जयपुर 15 जुलाई ।राजस्थान विधानसभा के अध्यक्ष डा.सी.पी.जोशी ने मंत्रिमंडल से हटाये गये उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के समर्थक सभी विधायको को व्हीप का उल्लंघन करने का नोटिस जारी किया है।
सरकारी मुख्य सचेतक महेश जोशी ने इस मामले में विधानसभा अध्यक्ष डा.जोशी के समक्ष याचिका दायर की थी। डा.जोशी ने उस पर 19 विधायको कां व्हीप का उल्लंघन करने के मामले में नोटिस जारी किया गया है।
यह माना जा रहा है कि कांग्रेस पार्टी ने विद्रोही विधायको को अपने पक्ष में करने की रणनीति के तहत यह कार्यवाही की है, ताकि उसके विधायक वापस लौट सके।
व्हीप का उल्लंघन के मामले में विधायकों की सदस्यता जा सकती हैं लेकिन उसमें कई कानूनी दांवपेच भी हैं। विद्रोही विधायक किसी भी कार्यवाही का हाउस के बाहर बैठक होने के कारण व्हीप लागू नहीं होने के मुद्दे पर अदालत का दरवाजा खटखटा सकते है।
इस बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एक होटल में ठहरे पार्टी के विधायकों से बातचीत कर आगे की रणनीति बनाते रहे। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी देर रात इन विधायको से बातचीत की थी। श्री पायलट के समर्थक विधायकों को भी राज्य से बाहर एक होटल में ठहराया गया हैं। इनके भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में जाने के मुद्दे पर एक राय नहीं है तथा पार्टी के गठन को लेकर भी असमंजस्य बना हुआ है।
पायलट को हटाने के बाद कांग्रेस भाजपा ने आगे की रणनीति बनाना शुरू किया
राजस्थान में उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट सहित तीन मंत्रियों को निष्कासित करने के बाद कांग्रेस ने आगे उड़ान की रणनीति शुरू कर दी है वहीं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) भी सक्रिय हो गयी है।
श्री पायलट के निष्कासन के बाद एक होटल में ठहरे कांग्रेस विधायकों की बाड़ेबंदी आज भी जारी रही है। विधायकों की एकजुटता पर निगाह रखी जा रही है। श्री पायलट के समर्थकों की संख्या एवं श्री गहलोत के समर्थकों की संख्या का सही आंकड़ा भी सामने नहीं आया है। लेकिन माना जा रहा है कि श्री गहलोत के पास अभी बहुमत है और भाजपा द्वारा तोड़फोड़ की आशंका भी बनी हुई है।
श्री पायलट को हटाने के बाद श्री गहलोत ने संगठनात्मक स्तर पर रणनीति को अंजाम दे दिया है तथा पायलट समर्थकों को हटाने के साथ नई प्रदेश कार्यकारिणी बनाने पर काम शुरू हो गया है। श्री गहलोत मंत्रिमंडल विस्तार के लिए भी रणनीति बना रहे हैं।
श्री पायलट ने निष्कासन के बाद आगे की रणनीति का अभी खुलासा नहीं हुआ है तथा भाजपा में जाने के मुद्दे पर उसके समर्थक विधायकों में मतभेद की बात भी सामने आई है फिर भी भाजपा सक्रिय हो गयी है।
इधर भाजपा ने भी आज एक महत्वपूर्ण बैठक बुलायी है। इस बैठक में राष्ट्रीय महामंत्री ओमप्रकाश माथुर, पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे तथा वी.सतीश सहित कई पदाधिकारी भाग लेंगे। राज्य सरकार के अल्पमत में आने के मुद्दे पर भी बैठक में विचार किया जाएगा।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा कांग्रेस विधायकों में तोड़फोड़ करने संबंधी आरोप का भाजपा नेताओं ने इनकार है।
खरीद फरोख्त करके चुनी हुई सरकार को गिराने का प्रयास कर रही है भाजपा-गहलोत
राजथान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर विधायकों की खरीद फरोख्त करके चुनी हुई सरकार को गिराने के प्रयास करने का आरोप लगाया है।
श्री गहलोत ने आज यहां पत्रकारों को बताया कि दिल्ली में बैठे भाजपा के लोग विधायकों को लालच देकर सरकार गिराने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र का खुलकर मजाक उड़ाया जा रहा है। दलाल लोग विधायकों को ललचा रहे हैं। यह लोकतंत्र को खत्म करने की कोशिश है।
श्री गहलोत ने कहा कि विधायकों की खरीद फरोख्त के हमारे पास पुख्ता सुबूत हैं और समय पर उनको उजागर किया जायेगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने 76 वर्ष तक लोकतंत्र को बचाये रखा। सरकारें बदलती रहीं, लोकतंत्र जिंदा रहा, लेकिन आज सब इसके उलट हो रहा है। चुनी सरकार को गिराया जा रहा है।
उन्होंने पायलट का नाम लिये बगैर कहा कि कांग्रेस ने युवाओं को तरजीह दी है। युवाओं को संगठन में तथा सरकार में पद दिये गये हैं। उनका भविष्य भी कांग्रेस में ही सुरक्षित है। श्री गहलोत ने कहा कि कांग्रेसी बोलने से कुछ नहीं होता है, देश के लिये कुछ करने का जज्बा होना चहिए। उन्होंने कहा, ‘सोने की छुरी पेट में उतारने के लये नहीं होती है।’
सच्चाई का साथ दे राष्ट्रीय मीडिया-गहलोत
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मीडिया के रवैये से नाराजगी जाहिर करते हुए कहा है कि राष्ट्रीय मीडिया को ईमानदारी से सच्चाई का साथ देना चाहिए।
श्री गहलोत ने आज यहां पत्रकारों से कहा कि दिल्ली में लोकतंत्र खत्म करने वाले लोग बैठे हुए हैं, खरीद फरोख्त कर रहे हैं, सरकारों को गिरा रहे हैं। मीडिया अगर चौथा स्तम्भ कहलाता है तो उसकी जिम्मेदारी बनती है कि वह लोकतंत्र खत्म करने वालों के खिलाफ आवाज़ उठाए।
भाजपा में नहीं जाना चाहते तो उनके चंगुल से निकलें पायलट-सुरजेवाला
कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा है कि श्री पायलट भाजपा में नहीं जाना चाहते तो वह हरियाणा में दो होटलों में ठहरे अपने विधायकों सहित भाजपा के चंगुल से निकलें।
श्री सुरजेवाला ने आज यहां पत्रकारों से कहा कि श्री पायलट ने घोषणा की है कि वह भाजपा में नहीं जायेंगे, अगर वह वास्तव में ऐसा चाहते हैं तो उन्हें अपने विधायकों को हरियाणा में श्री मनोहर खट्टर के सुरक्षा चक्र से बाहर निकालना चाहिए। हरियाणा के ये दो होटल विधायकों की खरीद फरोख्त अड्डा बन गये हैं।
उन्हाेंने कहा कि हमने अपने युवा साथी सचिन पायलट और विधायकों से कई बार आग्रह किया कि उन्हें कोई समस्या है तो उन्हें पार्टी के मंच पर रखें। उसे शीर्ष नेतृत्व खुले ह्रदय और उदार मन से उनकी बात सुनने और उसका हल निकालने को तैयार हैं।
उन्होंने कहा कि हमने कई बार श्री पायलट और अपने साथी विधायकों से कहा कि अगर उन्हें लगता है कि उनके पास पार्टी में अगर बहुमत है तो वे आयें पार्टी में उसे साबित करें और उनका जो अधिकार है वह ले लें।
श्री सुरजेवाला ने कहा कि पार्टी ने युवाओं को प्रोत्साहित किया है और उन्हें आगे बढ़ाया है। श्री पायलट को भी युवावस्था में ही सांसद, मंत्री और प्रदेशाध्यक्ष पद दिया गया। लेकिन खेद के साथ कहना पड़ रहा है कि उन्होंने इन सब पर गौर नहीं किया।
उन्होंने कहा कि श्री पायलट विधायकों के साथ वापस आना और पार्टी में अपनी बात रखनी चाहिए।
खुद उपमुख्यमंत्री खरीद फरोख्त में शामिल थे-गहलोत
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सीधे सचिन पायलट पर आराेप लगाते हुए कहा कि उपमुख्यमंत्री खुद विधायकों की खरीद फरोख्त में शामिल थे।
श्री गहलोत ने आज यहां पत्रकारों से कहा कि राज्यसभा चुनाव के समय जो बोल रहे थे कि हमारे यहां कोई खरीद फरोख्त नहीं हुई, वो तो खुद इस सौदेबाजी में शामिल थे। उन्होंने कहा-‘हमारे यहां खुद उपमुख्यमंत्री खरीद फरोख्त में शामिल था, मेरे पास सबूत हैं।’