने का आरोप लगाया है जिसें हम स्वीकार नहीं करते।
उद्धव ठाकरे ने कहा कि थोड़ी देर पहले सीएम की पत्रकार परिषद देखी और उनकी चिंता हुई हमें
महाराष्ट्र के विकास काम को उन्होंने अकेले नहीं किया, उनके साथ हम भी थे. हमने कभी किसी विकास काम मे अड़चन नहीं डाली।इस बात का दुख हुआ कि पहली बार ठाकरे परिवार और किसी ने झूठा होने का आरोप लगाया है।
ठाकरे ने कहा कि हममें क्या तय हुआ था इसके गवाह सभी लोग हैं. मैंने शिवसेना प्रमुख बाल ठाकरे को वचन दिया था कि एकदिन मुख्यमंत्री पद पर एक शिवसैनिक होगा और उस वचन को पूरा करने के लिए मुझे किसी नरेंद्र मोदी या अमित शाह के आशीर्वाद की ज़रूरत नहीं है।
उन्होंने कहा कि देवेंद्र फडणवीस मेरे मित्र थे इसलिए पिछली बार हमने उनको सरकार बनाने में सहयोग किया था, लेकिन आज जो उन्होंने बयान दिया उससे धक्का लगा है।मैं बीजेपी को शत्रु पक्ष अभी भी नहीं मान रहा लेकिन उनको झूठ बोलना छोड़ना होगा।
हमने मोदी जी पर टिका टिप्पणी कभी भी नहीं की, मोदी ने दो बार मुझे छोटा भाई कहा है।
उद्धव ठाकरे की प्रेस कांफ्रेंस में दुष्यंत चौटाला की एक वीडियो क्लिप की एक क्लिप चलाई जा रही थी जिसमें चौटाला मोदी और बीजेपी को कई मोर्चों पर कोसते सुनाई पड़ रहे हैं।
ठाकरे ने कहा कि ऐसी आलोचना तो हमने कभी नहीं की है. गंगा साफ करते करते इनके मन प्रदूषित हो गए। गंगा की सफाई का काम तो रह ही गया।आरएसएस को तय करना होगा कि झूठ बोलना कौन सा हिंदुत्व है।मेरे पास उनसे बात करने के लिए समय था, लेकिन मैंने उनसे बात नहीं की। क्योंकि हम झूठे लोगों से बात नहीं करते।
ठाकरे ने कहा इस सभी स्थितियों की ज़िम्मेदार बीजेपी है।बीजेपी को सत्ता स्थापना का दावा करना चाहिए नही तो हर पार्टी के सामने हर विकल्प खुले हैं।महाराष्ट्र की जनता ने ठाकरे परिवार और शिवसेना पर जितना विश्वास किया है, उतना ही अविश्वास वो अमित शाह और उनकी पार्टी पर करती है, ये बात बीजेपी को याद रखनी चाहिए और अगर वो बोलते रहेंगे कि मैं झूठा हूँ तो मैं उनसे कोई रिश्ता नहीं रखूँगा।
इससे पहले अपने प्रेस कॉन्फ्रेंस में फडणवीस ने उद्धव ठाकरे पर जमकर हमला बोला. आइए देखें फडणवीस ने क्या-क्या आरोप लगाए-
मेरे सामने कभी भी उद्धव ठाकरे ने ढाई-ढाई साल का प्रस्ताव नहीं रखा था।इस मामले को सुलझा सकते थे लेकिन उनका रुख डिस्कशन का नहीं था. पहले दिन से ही उन लोगों ने बयानबाजी शुरू कर दी थी।
फडणवीस ने कहा कि वो उनसे मिलने भी गए थे और फोन भी किया था, लेकिन उन्होंने एक भी फोन रिसीव नहीं किया ।रिजल्ट आने के बाद कांग्रेस और एनसीपी से लगातार चर्चा की लेकिन हमसे बात भी नहीं की।
फडणवीस बोले- उद्धव ठाकरे के आसपास के लोग जिस तरह बात करते हैं उस तरह की बात से सरकार नहीं बनती .।बातचीत से विवाद सुलझ सकता था. कुछ लोगों ने रिजल्ट आने के दिन से ही बयानबाजी शुरू कर दी थी।बाल ठाकरे हमारे लिए सम्मानित हैं इसीलिए हमने कभी कोई अपमानजनक बात नहीं की।
फड़नवीस ने कहा कि महाराष्ट्र ने अपना मत भी महायुति को दिया था. बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बनी. लेकिन चुनाव परिणामों के बाद शिवसेना ने निचले स्तर के आरोप लगाए।बड़े नेताओं के खिलाफ लांछन लगाए गए. पीएम मोदी और अमित शाह जैसे सम्मानित चेहरों के बारे में आपत्तिजनक बातें कहीं।