इंदौर 1नवम्बर । अब निजी कंपनियों के अलावा दूध तैयार करने वाला सरकारी उपक्रम सांची भी शुद्ध नहीं रहा।
लसुडिया और क्षिप्रा पुलिस ने मंगलवार रात एक बड़ी कार्रवाई करते हुए सांची के दूध में मिलावट कर नकली दूध बनाने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है। पकड़ाए आरोपी सांची के दूध टैंकरों से दूध निकालकर उसमें केमिकल से बना नकली दूध मिला देते थे और चुराया हुआ दूध बाजार में बेचते थे। इस मामले में 7 आरोपी पुलिस के हत्थे चढ़े है, जिसने पूछताछ में और भी कई खुलासों की उम्मीद है।
मुखबिर की सूचना पर पुलिस की बड़ी कार्रवाई क्षिप्रा थाना क्षेत्र के सेंटर पॉइंट चौराहा के नजदीक स्थित गोडाउन में हुई। यहां पुलिस ने दबिश देकर सांची दूध के टैंकर से दूध निकालकर और उसमे केमिकल से बने दूध कि मिलावट करते 7 बदमाशों को रंगे हाथ पकड़ा है। ये बदमाश टैंकर से 1 से डेढ़ हजार लीटर दूध निकालकर उसमे केमिकल से बना दूध मिलाकर टैंकर को वापस सील बंदकर सांची प्लांट में भेज देते थे।
एएसपी मनोज कुमार राय ने बताया कि 7 आरोपियों सहित बड़ी मात्रा में केमिकल युक्त दूध और दूध बनाने वाला केमिकल यहां से बरामद किया है। इस गोरखधंधे को चाचा-भतीजा मिलकर अंजाम दे रहे थे। पिपलियाराव का रहने वाला सुखविंदर सिंह अपने भतीजे जसविंदर सिंह के साथ मिलकर लंबे समय से नकली दूध की बनाने का काम कर रहा था। सुखविंदर सिंह देवल के सांची में कई टैंकर अटैच है।attacknews
एएसपी राय ने आगे बताया कि इन टैंकरो में हजारों लीटर दूध रोज सांची आता है। इन्ही टैंकरो को सुखविंदर सांची डिपो भेजने से पहले अपने गोदाम में लाकर हर टैंकर से एक से डेढ़ हजार लीटर दूध निकाल लेता और टैंकर में सोडियम क्लोराइड से बना दूध मिला देता, जबकि सांची प्लांट में टेस्टिंग के लिए 1 बाल्टी भरकर दूध टैंकर में अलग रख देता, जिसकी क्वालिटी टेस्टिंग कर टैंकर में भरे दूध को पास कर दिया जाता।
आरोपियों के पास से महंगी कार भी बरामद हुई है। यह कार सुखविंदर सिंह की है। इस कार पर विधायक लिखा है, जिस पर सुखविंदर ने किसी पूर्व विधायक से यह कार खरीदने की बात कबूल की है। इस गिरोह पर पुलिस ने कही कार्रवाई करने कि बात कही है। इसके साथ ही पुलिस इस बात की भी जांच की जा रही है कि कही गिरोह में सांची के अधिकारियों की तो कोई मिलीभगत नहीं है।