गंगानगर, 15 जून । राजस्थान में चुरु के कोतवाली थाना क्षेत्र में कल मणप्पुरम गोल्ड फाइनेंस कंपनी के ऑफिस से दिनदहाड़े करोड़ों का सोना और नगद राशि लूट कर फरार हुए चार बदमाशों में से दो को हरियाणा के हिसार जिले में गिरफ्तार करके उनसे लूटे गये 22 किलो से अधिक साेना और पांच लाख रुपये बरामद कर लिये गये हैं।
चूरु के पुलिस अधीक्षक नारायणराम टोगस ने आज दोपहर प्रेस वार्ता में इस वारदात का खुलासा करते हुए बताया कि लुटेरों से पिस्तौल, दो चाकू, चोरी के दो मोटरसाइकिल और वारदात में प्रयुक्त कार भी बरामद कर ली गयी है।
चूरू जिला पुलिस के इतिहास में यह अब तक की सबसे बड़ी सफलता मानी जा रही है।
जिसमें करोड़ों की लूट करने वाले कुछ ही घंटों में पकड़े गए।
लूटे गए सोने की कीमत करीब 12 करोड रुपए आंकी जा रही है।
उन्होंने बताया कि सोमवार को अपरान्ह करीब तीन बजे चूरू के रिलायंस मॉल एवं बाबा रामदेव मंदिर के नजदीक भीड़भाड़ वाले इलाके में मणप्पुरम गोल्ड फाइनेंस कंपनी के कार्यालय में कर्मचारियों को बाथरूम में बंद कर करोड़ों का सोना और नगद राशि लूट कर फरार होने वाले चार बदमाशों में से दो को कल देर शाम हरियाणा के हिसार से लगभग 50 किमी दूर सिरसाला चौक में काबू कर लिया गया।
श्री टोकस ने बताया कि उनकी शिनाख्त अनीश ठाकुर निवासी मोहाली (पंजाब) और शादाब निवासी मुजफ्फरनगर (उत्तर प्रदेश) के रूप में हुई है।
इनके पास से 22 किलो से अधिक मात्रा में लूटा हुआ सोना और पांच लाख रुपये की नकदी मिली है।
बदमाशों द्वारा वारदात में इस्तेमाल किए गए दो आधुनिक लोडेड पिस्तौल और दो चाकू बरामद हुए हैं।
उन्होंने बताया कि फरार हो जाने वालों में एनएसजी का एक बर्खास्त कमांडो रणजीत फौजी निवासी पटियाला (पंजाब) और उसका साथी अमजद निवासी मुजफ्फरनगर (उत्तर प्रदेश)हैं।
इन चारों का संबंध एक अंतराज्यीय अपराधिक गिरोह से है।
इसका सरगना बर्खास्त एनएसजी कमांडो रणजीत सिंह है।
इन बदमाशों पर हत्या लूट डकैती के दो दर्जन से अधिक प्रकरण विभिन्न राज्यों के पुलिस थानों में दर्ज हैं।
पिछले वर्ष नवंबर और इस वर्ष मार्च में इस गिरोह ने 80 और 50 लाख की लूट एवं डकैती की थी।
रणजीत और अमजद की धरपकड़ के लिए राजस्थान पुलिस हरियाणा और पंजाब पुलिस से संपर्क बनाए हुए हैं।
उत्तर प्रदेश पुलिस को भी सतर्क किया गया है।
श्री टोकस ने बताया कि इस गिरोह का एक सदस्य लगभग दो महीने पहले ट्रक लेकर चूरु आया था।
उसे अचानक कुछ रुपयों की जरूरत पड़ी।
तब वह इस गोल्ड कंपनी के ऑफिस में सोने की अंगूठी बेचने अथवा गिरवी रखने के लिए गया था।
तभी उसने देख लिया था कि कंपनी के ऑफिस में कर्मचारी किस तरह काम करते हैं।
कहां सीसीटीवी कैमरे लगे हैं और यहां सिक्योरिटी गार्ड भी नहीं है।
तब से इस व्यक्ति के दिमाग में इस ऑफिस को लूटने की योजना बन रही थी।
उसी ने गिरोह के सरगना को इसके बारे में बताया।
सरगना रणजीतसिंह ने अंबाला में अपने इन तीन साथियों को इकट्ठा किया और लूट की योजना बनाई।
उन्होंने इस वारदात के खुलासे को राजस्थान-हरियाणा पुलिस के बेमिसाल अंतराज्यीय तालमेल उपलब्धि भरा परिणाम बताया।
उन्होंने बताया कि घटना के कुछ देर बाद ही पुलिस को कुछ टेक्निकल ऐड मिल गए, जिससे बदमाशों की लोकेशन हिसार में प्रदर्शित हुई।
उन्होंने तुरंत ही हिसार के पुलिस अधीक्षक से संपर्क किया।
लोकेशन के आसपास के सभी मार्गों और मुख्य स्थलों पर हरियाणा पुलिस द्वारा नाकाबंदी कर दी गई।
चूरू पुलिस की टीम बदमाशों के पीछे लगी हुई थी।
देर शाम को बदमाशों की कार को सिरसला चौक के पास काबू कर लिया गया।
जहां दो पकड़े गए और दो फरार हो गए।
उन्होंने हिसार के पुलिस अधीक्षक की भी जमकर तारीफ की।
चूरू जिला पुलिस की भी मुक्त कंठ प्रशंसा करते हुए एसपी ने कहा कि यह चूरू पुलिस के इतिहास की अब तक की सबसे बड़ी उपलब्धि है।
पुलिस अधीक्षक के अनुसार राजस्थान पुलिस के महानिदेशक एमएल लाठर ने हरियाणा पुलिस महानिदेशक से बात कर इन बदमाशों को काबू करने में दिए सहयोग के लिए आभार जताया।
उन्होंने हिसार पुलिस की सराहना की।