नयी दिल्ली, 05 दिसम्बर । हिन्दी की प्रसिद्ध लेखिका चित्रा मुदगल, उर्दू के लेखक रहमान अब्बास और मैथिली की लेखिका वीणा ठाकुर समेत 24 लेखकों को वर्ष 2018 के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार दिए जाने की बुधवार को यहाँ घोषणा की गयी। पंजाबी के लिए यह पुरस्कार मोहनजीत, राजस्थानी में राजेश कुमार व्यास, अंग्रेजी में अनीस सलीम और गुजराती में शरीफा वीजलीवाला को दिया जायेगा।
साहित्य अकादमी के अध्यक्ष चंद्रशेखर कम्बार की अध्यक्षता में कार्यकारी मंडल की बैठक में इन पुरस्कारों को मंजूरी दी गयी। इन लेखकों को ये पुरस्कार अगले वर्ष 29 जनवरी को राजधानी में एक समारोह में दिए जायेंगे। प्रत्येक लेखक को पुरस्कार में एक-एक लाख रुपये, प्रशस्ति पत्र और प्रतीक चिह्न दिए जायेंगे।
दस दिसम्बर 1944 को चेन्नई में जन्मी और गत पांच दशकों से साहित्य में सक्रिय श्रीमती मुदगल को यह पुरस्कार उनके उपन्यास “पोस्ट बॉक्स नंबर 203 नाला सोपारा” के लिए दिया जायेगा। हिन्दी के लिए यह निर्णय गोविंदा मिश्र, उषा किरण खान और डॉ. चन्द्र त्रिखा की चयन समिति ने लिया।
श्रीमती मुदगल ने यूनीवार्ता से बातचीत में कहा कि उन्हें इस पुरस्कार से काफी खुशी मिल रही है। उन्हें इस बात की कोई शिकायत नहीं कि उनके चर्चित उपन्यास आंवा को साहित्य अकादमी पुरस्कार नही मिला। पाठकों ने कमलेश्वर के चर्चित उपन्यास “कितने पाकिस्तान” की तरह मेरे उपन्यास को सराहा था लेकिन कमलेश्वर जी को मिलने पर उन्हें काफी खुशी हुई थी।
अकादमी के सचिव श्री निवास राव ने पुरस्कार की घोषणा करते हुए बताया कि इस बार सात कविता संग्रह, छह उपन्यास और छह कहानी संग्रह तथा तीन आलोचना एवं दो निबंध संग्रह को पुरस्कार के लिए चुना गया है। ये पुरस्कार साहित्योत्सव में दिए जायेंगे जिसमें इस बार राष्ट्रीय सेमिनार भारतीय साहित्य में महात्मा गांधी पर होगा। इस बार संवत्सर व्याख्यान भारत रत्न से सम्मानित प्रसिद्ध वैज्ञानिक सी एन आर राव देंगे और चंद्रशेखर धर्माधिकारी गांधी जी पर आयोजित सेमिनार का उद्घाटन करेंगे।
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