जयपुर, 26 सितम्बर । भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि वह आगामी चुनाव में जीत का सपना देखना बंद करें और अब ऐसी स्थिति आ गई है कि कांग्रेस पार्टी को दूरबीन लेकर ढूंढ़ना पडे़गा।
शाह ने बुधवार को धानक्या में बूथ कार्यकार्ता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि राहुल गांधी दिन में सपने देखना बंद करें। उनको सपना देखने का अधिकार है, लेकिन पीछे की पृष्ठभूमि तो देखो। 2014 से जब से केन्द्र में मोदी के नेतृत्व में भाजपा की सरकार बनी, उसके बाद जितने भी चुनाव आये हैं, उनका इतिहास उठाकर देखो। महाराष्ट्र, कश्मीर, हरियाणा, झारखंड, असम, मणिपुर, मेघालय, त्रिपुरा, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, गोवा, गुजरात, नगालैंड सब जगह कांग्रेस का सूपड़ा साफ हो गया। कांग्रेस पार्टी को दूरबीन लेकर ढूंढ़ना पडे़, देश में ऐसी स्थिति हो गई है।
उन्होंने दोहराया कि राजस्थान में भाजपा अंगद का पांव है जिसे कोई हिला नहीं सकता। कांग्रेस के नेतृत्व में न देश सलामत रह सकता है, न राजस्थान सलामत रह सकता है।
शाह ने विश्वास जताया कि पांचों राज्यों में आगामी विधानसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा पार्टी जीतने वाली है और 2019 में भी फिर से प्रचंड बहुमत के साथ नरेंद्र मोदी की एक मजबूत सरकार बनने वाली है।
उन्होंने राजस्थान में सरकारों के बदलने की परंपरा बदलने का आह्वान करते हुए कहा कि राजस्थान में एक बार कांग्रेस और एक बार भाजपा की सरकार बनने का खेल बंद करना होगा। राजस्थान पर एक ताना है कि यहां एक बार कांग्रेस की सरकार आती है और एक बार भाजपा की। इस ताने को समाप्त करना होगा और भाजपा को एक बार फिर सत्ता में लाना होगा।
उन्होंने कहा कि देश की राह बूथ कार्यकर्ता स्तर से निकलती है। उन्होंने केन्द्र और राज्य सरकार की विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं का जिक्र किया।
शाह ने राहुल गांधी पर हमला करते हुए कहा, ‘’आप हमारे साढे़ चार साल का क्या हिसाब मांग रहे हो, देश की जनता आपकी चार पीढ़ी का हिसाब मांग रही है। आपके जो मैनेजर हैं, वे आपको बताते भी नहीं हैं कि आप हिसाब मांगने की स्थिति में नहीं हो।’’
उन्होंने कहा कि जब केन्द्र और प्रदेश में कांग्रेस की सरकार थी तो तब राजस्थान को केवल एक लाख नौ हजार करोड़ रुपये मिले थे। 2014 में जब यहां वसुंधरा राजे की सरकार बनी और केन्द्र में नरेन्द्र मोदी की सरकार बनी तो राजस्थान को दो लाख 63 हजार 580 करोड़ रुपये मिले। राजस्थान की जनता पर यह उपकार नहीं, यह राजस्थान की जनता का अधिकार है।
शाह ने राहुल गांधी से कहा, ‘‘आप हमारा हिसाब किताब बाद में मांगें, तनिक यहां तय तो कर दो कि यहां का सेनापति कौन है, किसके नेतृत्व में प्रदेश का चुनाव लड़ना चाहते हैं।’’
सम्मेलन को वसुंधरा राजे और प्रदेशाध्यक्ष मदन लाल सैनी ने भी संबोधित किया।
इससे पूर्व शाह ने यहां पंडित दीनदयाल उपाध्याय राष्ट्रीय स्मारक का उद्धाटन किया।attacknews.in