जयपुर 29 मई । राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे एवं प्रदेश भाजपा अध्यक्ष डा सतीश पूनियां सहित पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं ने राज्य में बिगड़ी कानून व्यवस्था को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के खिलाफ ट्विटर पर अभियान चलाया है।
इन नेताओं ने ट्विटर पर हैशटैग गहलोत राज, जगंलराज के साथ अभियान शुरु किया जिसका डा पूनियां ने ट्वीट कर आगाज किया। इसके जरिए भाजपा नेताओं ने कहा कि बिगड़ी कानून व्यवस्था के कारण प्रदेश आज अपराधों में सिरमौर बन गया हैं जिससे राज्य की छवि धूमिल हो रही हैं।
श्रीमती राजे ने कहा कि ढाई वर्ष पहले तक शांति प्रदेश के रूप में पहचाने जाने वाला राजस्थान अब अपराध का अड्डा बन गया है। यहां आए दिन हत्या, बलात्कार एवं डकैती जैसी घटनाएं सामने आ रही है, जिनसे राज्य की छवि धुमिल हो रही है। राजस्थान में अपराध की बढ़ती घटनाएं चिंता का विषय हैं। अब समय आ गया है कि राज्य सरकार अपनी नींद को त्यागकर कानून-व्यवस्था पर संज्ञान ले ताकि आमजन की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
श्री पूनियां ने कहा कि देश के सबसे शांत प्रदेश को आज अपराधों में सिरमौर बना दिया है। मुख्यमंत्री एवं गृहमंत्री अशोक गहलोत के इस कार्यकाल की सबसे बड़ी उपलब्धि है।
उन्होंने कहा कि जहां सरेआम रोटी मांगती एक भूखी गर्भवती महिला का सामूहिक बलात्कार होता हो, भरतपुर में दिनदहाड़े बीच सड़क पर गोली मार कर हत्या हो, जनता की सेवा करती सांसद पर पत्थर फेंका जाता हो, वह आज का राजस्थान है।
उन्होंने कहा कि एक तरफ तो देश के प्रधानमंत्री और गृहमंत्री हैं, जो हमें आतंकवादियों से सुरक्षा देने में पूर्ण सफल रहे हैं और एक तरफ राजस्थान के मुख्यमंत्री और गृहमंत्री है, जिनके शासन में बच्चे, महिलाएं, बुजुर्ग, जनप्रतिनिधि कोई सुरक्षित नहीं है।
नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया ने कहा कि राजस्थान की कानून व्यवस्था चरमरा गई, लगता नहीं की कानून का राज है। उन्होंने कहा कि जंगलराज है और जनप्रतिनिधि से लेकर आमजन तक कोई सुरक्षित नहीं है।
श्री कटारिया ने कहा कि प्रदेश में कांग्रेस सरकार कुप्रबंधन का प्रमाण बन चुकी है, जनता को ना न्याय मिल पा रहा है ना ही सुरक्षा।एक शांतिपूर्ण राज्य की प्रतिष्ठा वाले राजस्थान में अपराधों की बढ़ती घटनाओं ने राजस्थान को पिछले दो वर्षों में अपराधग्रस्त राज्यों में से एक बना दिया है।
उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र सिंह राठौड़ ने कहा कि प्रदेश में कांग्रेस सरकार कुप्रबंधन का प्रमाण बन चुकी है। जनता से जुड़े हर मामले में सरकार की स्वार्थ-सिद्धि नीतियों की पोल खुल गई है। इसे जनता की दु:ख तकलीफ से कोई सरोकार नहीं। इसकी वजह से प्रदेश में अपराधी बेखौफ हैं और जनता न्याय के लिए दर-दर भटक रही है।
उन्होंने कहा कि गहलोत सरकार में कानून व्यवस्था की स्थिति मृत प्राय: है जहां अपराधी बेखौफ होकर पुलिस प्रशासन को बार-बार खुली चुनौती दे रहे हैं, उन पर जानलेवा हमला करने से नहीं चूक रहे हैं। पुलिस का इकबाल खत्म हो चुका है और आमजन दहशत के साये में जीने को मजबूर है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में महिलाएं पूर्णत:असुरक्षित है। अपहरण, बालात्कार, हत्याएं और मारपीट की घटनाएं आम हो चुकी है लेकिन बड़े-बड़े वादे करने वाले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को यह दिखाई नहीं देता है। बेटियों को खोखले वादे नहीं कड़े सुरक्षा इंतजाम चाहिए। ताकि वह सुरक्षित और बेखौफ रह सके।
प्रदेश भाजपा के मुख्य प्रवक्ता एवं विधायक रामलाल शर्मा ने कहा कि प्रदेश में महिलाएं पूर्णत: असुरक्षित है। उन्होंने कहा कि अब ऐसा लगता है जैसे कानून व्यवस्था ही अपराधियों से खौफ में हैं।
केन्द्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ने कहा कि राजस्थान में जयपुर में एंबुलेंस में खाना देने के बहाने गरीब गर्भवती महिला के साथ सामूहिक दुष्कर्म, महिला उत्पीड़न की यह कोई अकेली घटना नहीं है। हर रोज किसी न किसी मजलूम महिला का शोषण होता है। लेकिन श्री अशोक गहलोत जो प्रदेश के गृह मंत्री भी हैं, कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं। यह है कांग्रेस का महिला सुरक्षा मॉडल।