जयपुर, 13 अगस्त । राजस्थान में लगभग एक महीने तक चली सियासी खींचतान व बयानबाजी के बाद पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट बृहस्पतिवार शाम को यहां मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मिले।
मुख्यमंत्री निवास में इस बैठक में गहलोत व पायलट के साथ कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल, पार्टी के प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे व पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा भी मौजूद थे।
मुख्यमंत्री के निवास पर काग्रेस विधायक दल की बैठक से पहले दोनों नेताओं के बीच यह मुलाकात हुयी ।
हम सब मिलकर काम करेंगे-गहलोत
कल जैसलमेर में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि अब तक चला प्रकरण अब समाप्त हो चुका है और हम सब मिलकर काम करेंगे।
श्री गहलोत ने यहां पत्रकारों से बातचीत में सचिन पायलट के बागी बनने के संबंध में पूछे सवाल पर कहा था कि, अब यह प्रकरण समाप्त हो चुका हैं और हम सब मिलकर काम करेंगे। यह प्रकरण भूलो और माफ करने की स्थिति में हैं। जहां तक हमारे कांग्रेस विधायको की सचिन पायलट ग्रुप के विधायको के संबंध में जो नाराजगी हैं, उस नाराजगी को भी दूर किया जायेगा। उन्हें समझाया जायेगा, वैसे उनकी नाराजगी वाजिब हैं, एक महीने तक लोकतंत्र बचाने के लिए घर परिवार से दूर रहे।
उन्होंने कहा कि विधायकों को समझाया गया है कि देश और प्रदेश और प्रदेशवासियों के और लोकतंत्र को बचाने के लिए हमें कई बार सहन करना भी पड़ता है। हम सब आपस में मिलकर काम करेंगे। जो हमारे साथी चले गए थे वो भी वापस आ गए हैं। उम्मीद है कि सब गिले-शिकवे दूर करके सब मिलकर हम प्रदेश की सेवा करने का संकल्प पूरा करेंगे।
उन्होने कहा कि आपस में भूलो और माफ करो और आगे बढ़ो, यह देश, प्रदेश, प्रदेशवासियों और लोकतंत्र के हित में है। उन्होंने कहा कि यह लड़ाई लोकतंत्र को बचाने की है, उसमें जो हमारे विधायकों ने इतना साथ दिया, सौ से अधिक विधायक एक साथ रहना इतने लंबे समय तक, अपने आप में बहुत बड़ी बात है जो हिंदुस्तान के इतिहास में कभी नहीं हुआ होगा। तो यह लोकतंत्र को बचाने की लड़ाई है, आगे भी जारी रहेगी यह हमारी लड़ाई और बाकि जो एपिसोड हुआ है, एक प्रकार से भूलो और माफ करो की स्थिति में रहें, सब मिलकर चलें क्योंकि प्रदेशवासियों ने विश्वास करके सरकार बनाई थी हमारी। हमारी सबकी जिम्मेदारी बनती है कि उस विश्वास को बनाए रखें हम लोग और प्रदेश की सेवा करें, सुशासन दें और सब मिलकर कोरोना का मुकाबला करें।
उन्होने कहा कि ये जीत जो है, ये जीत असली प्रदेशवासियों की जीत है। पूरे प्रदेशवासियों ने जो हमारे विधायकों ने जो हौसला अफजाई की टेलीफोन कर- करके, कोई चिंता नहीं, महीना-दो महीना लग जाए परवाह मत करो, जीत सरकार की होनी चाहिए, सरकार स्थिर होनी चाहिए, उसके बाद में आप आओ हमारे घरों में। तो ये जो जज्बा था पूरे प्रदेशवासियों का, उसकी जीत है ये। मैं उनको बधाई देता हूं, धन्यवाद देता हूं प्रदेशवासियों को और विश्वास दिलाता हूं कि जीत हमारी सुनिश्चित है, आने वाले वक्त में और दोगुने जोश से सब काम करेंगे, आपकी सेवा करेंगे।
विधायको को लिखे गए पत्र के संबंध में उन्होंने कहा कि यह पत्र पक्ष-विपक्ष, सबको लिखा था और उस पत्र का बड़ा प्रभाव पड़ा। उसी कारण से भाजपा के जो तीन-तीन विमान गुजरात भेजने के लिए हायर किये उनमें मुश्किल से एक जा पाया, वो भी पूरा नहीं भरा हुआ था और उनका कल से कैंप लगना था क्राउन प्लाजा होटल में, बैठक थी, वहीं रहना था, बाड़ेबंदी हो रही थी, जो कहते थे हमें बाड़ेबंदी क्यों कर रहे हो, ये क्या नौबत आ गई कि उनकी बाड़ेबंदी होने लग गई। उससे जो हालात बने हैं प्रदेश के सामने, पूरी तरह सामने आ चुके है। पूरा खेल उनका था, सरकार गिराने का षड्यंत्र था, जो उन्होंने कर्नाटक एवं मध्यप्रदेश के अंदर जो कुछ भी किया, दुनिया जानती है और लोग पसंद भी नहीं करते हैं, वो ही षड्यंत्र राजस्थान का था जो पूरी तरह से ध्वस्त हो गया है।
उन्होने कहा कि लोकतंत्र को बचाने के लिए कितना ही बड़ा संघर्ष करना पड़े, हम चूकेंगे नहीं और सत्य की जीत होती हैं। इसमें ना किसी की जीत होती हैं और ना ही किसी की हार।
पायलट का कांग्रेस में हमेशा बना रहेगा मान सम्मान-खाचरियावास
राजस्थान के परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट का कांग्रेस पार्टी में हमेशा मान सम्मान बना रहेगा और हम सब मिलकर काम करेंगे।
श्री खाचरियावास ने जैसलमेर प्रवास के दौरान खास बातचीत में यह बात कही। उन्होंने श्री पायलट को वापस राजस्थान कांग्रेस का अध्यक्ष एवं उपमुख्यमंत्री बनाने के संबंध में कहा कि यह सब पार्टी आलाकमान तय करेगा, लेकिन उनका मान सम्मान कांग्रेस में हरदम रहेगा। हम सब मिलकर कार्य करेंगे।
गहलोत सरकार विश्वास प्रस्ताव लाएगी
अशोक गहलोत की अगुवाई वाली कांग्रेस सरकार ने विधानसभा के शुक्रवार से शुरू हो रहे सत्र में विश्वास प्रस्ताव लाने का फैसला किया है।
पार्टी के एक नेता ने इसकी जानकारी दी ।
पार्टी नेता ने कहा, ‘ विधायक दल की यहां हुई बैठक में यह घोषणा की गयी कि विधानसभा में विश्वास प्रस्ताव लाया जाएगा।’
बैठक में मौजूद रहे पार्टी के प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे ने पीटीआई भाषा से कहा,’ कांग्रेस विश्वास प्रस्ताव लाएगी। हमने इसके लिए विधानसभा सचिवालय को अर्जी दी है। विधानसभा की कार्य संचालन समिति इस बारे में कोई फैसला लेगी।’
विधायक दल की बैठक में मुख्यमंत्री गहलोत ने विधायकों से अब तक हुई बातों को भूलकर आगे बढ़ने को कहा। विधानसभा का पांचवां सत्र शुक्रवार से शुरू हो रहा है।
उल्लेखनीय है कि 200 सदस्यों की विधानसभा में कांग्रेस के 107 विधायक हैं। वहीं 13 निर्दलीय, राष्ट्रीय लोक दल का एक, माकपा के दो, भारतीय ट्राइबल पार्टी के दो व भाजपा के 72 व उसकी सहयोगी राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के तीन विधायक हैं।
कांग्रेस सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया जायेगा-कटारिया
राजस्थान में विधानसभा में विपक्ष के नेता गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि सदन में कांग्रेस सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया जायेगा और कोरोना कुप्रबन्धन, प्रदेश की बिगड़ी हुई कानून व्यवस्था, कर्जमाफी के नाम पर किसानों के साथ धोखा सहित प्रदेश के विभिन्न मुद्दों को विधानसभा में पुरजोर तरीके से उठाया जायेगा।
श्री कटारिया ने आज यहां भारतीय जनता पार्टी भाजपा विधायक दल की बैठक के बाद पत्रकारो ंसे बातचीत में कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत नैतिकता और लोकतंत्र की बात करते हैं, लेकिन प्रदेश और देश देख रहा है कि किस तरीके से महीनेभर से विधायकों को बदल-बदल कर होटल के बाड़ों में कैद कर रखा है और जयपुर एयरपोर्ट पर रस्सी लगाकर पुलिस के कड़े पहरे में विधायकों को बसों में बैठाकर होटल ले जाया गया।